डगलस मूरे ने 1910 के अंदर मिस्र की राजधानी काहिरा मे एक ममी का ताबूत खरीदा था । उसके अंदर एक शव रखा हुआ था । यह शव 1600 ई पूर्व थीबीस की राजकुमारी का था । उसके तुरंन्त बाद जिसने उसको बेचा था ।उसकी रहस्यमय तरीके से मौत हो गई ।
बाद मे डगलस को पता चला कि उसने जिस राजकुमारी का शव खरीदा है वह अपने समय की सबसे बड़ी तांत्रिक है। उस राजकुमारी का शाप था कि उसकी मौत के बाद यदि कोई उसकी नींद के अंदर खलल डालेगा तो उसकी मौत हो जाएगी किंतु डगलस ऐसा नहीं मानता था । वह इन चीजो पर विश्वास नहीं करता था ।
एक बार शिकार खेलते समय मूर्रे के हाथ के अंदर गोली लग गई जिससे उसके हाथ को काटना पड़ा । फिर इंग्लेंड के वापसी यात्रा के दौरान उसके दो सहयोगियों की मौत हो गई। कुछ समय बाद उसके पास काम करने वाले दो मजदूरों की रहस्यमय परिस्थितियों के अंदर मौत हो गई।
इन सभी घटनाओं की वजह से डगलस मूर्रे काफी भयभीत हो गया और उस ममी से छूटकारा पाने की कोशिश करने लगा ।एक औरत ने उस ताबूत को खरीदने की पेशकस की किंतु उसके बाद ही उसकी मां मर गई। उसका ब्यॉय फ्रेंड छोड़कर चला गया । जब वह खुद परेशान हो गई तो उसके वकील ने वापस उस ताबूत को मूर्रे को देने के लिये कहा ।
उसके बाद मूर्रे ने वह ममी वाले ताबूत को ब्रिटिश म्यूजियम को दिया किंतु वहां पर अचानक से एक शोधकर्ता की मौत हो गई। उसके बाद यह ताबूत यू एस संग्राहलय के अंदर इस ताबूत को एक जहाज पर लाद दिया गया । जिसके बारे मे यह कहा जाता है कि वह कभी नहीं डूब सकता । इस जहाज का नाम टाईटेनिक था । लेकिन अपनी पहली ही यात्रा के दौरान वह एक हिमशैल से टकरा गया । और उसके अंदर सवार 1500 यात्री मारे गये । पता नहीं चल सका कि यह दुर्घटना थी या ममी का शाप इस बारे मे कोई नहीं जानता ।