तो दोस्तों आइए जानते हैं कि पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है?पीपल का पेड़ लगाने के फायदे , दोस्तों पीपल का पेड़ लगाने के कई फायदे होते हैं। इस लेख के अंदर हम पीपल के पेड़ के फायदों के बारे मे बात करेंगे । दोस्तों पीपल के पेड़ को हिंदु धर्म के अंदर काफी महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। और यह माना जाता है कि पीपल के अंदर देवताओं और आत्माओं दोनों का वास होता है। यदि पीपल के पेड़ की कोई पूजा करता है तो उसके सम्पूर्ण मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इसलिए तो आपने देखा होगा की हिंदु धर्म के अंदर कई लोग पीपल की पूजा करते हैं। और उस पर जल चढ़ाने के लिए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि पीपल का पेड़ इंसान के कष्टों को काटता है। और उसके जीवन के अंदर खुशहाली लेकर आता है। इसके अलावा यदि किसी को ग्रह दोष वैगरह होता है तो वह भी पीपल के पेड़ की पूजा करने से शांत हो जाता है। क्योंकि पीपल के पेड़ के अंदर नव ग्रह और त्री देवों का वास माना गया है।
पीपल आमतौर पर भारत, नेपाल, श्री लंका, चीन और इंडोनेशिया में पाया जाने वाला बरगद, या गूलर की जाति का पेड़ होता है।इसके पुष्प भी गुप्त रहते हैं।पीपल का पेड़ लाखों सालों तक जिंदा रह सकते हैं। कई पेड़ आप खुद भी देखते हैं जो हजारों सालों से जिंदा हैं। वैसे पीपल की पतियां जानवरों क चारे के रूप मे उपयोग होती हैं। इसके अलावा पीपल का प्रयोग पीलिया, रतौंधी, मलेरिया, खाँसी और दमा तथा सर्दी और सिर दर्द के उपचार के अंदर दवाओं को बनाने मे भी किया जाता है।
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पीपल का पेड़ लगाने के फायदे पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है
दोस्तों आप यदि कोई पीपल का पेड़ लगाने जा रहे हैं तो आपके मन के अंदर पहला सवाल यही आता होगा कि पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है। यदि हम किसी दूसरे पेड़ को लगाते हैं तो क्या उतना ही फायदा होगा ? इसके अलावा आपके मन मे यह भी आता होगा की पीपल के पेड़ को लगाना महत्वपूर्ण क्यों माना गया है? तो दोस्तों नीचे हम आपको पीपल के पेड़ लगाने के वैज्ञानिक और धार्मिक फायदों के बारे मे विस्तार से बताने वाले हैं।
पीपल का पेड़ लगाने के फायदे आपको शानदार छांया मिलती है
दोस्तों पीपल के पेड़ की छांया काफी शानदार होती है। यदि आप इसको अपने खेत या घर के अंदर लगाते हैं तो यह आपको शानदार छाया देता है। वैसे बहुत कम पेड़ ऐसे होते हैं। जोकि आपको शानदार छांया देते हों । यदि आप इसको खेत के अंदर लगा रखे हैं तो दोपहर के अंदर आप आसानी से इसके नीचे आराम कर सकते हैं। आपको बिल्कुल गर्मी भी नहीं लगेगी । कुल मिलाकर यह आपको एक अच्छा एहसास देगा ।
ताजी हवा देता है
दोस्तों रिसर्च के अंदर साफ हो चुका है कि पीपल का पेड़ यदि आप घर के अंदर या कहीं पर भी लगाते हैं तो उसके नीचे आराम करने वाले या बैठने वाले इंसानों को एकदम से ताजी हवा मिलती है। पीपल के पतों के अंदर विशेष प्रकार के रसायन होते हैं। जोकि हवा मे मौजूद बैक्टिरिया को मारते हैं। यदि आपने पीपल के पेड़ को घर के अंदर लगाया है तो आप इसके नीचे आराम कर सकते हैं। और शुद्व हवा का मजा ले सकते हैं।
पीपल का पेड़ लगाने के फायदे नरक गमन से छूटकारा
दोस्तों शास्त्रों के अंदर लिखा हुआ मिलता है कि बरगद ईमली और आंवले व पीपल का पेड़ लगाने से इंसान को नरक नहीं जाना पड़ता है। कुछ लोग इस मान्यता को मानते भी हैं। सो धार्मिक मान्यता यही है कि लोग नरक से बचने के लिए पीपल का पेड़ लगाते हैं।
सदगति मिलती है
भविष्य पुराण के अंदर यह भी लिखा हुआ मिलता है कि पीपल के तीन पेड़ लगाने से इंसान को सदगति मिलती है। जो इंसान अपने जीवन काल के अंदर पीपल के तीन पेड़ को लगाकर उनको पाल पोष कर बड़ा कर देता है।उसे मरने के बाद किसी प्रकार का कष्ट सहन नहीं करना पड़ता है। वरन उसकी सदगति हो जाति है।
असंख्य जीव-जन्तुओं के जीवन का उद्धार
यदि आप एक पीपल का पेड़ लगाते हैं या कोई और पेड़ लगाते हैं तो इससे असंख्य जीव-जन्तुओं के जीवन का उद्धार होता है। आपके द्वारा लगाए गए पेड़ के उपर आकर वे बैठते हैं और भोजन वैगरह करते हैं। आराम करते हैं तो उन सब का फल आपको ही मिलता है। इसी लिए हिंदु धर्म के अंदर कहा गया है कि इंसान को अपनी जिंदगी के अंदर एक पेड़ तो कम से कम अवश्य ही लगाना चाहिए।
पुण्य की प्राप्ति
पद्म पुराण के अनुसार यदि कोई व्यक्ति तालाब और किसी बावड़ी के निकट एक पीपल का पेड़ लगाता है तो उसे हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य प्राप्त होता है। इसके अलावा पीपल का पेड़ लगाना 100 गायों को दान देने के बराबर होता है।सही बात तो यह है कि यदि आप एक पीपल का पेड़ लगाते हैं तो वह हजारों सालों तक खड़ा रहता है। और इतने सालों के अंदर न जाने कितने जीव और जंतू उस पेड़ का भोजन ग्रहण करते हैं और उस पर आराम करते हैं। उन सब के पुण्य का फल आपको ही मिलता है।
pipal par jal chadane ke 20 fayde धार्मिक व वैज्ञानिक लाभ
24 घंटे ऑक्सिजन देना
दोस्तों पीपल का पेड़ एक ऐसा पेड़ है जो आपको 24 घंटे ऑक्सीजन देता है। यह आपकी दिन और रात सेवा करता है। यदि कोई जीव भी उस पेड़ पर आकर बैठता है तो उसे ऑक्सीजन मिलती है।भले ही वह रात के अंदर बैठता हो । कम से कम दिन और रात मे ताजा ऑक्सीजन देना भी इसका बड़ा फायदा है। यदि आप एक पीपल का पेड़ लगाते हैं तो यह करोड़ों जीवों का भला कर सकता है।
10 पुत्रों के यश जैसा पुण्य
दोस्तों पुराणों के अंदर यह कहा गया है कि यदि आप एक पीपल का पेड़ लगाते हैं। और उसे पाल पोष के बड़ा करते हैं तो आपको 10 पुत्रों के यश के समान पुण्य मिलता है। पुराणों मे पेड़ों को संतान के रूप मे माना गया है। और कहा गया है कि आप जिस तरीके से अपनी संतानों को पालपोष के बड़ा करते हैं। उसी तरीके से आपको पेड़ पौधों को भी बड़ा करना चाहिए।
व्यक्ति दीर्घायु होता है
शास्त्रों के अंदर यह बताया गया है कि यदि आप पीपल का पेड़ लगाते हैं तो आपकी आयु लंबी हो जाती है। मतलब आप अपनी सम्पूर्ण आयु लेकर मरते हैं। जिस तरीके से कुछ लोग अकाल मौत के शिकार हो जाते हैं वैसा नहीं होता है। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि अकाल मौत से बचने के लिए आप पीपल का पेड़ लगा सकते हैं। वैसे भी पीपल की उम्र अधिक लंबी होती है। और इसका पुण्य लगाने वाले को मिलता है।
देवी-देवता प्रसन्न होते हैं
दोस्तों पुराणों के अंदर यह बताया गया है कि पीपल के पेड़ मे देवी देवताओं का निवास होता है। और यदि आप एक पीपल का पेड़ लगाते हैं तो एक तरह से आप देवी देवता का निवास स्थान को बनाते हैं। और जिससे देवता प्रसन्न होते हैं और आपके कार्य को सिद्व करते हैं।
पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है कष्टों से राहत
धर्म ग्रंथों के अंदर यह बताया गया है कि यदि किसी व्यक्ति के जीवन के अंदर बहुत अधिक कष्ट आते हैं तो उसे पीपल का पेड़ लगाना चाहिए और उसकी सेवा करनी चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके जीवन के अंदर आने वाले कष्टों का नास होता है।
धन समद्वि मे सहायक
एक कथा के अनुसार पीपल के पेड़ के अंदर लक्ष्मी जी का भी वास होता है। और यदि आप पीपल का एक पेड़ लगाते हैं तो आपको धन और सम्रद्वि मिलती है। क्योंकि आप पीपल के पेड़ को जल चढ़ाते हैं । ऐसी स्थिति के अंदर आपको वो सारे लाभ मिलते हैं जोकि एक पीपल पर जल चढ़ाने से मिलते हैं। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के बारे मे हम आपको एक अन्य लेख के अंदर बता चुके हैं। नीचे उसका लिंक दिया है। आप उस पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं।
पीपल के पेड़ के आयुर्वेदिक फायदे और पीपल के पेड़ के फायदे
दोस्तों अब तक हमने यह जाना की पीपल के पेड़ को लगाने से कौन कौन से फायदे होते हैं। इस संबंध मे आपको हमारा लेख पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के फायदे भी पढ़ लेना चाहिए । वे सभी फायदे जो पीपल को जल चढ़ाने से मिलते हैं। वे ही फायदे आपको पीपल का पेड़ लगाने और उसकी सेवा करने पर मिलेंगे ।अब लेख के अंदर हम आपको पीपल के कुछ अन्य फायदे भी बता देते हैं। एक तरह से पीपल का यूज कहां पर होता है? और पीपल किन जगहों पर किस रूप मे काम आता है। इस बारे मे भी हम विस्तार से चर्चा करने वाले हैं।
पीपल का पेड़ लगाने के फायदे सांस की समस्या को दूर करता है
पीपल के पेड़ का यह बड़ा आयुर्वेदिक फायदा यह है कि यदि किसी को सांस की समस्या होती है। तो वह पीपल के पेड़ की छाल का अंदरूनी हिस्सा निकाल कर इसको सूखाकर खाने से सांस से जुड़ी बीमारी ठीक हो जाती है। आयुर्वेद के अंदर यह नुस्का यूज होता है। पीपल के पतों को दूध के अंदर उबाल कर पीना चाहिए । ऐसा करने से सांस से दमा जैसी समस्या से नीजात मिलती है।
पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है दांतों की समस्या को दूर करने मे
दोस्तों दांतों की समस्या को दूर करने मे भी पीपल का यूज किया जाता है।दांतों मे दर्द की समस्या हो या फिर मसूड़ों के अंदर सूजन हो ।पीपल की छाल कत्थ और काली मिर्च को मिलाकर मंजन बनाया जाता है। और वह मंजन करने से दांतों मे हर प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं। वैसे आजकल हम सभी कोलगेट का प्रयोग करते हैं जो किसी भी द्रष्टी से फायदे मंद नहीं है। यदि आप चाहें तो दांतों पर मंजन के रूप मे पीपल का दांतून प्रयोग कर सकते हैं। यह नीम के दांतून की तरह होता है। जो आपके दांतों के अंदर मौजूद बैक्टिरिया को मारता है। और दांतों के दर्द को दूर करता है।
कब्ज और गैस के ईलाज के लिए
यदि किसी को कब्ज और गैस की समस्या रहती है तो इसके लिए भी पीपल का पेड़ फायदे मंद है।इसके लिए सबसे पहले कहीं से ताजे पीपल के पते लायें और उनका रस निकाल कर रखलें । अब उनको सुबह शाम पीने से कब्ज और गैस की समस्या नहीं रहती है।
पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है त्वचा की बीमारियों मे
पीपल के पेड़ के आयुर्वेदिक फायदों के अंदर यह त्वचा के रोगों को भी ठीक करता है। यदि किसी को किसी प्रकार की फोड़े या फूंसी हो जाती है। तो उसे त्वचा पर पीपल के पेड़ के पतों को पीस कर लगा लेना चाहिए । ऐसा करने से वह सब ठीक हो जाता है। खुजली , दाद होने पर पीपल के पतों का काढ़ा बनाकर पीने से लाभ मिलता है।
जहर उतारने मे उपयोगी
दोस्तों पीपल विष को उतारने मे भी काफी उपयोगी होता है।यदि किसी को कोई जहरीला जीव जंतु काट लेता है तो उस काटे गए स्थान को साफ करके पीपल के पते का रस लगाना चाहिए । ऐसा करने से जहर का असर कम होता है। और उसके बाद उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।
सर्दी जुकाम मे लाभकारी
पेपल के पेड़ सर्दी जुकाम के अंदर लाभकारी होता है। पीपल के पतों को पहले सुखा लें और उसके बाद मिसरी के साथ मिलाकर काढ़ा बनाएं और उसे पीए । ऐसा करने से जुकाम जल्दी ठीक हो जाता है। यह एक दवा की तरह काम करता है। कुछ लोगों को नजला जुकाम की शिकायत रहती है। जिन लोगों को नजला जुकाम होती है।वह जल्दी से जाती नहीं है। तो इसका भी एक समाधान है। कि सूखे हुए पीपल के पतों का चुर्ण बनालें और गुन गुने पानी के अंदर मिसरी और चूर्ण मिलाकर पीने से नजला जुकाम ठीक हो जाता है।
पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है घाव के उपचार मे
यदि किसी व्यक्ति कहीं पर चोट लग गई है तो उसके घाव पर पीपल के पतों को पीस कर लेप करना चाहिए । ऐसा करने से घाव सूखता है। और पीपल की छाल को पीस कर घाव पर लगाने से वह जल्दी भर जाता है। यह भी एक आयुर्वेदिक उपचार है।
त्वचा की झुर्रियों को कम करता है
यदि कोई व्यक्ति पीपल की जड़को पीस कर अपनी त्वचा की झुर्रियों पर उसका लेप करता है। तो यह काफी फायदे मंद होता है।यह एक क्रीम की तरह ही काम करता है। वैसे भी आजकल लोगों की उम्र काफी कम होती जा रही है। पहले इंसान आराम से 100 साल तक जिंदा रहा करते थे । लेकिन अब मात्र 34 साल के अंदर ही चहरे पर झुर्रियां दिखना शूरू हो जाती हैं। मतलब लोग समय से पहले बूढ़े हो रहे हैं। यदि आपके साथ ही ऐसा ही हो रहा है तो आप पीपल के पेड़ की जड़ों का पेस्ट बनाकर अपने चेहरे पर लपेट सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
पीपल के पते एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। इस वजह से जब आप इनको चबाते हैं तो यह आपके दिमाग को शांत करते हैं और तनाव को कम करने का काम करते हैं। पतों को चबाने से बढ़ती उम्र का प्रभाव भी कम हो जाता है।
फटी एड़ियों के ईलाज के लिए
यदि आपकी एड़ियां फटने की समस्या रहती है तो आप पीपल के पतों को पीसकर उनका रस फटी एड़ियों पर लगा सकते हैं। ऐसा करने से कुछ ही दिनों के अंदर आपकी एड़ियां ठीक हो जाएंगी । यह वासलीन क्रीम की भांति काम करता है।
पीलिया के ईलाज के लिए
पीपल के पतों का प्रयोग पीलिया के ईलाज के लिए भी किया जाता है।इसके लिए सबसे पहले तीन चार पीपल के ताजे पत्ते लेकर आएं और उनको मिसरी के अंदर मिलाकर पीस लें और उनका शरबत बनाकर पीयें आपको अवश्य ही लाभ होगा ।
हकलाने की समस्या
दोस्तों कुछ लोगों को हकलाने की समस्या होती है। यदि आपको भी इस प्रकार की समस्या है या आप के किस जानकार को इस प्रकार की समस्या है तो पीपल के फल को सूखाकर उनको शहद के साथ मिलाकर खाने से हकलाने की समस्या दूर होती है।
पेट दर्द के लिए आराम
यदि किसी को पेट दर्द की शिकायत हो तो सबसे पहले पीपल की ताजा पतियों का पेस्ट बनाएं और उसके बाद उसके अंदर गुड़ मिलाकर छोटी गोलियां बना लें दिन मे 3 बार सेवन करें । ऐसा करने से पेट दर्द के अंदर अवश्य ही आराम मिलेगा ।
खून को शुद्व करने मे
सबसे पहले पीपल के बीज का पाउडर बनाएं और फिर शहद के अंदर उसे मिलाकर सुबह और शाम सेवन करें । ऐसा करने से रक्त के अंदर मौजूद हर प्रकार की आशुद्वता दूर हो जाती है।
नपुंसकता के ईलाज के लिए
दोस्तों पीपल के पेड़ का प्रयोग नपुंसकता के उपचार के लिए भी किया जाता है। नपुंसकता को दूर करने के लिए सबसे पहले पीपल के पेड़ के फल का पाउडर बनाएं और उसके बाद उसे रोजाना दिन मे दो बार सेवन करें । ऐसा करने से नपुंसकता दूर हो जाती है।
इसके अलावा बांझपन को दूर करने का एक तरीका यह भी है कि आप कई बार जब पीपल के पेड़ के पास से जाते हो तो उसकी जटाओं को देखते हो । वैज्ञानिकों का यह मानना है कि इनके अंदर बांझपन को दूर करने की क्षमता होती है। जिस व्यक्ति को बांझपन की समस्या हो उसे कुछ जटाएं काट लेनी चाहिए और उसे घर लाकर काढा बनाकर पीना चाहिए । ऐसा कुछ समय तक करने से बांझपन दूर हो जाता है। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना यह सब ना करें ।
आंखों मे दर्द के ईलाज के लिए
कई बार आंखों मे किसी कारण वश दर्द होता है।यदि आपकी आंखों के अंदर कोई फुंसी हो रही है जिसकी वजह से दर्द हो रहा है तो पीपल की पतियों का दूध निकालकर आंखों मे लगाने से दर्द दूर हो जाता है।
दस्त को रोकने मे उपयोगी
पीपल के तने बीज और चीनी को आपस मे मिलाकर मिक्स करलें और इस दवा को दिन के अंदर तीन से चार बार सेवन करें । ऐसा करने से खूनी दस्त बंद हो जाएंगी । यदि आप दस्त के अंदर आप इसका प्रयोग करते हैं तो भी यह उपयोगी है।
दिल के रोंगों को दूर करने के लिए
दिल के रोगों को दूर करने के लिए भी पीपल का प्रयोग किया जाता है। यह दिल के रोगों के लिए कई तरीके से फायदे मंद होता है। दिल के रोगों को दूर करने के लिए सबसे पहले किसी पीपल के पेड़ की कुछ ताजा पतियां तोड़ लाएं । जितनी आप दवा बनाना चाहते हैं।उसके बाद इन पतियों को एक देकची के अंदर पानी डाल कर अच्छी तरीके से उबाल लेवें ।उसके बाद ठंडा होने के बाद इसे छान लेंवें और हर तीन घंटे के अंदर इस खुराक को लेते रहें । यदि किसी को हार्ट अटैक आया है तो यह उसके लिए भी फायदे मंद होगा अमरजेंसी मे मददगार होगा ।
पीपल के पेड़ के फायदे गठिया रोग के ईलाज मे
दोस्तों कुछ लोगों को गठिया की काफी बड़ी समस्या होती है। क्योंकि यह काफी दर्दनाक रोग होता है। पीपल की छाल से बने काढ़े को प्रतिदिन पीने से शरीर के अंदर एक सीरम यूरिक का लेवल कम होता है जो कि गठिया के रोग के उपचार मे काफी मदद करता है।
मासिक धर्म मे राहत
कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान बहुत अधिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति के अंदर कुछ महिलाओं की दशा काफी डेंजर होती है। यदि ईमली और पीपल की पेड़ की छाल से काढ़ा बनाकर पीया जाता है। तो मासिक धर्म की समस्याओं से कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
पीपल का पेड़ लगाने के फायदे नाक मे खून निकलने की समस्या
दोस्तों अक्सर गर्मी के दिनों के अंदर हम गर्म चीजों का सेवन अधिक करते हैं। और ऐसा करने से हमारे शरीर के अंदर गर्मी बढ़ जाती है। और ऐसी स्थिति के अंदर कई बार नाक से खून निकलने लग जाता है। इस खून को बंद करनें के लिए पीपल के पतों को पीस लें और उनका रस निकाल कर नाक के अंदर डालने से खून निकलना बंद हो जाता है।
मधुमेह के इलाज मे पीपल का प्रयोग
दोस्तों रक्त के अंदर शर्करा के स्तर के असंतुलन की वजह से मधुमेह रोग हो जाता है। यदि किसी को मधुमेह की समस्या है तो उसे पीपल ,अमरूद और आम के पते समान मात्रा के अंदर लेकर एक पेस्ट बनाएं और उसे खाने से रक्त के अंदर शर्करा के स्तर के अंदर सुधार होता है।
महिला बांझपन
दोस्तों पीपल का पेड़ महिला बांझपन का दूर करने मे भी काफी फायदे मंद होता है। जिन महिलाओं के अंदर गर्भधारण की समस्या है। उनको पीपल के पतों को गाय के ताजे दूध के अंदर उबालकर पीना चाहिए । ऐसा करने से महिलाओं का गर्भाश्य शुद्व होता है।
स्त्री गुप्त अंगों के रोग
गुप्त अंगों के अंदर ढीलापन , इन्फेक्सन रक्तस्त्राव की स्थिति के अंदर पीपल के पेड़ की छाल का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए । ऐसा करने के कुछ ही दिनों बाद आपके सामने अच्छे परिणाम आने शूरू हो जाएंगे।
पेट दर्द के अंदर पीपल के पतों का उपयोग
पेट दर्द की समस्या हो तो सबसे पहले तीन से चार हरे पीपल के पतों को पीस लेंवे और उसके बाद उनको गुड़ के साथ मिलाकर सेवन करने से पेट दर्द नहीं होता है। दोस्तों यदि आपको पेट दर्द की शिकायत रहती है तो यह नुस्का प्रयोग ले सकते हैं।
कामला रोग के उपचार मे
कभी कभी पित बहुत अधिक बनने लगता है। या बिल्कुल नहीं बनाता है। इसको कामला रोग कहा जाता है।ऐसी स्थिति के अंदर पीपल और लसूड़े के पत्तों को पीस कर छान कर और नमक मिलाकर रोगी को पीलाने से लाभ होता है।
दर्द से राहत देता है
दोस्तों कई बार गलती से कहीं पर चोट लग जाती है। और वह बहुत अधिक दर्द देती है। यदि ऐसा है तो पीपल के पत्तों का चूर्ण बनाकर गुड़ के साथ सेवन करने से राहत मिलती है। ऐसा एक सप्ताह तक कर सकते हैं। किसी अंदरूनी चोट की स्थिति के अंदर दर्द से भी यह राहत देता है।
सिर दर्द को दूर करने मे उपयोगी
पीपल की कौंपले 10 ग्राम और सेंधा नमक एक चौथाई ग्राम की लुगदी बनाकर सर दर्द वाले स्थान पर रगड़ते हैं तो सिर दर्द से आराम मिलता है। यह एक आयुर्वेदिक बाम की तरह ही काम करता है।
हैजे के उपचार मे पीपल का प्रयोग
पीपल की मदद से हैजे के उपचार की दवा भी तैयार की जाती है।इसके लिए पीपल के 2 पते सात लौंग और थोड़ा पानी लेकर इसको अच्छी तरीके से लुगदी बना लें और इसका सेवन करने से हैजे के लिए यह लाभदायक होता है।
पीपल की छाल सूजन को कम करती है
यदि किसी वजह से सूजन आ गई है तो पीपल की छाल की लुगदी बनाकर इसको पूर्ण देशी घी के अंदर मिलाकर इसको सूजन वाले स्थान पर लगाने से सूजन ठीक हो जाती है। यदि सूजन घाव के चारों ओर आ गई है तोपीपल की छाल की लुगदी बनाकर इसको घाव के चारों और लगाया जाना चाहिए।
खून के बहाव को रोकने मे
दोस्तों कई बार क्या होता है कि गलती से हमे चोट लग जाती है। और खून बहने लगता है। यदि खून नहीं रूकता है तो पीपल की छाल की लुगदी बनाकर खून बहने वाले स्थान पर इसको लगाने से खून बहना बंद हो जाता है।
नशे के प्रभाव को कम करने के लिए
पीपल का प्रयोग नशे का प्रभाव कम करने के लिए भी किया जाता है।इसके लिए पीपल की छाल का चूर्ण काली मिर्च और इन सबको घी के अंदर मिलाकर खाने से यह अफीम के नशे को कम करने का काम करता है। सांप काटने पर विष के प्रभाव को कम करने मे भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।
प्रमेह रोग के उपचार मे पीपल का प्रयोग
इसके लिए पीपल की छाल को 10 ग्राम लेना है। और उसके बाद 100 मिलिटिर पानी के अंदर धीमी आंच के अंदर पकाते हैं।जब एक चौथाई पानी रह जाता है तो फिर इसको छान लेते हैं। और बनाए गए काढे को सुबह शाम पीने से लाभ होता है।यह काढ़ा पित मे होने वाले प्रमेह के लिए महिलाओं के लिए लाभदायक होता है।पीपल की छाल और पानी का काढ़ा बनाकर पीने से भी प्रमेह के अंदर लाभ मिलता है।
पीपल का पेड़ लगाने के फायदे मुत्र की बिमारियों के लिए उपयोगी
बहुमुत्र की समस्यों के लिए भी पीपल का पेड़ काफी उपयोगी है।इस समस्या के लिए पीपल की छाल का उपर हिस्सा उतार कर उसे सूखा लेते हैं।उसके बाद इसको कूट कर छान लेते हैं। और उसके बाद इसे लगातार एक सप्ताह तक लेने से बहुमुत्र की समस्या से छूटकारा मिलता है।यह प्रयोग स्त्री के लिए विशेष लाभदायक होता है।
अनिंद्रा की समस्या को दूर करने मे
दोस्तों आज की भागादौड़ भरी जिंदगी के अंदर अनिंद्रा की समस्या सबसे आम बात है। और नींद नहीं आने से हमारा मूड उखड़ा उखड़ा रहता है।इस समस्या को दूर करने मे भी पीपल का प्रयोग किया जा सकता है।1 से दो ग्राम पीपल की लाख का चूर्ण को भैंस के दूध मे डालकर और उसके अंदर शक्कर मिलाकर रात को सोते समय पीलें । ऐसा करने से अनिंद्रा की समस्या दूर हो जाएगी और रात के अंदर अच्छी नींद आएगी ।यदि आपको भी नींद नहीं आने की समस्या है तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं
आपको बतादें की लाख से तैयार की गई कोई भी औषधी का सेवन गर्भवति महिला को सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि ऐसा करने से महिला का गर्भ नष्ट हो सकता है। इसी तरीके से लीवर के रोगियों को भी लाख से बनी औषधी का सेवन नहीं करना चाहिए।
दिमाग को तेज बनाने मे
पीपल के फायदे दिमाग को तेज करने मे भी काम करते हैं।पीपल का मुरबा स्मरण शक्ति को बढ़ाने का काम करता है।पीपल का मुरब्बा बनाने के लिए सबसे पहले 400 ग्राम पीपल की कौंपले लें और उसे 4 लीटर पानी के अंदर धीमी आंच पर पकाएं ।उसके बाद नीचे उतार कर इसे छान लेते हैं। फिर एक अन्य बर्तन के अंदर शुद्व पानी लेते हैं और उसके अंदर 2 किलो शक्कर मिलाकर आंच मे पकाते हैं। उसके बाद जब चाश्नी तैयार हो जाती है तो इसे नीचे उतार कर पीपल की लुगदी मिला देते हैं। जो हमने पहले बनाई थी।यही पीपल का मुरब्बा है। अब आप इसको सुबह शाम दूध के साथ 25 ग्राम सेवन करते रहें ।
कमर दर्द से राहत
पीपल के फलों से बना हलुआ महिलों के कमर दर्द को कम करने मे मददगार होता है।इसके लिए सबसे पहले पीपल के फलों को सूखा लिया जाता है। और उनको सूखाने के बाद कूट छान लेते हैं।उसके बाद पीस लेते हैं। इसके एक चौथाई भाग का अश्वगंधा चूर्ण इसमे मिला देते हैं।उसके बाद इसको हलवा की तरह बना लेते हैं। इसके अंदर घी और पानी भी डाला जाता है।यह विभिन्न रोगों के लिए हितकारी और बलर्वधक होता है।
दिमाग के विकारों मे उपयोग
पीपल की मदद से चाय भी बनाई जा सकती है जो दिमाग से जुड़े विकारों को दूर करने का काम करती है।पीपल की ताजी छाल लेकर इसको छांया के अंदर सूखा लेते हैं। और जब छाल सूख जाती है तो इसको कूट लेते हैं।और उसको चाय की जगह यूज ले सकते हैं।
दोस्तों आप जान ही चुके हैं कि पीपल का पेड़ लगाने से क्या फायदा होता है?
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This post was last modified on July 15, 2019