आज कल बच्चों के दांत छोटी उम्र के अंदर ही खराब होने लगते हैं। इसका सामान्य कारण यही माना जाता है कि पहले मानव कड़ी खाने की चीजे खाता था किंतु अब नरम और तला हुआ भोजन खाता है। चॉकलेट आईसकी्रम आदि पदार्थों का चलन बहुत अधिक बढ़ गया है।
यह पदार्थ बच्चों के दांतों पर सीधा हमला बोलते हैं।जबकि कुछ बच्चों के दांत तो जन्म से ही कमजोर होते हैं। इसका कारण होता है कि उनको उनकी मां से आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिला ।
दांतों को अच्छा बनाने के लिए समय समय पर दांतों की सफाई और उनमे फंसा भोजन निकालना भी आवश्यक होता है। और भोजन को
खूब चबा चबा कर खाना चाहिए ।
दांतों के खराब होने से भी हमारा स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है। जैसे अपच भूख की कमी ।
यदि बच्चे अधिक मीठा खाते हैं तो भी उनके दांतों मे बेमारी पैदा हो सकती हैं। दांत गल सकते हैं।
यदि बच्चों को उपर का दूध पिलाया जाता है तो भी उनके दांत खराब हो सकते हैं। तीन चार वर्ष के बच्चे मीठा खाना भी अधिक पसंद करते हैं। जिससे आगे चलकर उनके दांत जल्दी खराब हो जाते हैं।
दूध के अंदर चीनी मिलाकर पीने से भी बच्चों के दांत खराब हो जाते हैं। इसलिए बच्चों को दूध के अंदर चीनी मिलाकर नहीं दें ।
दांतों का रामबाण
ताजा पानी के अंदर नींबू निचोडकर कुल्ला करने से दांतों के हर तरह के रोगों से आराम मिलता है।
दांतों की सफाई समय समय पर करते रहें । और खान पान के अंदर सावधानियां भी बरतें। यदि दांत हिल रहा हो तो उसे उखाड़े नहीं ।
1 आम के पतों को खूब चबाकर खाएं थोडे दिन निरंतर ऐसा करने से हिलते डुलते दांत भी मजबूत हो जाएंगे । आम के पते छाया के अंदर सूखाकर उनका मंजन दांतों पर करें । ऐसा करने से
दांत मजबूत होते हैं।
2.32 ग्राम तिल सुबह मंजन करने के बाद । खूब चबा चबा कर खाएं । इसमे चीनी नहीं मिलाएं और ठंडा पानी भी पियें ।
3.हल्दी और नमक को मिलाकर मंजन करने से भी दांत मजबू होते हैं।
5.टमाटर खाने से भी दांत मजबूत होते हैं।
6.गाजर का रस पीने से दांतों का कोई रोग नहीं होता और दांत मजबूत हो जाते हैं।
7.खजूर मै मोजूद कैल्शियम भी दांतों के लिए उपयोगी होता है। इसलिए दूध के साथ खजूर भी खाने चाहिए । यह दांतों की सड़न दूर करने मे भी मदद करते हैं।
This post was last modified on October 30, 2018