खून की नदी का रहस्य क्या है , खून की नदी कहां बहती है , पर हम इस लेख मे विस्तार से बात करने वाले हैं।
दोस्तों दुनिया के अंदर बहुत सी अजीबोगरीब चीजें पाई जाती हैं। यदि हम उन सभी अजीबो गरीब चीजों के बारे मे पढ़ने बैठ जाएंगे तो एका एक हमको इन पर विश्वास होना ही मुश्किल हो जाएगा । इनमे से एक है खून की नदी
Siberian River जिसको कहा जाता है। यह एक रसियन नदी है। इस नदी का पानी अन्य नदियों की तरह नहीं है। वरन यह लाल है जो दिखने मे खून जैसा लगता है। इस वजह से इस नदी को खून की नदी के नाम से जाना जाता है। हालांकि दुनिया के अंदर इस प्रकार क नदी बहुत कम देखने को मिलती हैं। खून की नदी अपने आप मे रहस्यमय है। इसका पानी लाल कैसे हो गया है ? और इस नदी का क्या रहस्य है। इस लेख के अंदर हम जानने का प्रयास करेंगे ।
पीछले दिनों रूस के एक अधिकारी ने इस नदी की फोटो को सोसल मिडिया पर सैर किया था । उसने लिखा था कि इस नदी का पानी अचानक से लाल हो गया । हालांकि उसे नहीं पता यह सब कैसे हो गया ?
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khoon ki nadi ka rahasya Siberian River ?
Siberian River ऐसा नहीं है कि पहले ही लाल रंग की ही बहती थी । वरन अब वह लाल रंग की हो चुकी है। इस संबंध मे रूसी सरकार का यह कहना है कि इस नदी के अंदर रसायनों का रिसाव हो रहा है। इस वजह से इसके पानी का रंग लाल हो चुका है। दरसअल यहां पर कई कारखाने बने हुए हैं। इन कारखानों से निकलने वाले रसायन जब पाइप वैगर फट जाता है तो इस नदी का रंग लाल हो जाता है। और तब इसको खून की नदी कहा जाने लगता है। हालांकि रूसी सरकार ने यह बताया है कि इस नदी का पानी कोई पीता नहीं है। इस वजह से
पानी के अंदर मिले कैमिकल्स का कोई खतरा इंसानों पर नहीं है।
नेशनल ज्योग्राफिक ने इस संबंध मे स्पष्टी करण देते हुए कहा था कि , “पहला यह है कि लाल रंग बड़ी मात्रा में लौह से आता है जो प्राकृतिक रूप से उस क्षेत्र में जमीन पर होता है।” “दूसरा एक रासायनिक रिसाव है।” वैसे इस खून की नदी को Daldykan River के नाम से जाना जाता है।
खून की नदी बन चुकी है खतरनाक
साइबेरिया की इस नदी का पानी एक रिसाव की वजह से लाल हो गया था । जिसके बाद इस नदी की तस्वीरें सोसियल मिडिया पर वायरल होने लगी थी । वहीं कुछ शोधकर्ताओं ने कहा कि अब इस नदी का पानी बहुत अधिक प्रदुषित हो चुका है। और इसमे मछलियां भी मरने लगी हैं। यह नदी इंसानों के लिए भी काफी खतरा है। रूस की नदी होने की वजह से इसके बारे मे हमे नेट पर ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।
खून की नदी का रहस्य Rio Tinto estuary Spain
ऐसा नहीं है कि केवल रूस के अंदर ही खून की नदी बहती है। वरन स्पेन के अंदर भी एक ऐसी नदी है जिसको खून की नदी कहा जाता है क्योंकि उसका पानी एकदम से लाल है। Rio Tinto नदी भी साइबेरिया की नदी की तरह एक लाल रंग के पानी की नदी हो चुकी है। वैसे यह नदी जन्म से ही लाल रंग की नहीं है। वरन इसको लाल बनाया है यहां पर हो रहे 1000 सालों से प्रदुषण ने इस नदी के अंदर आस पास के उधोग से कचरा डाला जाता है। जिसकी वजह से अब इसको ब्लड रिवर या खून की नदी कहा जाता है। 1942 के बाद यह क्षेत्र सबसे अधिक प्रदुषित क्षेत्र मे से एक बन चुका है।
यह नदी 95 किलोमिटर तक फैली हुई है। और इसके साथ कई किलोमिटर तक खनन क्षेत्र भी जुड़ा हुआ है।
हालांकि इस नदी के पानी का कई बार परिक्षण भी किया जा चुका है। लेकिन इसमे सुधार के प्रयास कुछ खास हीं हुए हैं। खून की नदी के पानी मे कई ऐसे गम्भीर पदार्थ मौजूद हैं। कि यदि इस पानी को कोई पी जाए तो उसकी मौत हो सकती है। वैसे इस नदी का पानी किसी जहर से कम नहीं है।खून की नदी के आस पास 1890 ई को खनन शूरू हुआ था जो 1898 तक आते आते इस नदी को काफी प्रदुषित नदी बना दिया गया ।
अब इस नदी को खून की नदी कहा जाने लगा है। एक दुनिया की दूसरी खून की नदी है। जो सबसे प्रदूषित नदी है। यदि कोई इंसान इस नदी के पानी मे उतर भी जाए तो उसे भी गम्भीर बिमारियां हो सकती हैं। यह नदी इतनी जहरीली हो चुकी है।
khoon ki nadi ka rahasya Yangtze River in china
Yangtze River नदी का रंग भी लाल हो चुका है। कुछ लोग बताते हैं कि करीब पांच बजे थे । सब कुछ सामान्य था । लेकिन अचानक से नदी का पानी गहरा लाल हो गया और अंत मे पूरी तरह नदी लाल नदी बन गई । लोगों को यह भी समझ मे नहीं आ रहा था कि नदी का पानी लाल कैसे हो सकता है।यदि पानी प्रदूषित भी हो गया है तो इस नदी के आस पास कोई कारखाना भी तो नहीं है।वानजाउ चीन के पूर्वी तट पर एक ईसाई धर्म का केंद्र भी है। इसके अनुसार नदी का लाल होना एक तरह से दुनिया के अंत होने का संकेत है। जिसको बाइबिल मे वर्णित किया गया है।
हालांकि यह सच नहीं है वानजाउ पर्यावरण संरक्षण टीम ने बताया की नदी के अंदर प्रदूषण हो चुका है। इसके पानी का लाल रंग अवैध डंपिंग के कारण है। इसमे पेपर मिल के अपशिष्ट मिल चुके हैं।
यह कोई पहली घटना नहीं है। सन 2012 के अंदर भी ऐसा हो चुका है।
खूनी झरना
जापान के अंदर एक ऐसा ही झरना है। जिसका पानी लाल होने की वजह से इसको खूनी झरना कहा जाता है। यह ब्लड पॉड प्रदूषण की वजह से लाल रंग का नहीं है। वरन यहां पर लौह और नमक की वजह से लाल रहता है। नमक और लौह के मिलने से यहां का तापमान 200 डिग्री तक पहुंच जाता है। इस वजह से खून के झरने से हमेशा भाप निकलती रहती है। इस वजह से इसका तापमान 200 डिग्री तक पहुंच जाता है
अंटार्कटिका का खूनी झरना
अंटार्कटिका के अंदर भी एक खूनी झरना है जोकि जापान के खूनी झरने के समान ही है। इसके अंदर भी पानी लाल रंग का होता है। यह झरना भी लाल रंग का होने की वजह से इसको खूनी झरना कहा जाता है। जिसको देखने के लिए बड़ी संख्या के अंदर पर्यटक आते हैं। इस झरने की खास बात यह है कि जब पानी इस झरने मे आता है तो वह सामान्य होता है। लेकिन जब इस झरने से बाहर निकलता है तो उसका रंग लाल हो जाता है।
इस झरने के पानी पर हुए रिसर्च के मुताबिक इस झरने का पानी यहां पर मौजूद लौहे की खदानों की वजह से लाल होता है।अंटार्कटिका के अंदर लगभग 7 मील तक लौहे की खदाने मौजूद हैं। जब पानी यहां से होकर बहता है और ऑक्सीजन के संपर्क मे आता है। तो लाल दिखने लगता है।
खून की नदी का रहस्य इन ढाका
सन 2016 को बंग्लादेश की राजधानी ढाका के अंदर खून की नदी बही थी । इस खून की नदी की फोटो सोसल मिडिया पर वायरल भी हुई थी । लेकिन यह कोई सच मे खून की नदी नहीं थी । वरन यह नदी तब बही जब अधिक मात्रा मे बकरीद पर पशुकाटे गए और बारिस हो जाने की वजह से उनका खून पानी के साथ मिलकर सड़कों पर बहने लगा । जिसकी फोटो सोसल मिडिया पर वायरल हो गई। यह खून लोगों के घरों तक जमा हो गया था । जिसकी कई लोगों ने आलोचना भी की थी । वहीं स्थानिए लोगों ने कहा कि इस प्रकार से पानी भरने की समस्या अधिकारियों की वजह से है।
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कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है की सभी खून की नदी का रहस्य एक ही है। खून की नदी प्रदूषण के कारण बहती हैं। ऐसी कोई नदी नहीं है जिसका रंग बिना प्रदूषण के लाल ही हो । हां खूनी झरने का रहस्य से पर्दा उठाएं तो इनका रंग लाल होने के पीछे लौहा पदार्थ जिम्मेदार है। खून की नदी के रहस्य पर आपको यह लेख