वैसे तो अंटार्कटिका महासागर बर्फ से ढ़का रहता है किंतु इसके एक ग्लेशियर के अंदर ऐसा झरना है जिसके अंदर से लाल पानी बहता है। 1911 के अंदर एक विज्ञानी ने इसकी खोज की थी । देखने मे यह झरना एक पल के लिये खूनी झरना सा नजर आता है। इस झरने से थोड़ा पानी निकलता रहता है। पर्यटकों के लिये यह झरना बहुत ही रहस्यमय रहा है ।
कुछ लोगों का तो यहां तक विश्वास है कि यहां पर कोई आत्मा रहती है। इस आत्मा की वजह से ही पानी का रंग लाल होकर बहता है। लेकिन विज्ञान की मांने तो इस झरने के पानी का लाल होने के पीछे एक कारण मौजूद है। वैज्ञानिकों के अनुसार यहां के पानी के अंदर आयर आक्साईड होता है जो हवा के संपर्क मे आकर पानी को लाल बना देता है। यहां का पानी ऑक्सीजन रहितहै। और इसकी सतह पर कई प्रकार के जंतु पाये जाते हैं। जापान के अंदर भी एक ऐसा तालाब है जिसके पानी का रंग लाल है। इसके पानी को देखने पर यह बहुत कुछ खून जैसा लगता है। इसी वजह से इस तालाब को ब्लडी पॉंड कहा जाता है। यहां पर नागरिकों के जाने पर रोक लगी हुई है। इसका कारण तालाब का तापमान अधिक होना है।