बिजली क्यों चमकती है ,आकाशिय बिजली से बचने के उपाय बादल क्यों गरजते हैं बिजली क्यों गिरती है।जानिए पूरी स्टोरी
जब बारिश होती है तो आकाश के अंदर बिजली भी चमकती है। और कई बार बिजली गिरने से जनहानि भी होती है। आपके दिमाग मे कई बार यह सवाल आया होगा कि बिजली कैसे गिरती है। आज हम आपको इस लेख के अंदर बताएंगे कि बिजली कैसे गिरती है।
प्राचीन काल के अंदर लोगों का विश्वास था कि आकाशिय बिजली ईश्वर का दंड है। जिसका प्रहार वह उस व्यक्ति जीव पर करता है जिससे पर वह क्रोधित होता है। ग्रीक और रोमन के लोग इसे जुपिटर का दंड मानते थे । लेकिन आज भी बहुत से लोग ऐसे हैं। जोकि बिजली गिरने के पीछे ईश्वर को ही मानते हैं।
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कैसे गिरती है बिजली
वैज्ञानिको ने आकाशीय बिजली गिरने को समझने के लिए अनके प्रयोग किये थे । वैज्ञानिकों के अनुसार मेघों को उपर लेजाने वाली हवाएं चलती हैं जिसकी वजह से काफी उंचाई पर बादलों के अंदर कुछ विशेष क्रियाएं होती हैं। जिससे वे आवेशित हो जाते हैं।
बादलों के उपरी सतह पर धनआवेश होता है। और नीचें के सतह पर नगेटिव चार्ज आ जाता है। और प्रथ्वी पर विध्यमान चालक और अद्र्र्वचालक के अंदर पोजिटिव चार्ज होता है। बादलों के आगे बढ़ने के साथ ही धरती पर धनआवेश भी उसी क्रम के आगे बढ़ते हैं। बादलों और धरती के बीच कणों से होते हुए बिजली गिरती है।
जब बिजली गिरती है तो यह ईलेक्ट्रान के कई हिल्लोल के रूप मे गिरती हुई धरती तक आती है। जब बिजीली गिरती है तो उससे पहले धारा का मान 2 लाख ऐम्पियर तक होता है।
बिजली गिरने की संभावना उन स्थानों पर अधिक रहती है जहां पर बिजली को कम से कम वायु प्रतिरोध का सामना करना पड़े। इसलिए उंची चोटियों नुकिले स्थानों पर अधिक बिजली गिरती है। क्योंकि इन पर विधुत आवेश अधिक एकत्रित हो जाता है।
बिजली क्यों चमकती है
मसहूर वैज्ञानिक बेन्जमिन फ्रेंकलिन ने बिजली चमकने के पीछे कई वजहें बताई थी । लेकिन अभी तक वैज्ञानिको की इस पर एक राय नहीं बन पाई है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि जब बर्फ के कण आपस मे टकराते हैं तो उनके अंदर चार्ज आ जाता है। और बड़े कणों के अंदर नगेटिच चार्ज होता है। बड़े कण जैसे जैसे नीचे की और बैठने लगते हैं। उनके अंदर नगेटिव चार्ज बढ़ता जाता है। इस प्रकार से पॉजिटिव और नगेटिव चार्ज वाले बर्फ के छोटे कण एक दूसरे से दूर होने लगते हैं ।और एक इलेक्ट्रीक फील्ड तैयार हो जाता है।
बिजली चमकने से इनका फिल्ड डिस चार्ज होता है।
एक अन्य विचार के अंदर यह माना जाता है कि अंतरिक्ष के अंदर रहने वाली कॉस्मिक किरणों की वजह से बिजली पैदा होती है। यह कॉस्मिक किरणे इलेक्ट्रांन और प्रोटोन से बनती हैं।कॉस्मिक किरण जब हवा के अणुओं के साथ टकराते हैं तो इसमे कई सारे पार्टिकल निकल जाते हैं और इलेक्ट्रान पैदा होते हैं।इस सिद्वांत के अनुसार इलेक्ट्रीक फील्ड के अंदर इलेक्ट्रान आपस मे टकराते हैं और जिसकी वजह से बिजली पैदा होती है। और गामा एक्सरे किरणे निकली हैं। जिनको उपग्रहों से भी रिकार्ड किया जा सकता है।
बादल क्यों गरजते हैं ?
आपने देखा होगा कि जब आकाश के अंदर बिजली की चमक के बाद ही बादलों की गर्जन सुनाई देती है। यह उपर दो तीन किलोमिटर पर होता है। बिजली की गर्मी की वजह से हवा तेजी से फैलने लगती है और हवा के अंदर मौजूद लाखों करोड़ों कण आपस मे टकरातें हैं। जिसकी वजह से हमे बादलों की गर्जन सुनाई देती है। क्योंकि प्रकाश की गति ध्वनी की गति से तेज होती है। इस वजह से बिजली हमे पहले चमकती हुई दिखाई देती है। और बादलों की गर्जन बाद मे सुनाई देती है।
यहां पर गिरती हैं सबसे ज्यादा बिजली
वेनेज़ुएला में कैटाटुम्बो नदी जहां मैराकाइबो झील के निकट सबसे ज्यादा बार तूफान आते हैं। यहां पर पूरे साल के अंदर 300 बार तूफान आ जाते हैं।और 12 घंटों के दौरान कई बार बादल गरजते हैं। और हजारों बार बिजली भी गिरती है। यह स्थान ज्यादा बिजली चमकने क वजह से गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स मे दर्ज हो चुका है। यहां पर जनवरी और फरवरी महिने के अंदर बिजली कम चमकती है। लेकिन बरसात के मौसम के अंदर यहां पर बिजलनी चमकने और गिरने के घटनाएं बहुत अधिक होती हैं। हालांकि इसके पीछे क्या कारण है। इसका सही सही पता लगाना संभव नहीं है। 1960 के समय कुछ रिसर्च यह बताते हैं कि इस क्षेत्र के अंदर यूरेनियम की मात्रा अधिक होने की वजह से बिजली ज्यादा चमकती है। वहीं कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि यहां पर मेथेन गैस ज्यादा होने से ऐसा होता है।
यहां पर दिन के समय सूर्य की गर्मी से पानी भाप बनता है। और उसके बाद बादल बन जाते हैं।इस दौरान बादलों के गर्म कण उपर की और बढ़ना चाहते हैं। इस दौरान ठंडी हवाओं के कणों से टकराते हैं। तब बिजली पैदा होती है। और यह तेज बिजली वेनजुएला से 400 से 500 किलोमिटर दूर तक भी दिखाई देती है।
मध्य अफ्रीकी देश डीआर कांगो को तूफानी रातों की राजधानी भी कहा जाता है।किफूका नमक यहां पर एक पहाड़ी गांव है। जहां पर साल के अंदर औसतन 158 बार बिजली चमकती है। ब्रहमपुत्र घाटी के अंदर भी अप्रेल व मई मे बिजलिया काफी ज्यादा ही चमकती हैं।
आकाशिय बिजली से बचने के उपाय
बिजली गिरने से तो हम नहीं रोक सकते हैं। लेकिन यदि आप कुछ सावधानी बरतते हैं तो आपको होने वाले नुकसान को टाला जा सकता है। तो आइए जान लेते हैं। बिजली गिरने से बचने के उपाय के बारे मे ।
बहुत से लोग इस बात की परवाह नहीं करते हैं कि बिजली चमक रही है। जब बिजली चमकती है तो भी मोबाइल आदि का प्रयोग करते हैं। जो बहुत गलत बात है। ऐसीदसा के अंदर बिजली गिर सकती है। सो जब जब बिजली चमक रही हो तो कभी भी मोबाइल आदि का प्रयोग ना करें । अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ करदें ।
पेड़ नदी नाले आदि के पास ना खड़े हों
आपको बतादे कि जब बारिश होती है और तेज बिजली चमकती है तो बहुत से लोग पेड़ों के नीचे जाकर खड़े हो जाते हैं। ऐसी दसा के अंदर उन पर बिजली गिरने की संभावना काफी अधिक हो जाती है । क्योंकि पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं। इस वजह से हमेशा खुले स्थान पर लेटे रहें।
उंची इमारतों के अंदर ना रहें
यदि आप किसी उंची जगह पर रहते हैं तो उस जगह पर बिजली गिरने की संभावना बहुत अधिक होती है। सो आपको ऐसी जगह को कुछ समय के लिए खाली कर देना चाहिए। और जैसे ही बरसात आनी बंद हो जाए आप वापस उस जगह पर जा सकते हैं।
घरों मे तड़ित चालक का प्रयोग करें
बहुत से लोग अपने घरों के अंदर तड़ित चालक का प्रयोग नहीं करते हैं। यदि आप एक उंची ईमारत के अंदर रहते हैं तो आपको उस इमारत पर तड़ित चालक लगाना चाहिए । जिससे यदि बिजली गिरती भी है तो कोई नुकसान ना हो ।
बिजली गिरने के संकेत
यदि आप घर से कहीं दूर जा रहे हैं और आपके सर के बाल खड़े हो चुके हैं त्वचा के अंदर झुनझुनी हो रही है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि बिजली गिरने वाली है। आप तुरन्त नीचे लेट जाएं और कान बंद करलें।
आकाशीय बिजली से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
1.बिजली गिरने से हर साल 30000 हजार इंसानों की मौत हो जाती है।
2.हर सेकिंड मे 40 बार बिजली गिर जाती है सभी बिजली जमीन तक नहीं आती ।
3.जहाजो पर बिजली गिरने का कोई नुकसान नहीं होता है क्योंकि इनको विशेष प्रकार से बनाया जाता है। जिससे बिजली अंदर घुस नहीं पाती है। हांलाकि पहले जहांजों पर भी कई बिजली गिरने की घटनाएं हुई थी।
- आकाशीय बिजली सूर्य से 5 गुना अधिक गर्म होती है।
5.बिजली एक्स रे किरणों से लैस होती है
6.बिजली 5 किलोमिटर लम्बी होती है। इसमे कई करोड़ वोल्टेज 1000 एम्पियर तक करंट होता है।
- आकाशीय बिजली पुरूषों पर गिरने की अधिक संभावना रहती है।
8.maracaibo झील के अंदर एक साल के अंदर 12 लाख बार बिजली गिरती है।
9.बिजली गिरने के सबसे अधिक चांस दोपहर मे होते हैं। यह इंसान के सर गले आदि को नुकसान अधिक पहुंचाती है।
- स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी पर हर साल 300 बार बिजली गिर जाती है।
11.बिना बारिश के भी बिजली गिर सकती है।
12.यदि ग्लोब वार्मिंग ऐसे ही बढ़ता रहा तो आने वाले समय मे बिजली गिरने की घटनाएं 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगी ।
- कहा जाता है कि एक ही जगह पर दो बार बिजली नहीं गिर सकती किंतु यह धारणा एकदम गलत है। एक ही जगह पर बिजली कई बार भी गिर सकती है।
- बिना आवाज के बिजली गिरना संभव नहीं है। बिजली गिरती है तो आवाज भी करती है। बिजली उठते वक्त अधिक आवाज करती है।
This post was last modified on November 1, 2018