टायर के 7 प्रकार क्या आप जानते हैं नहीं तो पढ़े

टायर के  प्रकार के बारे मे तो आप जानते ही होंगे और आपके घर के अंदर बाइक या कार तो अवश्य ही होगी और आपने कई प्रकार के टायर का यूज भी किया होगा । दोस्तों टायर कई प्रकार के होते हैं। और आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार टायर को सलेक्ट करना होता है। ‌‌‌जैसे यदि आपको किसी पथरीली जगह पर गाड़ी चलानी है तो एक अलग प्रकार के टायर की आवश्यकता होगी । इसी तरीके से यदि आपको किसी रेतिली भूमी के उपर गाड़ी चलानी है तो आपको अलग प्रकार के बनावट के टायर की आवश्यकता होगी । कुछ टायर भारी होते हैं। जबकि कुछ बहुत हल्के भी होते हैं।

‌‌‌आपने साइकिल के भी कई प्रकार के टायर को देखा होगा । कुछ साइकिल के टायर एकदम से पतले होते हैं जो उनको अधिक तेज दौड़ने मे मदद करते हैं। इसके अलावा कुछ साइकलों के टायर मोटे होते हैं। जोकि उनको कच्चे रस्तों पर अच्छे से चलने मे मदद करते हैं। ‌‌‌यदि आप बाइक चलाते हैं तो आपको अपनी आवश्कता के अनुसार टायर का चुनाव करना चाहिए । ‌‌‌आइए जानते हैं टायर के विभिन्न प्रकारों के बारे मे ।

1.Standard tyres मानक टायर

दोस्तों जब आप कार और बाइक खरीदते हैं तो उसके साथ जो टायर आते हैं।उनको मानक टायर के नाम से जाना जाता है।यह कम्पनी ही आपको देती है।आमतौर पर यह टायर कम्पनी के द्वारा परीक्षण करने के बाद ही बाइक या कार के अंदर लगाए जाते हैं। इनके अंदर कई पैरामिटर को ध्यान मे रखा जाता है। ‌‌‌और इसका विश्वसनियता गुणांक उच्च होता है। Standard tyres ‌‌‌काफी सस्ते पड़ते हैं ।और इस वजह से यह आपकी जेब पर अतिरिक्त खर्चा नहीं डालते हैं। लेकिन बाइक या कार के साथ आने वाले इन टायरों की गुणवता उतनी अच्छी नहीं होती है।

2.Touring tyres

‌‌‌यह काफी आरामदायक टायर होते हैं और चलने के दौरान शौर भी कम करते हैं। यह अधिकतर विआईपी लोगों की पसंद होते हैं। इन टायरों का प्रयोग अक्सर परिवार के साथ यात्रा करने के लिए किया जाता है।यह ड्राईविंग के लिए भी काफी आरामदायक होते हैं। ‌‌‌इनको बनाने के लिए एक विशेष पेटर्न का यूज किया जाता है। ‌‌‌हालांकि यह परम्परागत टायर से काफी महंगे होते हैं।

3.Sporty tyres

इन टायरों को Performance Tyres के नाम से भी जाना जाता है।इनको ग्रिप मे सुधार के लिए बनाया गया है।यह नरम रबर से बने होते हैं। और गिले और शुष्क मौसम के अंदर यह बेहतर तरीके से काम करते हैं।यह स्पोर्ट कार और बाइक के अंदर हेंडलिंग क्षमता को बढ़ाते हैं। ‌‌‌स्पोर्ट कार और बाइक के अंदर यही टायरों का प्रयोग किया जाता है। यह उच्च गति के साथ साथ शौर भी अधिक पैदा करते हैं। एक आम कार या बाइक के लिए यह टायर उपयोगी नहीं होते हैं। ‌‌‌अक्सर आप जो कार या बाइक की रेस देखते हैं।उनके अंदर स्पोर्टस टायर का प्रयोग किया जाता है।

4.High Speed tyres

दोस्तों जब आप बाजार से कोई टायर खरीदते हैं तो उस टायर के उपर स्पीड भी अंकित होता है। यह लिखा होता है कि यह टायर कितनी स्पीड की बाइक के लिए सही रहेगा । यदि  किसी टायर पर 120k/hलिखा है और आप उसे 300k/h  की बाइक के अंदर लगा लेते हैं तो यह टायर फट सकता है। ‌‌‌यदि आपकी बाइक की स्पीड अधिक है तो आपको एक उच्च गति को सहन करने वाले टायर की आवश्यकता होगी । जो उच्च गति के कारण पैदा होने वाले बलों और तापमान को आसानी से सहन कर सके । ‌‌‌कई स्पोर्ट कारों के अंदर इस प्रकार के टायरों का प्रयोग किया जाता है। ‌‌‌यह टायर काफी मजबूत बना जाते हैं ताकि उच्च गति को आसानी से सहन कर सकें । हालांकि इस प्रकार के भारी मूल्यों के टायरों का अपनी कार या बाइक के अंदर तभी प्रयोग करना चाहिए जब आपको इनकी आवश्यकता हो ।

‌‌‌भारत के अंदर भी कुछ उच्च गति वाले टायर उपलब्ध हैं।

‌‌‌स्पीड सिंबल     max speed

  • Q =    160
  • S  =  180
  • T =   190
  • H =   210
  • V =   240
  • W =  270

5. Eco-friendly Tyres

दोस्तों आजकल प्रदूषण बहुत अधिक बढ़ गया है। इसके अलावा इंधन की खपत को भी कम करना बेहद आवश्यक है। भारत के अंदर वैसे भी प्रेट्रोल और डीजल विदेशों से आयात होता है। इस वजह से यह काफी महंगा होता है।  Eco-friendly Tyres ‌‌‌जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह पर्यावरण के प्रति अनुकूलित होता है।कम रोलिंग  प्रतिरोध और कम घर्षण नुकसान इसमे होता है।यदि आप ईंधन खर्च को कम करना चाहते हैं तो आपको इस प्रकार के टायर का यूज करना चाहिए । आमतौर पर टायर भारी होते हैं तो उनको आगे चलाने के लिए ईंजन को अधिक उर्जा की ‌‌‌आवश्यकता होती है। और जिससे ईंधन अधिक खर्च होता है।

6.Run Flat tyres

यह टायर पेंचर होने के बाद भी कार को लगभग 80 किलोमिटर तक ले जा सकते हैं। दोस्तों कई बार क्या होता है कि हमारी कार पेंचर हो जाती है। और हम किसी ऐसी जगह पर होते हैं जहां पर  पेंचर को निकालने वाली कोई शॉप नहीं होती है। ऐसी स्थिति के अंदर यह टायर आपकी मदद कर सकते हैं। ‌‌‌यह टायर इस प्रकार से डिजाइन किये जाते हैं कि यदि पेंचर हो जाते हैं तो भी आपकी कार को सैफ रख सकते हैं। दोस्तों अक्सर कार के पंचर होने पर उसके टायर के अंदर हीट पैदा होती है। और जिससे आपका टायर और टयूब पूरी तरह से खराब हो सकता है। ‌‌‌भारत एक ऐसा देश है जहां पर कोई भी रोड़ अच्छी नहीं है। अधिकतर रोड़ों पर गढडे बने हुए हैं। ऐसी स्थिति के अंदर एक आम टायर बहुत ही जल्दी खराब हो जाता है। और वह जल्दी पेंचर भी हो जाता है। जिससे आपको पेंचर पर काफी पैसा खर्च करना पड़ता है। लेकिन यह टायर आसानी से पेंचर नहीं होते हैं। ‌‌‌और जल्दी खराब भी नहीं होते हैं।

7.SUV/ MUV Tyres

यह टायर आमतौर पर यूटिलिटी व्हीकल पर पाए जाते हैं, जो अक्सर बदलती सतहों जैसे कि टरमैक, डर्ट रोड, रेत, मिट्टी, नदियाँ, चट्टानी इलाक़े आदि पर चलते हैं, जैसे ऑफ-रोड टायर, A / T टायर्स के टायर के चलने पर चंकी लग्स होते हैं। ‌‌‌यह काफी अच्छे रबर से बने होते हैं और शौर भी कम करते हैं।इसके अलावा यह अधिक टिकाउ भी होते हैं। दोस्तों भारत के अंदर कई सड़कों पर गढ़े होते हैं। इसके अलावा पत्थरीली सतह पर चलने के लिए यह टायर सबसे उपयोगी होते हैं।

‌‌‌आमतौर पर यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि कार या किसी भी वहान के अंदर आप जो टायर प्रयोग कर रहे हैं वे एक ही ब्रांड के होने चाहिए और एक ही प्रकार के होने चाहिए । यदि आप अलग अलग प्रकार के टायर कार के अंदर डलवा लेते हैं तो यह काफी खतरनाक हो सकता है। और उच्च गति के अंदर संतुलन को प्रभावित कर सकता है। 

टायर के प्रकार कुछ अन्य

दोस्तों अब तक हमने टायर के प्रकार के बारे मे पढ़ा लेकिन टायर सिर्फ इतने ही प्रकार के नहीं होते हैं। वरन यह कई और प्रकार के भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं टायर के कुछ अन्य प्रकारों के बारे मे भी ।

WINTER TYRES

यह टायर अधिकतर सर्दियों के लिए बनाए जाते हैं। यह ऐसे स्थानों के लिए काफी उपयोगी हैं। जहां पर बर्फ पड़ती है और ठंड अध्कि रहती है। इन टायरस को इस प्रकार से डिजाइन किया जाता है कि यह अधिक सर्दी के अंदर भी खुद को नर्म रखते हैं और बर्फ पर अपनी पकड़ को बनाए रखते हैं। हालांकि गर्म ‌‌‌मौसम के लिए यह टायर उपयोगी नहीं हैं।

समर टायर्स

इन टायर्स को गर्मी के टायर भी कहा जाता है। यह गर्मी को अधिक सहन करने मे सक्षम होते हैं।7 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान में सामना करने के लिए अनुकूलित हैं। उनके पास स्थिरता और पकड़ बढ़ाने के लिए एक नरम रबर यौगिक है और वे एक चलने वाले पैटर्न को स्पोर्ट करते हैं । ‌‌‌गर्मी के टायरों की सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनका प्रयोग आप सर्दी के अंदर भी कर सकते हैं। यह सर्दी मे भी अच्छा ‌‌‌पर्दशन करते हैं।

सभी सीज़न टायर्स

सभी सीज़न टायर्स सबसे बेस्ट हैं। दोस्तों यदि आपके पास गर्मी और सर्दी के अंदर अलग अलग टायर खरीदने के पैसे नहीं हैं तो आपको यह सभी सीज़न टायर्स का प्रयोग करना चाहिए । इन टायर को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यह सभी सीजन के अंदर अच्छा रिजेलट देते हैं। ‌‌‌इनको खरीदने का एक और फायदा यह है कि इनको खरीदने के बाद आपको अलग अलग टायरस के लिए पैसे नहीं देने होंगे । ‌‌‌यह टायर के प्रकार मे से सबसे बेहतरीन हैं।

‌‌‌ते दोस्तों टायर के प्रकार के बारे मे आप जान ही चुके हैं। लेकिन आपको बतादें कि इनके अलावा भी विभिन्न टायरों को विभिन्न आधारों पर बांटा जा सकता है। मतलब टायर का यह कोई सर्वमान्य वर्गीकरण नहीं है। जैसे कोई टायर को बजट के आधार पर बांट सकता है। तो टायरों को उनकी क्वालिटी के आधार पर भी बांटा ‌‌‌जा सकता है। इसके अलावा टायर के अंदर प्रयोग किये जाने वाले मटैरियल के आधार पर भी टायर को बांटा जा सकता है।

टायर खरीदते समय सावधानियां

यदि आप कार या बाइक का टायर खरीद रहे हैं , तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होता है। जैसे कि टायर आप किस कंपनी का खरीद रहे हैं , भारत के अंदर कई सारी ऐसी कंपनी हैं , जिनका टायर आपको मिल जाएगा , जोकि काफी सस्ता होता है। वहीं पर महंगी टायर वाली कंपनियां भी होती हैं। हम आपको यही सजेशन देना चाहेंगे कि आप एक अच्छी कंपनी का टायर खरीदें ताकि लंबे समय तक वह चल सके । यदि आप कम पैसों वाला हल्का टायर खरीदेंगे , तो वह जल्दी ही खराब हो जाएगा , और आपके लिए फिर से पैसा खर्च करने का समय आ जाएगा । टायर खरीद रहे हैं , तो उसका पक्का बिल भी आपको लेने की जरूरत होती है।

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This post was last modified on February 16, 2024

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