10 Lines on Boat in Hindi कैसे लिख सकते हैं आप नाव पर वाक्य ?

‌‌‌इस लेख के अंदर हम आपको नाव पर 5 वाक्य लिखना बताएंगे 10 Lines on Boat in Hindi । दोस्तों अक्षर एग्जाम के अंदर आपको किसी भी चीज पर आप पांच वाक्य लिख सकते हैं। यदि आपको उस चीज के बारे मे बेसिक चीजें पता होगी तो ।जैसे आप नाव के बारे मे कुछ जानते हैं तो आप नाव पर 5 वाक्य आसानी से लिख सकते हैं। ‌‌‌

लेकिन यदि आपको उस चीज की बेसिक बाते पता नहीं होती हैं , तो आप उसके बारे मे 5 वाक्य लिखना मुश्किल हो जाता है। वैसे हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं। जिनकी मदद से आप किसी भी चीज पर एक बड़ा लेख लिख सकते हैं। ‌‌‌बस इसके लिए आपको चीजों को बढ़ना पड़ेगा और उनके बारे मे कुछ जानकारी हाशिल करनी पड़ेगी ।

Table of Contents

10 Lines on Boat in Hindi

  1. नाव  पानी पर तैरने वाली  जहाज होती है,
  2. नाव की मदद से समुद्र या नदी के एक छोर से दूसरे छोर पर जाया जाता है।
  3. नाव अलग अलग आकार की होती हैं। कुछ छोटी नाव होती हैं , तो कुछ बड़ी भी होती हैं।
  4. नावों का उपयोग पर्यटन, वाणिज्यिक काम, मत्स्यपालन और नौसेना आदि के अंदर मुख्य रूपसे प्रयोग मे ली जाती हैं।
  5. नावों को बनाने के लिए , कई तरह की धातु का प्रयोग किया जाता है। हालांकि इनके अंदर सबसे हल्का धातू प्रयोग मे आता है।
  6. नाव के पास आपूर्ति और नेविगेशन के लिए साधन होते हैं, जैसे कि रेडार और जियोपोजिशनिंग सिस्टम।
  1. जो नाव सिर्फ कुछ दूरी पर जाने के लिए होती हैं , वे छोटी होती हैं। लंबी दूरी की यात्रा के लिए जहाज का प्रयोग किया जाता है।
  2. नावों की यात्रा में पानी के प्रवाह, हवा की दिशा और मौसम की जानकारी आदि का प्रयोग किया जाता है।
  3. नाव को चलाने के लिए अनुभवी नाविक का होना जरूरी है।
  4. नावों का निर्माण धातु, लकड़ी, फाइबरग्लास आदि से किया जाता है।
  5. नावों का महत्वपूर्ण भूमिका समुंद्रों के जलवायु, वायुमंडल और पानी के संरक्षण में भी होता है।

5 Lines on Boat in Hindi

  • नाव एक पानी पर चलने वाला वाहन होता है, इस नाव को नदी ,झीलों के अंदर प्रयोग किया जाता है ।
  • नाव की बुनाई विभिन्न सामग्री जैसे लकड़ी, धातु या रेशम की रेतियों की मदद से की जाती है ।
  • नावों का उपयोग पर्यटन, मत्स्यपालन, आदि के लिए काफी अधिक होता है ।
  • नाव के निर्माण में डिज़ाइन, बनावट और सुरक्षा कारक ध्यान में रखे जाते हैं।
  • नावों के पास पानी में चलने के लिए पाल, ड्रम, पेड़ या इंजन जैसे उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।

प्राचीन काल मे नाव किस तरह से बनाई जाती थी

वैसे तो आपको बतादें कि प्राचीन काल के अंदर लकड़ी की नाव का प्रयोग किया जाता है। हालांकि कई प्रकार नाव का प्रयोग किया जाता है। यहां पर हम कुछ प्रकारों के बारे मे बता रहे हैं।

  • सबसे पहली नाव लकड़ी की नाव होती थी। और इसके अंदर लकड़ी के हल्के ठंडल को जोड़कर बनाया जाता था । और फिर उसके अंदर यात्रा की जाती थी। यह दुनिया की सबसे पहली नाव थी ।
  • धातु की नाव भी बाद मे बनाई जाने लगी । इसके अंदर टीन , तांबा आदि का प्रयोग किया जाता था । और इसकी पतियों को जोड़कर नाव को बनाया जाता था । यह नाव बाद मे आई थी।
  • चम्पा की नावें भी बनाई जाती थी । इसके लिए रेशम की रेतियों का प्रयोग किया जाता था । यह हल्की और आसानी से पानी के उपर तैरने वाली नावें हुआ करती थी ।
  • आपको बतादें कि कुछ जगहों पर  छायाग्राही नावें बनाई जाती थीं जो समुंद्र की लहरों का सहारा लेती थीं। इनमें चाय की पत्तियों का प्रयोग किया जाता था , जोकि नाव को स्थिरता प्रदान करने का काम करती थी।
  • गोंद की पट्टियों का उपयोग नावों के निर्माण में होता था। यह नावें समुंद्री यातायात के लिए काफी अधिक उपयोगी होती थी ।
‌‌‌नाव पर 5 वाक्य

किसी भी विषय पर वाक्य लिखने के टिप्स

जैसे स्कूल पर 5 वाक्य लिखना आ सकता है, परीक्षा पर पांच वाक्य लिखना आ सकता है। इसके अलावा और भी किसी विषय पर आपको लिखने के लिए बोला जा सकता है। ‌‌‌आप किसी विषय पर आसानी से वाक्य कैसे लिख सकते हैं , इसके लिए नीचे दिये गए टिप्स को फोलो करें ।

‌‌‌विषय की सूचि बनाएं

दोस्तों आपके परीक्षा के अंदर कुछ विषय ऐसे होते हैं। जिनपर आपको 5 या 10 वाक्य लिखने के लिए कहा जाता है। आप उन विषयों की सूचि बनानी होंगी । जिससे आपको पता चलेगा कि आपको किस पर वाक्य लिखने आने चाहिए । आप इन विषयों की सूचि अपने टीचर से भी प्राप्त कर सकते हैं। ‌‌‌यह सूचि बनाने का फायदा यह होता है कि आपको यह पता लग जाता है कि वाक्य किस विषय से जुड़े आने वाले हैं। जिससे आपको उस विषय की जानकारी आप अच्छी तरह से ले सकते हैं।

‌‌‌सूचि विषय के बारे ज्यादा से ज्यादा जानकारी हाशिल करें

अब आप सूचि तो बना चुके हैं। अब आपको उन विषयों के बारे मे ज्यादा से ज्यादा जानकारी हाशिल करनी है। ताकि आपको लिखने मे कोई समस्या नहीं हो । जैसे आपको टीचर पर 5 वाक्य लिखना है तो आप टीचर गूरू होते हैं। और टीचर हमे ज्ञान देते हैं। ‌‌‌हमे अपने गुरू का आदर करना चाहिए । इसी तरीके से आप पांच या 10 वाक्य लिख सकते हैं। सह बहुत ही आसान है।

‌‌‌कॉमन सेंस का प्रयोग करें

दोस्तों सब कुछ किताबों के अंदर नहीं लिखा होता है। बहुत से लेख आपको अपने खुद के दिमाग का उपयोग करके लिखना होता है। या कहें कि आपको अपने दिमाग का इस्तेमाल करके लेख को बनाना होता है। जैसे यदि आपको स्कूल पर वाक्य लिखने को कहा जाएगा तो आपको इसके लिए अपने दिमाग ‌‌‌का प्रयोग करना होगा । आप स्कूल के बारे मे लिख सकते हैं। जैसे आपकी स्कूल के अंदर किस प्रकार की पढ़ाई होती है? आपकी स्कूल के अंदर किस तरह का माहौल है? इसके अलावा स्कूल के अंदर क्या क्या होता है?

‌‌‌खुद प्रयास करें

अक्सर बच्चों के सामने समस्या यह होती है कि उनको पता ही नहीं होता है कि क्या वे जो लिख रहे हैं वह सही है? या वे गलत लिख रहे हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है तो घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। वरन इसके लिए आपको घर पर प्रयास करना होगा । शब्दों के अर्थ को समझना होगा ‌‌‌और जब आप शब्दों के अर्थ को एक बार समझ जाओगे तो उसके बाद आप आसानी से केवल 5 वाक्य ही नहीं आसानी से बहुत सारे वाक्य लिख सकते हैं।

नाव पर 5 वाक्य

नाव

‌‌‌दोस्तों नाव पर हम आपको पांच वाक्य लिखकर बता रहे हैं। वैसे हम इसको एक लेख टाइप के अंदर लिख रहे हैं। नावों का इतिहास बहुत पुराना है। और लंबे समय से नावों का प्रयोग होता आया है। और अलग अलग जगहों पर नावों की बनावट भी अलग अलग हुआ करती थी। ‌‌‌पहले के जमाने मे नाव आज के जहाज के जितनी बढ़ी नहीं होती थी। उनके अंदर कुछ लोग ही आ सकते थे । लेकिन आज के  समय मे नावों का आकार काफी बड़ा हो चुका है। जिसके अंदर काफी लोग यात्रा कर सकते है।

पेस्सी डोंगी दुनिया का सबसे पुराना ज्ञात जहाज है 7500 ईसा पूर्व

दुनिया सबसे पुराना जहाज के अंदर पेसी डोंगी को माना जाता है। हांलिक हो सकता है कि इससे पुराने जहाज भी  दुनिया के अंदर मौजूद हो लेकिन अभी तक उनके बारे मे हमे पता नहीं चल सका है। कार्बन डेटिंग तकनीक से यह पता चला है कि यह 7500 साल पुराना हो सकता है। ‌‌‌इसका निर्माण  मेसोलिथिक अवधि के दौरान किया गया था। यह अब नीदरलैंड के एसेन में ड्रेंट म्यूज़ियम में रखा हुआ है। ‌‌‌इस नाव की खोज 1955 के अंदर एक मोटरवे के निर्माण के दौरान की गई थी।मार्ग हुग्वेवेन के पेसे गांव के दक्षिण  के अंदर से गुजर रहा था। यहां पर खुदाई का कार्य चल रहा था। तब यह नाव मिली थी। बाद मे इसके प्राचीन नाव होने की पुष्टि हुई और इसको संग्राहलय को देदिया गया ।

‌‌‌आदिवासी लोग नाव का प्रयोग नदी और नाले को पार करने के लिए करते थे

boat

‌‌‌ऐसा माना जाता है कि आदिवासी लोग नदी या नाले को पार करने के लिए पहले बिना नाव के कोशिश किया होगा । लेकिन उनके लिए ऐसा करना आसान नहीं था। इस वजह से उन लोगों ने पेड़ के खोखले तने का प्रयोग किया होगा और उनको इसके अंदर काफी सफलता मिली होगी । इसके अलावा यह स्पष्ट नहीं है कि वे ‌‌‌लकड़ी को जोड़कर नाव बनाकर प्रयोग किया ? ‌‌‌और सबसे बड़ी समस्या तो यह थी , जब नाव का विकास नहीं हुआ था तो लोग सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं ले जा सकते थे । और जब नाव का विकास हो गया तो आसानी से वे अपना सामान इधर उधर ले जा सकते थे ।

‌‌‌प्राचीन काल मे लकड़ी की छोटी नाव का प्रयोग होता था

दोस्तों आज से 200 साल पहले भी नाव का प्रयोग होता था। प्राचीन काल के अंदर नाव छोटी होती थी और उसके अंदर केवल कुछ लोग ही सफर कर सकते थे । नाव लकड़ी से बनी होती थी। और उसके अंदर सवारी की जा सकती थी।वह अधिक वजन नहीं ले जा सकती थी। ‌‌‌लेकिन लोग उसके अंदर कुछ सामान रखकर ले जा सकते थे और कुछ नाविक दूसरे लोगों को नदी पार करवाने के लिए भी इस प्रकार की नावों का प्रयोग करते थे । आजकल भी इस तरह की नावों का प्रयोग किया जाता है। खास कर आदिवासी ईलाकों के अंदर इस तरह की छोटी नावों का प्रयोग करना आम है।

‌‌‌मछुआरे मछली पकड़ने के लिए नावों का प्रयोग करते हैं

‌‌‌जो मछुआरे मछली पकड़ने का काम करते हैं। वे अपने साथ एक जाल रखते हैं और अपनी छोटी नाव के अंदर बैठ कर दूर तक जाते हैं। जाल को पानी के अंदर डालते हैं और उसके बाद मछलियां पकड़ते हैं। पकड़ी हुई मछली को वे अपनी नाव के अंदर एकत्रित करते रहते हैं। ‌‌‌मछली पकड़ने की नाव अक्सर परम्परागत होती हैं। और उनके अंदर अधिक जगह नहीं होती है। बस उनके अंदर कुछ लोग ही सफर कर सकते हैं। भारत के कई समुद्री ईलाकों के अंदर मछली पकड़ने के लिए इन छोटी नावों का प्रयोग किया जाता है।

‌‌‌नाव के अंदर इंजन का प्रयोग भी होता है ।

‌‌‌नाव के अंदर इंजन का प्रयोग भी होता है ।

‌‌‌19 वीं शताब्दी से पहले तो आम नावों का प्रयोग किया जाता था। जिसके अंदर नाव की स्पीड को बढ़ाना बहुत ही कठिन होता था। नाव को गति देने के लिए चालक दो पानी निकालने के लिए पटटे से रखता था। लेकिन अब यह सब करने की आवश्यकता नहीं है। आजकल की नावों के अंदर इंजन लगा होता है। ‌‌‌जिसके अंदर स्पीड को बढ़ाने और घटाने के साधन मौजूद होते हैं। लंबी दूरी के लिए यह बहुत आवश्यक है। यदि आप लंबी दूरी का सफर नाव मे अब करते हैं तो आपको कोई समस्या नहीं होगी । क्योंकि आम इसके अंदर बिल्कुल बोर नहीं होगे।

‌‌‌नाव पर 5 वाक्य –  रक्षा क्षेत्र के अंदर भी नावों का प्रयोग होता है

दोस्तों प्राचीन काल के अंदर नावों का प्रयोग मात्र कार्य और सामान को लाने ले जाने के लिए अधिक होता था। लेकिन यदि हम आधुनिक युग की बात करें तो नावों का प्रयोग रक्षा क्षेत्र के अंदर भी किया जाने लगा है। आपने पंडुब्बी का ‌‌‌का नाम अवश्य ही सुना होगा , जोकि पानी के अंदर चलती है। वह भी एक तरह से नाव का उनन्त वर्जन है। जिसका प्रयोग रक्षा क्षेत्र के अंदर बहुत अधिक किया जाता है। इसके अलावा बड़े युद्व पोत भी होते हैं। जोकि युद्व के दौरान सेना को अनेक प्रकार के सामान की सप्लाई के काम मे लाये जाते हैं।

‌‌‌दोस्तों इस तरीके से आप नाव पर 5 वाक्य आसानी से लिख सकते हैं। नाव के बारे मे आपको जो कुछ भी आता है। आप उसे लिख सकते हैं। यह बहुत आसान है। यदि आपको कोई समस्या हो रही है तो नीचे कमेंट करें ।

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arif khan

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