कल्कि अवतार भविष्यवाणी , kalki avatar bhavishyavani धार्मिक एवं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार जब धरती पर बहुत अधिक पाप बढ़ जाएगा तो विष्णु भगवान स्वयं अवतार लेंगे । भगवान का यह अवतार स्वयं भगवान के नाम से जाना जाएगा । भगवान 64 कलाओं के अंदर निपुर्ण होंगे ।
कलयुग यानी कलह का युग इस युग के अंदर मनुष्य आपस में लड़ेगे । सारे मनुष्य मानसिक रूप
से दुखी होंगे ।
यही कलयुग होगा । हिंदु धर्म ग्रंथों के अंदर 4 युग बताए गए हैं। जिनमे से सत युग त्रेतायुग द्वापर युग और अंतिम युग कलयुग है। सतयुग के अंदर किसी भी इंसान के अंदर लोभ छलकपट नहीं होता । किंतु त्रेतायुग के अंदर यह थोड़ा बहुत होता है। और कलयुग तक आते आते बहुत अधिक बढ़ जाता है।
ऐसा माना जा रहा है कि जैसा वर्तमान मे चल रहा है। वह कलयुग ही है। धर्म ग्रंथों के अनुसार कलयुग मे सारे इंसान मांस खाएंगे । गाय दिखना ही बंद हो जाएगी । लोग आपस मे एक दूसरे को लूट लेंगे । व्रत नियमों का कोई पालन नहीं करेगा । वेदों की निन्दा की जाएगी ।महिलाएं कठोर हो जाएंगी कड़वा बोलने लगेंगी
अमावस्या के बिना ही सूर्य ग्रहण होगा । लोग अपने देस को छोड़कर दूसरे देस मे रहना पसंद करेंगे । व्यभीचार बढ़ जाएगा । उस समय मनुष्य की आयु 16 साल की हो जाएगी । 7 व 8 साल की उम्र मे बच्चे यौन संबंध बना लेंगे । तारों की चमक बहुत कम हो जाएगी । धरती पर प्राणियों का अभाव हो जाएगा । और गर्मी बहुत बढ़ जाएगी ।उस समय भगवान धरती पर अवतार लेंगे ।
कल्कि अवतार के बारे मे बताया गया है कि यह अंतिम अवतार है। जब शासकों का अन्याय बहुत अधिक बढ़ जाएगा और चारो तरफ का बोल बाला होगा । तब भगवान अवतार लेंगे ।
भगवान के अवतार लेने मे अभी बहुत अधिक समय बाकी है हांलाकि सारे मनुष्य धीरे धीरे नास्तिक हो रहे हैं। मानव जाति का नैतिक पतन हो गया है। जैसे जैसे काल बितेगा । लोगों का सत्य पवित्रता और बुद्वि सब खत्म होते चले जाएंगे । क्षमा दया आयु स्म्रति सबका लोप हो जाएगा । इंसान गधे जैसा हो जाएगा ।
राजा और लूटेरों के अंदर कोई अंतर नहीं होगा प्रजा जंगल के अंदर अपना जीवन व्यतीत करेगी । मानवों का शरीर रोगों से ग्रस्त हो जाएगा । मनुष्य नास्तिक और चोर हो जाएंगे ।
पिता का पुत्र वध करने मे भी नहीं चुकेंगा । भाई भाई को धन के लिए मारदेगा । पत्नी पति की बात को नहीं मानेंगी । चारो और अराजकता का सम्राज्य होगा । तब सम्भल ग्राम के अंदर एक पवित्र और सदाचारी ब्राहम्ण विष्णुयशा के यहां भगवान जन्म लेंगे ।
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kalki avatar bhavishyavani कहां पर होगा भगवान का जन्म
उत्तर प्रदेश के रामगंगा के बीच बसे मुरादाबाद के सम्भल ग्राम के अंदर जन्म लेंगे । उनकी राशी कुंभ होगी । वे बहुत अधिक शक्तिशाली होंगे । उनके मन मे सोचते ही सबकुछ उपस्थित हो जाएगा । वे सबको हराकर सर्र्वा सम्पन्न राजा बनेंगे ।
kalki avatar bhavishyavani कैन होंगे भगवान के मातापिता
भगवान की माता का नाम सुमति होगा । यानि एक ऐसी महिला जोकि धर्म कर्म के अंदर विष्वास रखती हो । उनके पिता का नाम विष्णुयश होगा ।
कैसा होगा भगवान का स्वरूप
लेखों के अनुसार भगवान घोड़े पर बैठेंगे । और वे अपनी तलवार से हर दुश्मन का नास करदेंगे । उनका रंग गौरा होगा । वे सभी गुणों की खान होंगे ।
क्या यह सच मे संभव है
यदि पौराणिक तथ्यों पर गौर करें तो अब तक कलयुग की केवल 6000 साल की गुजरी हैं। और कलयुग की आयु लगभग 43200 000 वर्ष है। यानि कलयुग बहुत अधिक लम्बा है। अब तक तो आधा कलयुग भी नहीं गुजरा है। पूरा कलयुग आएगा तो धरती का बहुत बुरा हाल हो जाएगा ।
हो सकता है आपको इस बात की डाउट हो कि विज्ञान इतने सालों के अंदर तो भगवान बन जाएगा । तब वह तलवार वाले भगवान को क्या समझेगा । बेसक उनका सोचना सही है। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि इतने लम्बे सालों मे इंसान आपस मे लड़कर खत्म हो जाएंगे । और जो विज्ञान का विकास इंसानों ने किया है। वह भी लुप्त हो जाएगा । तब केवल कुछ इंसान ही शोष बचेंगे । और अधिक तेजी से बढ़ती टैक्नॉलाजी इंसानों को अलस्य और निकम्मा बनादेगी । यानि इंसान खुद ही अपना विनाश करलेंगे । जहां तक हम मानते हैं। भगवान अवतार अवश्य लेंगे । और ऐसा भी हो सकता है कि दुनियां फिर से छोटे छोटे राजाओं के अधिन आ जाए । और वो आपस मे लड़ते रहें । कुल मिलाकर भविष्य काफी डेंजर है । हांलाकि हम इतने लम्बे सालों मे क्या होगा । देखने के लिए जिंदा नहीं रहेंगे ।
कल्कि अवतार का वर्णन
दोस्तों यदि हम कल्कि अवतार की बात करें तो आपको बतादें कि भागवत पुराण के अंदर कल्कि अवतार के बारे मे वर्णन मिलता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। तो आइए जानते हैं कल्कि अवतार के वर्णन के बारे मे ।
इत्थं कलौ गतप्राये जनेतु खरधर्मिणि ।
धर्मत्राणाय सत्त्वेन भगवान् अवतरिष्यति ॥ १६ ॥
चराचर गुरोर्विष्णोः ईश्वरस्याखिलात्मनः ।
धर्मत्राणाय साधूनां जन्म कर्मापनुत्तये ॥ १७ ॥
इस श्लोक के अंदर यह गया गया है कि कलयुग के अंत मे मनुष्यों का स्वाभाव गधों जैसा हो जाएगा । और वे ग्रहस्थी का भार ढोने वाले हो जाएंगे इसके अलावा वे विषयी भी हो जाएंगे । मतलब वे विषय और वासना के अंदर डूबे रहेंगे ।ऐसी स्थिति के अंदर धर्म की रक्षा करने के लिए भगवान स्वयं अवतार ग्रहण करेंगे।
र्वव्यापक भगवान विष्णु सर्वशक्तिमान् हैं। और वे अवतार ग्रहण करने के बाद साधु संतों और सज्जन पुरूषों के कल्याण के लिए काम करेंगे और उनको जन्म और मरण के चक्र से मुक्त करेंगे । इस तरह से भागवत पुराण के अंदर कल्कि अवतार का वर्णन मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
संभलग्राम मुख्यस्य ब्राह्मणस्य महात्मनः ।
भवने विष्णुयशसः कल्किः प्रादुर्भविष्यति ॥ १८ ॥
अश्वं आशुगमारुह्य देवदत्तं जगत्पतिः ।
असिनासाधुदमनं अष्टैश्वर्य गुणान्वितः ॥ १९ ॥
विचरन् आशुना क्षौण्यां हयेनाप्रतिमद्युतिः ।
नृपलिङ्गच्छदो दस्यून् कोटिशो निहनिष्यति ॥ २० ॥
इस श्लोक के अंदर यह वर्णन मिलता है कि कल्कि अवतार के माता पिता कौन होंगे ? और वे कहां पर जन्म लेंगें । इसके बारे मे लिखा गया है। शम्भल-ग्राम में विष्णुयश नाम के श्रेष्ठ ब्राह्मण होंगे ।और उनका ह्रदय काफी विशाल होगा । और वे भगवत की पूजा करेंगे । इसके अलावा आगे कहा गया है कि
श्रीभगवान ही अष्टसिद्धियों के और समस्त सद्गुणों के एकमात्र आश्रय हैं और वे देवदत नामक एक घोड़े के उपर सवार होंगे जोकि अति शिघ्रगामी होगा । इसके अलावा वे अपनी तलवार से दुष्टों का संहार करेगें । राजा के वेष मे छुपे हुए दुष्टों का संहार करने के लिए वे अपनी तलवार का प्रयोग करेंगे ।
अथ तेषां भविष्यन्ति मनांसि विशदानि वै ।
वासुदेवाङ्गरागाति पुण्यगंधानिलस्पृशाम् ।
पौरजानपदानां वै हतेष्वखिलदस्युषु ॥ २१ ॥
तेषां प्रजाविसर्गश्च स्थविष्ठः संभविष्यति ।
वासुदेवे भगवति सत्त्वमूर्तौ हृदि स्थिते ॥ २२ ॥
जब सब डाकुओं का संहार हो चुकेगा । तो उसके बाद नगर और देशी की जो सारी प्रजा है उसका ह्रदय पवित्रता से भर जाएगा ।क्योंकि भगवान कल्कि के शरीर से स्पर्श करती हुई वायु प्रजा को स्पर्श करेगी । इस प्रकार वे भगवान के श्रीविग्रह की दिव्य गन्ध प्राप्त कर सकेंगे। और उनके ह्रदय मे भगवान वासुदेव होंगे।
और उनकी जो संतान है वह पहले की भांति ह्रष्ट पुष्ट होगी । इस तरह से इस श्लोक के अंदर भगवान विष्णु के बारे मे वर्णन मिलता है।
यदावतीर्णो भगवान् कल्किर्धर्मपतिर्हरिः ।
कृतं भविष्यति तदा प्रजासूतिश्च सात्त्विकी ॥ २३ ॥
यदा चन्द्रश्च सूर्यश्च तथा तिष्यबृहस्पती ।
एकराशौ समेष्यन्ति भविष्यति तदा कृतम् ॥ २४ ॥
प्रजा के नयन-मनोहारी हरि ही धर्म के रक्षक और स्वामी हैं और जब वे अवतार ग्रहण करेंगे तो उस समय सतयुग आरम्भ हो जाएगा । और उसके बाद जब संतान होगी तो वह अपने आप ही सत्वगुण से युक्त हो जाएगी । इस तरह से आगे कहा गया है कि जब चंद्रम ब्रह्रस्पति एक ही पुष्य नक्षत्र के अंदर प्रथम पल मे आते हैं तो सतयुग का आरम्भ हो जाएगा । इस तरह से आप समझ सकते हैं।
कब आएगा घोर कलयुग
दोस्तों आपको हमने बताया कि कलयुग के कुछ लक्षण भविष्य पुराण के अंदर बताए गए हैं। यदि आप उन लक्षणों पर यदि आप गोर करते हैं तो उससे यह पता चलता है कि कलयुग आ चुका है और इसके बारे मे हम यहां पर विस्तार से चर्चा करेंगे । हालांकि कल्कि अवतार कब आएगा । इसके बारे मे सही सही किसी को भी जानकारी नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। तो आइए जानते हैं कलयुग के लक्षणों के बारे मे जोकि इस बात का संकेत देते हैं कि कलयुग आ चुका है।
मनुष्य के बाल कम उम्र मे ही सफेद हो जाएंगे
दोस्तों कलयुग का सबसे पहला संकेत यही है कि जो मनुष्य के बाल हैं वह कम उम्र के अंदर ही सफेद हो जाएंगे । आज आप देख रहे हैं कि मनुष्य के जो बाल हैं वे कम उम्र के अंदर ही सफेद हो चुके हैं। तो यह एक तरह से कलयुग की निशानी है। यह बहुत पहले ही लिखा जा चुका था ।
मनुष्य की आयु 30 वर्ष रह जाएगी
दोस्तों यदि वैसे देखें तो हम इंसान की आयु घट रही है। आज से आप 100 साल पीछे जाएंगे तो आपको पता चलेगा कि हर इंसान 100 साल का होकर मरता था । और जो बीमारी से मरता था वह भले ही पहले मर जाता था । लेकिन आजकल आप देख रहे हैं कि आजकल हर इंसान 60 वर्ष की आयु के अंदर ही मर जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। मतलब यही है कि इंसान की आयु काफी तेजी से ही कम हो रही है जोकि आने वाले दिनों मे और कम हो सकती है। इस बात की संभावना है कि आने वाले दिनों के अंदर और अधिक भयंकर बीमारियां आएंगी जिसकी वजह से इंसान काफी कम उम्र के अंदर ही मर जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
चालाक और लालची व्यक्ति को कलयुग में विद्वान माना जायेगा
यह बात तो वास्तव मे पूरी तरह से सही साबित हो रही है। असल मे आजकल जो इंसान लालची है और चालाक है और विधर्मी है इस तरह के इंसान को ज्ञानी माना जाता है। आप इस बात को देख सकते हैं। और आपके आस पास भी इसी तरह के लोगों की कद्र होती है। इस तरह से आप देख सकते हैं कि समस्या कोई छोटी नहीं है। समस्या काफी बड़ी है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। मतलब यही है कि कलयुग के अंदर धुर्त लोगों को विद्धान माना जाता है और असली विद्धान की कोई कद्र नहीं करता ।
पेड़ पौधों पर पड़ेगा कलयुग का असर
दोस्तों कहा गया है कि जब कलयुग आ जाएगा तो इसका असर पेड़ पौधों पर भी दिखाई देने लग जाएगा । गेंहूं धान के पेड़ पौधे छोटे हो जाएंगे । और सिर्फ कंटिले पेड़ पौधे ही बचेंगे । मतलब यही है कि पेड़ पौधों का विनाश भी काफी तेजी से होगा । जोकि वर्तमान मे काफी तेजी से हो रहा है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
घरों मे अतिथि आना कम हो जाएंगे
दोस्तों कलयुग के अंदर कहा गया है कि घरों के अंदर मेहमान आने बहुत ही कम हो जाएंगे । इसके बारे मे आपकेा पता होना चाहिए । और यह आजकल को देखने को मिल रहा है घरों मे मेहमान बहुत ही कम आते हैं। और यदि आते भी हैं तो बस कुछ समय के लिए आते हैं।
वर्षा होना बहुत कम हो जाएगी
दोस्तों कलयुग के बारे मे इस बात का वर्णन मिलता है कि वर्षा आना बहुत ही कम हो जाएगी । आकाश के अंदर बादल तो बहुत आएंगे । लेकिन वर्षा नहीं होगी । और लोग वर्षा को देखने के लिए तरस जाएंगे । इस तरह से लोगों के पास खाने पीने की चीजों की काफी भारी कमी हो जाएगी । वर्तमान मे आप यह देख रहे हैं कि भूखमरी काफी अधिक हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और कई देश ऐसे हैं जंहा पर भूख से लोग काफी तेजी से मर रहे हें तो यह एक प्रकार से कलयुग का संकेत हैं।
छोटी उम्र मे इंसान रोग ग्रस्त हो जाएंगे
आगे कहा गया है कि कलयुग के अंदर इंसान छोटी छोटी उम्र के अंदर ही रोगग्रस्त हो जाएंगे । इसका मतलब यह है कि इंसान छोटी छोटी उम्र के अंदर बीमार पड़े लग जाएंगे । और आजकल आप देख सकते हैं।कि यही सब कुछ हो रहा है इंसान छोटी छोटी उम्र मे ही बीमार पड़ रहे हैं और मर रहे हैं । एक तरह से देखा जाए तो यह कलयुग का ही संकेत माना गया है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
धर्म के अंदर पाखंड बढ़ जाएगा
दोस्तों यह बहुत अधिक सच हो रहा है। आजकल ऐसे गुरूघंटाल पैदा हो चुके हैं जोकि ऐसी के अंदर बैठकर भगवान शिव को बुरा भला कह रहे हैं और खुद को भगवान बता रहे हैं। और उनके बहुत सारे चेले पैदा हो चुके हैं। जो उसका अनुसरण करते हैं तो इस तरह से आप धर्म के अंदर आप आज काफी अधिक पांखड़ दे सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । मतलब यही है कि आजकल धर्म के अंदर पांखड़ का होना कलयुग का संकेत है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
इस तरह से बहुत सारे लोग ऐसे हो चुके हैं जोकि धर्म के नाम पर अपनी दुकान चला रहे हैं ।इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
मनुष्य कुकर्मों मे रूचि लेंगे
दोस्तों कलयुग के बारे मे यह कहा गया है कि जो इंसान है वह चोरी डकैती लुटपाट आदि करने लग जाएंगे । और सारे के सारे बुरे कर्म करने लग जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। रेप हत्या आदि बुरे कर्म लोग कर रहे हैं। आप अपने आसपास देख सकते हैं कि कितने अपराध हो रहे हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।
चारों वर्णों के लोग शूद्रों के समान हो जायेंगे
दोस्तों यह बात पूरी तरह से सच हो रही है। दोस्तों शूद्र का मतलब किसी जाति से नहीं है। शुद्र का मतलब होता है बुरे कर्म करने वाला इंसान । और यह कहा गया है कि कलयुग के अंदर चारों वर्ण शुद्र के समान हो जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और आप इस बात को समझ सकते हैं। मतलब यही है कि कि सारे वर्ण बुरे कर्म करने वाले बन जाएंगे । कोई भी अच्छा कर्म करने वाला नहीं रहेगा । इस तरह से कलयुग के अंदर बहुत ही बुराई बढ़ जाएगी ।
नेचर उत्पात मचाएगी
इसके अलावा कलयुग के बारे मे यह कहा गया है कि इस समय नेचर काफी अधिक उत्पात मचाना शूरू कर देगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । मतलब यही है कि नेचर के अंदर कभी आंधी आएगी । कभी तूफान आएगा कभी अधिक वर्षा होगी और भूकंप आएगा । मतलब इस तरह की तबाही आती रहेगी ।
इस तरह की तबाही की वजह से इंसान काफी अधिक दुखी हो जाएंगे । लेकिन इस प्रकार की तबाही का कोई इलाज नहीं होगा । तो इंसानों को दूख भोगना ही होगा ।
कलयुग के राजा होंगे बहुत बुरे
दोस्तों कलयुग के राजाओं के बारे मे यह कहा गया है कि कलयुग के राजा बहुत अधिक बुरे होंगे । राजा बनने का कोई नियम नहीं होगा । और जो अधिक बलवान होगा राजा बन जाएगा । और प्रजा पर अत्याचार करना शूरू कर देगा । यह आप देख सकते हैं। देश के अंदर घटित हो रहा है। अधिकतर ताकतवर लोग काफी बुरे किस्म के हैं। और यह राजा प्रजा की महिलाओं को उठा लेंगे । और इससे डरकर प्रजा जंगलों के अंदर भाग जाएगी । या फिर छिप जाएगी । और कंद मूल खाकर अपना गुजारा करेगी ।
और यह राजा तो कुछ इस प्रकार के होंगे कि जैसे लुटेरा करते हैं यह सब उसी प्रकार से करेंगे ।
ठीक से न्याय नहीं मिलेगा
दोस्तों कहा गया है कि कलयुग के अंदर गरीब को न्याय नहीं मिलेगा । और जो अधिक धन को खर्च करने मे समर्थ होगा वह सब कुछ अपने वश मे करलेगा । और आजकल आप यह देख सकते हैं कि जो अधिक गरीब है उसको न्याय नहीं मिल पा रहा है। और अमीर कुछ भी कर पा रहे हैं। तो यह एक तरह से घोर कलयुग के बारे मे संकेत देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
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