डायरी लिखने का तरीका के बारे मे हम जानने का प्रयास करेंगे।कुछ लोगों की आदत होती है। कि उनके जीवन के अंदर जो कुछ भी घटित होता है , वे उसको एक डायरी के अंदर उतार देते हैं। असल मे डायरी लिखने के अनेक फायदे होते हैं। डायरी लिखना एक तरह से अपने दोस्त की तरह होती है। और यह आपके अंदर के तनाव को कम करती है। आपके लेखन के अंदर सुधार लाने का काम करती है। जब हम स्कूल कॉलेज को छोड़ देते हैं , तो धीरे धीरे हमारी लिखने की आदते बदतर होती जाती हैं। और डायरी उनको सुधारने का काम करती है। खैर डायरी लिखना कुछ लोगों के लिए बोरिंग हो सकता है। मगर बहुत से लोग आज भी डायरी लिखते हैं। आप डायरी किस तरह से लिख सकते हैं ? इसके बारे मे हम आपको इस लेख के अंदर विस्तार से बताने वाले हैं।
वैसे यदि आप डायरी लिखना नहीं जानते हैं , तो इसके कुछ नियम होते हैं ,जिसकी मदद से आप अपनी डायरी को लिख सकते हैं। और एक बेहतरीन डायरी को लिख सकते हैं।
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मार्केट से एक अच्छी और कलरफुल डायरी खरीदें
हालांकि आप चाहें तो एक आम बुक के अंदर डायरी लिख सकते हैं। लेकिन यह एक अच्छा तरीका नहीं है। आप बाजार से एक कलरफुल डायरी को खरीदें , जोकि दिखने मे काफी अधिक सुंदर दिखाई देती है। डायरी सिर्फ एक बेकार चीज नहीं है। और इसके साथ आपकी भावनाएं जुड़ी होती हैं। इसलिए इसको कलरफुल बनाना आपके मन को संतोष प्रदान करने का काम कर सकता है।
डायरी लिखने का समय कैसे निर्धारित करें
दोस्तों डायरी लिखने का समय वैसे तो निर्धारित करने की जरूरत नहीं होती है। खासकर यदि आप एक हमारी तरह आम इंसान हैं , तो आपको शाम को सोने के वक्त डायरी लिखना बेहतर होता है। हम डायरी को किसी सफल लोगों की तरह साथ साथ लेकर नहीं घूम सकते हैं। क्योंकि इसके अंदर हमारी लाइफ की पर्सनल बातें होती हैं। और कोई भी हमसे छीन कर पढ़ सकता है। इसलिए शाम को जब सोने का समय हो तब आप डायरी मे कुछ लिख सकते हैं। हालांकि सफल लोग डायरी को साथ लेकर घूमते हैं। और जरूरत पड़ने पर अपने जीवन के बारे मे उसके अंदर लिख देते हैं।
भगवान के नाम के साथ डायरी की शुरूआत करें
दोस्तों डायरी के अंदर कुछ भी लिखने से पहले भगवान के नाम के साथ उसको शूरू करना चाहिए । आप बड़े अक्षरों के अंदर भगवान का नाम लिख सकते हैं। यदि आप भगवान के अंदर भरोशा करते हैं , तो फिर आपको यह जरूर ही करना चाहिए । और यदि आप नहीं करते हैं। तो फिर कोई समस्या नहीं है। बहुत से लोग ऐसा करते हैं।
डायरी मे घटना लिखने से पहले तारिख दर्ज करें
जिस भी दिन आप डायरी लिख रहे हैं , उस दिन की घटना दर्ज करने से पहले आपको सही सही तारिख को दर्ज करना होगा । यह बहुत ही जरूरी होता है। तारिख को दर्ज करने से यह आसानी से पता चल जाता है , कि अमुक तारिख के अंदर आपके साथ क्या हुआ था । तो यह कार्य आपको जरूर ही करना चाहिए ।यदि आप बिना तारिख के डायरी मे कुछ भी लिख रहे हैं , तो फिर उसके लिखने का कोई भी फायदा नहीं होता है।
डायरी मे क्या लिखना है और क्या नहीं ?
बहुत से लोग डायरी लिखने तो लग जाते हैं , मगर उनको यह पता नहीं होता है , कि वे इसके अंदर क्या लिखें । वे इसके अंदर खाने के बारे मे , और छोटी मोटी बातों के बारे मे लिखने लग जाते हैं। मगर आपको बतादें कि यदि आप डायरी लिख रहे हैं , तो इसके अंदर सिर्फ वेही बातें आपको लिखनी चाहिए , जोकि आपके जीवन मे महत्वपूर्ण होती हैं। जैसे कि आज आपके यहां पर विवाह हो रहा है। या फिर आज आपके यहां पर बच्चे का जन्म हुआ है। बच्चे का नामांकरण । आपके रिलेशन मे आप झगडा हुआ । इसी तरह से आपके घर मे चोरी का होना या फिर नौकरी का लगना । जैसी चीजें आप डायरी के अंदर लिख सकते हैं। वे ना लिखें जो कि नोर्मल होता है। इससे क्या होगा , कि आपको रोजाना अधिक लंबी चोड़ी बातें लिखने की जरूरत नहीं पड़ेगी । बस जीवन की महत्वपूर्ण घटना कुछ ही वर्ड के अंदर सिमट जाएगी ।
जीवन के गुप्त रहस्यों को डायरी मे लिखना चाहिए या नहीं ?
देखिए हर इंसान के जीवन के अंदर कुछ गुप्त रहस्य होते हैं। जिनके उपर बहुत सारे लोगों के सवाल होते हैं। तो उनको आपको डायरी के अंदर नहीं लिखना चाहिए । खासकर यदि आपको लगता है , कि आपसे गलती हुई है , तो इस तरह के रहस्यों को बस डायरी से दूर ही रखना चाहिए । क्योंकि यदि गलती से आपकी डायरी किसी के हाथ लग गई , तो फिर समस्या हो सकती है। और आपकी छवि को धूमिल कर सकता है।
बहुत से लोग इस तरह के होते हैं , जोकि जीवन मे कई तरह के गलत कार्य किये होते हैं , तो इस तरह के लोग यदि सारी बातें डायरी के अंदर उतारदेंगे , तो उनका जीवन नर्क बनते देर नहीं लगेगी , इसलिए डायरी मे जो कुछ लिख रहे हैं , आपको सोच समझकर ही लिखना चाहिए ।
डायरी को हमेशा सुंदर हेंडराइटिंग के साथ लिखें
देखिए । यदि आप डायरी लिख रहे हैं , तो हमेशा जल्द बाजी के अंदर उसको नहीं लिखना चाहिए । वरन उसको सुंदर हेंडराइटिंग के साथ ही लिखना चाहिए। इससे पढ़ने मे यह काफी आसान हो जाएगी । और हर कोई आसानी से इसको समझ पागा । वरन आप खुद को भी इस तरह से लिखना काफी अधिक अच्छा लगेगा ।इसलिए डायरी को लिखते समय अपनी हेंडराइटिंग का खासतौर पर आपको ध्यान रखना चाहिए । नहीं तो यह बेकार का कूड़ा और करकट लग सकता है। भले ही आपकी हेंडराइटिंग अच्छी नहीं है। लेकिन आराम से यदि आप लिखेंगे तो स्पष्टता अपने आप ही आ जाएगी ।बाकि जिन लोगों की अच्छी हेंडराइटिंग है , उनको तो अच्छे से ही लिखना होगा ।
डायरी के अंदर रोचक बातें लिखें
देखिए डायरी कोई किताब नहीं है। इसके अंदर आपकी भावनाएं और फिलिंग के बारे मे लिखा जाता है। इसलिए आपको इस तरह से डायरी को लिखना चाहिए । जिससे कि डायरी पढ़ने के अंदर काफी अधिक रोचक होनी चाहिए । आपके जीवन की इस तरह की घटनाएं उसके अंदर लिखें , जोकि किसी ना किसी तरह से आपके जीवन के अंदर काफी अधिक महत्वपूर्ण थी । जैसे कि आपका किसी से प्यार करना या फिर प्यार मे धोखा देना । घर मे शादी मौत आदि के बारे मे आप लिख सकते हैं। लेकिन सिंपल भाषा मे डायरी का लिखना जरूरी होता है।
आप अपनी डायरी मे फोटो लगा सकते हैं
दोस्तों यदि आप अपनी डायरी को काफी अधिक रोचक बनाना चाहते हैं , तो अपनी डायरी के अंदर फोटो भी लगा सकते हैं। आप अपने जीवन की कुछ यादगार पलों की फोटो को उसके अंदर लगा सकते हैं। और उसके बाद उनको वर्णन वाले स्थान पर चिपका सकते हैं। इससे जब भी आप पुरानी फोटो को देखेंगे तो आपके मन मे यादें पूरी तरह से ताजा हो जाएगी । तो इस तरह से आप डायरी को और अधिक जीवंत बना सकते हैं। जो अन्य लोगों को भी काफी अधिक पसंद आएगी ।
यदि आप खुद एक सुंदर फोटो बना सकते हैं। तो यह और भी अच्छा होगा । आप डायरी पर ही उस समय की सुंदर फोटो बना सकते हैं। जो और भी अच्छी उस डायरी के अंदर लग सकती है। हालांकि सभी लोग ऐसा नहीं कर सकते हैं। जो कर सकते हैं। उनको यह जरूर ही करना चाहिए ।
अलग अलग कलर के पैन का प्रयोग कर सकते हैं
डायरी के अंदर आप चाहें तो एक ही रंग के पैन का प्रयोग कर सकते हैं। मगर यदि आप अपनी डायरी को और अधिक रोचक बनाना चाहते हैं , तो फिर इसके अंदर अलग अलग रंग के पैन का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे कि नीले रंग , लाल रंग और काले रंग का प्रयोग कर सकते हैं। जैसे कि डायरी के अंदर किसी टॉफिक को लाल पैन से लिख सकते हैं। तो अंत मे सीख आप काले पैन से लिख सकते हैं। वर्णन नीले पेन से लिख सकते हैं। या फिर इन रंगों को आप अपने अनुसार डिसाइड कर सकते हैं।
डायरी को रोज लिखने की आदत डालें
यदि आप डायरी लिख रहे हैं , तो ऐसा ना करें , कि चार से पांच दिन की घटनाएं एक ही दिन लिखने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसा करने से आप सही से लिखने मे सफल नहीं हो पाएंगे । क्योंकि अक्सर यह देखा गया है , कि कुछ लोगों का डायरी लिखने का मन नहीं करता है , उसके बाद भी लिखने बैठ जाते हैं। और जब मन किया लिखा जब मन किया नहीं लिखा । इस तरह से करने से अच्छा है , कि डायरी ना ही लिखी जाए ।क्योंकि इस तरह की डायरी कभी भी सही नहीं होती है।
अपने दिल की बातें डायरी मे लिखना होता है
असल मे बहुत से लोग यह पूछते हैं , कि डायरी के अंदर क्या लिखना है , तो इसका एक सरल जवाब है , कि आपको अपने दिल की बातों को डायरी के अंदर लिखना होता है। किसी से यदि आप पूछेंगे , तो हो सकता है , कि वह आपको सही सही ना बता पाए । तो बेहतर यही होगा कि आपका दिल जो करे , वही लिखें । अधिक खुशी या अधिक गम से जुड़ी बातें डायरी मे लिखना अच्छा होता है।
डायरी के प्रकार को निर्धारित जरूर करें
यदि आप डायरी लिख रहे हैं , तो उसके प्रकार को आपको निर्धारित करना काफी अधिक जरूरी होता है। जैसे कि काल्पनिक डायरी के अंदर , रियल्टी जैसा कुछ नहीं होता है। उसके अंदर सारी बातें काल्पनिक ही होती हैं। उसी तरह से व्यक्तिगत डायरी के अंदर इंसान के जीवन की बातें होती हैं।साहित्यिक डायरी के अंदर बस तर्क वितर्क जैसा कुछ होता है। मगर अधिकतर लोगों को दो तरह की डायरी लिखना पसंद होता है। एक तो व्यक्तिगत और दूसरी काल्पनिक जैसा कि मैं अपनी बात करूं तो मुझे काल्पनिक डायरी लिखना काफी पसंद है।