दोस्तों यदि किसी इंसान के अंदर कुछ कर गुजरने का जनून होता है तो वह 99 बार असफल होने के बाद भी सफल हो जाता है। एक जनूनी व्यक्ति जिसने कुछ कर गुजरने की ठान ली हो वह भूल जाता है कि अब दिन है या रात । वह अपने काम से कभी बोर नहीं होता वरन उसे तो काम करनेमे मजा आता है।
कुछ ऐसे ही हैं मशहूर बिजनेस मैन भावेश भाटिया । 20 वर्ष की आयु के अंदर एक बिमारी से इनकी आंखे चली गयी किंतु वे निराश नहीं हुए उन्होंने कुछ कर गुजरने की जो ठान रखी थी । भावेश ने अपने आपको आगे बढ़ाने के लिए किई तरह के कौशल भी सीखे जिनमे मोमबती बनाने का आईडिया उनको सबसे पसंद आया । किंतु कैंडल खरीदने के लिये उनके पास पैसे नहीं थे सो उन्होंने एक पार्ट टाईम जॉब करली । वे रात मे कैंडल बनाते और सुबह बेचते । फिर उन्होंने सड़क पर ही एक दुकान खोली ।
जिंदगी ने ली करवट
कैंडल बेचते समय उनकी मुलाकात एक नीता नाम कि लड़की से हुई। लड़की भावेश से बहुत अधिक प्रभावित हुई। और दोनों के बीच बहुत अच्छी दोस्ती भी होगयी । उसने भावेश की मदद करने का आश्वासन भी दिया ।
बैंक से लिया कर्ज
उस लड़की ने भावेश से शादी करली ।अब उनकी और जिम्मेदारियां बढ़ गयी । फिर किसी तरह से उन्होंने बैंक से कर्ज लिया और अपने घर को ही कम्पनी बना डाला ।
उसके बाद भावेश ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा । कभी कैंडल खरीदने के पैसे नहीं थे भावेश के पास और आज वो करोड़ों के मालिक हैं।