महिलाओं को सुपारी खाने के फायदे ,pregnancy me supari kha sakte hai गर्भावस्था के अंदर महिलाओं को अनेक चीजे खाने का मन करता है। नई नई चीजों का शौक बढ़ जाता है। हमारे एक रिडर ने हम को मेल कर पूछा कि सर बताइए गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने के फायदे क्या हैं। आज के लेख मे हम आपको गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने के फायदों के बारे मे बात करने वाले हैं।बहुत सी महिलाओं को यह पता नहीं होता है कि गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने से नुकसान होता है। और कुछ महिलाओं को यह पता होता है। की गर्भवस्था के दौरान बेटल या सुपारी खाने से क्या क्या नुकसान होते हैं। लेकिन उसके बाद भी वे
सुपारी खाती हैं
।
इसके अलावा कुछ लोग गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने की सलाह भी देते हैं। हालांकि उनका कहना सही होता है। सुपारी के अपने फायदे भी हैं। लेकिन यदि आप गर्भावस्था के दौरान सुपारी खा रहे हैं तो आपको सावधान हो जाने की आवश्यकता है। क्योंकि गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने के नुकसान होते हैं।
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महिलाओं को सुपारी खाने के फायदे pregnancy me supari kha sakte hai
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट से पता चलता है कि गर्भावस्था के दौरान बेटेल पत्तियों के साथ चबाने से कैंसर का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है।इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के मुताबिक, बांग्लादेश के ग्रामीण इलाकों में महिलाएं नियमित रूप से बेल्ट अखरोट और बेटेल के पत्ते का उपभोग करती हैं और इसलिए फोलेट की कमी से पीड़ित होती हैं। गर्भावस्था के दौरान ऐसी कमी से कई प्रकार की समस्याएं जैसे न्यूरल ट्यूब दोष, प्रीटरम जन्म, कम जन्म वजन, तंत्रिका तंत्र में दोष, और मंद विकास भी हो सकता है
महिलाओं को सुपारी खाने के फायदे
आमतौर पर आपने देखा होगा की गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाएं सुपारी का सेवन करती हैं। वे इस दौरान सुपारी को कुछ फायदों से जोड़कर देखती हैं। जिनके संबंध मे वैज्ञानिकों की विरोधा भाषी राय है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने से भूख बढ़ जाती है। हो सकता है यह बात सही भी हो लेकिन आप भूख बढ़ाने के दूसरे तरीकों का प्रयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा गर्भावस्था के अंदर सुपारी खाने से ऐसा माना जाता है कि मां का दूध अधिक होता है। लेकिन इस संबंध मे कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं। हो लेकिन अभी भी इसमे संदेह है। इसके अलावा गर्भावस्था के दौरान सुपारी खाने का कोई फायदा नहीं है।
क्या है सुपारी ?
सुपारी बीटल नट एक प्रकार का पौधा होता है। जिससे यह बनती है। यह दुनिया के लाखों लोगों के द्वारा चबाया जाता है। कुछ लोग इसको पान के साथ चबाते हैं तो कुछ लोग मीठी सुपारी खाते हैं। कुछ लोग इसका प्रयोग खुद बनाकर करते हैं। और वैसे यह बाजार के अंदर भी आसानी से मिल जाती है। वैसे सुपारी खाने से दांतों के अंदर के कई रोग दूर हो जाते हैं। जिसमे से मसूडों का सूजन दांतों के अंदर कीडे ।
यह मुंह के बैक्टीरिया को भी मारता है। और मसरूडों को ईलाज करने मे भी सहायक है। सुपारी के कुछ फायदे हैं तो इसके कुछ नुकसान भी हैं।इसके अतिरिक्त यदि सुपारी के फायदों की बात करें तो यह मासिक धर्म मे फायदे मंद है। और इसका प्रयोग अपच को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सुपारी के अंदर अनेक औषधिए गुण होते हैं।
आज, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि लगभग 60 मिलियन लोग कुछ प्रकार के बेल्ट अखरोट का उपयोग करते हैं। निकोटीन, अल्कोहल और कैफीन के बाद चौथे स्थान पर यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय मनोचिकित्सक पदार्थों में से एक है। लेकिन जबकि कई देशों में बेटेल अखरोट एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और सामाजिक परंपरा है।
यदि आप भी सुपारी खाने के शौकीन हैं तो आपको बता दें कि यदि सुपारी के नुकसान और फायदों की तुलना करें तो सुपारी खाने के फायदे वाला पलड़ा आपको भारी नजर आएगा । तो आइए जान लेते हैं। सुपारी खाने के फायदों के बारे मे भी ।
1.सुपारी खाने के फायदे स्ट्रोक मे
वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार यदि आपको स्ट्रोक जैसी समस्या है तो आपके लिए सुपारी फायदे मंद होती है। इसके अलावा यह आपको स्ट्रोक जैसी बिमारी से लड़ने की ताकत देती है। यह मांसपेशियों को उर्जा देने का काम करती है।
2.सुपारी खाने के फायदे स्किजोफ्रेनिया को भगाती है। supari khane ke fayde in hindi
schizophrenia एक विशेष प्रकार की मानसिक बिमारी होती है। जिसमे रोगी के दिमाग को क्षति पहुंचती है। वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर schizophrenia पर सुपारी के प्रभावों को देखने के लिए रोगियों को कुछ दिनों तक सुपारी खिलाई गई। उसके बाद वैज्ञानिको ने पाया कि रोगियों के अंदर पहले से काफी सुधार था । वैज्ञानिकों ने यह रिसर्च तब किया जब वे इस रोग के लिए नई दवाओं का विकल्प तलास रहे थे ।
3.सुपारी के फायदे अधिक लार का उत्पादन
जब हम सुपारी खाते हैं तो हमारे मुंह के अंदर काफी ज्यादा मात्रा के अंदर लार पैदा होती है। जो लोग मुंह के बार बार सुखने की समस्या से परेशान हैं उनके लिए सुपारी भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसके अलावा अधिक लार का उत्पादन होने का एक फायदा यह भी मिलता है कि यह भोजन के पाचन मे काफी फायदे मंद होती है।
4.कैविटी को रोकने मे सुपारी का प्रयोग
आमतौर पर हम कैविटी को रोकने के लिए कोलगेट वैगरह का यूज करते हैं। लेकिन कोलगेट से आपके दांत सही मायने मे काफी कमजोर हो जाते हैं। सुपारी के अंदर कई प्रकार के एंटीबैक्टीरिया गुण होते हैं। यदि आप सुपारी खाते हैं। तो आपके दांतों मे कैविटी होने की संभावना कम हो जाएगी।कैविटी का बनना दांतों की सड़न या चोट का स्वाभाविक परिणाम है। प्रक्रिया मुंह में भोजन को तोड़ने वाले बैक्टीरिया से शुरू होती है। यह एसिड पैदा करता है जो दांतों के इनेमल को घोल देता है। एक बार गुहा बनने के बाद, बैक्टीरिया फैलता रहता है और अधिक एसिड उत्पन्न करता है, जो आसपास के दांत के ऊतकों को नष्ट कर सकता है और दांत में छेद बना सकता है।
5.सुपारी के फायदे एनिमिया को दूर करने मे
जब किसी व्यक्ति को एनिमिया हो जाता है तो डॉक्टर उसे लौहे युक्त पर्दाथ अधिक खाने की सलाह देता हैं। आपको बतादें की सुपारी भी लौहे का एक स्त्रोत होती है। जो व्यक्ति सुपारी का सेवन करते रहते हैं। उनके अंदर एनिमिया होने की संभावना कम रहती है।
एनीमिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में पर्याप्त लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। एनीमिया कई प्रकार के होते हैं, और प्रत्येक के अपने लक्षण होते हैं।
एनीमिया कई चीजों के कारण हो सकता है, जिनमें आयरन की कमी, कैंसर और प्लीहा या यकृत को नुकसान पहुंचाने वाले रोग शामिल हैं। अधिकांश प्रकार ए और बी एनीमिया लाल रक्त कोशिकाओं की कमी (30% से नीचे हेमेटोक्रिट) के कारण होते हैं। अन्य कारणों में गर्भावस्था, उन्नत आयु और भारी रक्तस्राव शामिल हैं।
आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया सबसे आम प्रकार है, और आमतौर पर थकान, सांस लेने में तकलीफ और त्वचा का पीला पड़ना इसका कारण बनता है। महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म और बांझपन का अनुभव हो सकता है। बच्चे खेल खेलने या नए कौशल सीखने के बाद खराब विकास और थकान प्रदर्शित कर सकते हैं।
6.बांझपन के ईलाज मे सुपारी का प्रयोग
आमतौर पर पुरूषों मे तेजी से स्ख्लन की समस्या आम होती जा रही है। और धीरे धीरे ऐसा होते हुए पुरूष बांझपन का शिकार होते जा रहे हैं। यह केवल भारत की ही नहीं वरन पूरे विश्व की समस्या है। सुपारी खाने से सख्लन की समस्या से छूटकारा मिलता है।
7.सुपारी खाने के फायदे दस्त रोग मे
दस्त की स्थिति तब होती है। जब आंत के द्वारा किसी गड़बड़ी के वजह से भोजन पचाया नहीं जाता है। और ऐसी स्थिति के अंदर पेट आवाज भी कर सकता है। दस्त लगने से शरीर के अंदर पानी की कमी आ जाती है। सुपारी कम मात्रा मे खाने से दस्त की समस्या दूर होती है।
8.सुपारी के फायदे होंठ के लिए
सुपारी के पेड़ की जड़ का प्रयोग भी होंठों के उपचार के अंदर किया जाता है। यदि आपके होंठ फटे हैं तो सुपारी की जड़ को पीस कर अपने होंठों पर लगाने से फटे हुए होंठ ठीक हो जाते हैं।
9.सुपारी के फायदे पीठ दर्द के उपचार में
आजकल अधिकतर लोगों को पीठ दर्द की समस्या रहती है। इसके लिए वे कई तरह का उपचार भी करते हैं। लेकिन उनसे कोई फायदा नहीं होता है। सुपारी भी पीठ दर्द के उपचार मे फायदे मंद है।सुपारी के पौधे की पतियों का रस निकाल कर उसे तेल मे मिलाकर निरंतर सुबह शाम लगाने से पीठ दर्द की समस्या से छूटकारा मिल जाता है।
11.पेट के कीड़े मारने मे उपयोगी
जिन लोगों को पेट के कीड़ों ने परेशान कर रखा है। उनको सुपारी का सेवन करना चाहिए । यह पेट के कीड़ों को मारने मे काफी उपयोगी होती है। सुपारी को दही के साथ मिलाकर सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
12.मन की एकाग्रता बढ़ाने मे सुपारी का प्रयोग
एक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि रात के अंदर सुपारी का सेवन करने से मन की एकाग्रता बढ़ जाती है। खासकर रात के अंदर काम करने वाले व्यक्तियों की सर्तकता पैदा करने के लिए सुपारी का प्रयोग किया जासकता है।
13.मसूड़ों के अंदर सूजने के ईलाज मे
यदि आपको मसूड़ों के अंदर सूजन रहने की शिकायत रहती है तो सुपारी आपके लिए फायदे मंद हो सकती है। सुपारी मसूड़ों के अंदर सूजन का ईलाज करने की एक अच्छी दवा है। सुपारी के पाउडर को 2 चम्मच घी के अंदर भूनने के बाद इसमे अजवाइन सैंधा नमक और कत्था मिलाकर सूजन वाले स्थान पर लगाएं । जिससे सूजन की समस्या दूर हो जाएगी ।
14.सुपारी के फायदे पाचन करने मे
सुपारी के अंदर ईलाइची खस खस और कपूर को मिलाकर एक मिक्ष्रण बना लें उस मिस्त्रण को खाने के बाद प्रयोग करें । यह भोजन के पचाने मे काफी मददगार होता है। इसके अलावा यह संतुष्टि को भी बढ़ाता है।पाचन की समस्या यदि आपको है तो आपको सिर्फ सुपारी पर ही निर्भर नहीं रहना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। आपको इसके लिए दूसरे उपाय भी करने चाहिए । जिससे कि आपको काफी अधिक फायदा हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।आजकल पाचन से जुड़ी दवाएं आती हैं आप उनका सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद हो सकती हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
15.सुपारी का प्रयोग कब्ज को ठीक करने मे
यदि आपको हमेशा कब्ज की शिकायत रहती है । तो आप सुपारी का सेवन कर सकते हैं। सुपारी के पौधें की नर्म पतियों के अंदर रस निकाल लें । उसके बाद उसे शाम को पिये । ऐसा करने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। सुपारी के पतो के अंदर लैक्सेटिव होता है।
कब्ज के कई अलग-अलग कारण होते हैं। कुछ लोगों को जीवन शैली पसंद के कारण परेशानी हो सकती है, जैसे उच्च फाइबर आहार खाना या खूब पानी पीना। अन्य लोगों को चिकित्सीय स्थितियों के कारण समस्याएँ हो सकती हैं, जैसे क्रोहन रोग या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम। फिर भी अन्य लोग जीवन के नए तरीके के अभ्यस्त होने में बहुत धीमे हो सकते हैं, जैसे लस मुक्त आहार का पालन करना। किसी भी मामले में, आमतौर पर एक अंतर्निहित समस्या होती है जिसे ठीक किया जा सकता है।
कब्ज का सबसे आम कारण आहार में अपर्याप्त फाइबर है। यह बहुत अधिक प्रसंस्कृत भोजन खाने या फलों और सब्जियों जैसे पर्याप्त संपूर्ण खाद्य पदार्थ नहीं खाने के कारण हो सकता है। फाइबर आंतों के माध्यम से भोजन को स्थानांतरित करने में मदद करता है और नियमितता का समर्थन करता है। अपने फाइबर सेवन को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है खूब सारे फल और सब्जियां, मेवे और बीज, और साबुत अनाज खाना।
16.सुपारी के फायदे पेशाब की समस्या को दूर करने मे
बेटल नट के पत्तों का रस निकालकर उसे शक्कर और दूध के साथ नियमित सेवन करें । ऐसा करने से यदि आपको किसी भी प्रकार की पेशाब संबंधित समस्या होगी तो वह दूर हो जाएगी ।
पेशाब की कुछ अलग प्रकार की समस्याएं हैं। वे सभी बहुत निराश हो सकते हैं, और वे सभी कुछ शर्मनाक क्षणों को जन्म दे सकते हैं। यहाँ कुछ सबसे सामान्य प्रकार हैं:
1. यूरिनरी कॉन्टिनेंस प्रॉब्लम: यह तब होता है जब आप अपने यूरिन को बहुत लंबे समय तक रोक नहीं पाते हैं, या जब आपके लिंग या योनि से रिसाव होने लगता है। यह वास्तव में शर्मनाक हो सकता है, और इससे संक्रमण भी हो सकता है।
2. यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन: जब बैक्टीरिया आपके यूरिनरी ट्रैक्ट में आ जाता है, तो यह इंफेक्शन का कारण बन सकता है। यह सर्दियों के दौरान विशेष रूप से आम है, जब ठंड का मौसम आपके शरीर के लिए संक्रमण से लड़ना कठिन बना देता है।
3. गुर्दे की क्षति: यदि आपको गुर्दे की समस्या है, तो आप अपने मूत्र को सामान्य रूप से लंबे समय तक रोक नहीं पाएंगे।
17.दांतों का पिलापन दूर करने के लिए
यदि आपके दांत पीले हो चुके हैं। और आप उनका पीलापन दूर करना चाहते हैं तो आप सूपारी का प्रयोग कर सकते हैं। सुपारी के पाउडर से दांतों की सफाई नियमित करें । ऐसा करने से दांतों का पीलापन दूर हो जाएगा और आपके दांत सफेद हो जाएंगे।
18.मांशपेशिय ताकत बढ़ाने मे सुपारी का प्रयोग
जिन लोगों को दिल का दौरा पड़ता है। उनकी आवाज कमजोर होती है। और उनकी मांशपेशिय ताकत भी काफी कमजोर होती है। यदि वे अपनी मांसपेशिय ताकत को बढ़ाना चाहें तो सुपारी का सेवन कर सकते हैं। और जिससे उनकी आवाज के अंदर भी सुधार होगा ।
19.सुपारी के फायदे महिलाओं के लिए
आमतौर पर कई महिलाएं ल्यूकोरेरिया से पीड़ित होती हैं। यह हार्मोन असंतुलन की वजह से होता है। सुपारी खाने से शरीर के अंदर हार्मोन का संतुलन बनता है। इसके अलावा मासिक धर्म के पहले सुपारी खाने से शरीर के अंदर ऐंठन मे कमी आती है।
20.दाद खुजली के अंदर सुपारी का प्रयोग
यदि आपको दाद वैगरह की समस्या है तो आप सुपारी का प्रयोग कर सकते हैं। इसके लिए कच्ची सुपारी को मिटटी के तेल के अंदर घोटकर दाद पर लगाने से दाद दूर हो जाते हैं।दाद एक फंगल संक्रमण है जो अक्सर त्वचा को प्रभावित करता है। यह ट्राइकोफाइटन रूब्रम नामक एक प्रकार के कवक के कारण होता है, और संक्रमित त्वचा या सामान के संपर्क में आने से फैल सकता है। दाद के लक्षणों में लाल, खुजली वाले घाव शामिल हैं जो फफोले हो सकते हैं और काले और पपड़ीदार हो सकते हैं, साथ ही उन क्षेत्रों में बालों का झड़ना जहां कवक ने खोपड़ी पर आक्रमण किया है। दाद का इलाज ओवर-द-काउंटर सामयिक क्रीम और मौखिक दवाओं के साथ किया जा सकता है।
21.घाव के उपचार मे सुपारी का प्रयोग
कई बार कहीं लगने पर शरीर के अंदर घाव पैदा हो जाता है। सुपारी का प्रयोग घाव के उपचार के अंदर भी किया जाता है। सुपारी की भस्म को के तेल में मिलाकर घाव पर लगाने से घाव ठीक हो जाता है।
22.ब्लडप्रेसर मे सुपारी का प्रयोग
वैज्ञानिकों के अनुसार सुपारी की मदद से ब्लडप्रेसर को कम किया जा सकता है। सुपारी के अंदर टैनीन नामक तत्व होता है। जोकि बल्ड प्रेशर को कम करने मे काफी मददगार होता है।औसत वयस्क का रक्तचाप 128/84 mmHg होता है। इसका मतलब यह है कि औसत व्यक्ति का रक्तचाप खड़े होने की तुलना में नीचे बैठने या लेटने पर कम होता है।
जब आपका दिल धड़कता है, तो आपकी नसों में बहने वाले रक्त का बल आपके रक्तचाप को बढ़ा देता है। रक्तचाप जितना अधिक होगा, आपकी धमनियों पर दबाव उतना ही अधिक होगा और रक्त के मुक्त प्रवाह के लिए कठिन होगा।
रक्तचाप दो प्रकार के होते हैं: सिस्टोलिक और डायस्टोलिक। सिस्टोलिक का अर्थ है “उच्च” और डायस्टोलिक का अर्थ है “निम्न।” आपके सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दबाव पूरे दिन बदलते रहते हैं – कभी एक उठता है और कभी दूसरा गिरता है – लेकिन आराम करने का दबाव आमतौर पर वयस्कों के लिए लगभग 120/80 mmHg होता है।
23.विषैले पर्दाथों को शरीर से बाहर निकालना
सुपारी के अंदर एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं। जोकि हमारे शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने मे काफी मददगार होते हैं। जिसका फायदा यह होता है कि सुपारी हमारे शरीर को स्वस्थ रखने का काम करती है।
कई प्रकार के तत्व
सुपारी के अंदर कई प्रकार के उपयोगी तत्व भी मौजूद होते हैं। जैसे टैनिन, गैलिक एसिड, लिगनिन, एरिकोलिन और एरीकेन इसके अलावा प्रोटीन वसा काब्रोहाइड्रेड आदि भी सुपारी के अंदर मौजूद होते हैं। इस वजह से सुपारी का सेवन किया जाना चाहिए।
सुपारी खाने के नुकसान
वैसे हर एक चीज का प्रयोग लिमिट के अंदर ही करना चाहिए । यदि सुपारी का प्रयोग आप एक औषधी के रूप मे करते हैं तो यह आपके लिए फायदे मंद होती है। लेकिन यदि आप इसका प्रयोग गुटके के साथ करते हैं तो यह आपको नुकसान ही पहुंचाएगी । अखरोट सुपारी के प्रयोग का एक लंबा इतिहास रहा है।
लग भग यही कोई 2000 साल पुराना । हालांकि कई संस्कृतियों का दावा था कि इसके प्रयोग से लाभ भी मिलते हैं। हालांकि, आधुनिक शोध अभ्यास से जुड़े कई स्वास्थ्य जोखिम दिखाता है। बेल्ट अखरोट की नियमित चबाने को मुंह और एसोफैगस, मौखिक सूक्ष्म फाइब्रोसिस, और दांत क्षय के कैंसर से जोड़ा गया है। डब्ल्यूएचओ ने कैंसरजन के रूप में बेल्ट अखरोट को वर्गीकृत किया है और इसके प्रयोग को कम करने के लिए अमेरिका ने एफडीए और सीडीसी ने अखरोट या सुपारी चबाने के संबंध मे अलर्ट जारी किये हैं।
आइए जान लेते हैं। सुपारी खाने के नुकसान के बारे में।
सुपारी के नुकसान मुंह के कैंसर का खतरा
South East Asia Journal of Cancer के अनुसार सुपारी खाने से मुंह के कैंसर होने का बहुत अधिक खतरा बढ़ जाता है। और इस तरह के मामले भी बहुत देखने को मिल रहे हैं। जो लोग सुपारी का प्रयोग गुटका आदि के साथ करते हैं। उनके अंदर कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।
कैंसर एक घातक बीमारी है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है। यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। कैंसर के कई अलग-अलग प्रकार हैं, और प्रत्येक की अपनी विशेषताओं और उपचार की आवश्यकताएं हैं। कैंसर का जल्दी निदान करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन शुरुआती पहचान और उपचार से अधिकांश लोग इससे बच सकते हैं।
सुपारी के नुकसान कई cardiovascular disease
American Society for Clinical Nutrition के अनुसार सुपारी का रोजाना सेवन करने से कई प्रकार के रोग हो जाते हैं। जैसे cardiovascular disease,metabolic syndrome, and obesity
आपको बतादें कि अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) की रिपोर्ट है कि हृदय रोग (सीवीडी) संयुक्त राज्य अमेरिका में मृत्यु का प्रमुख कारण है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, सीवीडी ने 2015 में 610,000 से अधिक मौतों का हिसाब दिया। ये आंकड़े सीवीडी को समझने और रोकने के महत्व को रेखांकित करते हैं।
हालांकि सीवीडी का कोई एक निश्चित कारण नहीं है, जीवनशैली कारक – जैसे धूम्रपान, व्यायाम की कमी, और अधिक वजन/मोटापा – प्रमुख योगदानकर्ता हैं। अन्य जोखिम कारकों में उच्च रक्तचाप, हृदय रोग जोखिम जीन, असामान्य रक्त वसा और आयु शामिल हैं।
सीवीडी को रोकने के लिए अच्छी समग्र स्वास्थ्य आदतों और स्थापित मामलों के प्रभावी उपचार के संयोजन की आवश्यकता होती है। एक स्वस्थ आहार जिसमें प्रचुर मात्रा में फल और सब्जियां, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और लीन प्रोटीन स्रोत शामिल हों, पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
लत जाने की समस्या
आम तौर पर आपने देखा होगा कि जो लोग सुपारी एक बार खाने लग जाते हैं। उनको बाद मे सुपारी की लत लग जाती है। और वे उसको बिना खाए बिना रह नहीं सकते हैं। यह भी सुपारी के साथ एक गम्भीर समस्या है।
गर्भवति महिलाओं के लिए नुकसानदायक
सुपारी खाने का नुकसान एक यह भी है कि यदि कोई गर्भवति महिला सुपारी खाती है। तो उसके साथ कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जैसे उसके बच्चे को कैंसर हो सकता है। और उनके अंदर फोलेट की कमी और न्यूरोल टयूब दोष भी हो सकता है।
नवजात शिशुओं में कम जन्म वजन
यदि गर्भवति महिला सुपारी का सेवन करती है। तो वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार उसके पैदा होने वाले बच्चे के अंदर कम वजन की समस्या होती है। इस बात को कई वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर प्रमाणित किया जा सकता है।
पायरिया होने की संभावना
कुछ वैज्ञानिक रिसर्च यह भी कहते हैं कि एक लिमिट से ज्यादा मात्रा के अंदर यदि आप सुपारी खाते हैं तो आपको पारिया हो सकता है। इससे आपके दूध के दांत तो खराब होते ही हैं। इसके अलावा नोर्मल दांत भी पीले हो सकते हैं।
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दुनिया भर में स्वास्थ्य संगठन और सरकारें अखरोट जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कदम उठा रही हैं। ताइवान ने सालाना “बेटेल न्यूट प्रिवेंशन डे” घोषित कर दिया है।
ताइपे में अधिकारियों ने सुपारी को हर जगह पर थूकने पर प्रतिबंध लगादिया । 2012 में, डब्ल्यूएचओ ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में अखरोट के उपयोग को कम करने के लिए डिज़ाइन की गई एक एक्शन प्लान जारी किया था । कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है। दुनिया के अंदर सुपारी के प्रयोग को कम करने के लिए सरकारे कदम उठा रही हैं।
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