कहते हैं कि कुछ लोगों कि किस्मत का कोई भरोसा नहीं होता है। उनकी किस्मत कब और कैसे बदल जाए । लेकिन हर इंसान के साथ ऐसा नहीं होता है। यह सब होता है उन लोगों के साथ जो लीक से हटकर करते हैं। कुछ अलग करते रहते हैं। आज कल सोसियल मिडिया पर एक मोची की स्टोरी खूब वायरल हो रही है। मोची की अलग हटकर सोच की वजह से ही उसकी स्टोरी सोसियल मिडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।अपने हटकर अंदाज की वजह से ही मसहूर बिजनेस मैन आनन्द महिद्रा उनके फैन हो गए ।
और उनके र्स्टाटअप के अंदर निवेश करने की इच्छा जाहिर की है।
कौन है यह मोची
इस मोची का नाम है डॉ नरसी राम डॉ यह अपने नाम के आगे इसलिए लगाते हैं क्योंकि यह अपने आपको जूतों चप्पलों का डॉक्टर मानते हैं। यह हरियाणा के जींद के पटियाला चौक पर जूते की मरम्मत का काम करते हैं। रोजाना कुछ रूपये कमाकर अपना घर चलाते हैं। लेकिन इनके पीछे लगे अजीब बैनर की वजह आनन्द महिद्रा उनके फैन हो गए ।
एक मोची ने पूराने जूत्तों और चप्पलों की मरम्मत करने के लिए एक दुकान खोली । जिसका नाम रखा ,जख्मी जूतों का हस्पताल , यह तरीका आम दुकानों से काफी अलग था ।उस बैनर पर लिखा था हस्पताल खुलने का समय प्रात 9 से 1 बजे तक औरलंच 1से 2 बजे तक और शाम 2 से 6 बजे तक अस्पताल खुला रहेगा ।
उसके नीचे लिखा था जूतों का ईलाज जर्मन तकनीक से किया जाता है।
आनन्द महिंद्रा उनकी मार्केटिंग स्किल से प्रभावित होकर उनके र्स्टाटअप के अंदर निवेस करने की यौजना बना डाली । जब उनके किसी मित्र ने उनको वाटसएप पर यह तस्वीर भेजी जिसमे एक मोची जूते की मरम्मत कर रहा है। उसके पीछे पोस्टर लगा है। जिसको देखकर आनन्द महिंद्रा ने एक बड़ा टविट कर डाला — इस व्यक्ति को तो भारतिय प्रबंध संस्थान के अंदर मार्केटिंग पढ़ाना चाहिए ,
आगे उन्होंने लिखा कि कोई यदि उस व्यक्ति खोज निकालता है और वह अब भी यह काम करता है तो वह उसके र्स्टाटअप के अंदर एक छोटा सा निवेस करना चाहते हैं। हालांकि यह तस्वीर काफी पूरानी थी । लेकिन उनकी टीम ने उस व्यक्ति ढूंढ निकाला ।
कुछ दिनों बाद आनन्द मंहिद्रा ने बताया की हरियाणा के अंदर हमारी टीम उस मोची से मिली थी । वह एक सड़क के किनारे दुकान लगाता है। हमने उसे उसकी मदद करने के लिए कहा । तो उसने सबसे पहले अपनी दुकान के लिए जगह की मांग की है। हमारी टीम ने उसको जगह भी दिलवादी है। और उसकी दुकान को अच्छे से डिजाइन किया जा रहा है।
बिजनेस आइडया पॉवरफुल रखें
नरसीराम का काम को देखें तो कोई उसे अच्छा काम नहीं बताएगा । लेकिन किसी भी बिजनेस के अंदर काम नहीं वरन बिजनेस आइडिया मायने रखता है। लीक से हटकर जब कोई काम करते हैं तो दूसरों से ज्यादा सक्सेस हासिल होती है। यही इस स्टोरी से हमे शिक्षा मिलती है।