भारत के अंदर भुताहा घटनाएं तो काफी होंती हैं। लेकिन उनको संग्रहित कम ही किया जाता है। जबकी आपको अंग्रेजी के अंदर ऐसी ऐसी रियल घटनाएं मिल जाएंगी । जिनपर विश्वास करना भी मुश्किल है। इस संबंध मे हम आपको एक रियल घटना बता रहे हैं।
यह घटना सन 1890 ई के आस पास है जब सेंट लुईस मिस्र के अंदर थे । उस समय किसी ने उनसे एक अरबी शेख को देखने का निवेदन किया जोकि मलेरिया से ग्रस्ति । वे उस समय के काफी प्रकांड विद्वान भी थे और परलौकिक ताकतों के बारे मे बहुत कुछ जानते भी थे ।
उन्होने शेख को ठीक कर दिया तो उसने उनको एक अजीब तोहफा दिया । शेख ने उनको एक डिब्बा दिया जिसके अंदर मसालों से सुरक्षित एक मिस्र की राजकुमारी का हाथ था । जिसके हाथ को उसकी के पिता ने किसी कारणवश काट लिया था ।
सेंट लुईस ने वह हाथ कई संग्रालहयों को देना चाहा किंतु कोई उसको लेने के लिये तैयार नहीं हुआ अंत मे थक हारकर उन्होने वह हाथ अपने घर की तीजोरी के अंदर रख लिया 30 साल तक वह वहां पर वैसे ही पड़ा रहा और फिर एक दिन उनकी पत्नी ने उस डिब्बे को खोलकर देखा तो दंग रह गई क्योंकि वह हाथ अब भी वैसा का वैसा था । उस हाथ के अंदर अब भी जीवित होने के लक्षण दिखाई दे रहे थे । फिर दोनों पति पत्नी ने 31 अक्टूबर 1922 की रात को उस हाथ को आग को सौंप देने का निश्चय किया और अपने घर के अंदर आग जला ली और लुइस म्रत राजकुमारी के सर्पण मे श्लोक आदि पढ़ने लगे ।
जैसे ही हाथ को आग लगी बिजली चमकी और सामने एक पुराने कपड़े पहने मिस्र की राजकुमारी दरवाजे पर खड़ी थी । वह पलक झपकते ही आई और अपना हाथ लेकर गायब हो गई बाद मे दोनों पति पत्नी कुछ भी नहीं समझ पाए । उन्हें काफी डर लग रहा था उन्हें कुछ भी समझ मे नहीं आ रहा था कि यह सब कैसे होगया
This post was last modified on October 29, 2018