अब तक तो हम केवल बिजली से चलने वाले पंखों को काम मे लेते हैं।आएं हैं किंतु अब चाबी से चलने वाले पंखे भी आचुके हैं। झारखंडके दुमका के रहने वाले निरंजन ने एक ऐसा पंखा बनाया है जोकि चाबी से चलता है। सात बार चाबी घुमाने पर यह पंखा 2 घंटे तक हवा देता है।
निरंजन 10वीं तकभी पढाई पूरी नहीं कर पाए।किंतु अपनी इच्छा शक्ति से उन्होंने13 साल के अंदर दुनिया को ऐसा पंखा दे दिया जोकि key से चलता है। काफी साल तक निरंजन को असफलता का मुह देखना पड़ा ।लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी ।और अपने सपनों को हकिकत के अंदर बदल दिया ।निरंजन बताते हैं कि पहले वे सोचते थे कि जब चाबी से घड़ी घूम सकती है तो पंखा क्यों नहीं घूम सकता ।
सब ने उड़ाया मजाक
यह बात गलत नहीं है कि जब हम लीक से हटकर चलने की कोशिश करते हैं तो लोग हमे मूर्ख समझते हैं ।और ताने मारकर कहते हैं कि पागल है।ऐसा निरंजन के साथ ही नहीं वरन बड़े बड़े महान वैज्ञानिकों के साथ भी हुआ है। वे बताते हैं कि जब उन्होंने काम करना शूरू किया तो यहां तक घर वालों ने भी उससे किनारा कर लिया था।
कड़ी मेहनत के बाद ही मिलती है सफलता
आगे निरंजन बताते हैं कि जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं अपने काम मे पागल होते हैं। उन्हें उस बात से कोई मतलब नहीं होता है कि दुनिया उसे क्या कह रही है। वे एक दिन अवश्य ही सफल हो जाते हैं। यदि इरादे मजबूत होतो कुछ भी असंभव नहीं है।
अब चाबी से चलने वाले बल्ब भी बनाएंगे
चाबी से चलने वाले पंखे की सफलता के बाद निरंजन का कहना है कि अब वे चाबी से चलने वाले बल्ब भी बनाएंगे।