Mutual funds के जरिये आप Stock market या इक्विटी के अंदर पैसे लगा सकते हैं। लेकिन यदि आप किसी सलाहकार की सलाह लेते हैं तो वह आपको केवल इक्विटी के अंदर पैसा लगाने की सलाह देगा । यदि आपको बाजार का नॉलेज नहीं है और आप market पर नजर नहीं रख पाते हैं तो आपको Stock market मे पैसे नहीं लगाने चाहिए । आपको तब sip के अंदर पैसे लगाने चाहिए । यह long term अच्छा फायदा देती है। अब आइए जानते हैं। एक सही Mutual funds का चुनाव करते समय किन किन चीजों का ध्यान रखा जाना चाहिए ताकि आपको किसी प्रकार की हानि ना उठानी पड़े । वैसे Stock market के अंदर कई सारे Mutual funds हैं लेकिन अच्छा funds हमेशा अच्छे रिटर्न देने की संभावना होती है।
-
Table of Contents
अपने निवेश की अवधि तय करें Set your investment period
सबसे पहले तो आपको यह तय करना होगा कि आप कितने समय तक निवेश करना चाहते हैं। आप कम समय तक निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग Mutual funds होंगे । यदि आप लम्बी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग Mutual funds होंगे । यदि आपको 1 साल या 2 साल के लिए निवेश करना है । तो आप डेट फंड या लिक्विड चुन सकते हैं। लेकिन यदि आप 5 से 10 साल के लिए निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड ज्यादा अच्छा रहता है।
-
जोखिम तय करना Deciding to risk
यदि आपने निवेश की अवधि तो तय करली लेकिन आपको यह भी तय करना होगा कि आप कितना जोखिम ले सकते हैं। यदि आप ज्यादा रिटर्न चाहते हैं तो आपको ज्यादा जोखिम लेना होगा । और यदि आप कम रिटर्न चाहते हैं तो आपको कम जोखिम लेना होगा ।यदि आप जोखिम और रिटर्न को संतुलित करना चाहते हैं तो फिर आपको वैसे ही प्रकार के फंड का चुनाव करना होगा । जिसके अंदर रिटर्न और जोखिम का संतुलन रहता हो ।
-
फंड के पूर्व प्रदर्शन को देखना चाहिए Pre-performance of funds should be seen
जब भी आप कोई Mutual funds खरीदे उसके पूर्व प्रदर्शन को अवश्य ही देखें । कुछ Mutual funds ऐसे होते हैं । जिनके अंदर काफी ज्यादा उतार चढ़ाव आता है। जबकि कुछ ऐसे भी होते हैं। जिनके अंदर कोई खास उतार चढ़ाव नहीं आता है। आप किसी funds के अंदर पैसा निवेश करना चाहते हैं।ग्राफ को देखकर यह तय कर सकते है। वैसे इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जिस फंड ने अब तक बेहतर पफोर्म किया है। वह आगे भी अच्छा पफोर्म करेगा । लेकिन ग्राफ देखने से आपको एक आइडिया मिल जाता है।
-
फंड हाउस और फंड मैनेजर को चैक करना Cheque to fund House and fund manager
-
खर्चों की भी जांच करें Check expenses also
आप जिस भी फंड के अंदर निवेश करने जा रहे हैं। उसके अंदर खर्चों को अवश्य ही देख लेना चाहिए । क्योंकि खर्चों की वजह से आपका लाभ कम हो सकता है। मुख्य रूप से इन खार्चों के अंदर एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज आते हैं। अधिकतर कम्पनियां इंट्री लोड नहीं लेती हैं। लेकिन तय सीमा से पहले पैसे निकालने पर 3 प्रतिशत तक एक्जिट लोड चार्ज किया जाता है। यदि यह ज्यादा होता है तो आपका लाभ कम हो जाता है। एक्सपेंस रेश्यो भी आपको देख लेना चाहिए 1.5% तक एक्सपेंस रेश्यो सही रहता है। लेकिन यदि यह अधिक है तो वहां से फंड बाइ ना करें ।
अंत मे हम आपको यही कहना चाहेंगे कि आप जिस भी स्कीम के अंदर निवेश करने का मन बना रहे हैं। उसके बारे मे अलग अलग जगहों पर अच्छी तरह से पढ़लें और उसके बारे मे पूरी जानकारी हाशिल करें । उसके बाद ही उसके अंदर निवेश करें ।
This post was last modified on October 28, 2018