यह हैं आपके दिमाग को तेज करने की गोली super brain tip

‌‌‌दोस्तों आइए जानते हैं दिमाग तेज करने की गोली के बारे मे – दोस्तों समय काफी तेजी से बदल रहा है। और आज के समय मे दिमाग का तेज होना बहुत अधिक आवश्यक है। बिना दिमाग के तेज  हुए हम इस जिंदगी के अंदर सक्सेस नहीं हो सकते हैं। हर जगह देखों आपको कम्पिटिशसन ही दिखेगा । और आप इस कम्पि्टिशन को तब तोड़ पाओगे जब आपके दिमाग के अंदर ताकत होगी ।‌‌‌यदि आपके दिमाग के अंदर ताकत नहीं है तो आप इस कम्पिटिशन को कभी भी नहीं तोड़पाओगे । और जब आप ऐसा नहीं कर पाओगे तो बहुत अधिक निराश हो जाओगे । क्योंकि जिंदगी के अंदर सक्सेस नहीं मिलना बहुत बुरी बात है। ऐसी स्थिति के अंदर बहुत लोग तो डिप्रेशन के अंदर चले जाते हैं।

‌‌‌यदि आप डिप्रेशन के अंदर नहीं जाना जाते हैं । तो आपको अपने दिमाग का पॉवर बढ़ाने के लिए हर तरीके आजमाने होंगे । और सफलता के लिए प्रयास करने होंगे । यदि आप चाहते हैं सफल होना तो आपको कुछ करना होगा ।दोस्तों अब दिमाग की पॉवर बढ़ाने के लिए अनेक तरीके मौजूद हैं। इन तरीकों के अंदर दिमाग तेज करने की गोली ‌‌‌या दिमाग तेज करने के ड्रग्स भी आते हैं। जिनका उपयोग आप अपने दिमाग को तेज करने के लिए कर सकते हैं। इस लेख के अंदर हम आपको दिमाग तेज करने के ड्रग्स के बारे मे या दिमाग तेज करने की गोली के बारे मे बताने वाले हैं।

Fish Oils दिमाग तेज करने की मेडिशन

दोस्तों मछली का तेल भी आप दिमाग तेज करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इसको एज ए दवा के रूप मे प्रयोग कर सकते हैं।मछली के तेल के अंदर  ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है, जो डोकोसाहेक्सैनेओइक एसिड (डीएचए) और ईकोसापेंटेनोइक एसिड (ईपीए) का एक समृद्ध स्रोत है। ‌‌‌मछली का तेल आपके दिमाग को ही तेज नहीं करता है। वरन यह अनेक फायदे भी आपको पहुंचाता है।डीएचए आपके दिमाग की संरचना और कार्य को बेहतर ढंग से बनाए रखने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।यह हमारे दिमाग की कोशिकाओं के अंदर पाए जाने वाले कुल वसा का लगभग 25% और ओमेगा -3 वसा का 90% है।

‌‌‌मछली के तेल के अंदर पाये जाने वाले ओमेगा -3 फैटी एसिड  के अंदर विशेषर प्रकार के गुण होते हैं।जोकि उम्र के अंदर बढ़ोतरी होने के बाद भी दिमाग की क्षति को कम करने का काम करता है। डीएचए की खुराक लेने से दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है , सोचन क्षमता , प्रतिक्रिया  और मैमोरी के अंदर सुधार होता है।इसके अलावा जिनके पास कम डीएचए होता है। उनके दिमागी कार्य के अंदर हल्की गिरावट आती है। ईपीए हमेशा बेहतर दिमाग के लिए काम नहीं करता है। लेकिन यदि कोई डिप्रेसन के अंदर होता है तो यह उसके लिए फायदे मंद होता है।

ओमेगा -3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा प्राप्त करने के लिए प्रति सप्ताह कम से कम 20 ऑयली मछली खाने से प्राप्त किया जा  सकता है।यदि आप ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो फैटी ऐसिड ऑनलाइन भी मिलता है जिसका उपयोग आप कर सकते हैं। इसमे आपको मछली खाने के झंझट से छूटकारा भी मिल जाएगा ।

शिकागो में इलिनोइस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं  ने चूहों पर किये गए रिसर्च के अंदर यह पाया है कि दिमाग के अंदर आमेगा 3 के बढ़ाने से दिमाग की कार्य क्षमता के अंदर बढ़ोतरी की जा सकती है। ओमेगा 3 फैटी एसिड डीएचए और ईपीए को दिमाग से जुड़े रोग जैसे अल्जाइमर रोग से जुड़ी स्मृति और संज्ञानात्मक घाटे से बचाने के लिए भी जाना जाता है।यदि आप मछली का तेल खाते हैं तो यह आपके दिमाग के अंदर डीएचए के स्तर को बढ़ाता है। ‌‌‌कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि Fish Oils हमारे दिमाग को तेज करने की गोली की तरह काम करता है।

‌‌‌दिमाग तेज करने की गोली के रूप मे Resveratrol

रेस्वेराट्रोल एक एंटीऑक्सिडेंट है ,जोकि प्राक्रतिक रूप से अगूंर ,रसभरी और ब्लूबेरी की त्वचा के अंदर पाया जाता है।यह रेड वाइन, चॉकलेट और मूंगफली में भी पाया जाता है। रेस्वेराट्रोल की खुराक लेने से हिप्पोकैम्पस के बिगड़ने से रोका जा सकता है, जो मस्तिष्क से जुड़ा एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और मैमोरी से जुड़ा हुआ है। कुछ लोगों को मैमोरी से जुड़ी समस्याएं होती हैं ।जैसे वे किसी चीज को जल्दी भूल जाते हैं तो उनके लिए यह उपयोगी हो सकता है। ‌‌‌यदि यह बात सच है तो यह हमारे दिमाग के कार्य के अंदर गिरावट को कम कर सकता है और हमारे दिमाग को अच्छा रखने मे मदद कर सकता है। पशु अध्ययनों से यह भी पता चला है कि रेस्वेराट्रोल स्मृति और मस्तिष्क के कार्य में सुधार करने मे सक्षम है।

स्वस्थ वृद्ध वयस्कों के एक छोटे समूह पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि 26 सप्ताह के लिए प्रति दिन 200 मिलीग्राम रेस्वेराट्रोल लेने से याददाश्त के अंदर काफी अधिक सुधार देखने को मिला है। ‌‌‌यदि आप इसको खरीदना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन खरीद सकते हैं। लेकिन जिस तरह से जानवरों के अंदर इसको मैमोरी सुधार के लिए दिखाया गया है। वैसा इंसानोंके अंदर होगा या नहीं ? यह पूरी तरह से अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।

Resveratrol का परीक्षण करने के लिए 18 महिने को चुना गया और वयस्कों को तीन अलग अलग समूहों के अंदर बांटा गया ।उसके बाद एक नियंत्रण (सीटीएल) समूह को कुछ नहीं खिलाया, एक सीआर समूह ने 70% सीटीएल कैलोरी सेवन, और एक आरएसवी समूह (आरएसवी 200 मिलीग्राम का सप्लीमेंट) खिलाया। ‌‌‌उसके बाद जब सब समूहों का संज्ञानात्मक परीक्षण, दो मोटर परीक्षण, एक भावनात्मक परीक्षण और कोर्टिसोल स्तर का विश्लेषण किया गया तो पाया कि मोटर परीक्षण के अंदर कोई बदलाव नहीं हुआ लेकिन बाकी परीक्षण के अंदर बढ़ोतरी देखी गई। जिससे स्पष्ट हुआ कि Resveratrol का सेवन करने से दिमाग का पॉवर बढ़ाया जा ‌‌‌सकता है।

Caffeine

Caffeine का उपयोग भी दिमाग तेज करने की गोली के रूप मे किया जाता है। कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक होता है ,जोकि चाय , कॉफी और डार्क चॉकलेट के अंदर पाया जाता है। ‌‌‌इसके अलावा आप इसको अलग रूप से भी ले सकते हैं। लेकिन यदि आप चाय का सेवन करते हैं तो फिर आपको इसको अलग से लेने की आवश्यकता नहीं  है। यदि आप अलग से लेना चाहते हैं तो यह ऑनलाइन भी उपलब्ध है।

‌‌‌यह आपके दिमाग को  और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करके काम करता है , जिससे आप कम थका हुआ और अधिक सर्तक महसूस करते हैं। ‌‌‌रिसर्च के अंदर यह पता चला है कि कैफीन का उपयोग आपको अधिक उर्जावान बनाता है और आपके दिमाग को बेहतर ढंग से कार्य करने योग्य बनाता है।आपकी याददाश्त के अंदर भी सुधार करने का काम करता है।

एक कप कॉफी में कैफीन की मात्रा भिन्न होती है, लेकिन आमतौर पर यह 50-400 मिलीग्राम है।यदि आप कैफीन का सेवन करने कीसोच रहे हैं तो आपको प्रतिदिन  200-400 मिलीग्राम  से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए । नहीं तो यह नुकसान कर सकता है। ‌‌‌बहुत अधिक कैफिन लेने से सोने मे परेशानी होना ,उल्टी होना , चिंता हो सकती है।कैफीन एक प्राकृतिक उत्तेजक है , जो आपके दिमाग के कार्यों को अधिक अच्छे से करवाने मे मदद कर सकता है और आपको अधिक उर्जावान बना सकता है। कैफीन  की सबसे अधिक  मात्रा कॉफी, चाय, शीतल पेय, चॉकलेट और ऊर्जा पेय में होती है। इसके अलावा कुछ और भी पदार्थ हैं। जिनके अंदर कैफीन पाया जाता है।

  • ऊर्जा पेय: 50-160 मिलीग्राम।
  • काढ़ा चाय: 40–120 मिलीग्राम।
  • कोको पेय: 2-7 मिलीग्राम।
  • चॉकलेट दूध: 2-7 मिलीग्राम।
  • शीतल पेय: 20–40 मिलीग्राम।
  • डिकैफ़िनेटेड कॉफ़ी: 3–12 मिलीग्राम।
  • एस्प्रेसो: 240-720 मिलीग्राम।
  • कॉफी: 102–200 मिलीग्राम।
  • यर्बा मेट: 65-130 मिलीग्राम।

कैफीन मस्तिष्क सिग्नलिंग अणु एडेनोसिन को अवरुद्ध करने की क्षमता रखता है।डोपामाइन और नॉरपाइनफ्राइन जैसे हार्मोन को बढ़ाने का काम भी करता है जो आपके मूड के सुधार के लिए उपयोगी है।एक रिसर्च के अंदर यह पाया गया है कि 37.5-50 मिलीग्राम कैफीन का सेवन करने से सतर्कता और मैमोरी पॉवर के अंदर सुधार होता है। ‌‌‌इसके अलावा हाल की के अंदर हुए रिसर्च मे यह साबित हुआ है कि प्रतिदिन कैफीनयुक्त दो या तीन कम चाय पीने से आत्महत्या की संभावना को 45 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। यह उन लोगों के लिए उपयोगी हो सकता है। जो आत्महत्या का प्रयास कर चुके हैं और बच गए या वे डिप्रेसन के अंदर हैं।

‌‌‌इसके अलावा कैफिन के सेवन से अवसाद को 13% तक कम किया जा चुका है। एक नये रिसर्च के अंदर यह खुलासा हुआ है। ‌‌‌एक अन्य रिसर्च के अंदर यह पाया गया है कि प्रतिदिन तिदिन तीन से पांच कप कॉफी पीने से अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी दिमागी बीमारियां होने का खतरा 28-60% तक कम हो जाता है।

‌‌‌कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कैफिन हमारे मूड के अंदर सुधार करता है। और जब हमारा मूड अच्छा होता है तो यह दिमाग बेहतर तरीके से काम करता है।इस प्रकार से कैफिन दिमाग तेज करने की गोली के रूप मे काम करता है।

‌‌‌दिमाग तेज करने की दवा- bPhosphatidylserine

फॉस्फेटिडिलसेरिन एक प्रकार का वसा यौगिक होता है , जिसे फॉस्फोलिपिड कहा जाता है, जो हमारे दिमाग में पाया जा सकता है।वैज्ञानिकों के अनुसार दिमाग की क्षमता के अंदर सुधार करने के लिए फॉस्फेटिडिलसरीन की खुराक लेना सही हो सकता है। ‌‌‌रिसर्च के अंदर यह पता चला है कि 100 मिलीग्राम फॉस्फेटिडिलसेरिन प्रति दिन तीन बार लेने से  से दिमाग की क्षमता मे उम्र से संबधित जो गिरावट होती है ,उसे आसानी से रोका जा सकता है। ‌‌‌इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति प्रति दिन 400 मिलीग्राम तक फॉस्फेटिडिलसेरिन की खुराक लेता है तो उसकी सोचन क्षमता और दिमाग की कार्य प्रणाली के अंदर सुधार होता है।

फॉस्फेटिडिलसेरिन (PS) एक फॉस्फोलिपिड है जो सभी कोशिकाओं में पाया जाता है। लेकिन विशेष रूप से दिमाग की कोशिकाओं के अंदर यह अधिक पाया जाता है।  तंत्रिका ऊतक द्रव्यमान का लगभग 70%  इससे ही बनता है। यह कई महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर और उनके रिसेप्टर्स के भंडारण, रिलीज और गतिविधि में सहायता करता है। फॉस्फेटिडिलसेरिन दिमाग के अनेक कार्य करने के लिए जाना जाता है। जैसे

मनोदशा नियामक जो शारीरिक संवेदनाओं, और आंदोलन को नियंत्रित करता है।कोर्टिसोल के स्तर , तंत्रिका व्रद्वि कारक आदि । रिसर्च के अंदर यह पता चला है कि  फॉस्फेटिडिलसेरिन की कम मात्रा दिमाग के अंदर बुरे प्रभाव पैदा कर सकती है। मनोभ्रंश या उम्र से संबंधित संज्ञानात्मक हानि से संबंधित सीखने, मनोदशा, स्मृति, एकाग्रता, शब्द की गिरावट को धीमा आदि समस्याएं हो सकती हैं। ‌‌‌एक मल्टीसेंटर इतालवी अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने फेनिल्टिडाइलसरीन के प्रभावों का अध्ययन किया है।ध्ययन में, मध्यम संज्ञानात्मक गिरावट के साथ, 55 से 80 वर्ष की आयु के 87 परीक्षण विषयों, 60 दिनों की अवधि के लिए 300 मिलीग्राम फॉस्फेटिडिलसेरिन दिया गया । उसके बाद उन सभी लोगों का परीक्षण किया गया तो ‌‌‌उनके संज्ञानात्मक क्षमताओं के अंदर सुधार हुआ।

बेल्जियम के एक अध्ययन ने 65 से 91 आयु वर्ग के 35 हॉस्पिटलाइज्ड सेनेटाइज्ड रोगियों में फॉस्फेटिडिलसेरिन के प्रभावों की जांच की।इस अध्ययन में, 17 रोगियों को 300 मिलीग्राम प्रति दिन फॉस्फेटिडिलसेरिन प्राप्त हुआ, जबकि अन्य 18 को छह सप्ताह के दौरान एक प्लेसबो दिया गया। तीन अलग-अलग मूल्यांकन पैमानों का उपयोग करते हुए, शोधकर्ताओं ने दैनिक जीवन के लिए प्रासंगिक 49 वस्तुओं को मापा, जिन्हें उन्होंने 10 श्रेणियों में विभाजित किया। ‌‌‌इस रिसर्च के अंदर भी दिमाग की क्षमताओं मे सुधार के संकेत आए । बेथेस्डा, एमडी के मेमोरी असेसमेंट क्लिनिक में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने पाया कि, प्लेसबो की तुलना में, फॉस्फेटिडिलसेरिन (300 मिलीग्राम) के 12-सप्ताह के आहार सेवन करने से  स्मृति में सुधार हुआ था।

Acetyl-L-Carnitine

‌‌‌यह भी दिमाग तेज करने की गोली की तरह काम करता है। एसिटाइल-एल-कार्निटाइन आपके शरीर में प्राकृतिक रूप से निर्मित एक एमिनो एसिड होता है। जोकि आपके शरीर के अंदर उर्जा पैदा करने मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।एसिटाइल-एल-कार्निटाइन की खुराक लेने के संबंध मे यह दावा किया गया है कि यह आपकी स्म्रति हानि को कम कर सकता है। आपको सतर्क बना सकता है। ‌‌‌इसके अलावा उम्र से जुड़ी स्म्रति हानि को कम करने का काम भी करता है।यह आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएगा ।

‌‌‌कुछ जानवरों पर किये गए रिसर्च मे यह पता चला है कि एसिटाइल-एल-कार्निटाइन खुराक जानवरों के अंदर सतर्कता पैदा करने का काम कर सकती है।इसके अलावा मनुष्यों पर भी इसके कई अध्ययन हो चुके हैं।  जिनके अंदर यह पाया गया है कि यह मनोभ्रंश ,अल्जाइमर  रोगियों के लिए उपयोगी है। और दिमाग की कार्यक्षमता ‌‌‌के अंदर सुधार कर सकता है।

Acetyl-L-carnitine के संबंध मे किये गए रिसर्च अधिकतर अस्वस्थ लोगों पर किये गए हैं। और यह दावा किया गया है कि यह दिमागी हेल्थ के लिए अच्छा है। लेकिन स्वस्थ लोग यदि इसका सेवन करते हैं तो यह किस प्रकार से उनको फायदा पहुंचा सकता है। इस बारे मे अभी कोई जानकारी नहीं है। ‌‌‌इसके अलावा एक रिसर्च के अंदर यह भी दावा किया गया है कि यह आपके दिमाग के अंदर रक्त के प्रवाह को अच्छा बनाने का काम भी करता है। यह आपके मनोदशा, सीखने और स्मृति में सुधार कर सकता है।

‌‌‌अधिक मानसिक उर्जा

रिसर्च के अंदर यह बताया गया है कि यदि आप ALCAR का रोजाना सेवन करते हैं तो आपके शरीर के अंदर अधिक मानसिक और शारीरिक उर्जा पैदा होती है।वृद्ध पुरुषों और महिलाओं  के लिए यह एक बहुत अधिक फायदे मंद चीज है।

‌‌‌ध्यान केंद्रित करने मे भी मददगार होता है।

एसिटाइल-एल-कार्निटाइन एडीएचडी वाले बच्चों और वयस्कों में, जो मानसिक थकान से जूझते हैं। उनके लिए भी यह काफी फायदे मंद होता है। और उनका ध्यान केंद्रित करने मे मदद करता है।

Ginkgo Biloba

जिन्कगो बिलोबा एक हर्बल पूरक है जो जिन्कगो बिलोबा पेड़ से प्राप्त होता है ,जो आपके दिमाग की क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। यह ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध है। आप चाहें तो इसे खरीद सकते हैं।यह दिमाग के अंदर रक्त प्रवाह को बढ़ाने का काम करता है। जिससे मैमोरी पॉवर और फोक्स के अंदर बढ़ोतरी होती है। ‌‌‌कुछ रिसर्च के अंदर यह पाया गया है कि जिन्कगो बाइलोबा की खुराक लेने से दिमाग के अंदर उम्र से जुड़ी गिरावट के अंदर कमी आती है।स्वस्थ मध्यम आयु वर्ग के लोगों पर किये गए रिसर्च के अंदर यह भी पाया गया है कि यह स्म्रति और सोच कौशल के अंदर सुधार कर सकता है।

2015 में अल्जाइमर रोग के जर्नल में प्रकाशित एक शोध के अंदर यह पाया गया कि जिन्कगो बिलोबा का सेवन करने से दिमाग की क्षमता के अंदर सुधार हो सकता है।22 सप्ताह तक प्रति दिन 240 मिलीग्राम ईजीबी 761 लेने से संज्ञानात्मक हानि या मनोभ्रंश के रोगियों में अनुभूति, कार्य और व्यवहार में गिरावट या गति धीमी हो सकती है। 2009 में कोक्रेन डेटाबेस ऑफ सिस्टमैटिक रिव्यूज़ में प्र काशित एक रिसर्च के अंदर यह पाया गया कि मनोभ्रंश और संज्ञानात्मक के प्रभावों के परिणाम असंगत थे ।‌‌‌कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि इसके बारे मे पूरी पूरी सही जानकारी नहीं है। लेकिन इतना तो तय है कि यह हमारे दिमाग के लिए काफी फायदे मंद होता है।

Creatine

‌‌‌यह भी एक अच्छी दिमाग तेज करने की गोली है। क्रिएटिन एक प्राकृतिक पदार्थ है जो ऊर्जा चयापचय में महत्वपूर्ण होता है। यह शरीर के अंदर पाया जाता है लेकिन दिमाग के अंदर इसकी मात्रा कम होती है।आप इस पदार्थ को मांस, मछली और अंडे जैसे पशु उत्पादों में पा सकते हैं।क्रिएटिन सप्लीमेंट उन लोगों में स्मृति और सोच कौशल में सुधार कर सकते हैं जो मांस नहीं खाते हैं। ‌‌‌रिसर्च के अंदर यह पाया गया है कि क्रिएटिन की खुराक  लेने से शाकहारियों के अंदर बुद्वि तेज हुई थी।बुद्धि परीक्षण में 25-50%  सुधार देखा गया है। ‌‌‌मीट नहीं खाने वाले लोगों की यह मेमोरी और थिंकिंग स्किल के अंदर अच्छा सुधार कर सकता है।

क्रिएटिन ना केवल स्वस्थ लोगों के लिए अच्छा है वरन यह मानसिक रोगियों के लिए भी अच्छा रहता है।चिंता विकार के रोगियों और पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर  के रोगियों को यह राहत दे सकता है।इसके अलावा यह नींद के अंदर सुधार भी कर सकता है।

Bacopa Monnieri

‌‌‌यह एक प्रकार की जड़ी बूटी होती है , जो आपके दिमाग की क्षमता और सोच कौशल के अंदर सुधार करती है।यह स्वस्थ और अस्वस्थ दोनों के लिए उपयोगी है। दिमाग की क्षमता मे गिरावट को रोकती है। बारोपा मोनेरी का प्रयोग  प्रतिदिन 300 मिलिग्राम तक ही किया जाना चाहिए । यदि आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो यह दस्त और पेट की खराबी पैदा कर सकती है।  किसी भी परिणाम को नोटिस करने के लिए आपको चाहिए कि आप कम से कम 6 सप्ताह तक इस दवा का सेवन करें । ‌‌‌यह आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएगी ।

Rhodiola Rosea

Rhodiola rosea  एक प्रकार की जड़ी बूंटी है। जिसका प्रयोग चीनी चिकित्सा पद्वतियों के अंदर दिमागी हेल्थ का बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।यह थकावट को कम करने और मानसिक परिसंचरण को अच्छा करने का काम करता है।Rhodiola rosea को लेने से लोगों के अंदर मानसिक थकावट मे सुधार देखा गया है।

यूरोपीय खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण (EFSA) ने कहा है कि यह दिमाग की थकान को कम करने मे काफी उपयोगी है।इसके अलावा यह दवा अवसाद के अंदर भी काम करती है। अवसाद तब पैदा होता है जब आपके न्यूरोट्रांसमिटर असंतुलित हो जाते हैं।रोडियोला आपके दिमागी कैमिकल को बैलेंस करने का काम करती है। ‌‌‌इसके अंदर अवसाद रोधी गुण होते हैं।

‌‌‌एक रिसर्च के अंदर 20 छात्रों को शामिल किया गया और पहले उनका परीक्षण हुआ उसके बाद 20 दिन तक रोडियोला की खुराक लेने के बाद उनकी मानसिक स्थितियों का फिर से परीक्षण हुआ तो पाया कि उनके अंदर काफी सुधार था। वैसे इस प्रकार के कई अध्ययन हो चुके हैं।

‌‌‌दिमाग तेज करने की गोली- S-Adenosyl Methionine

S-Adenosyl methionine (SAMe) एक ऐसा पदार्थ होता है जोकि हमारे शरीर के अंदर स्वाभाविक रूप से होता है। जिसका प्रयोग प्रोटीन, वसा और हार्मोन जैसे महत्वपूर्ण यौगिकों को तोड़ने मे होता है।लेकिन कुछ रिसर्च के अंदर इसको डिप्रेसन के उपचार और दिमागी क्षमता के अंदर सुधार करने मे उपयोगी पाया गया है। ‌‌‌वैसे अनेक रिसर्च के अंदर यह बात तो साफ साबित हो चुकी है कि इसको लेने से अवसाद ग्रस्त लोगों को राहत मिलती है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई रिसर्च मौजूद नहीं है जिसके अंदर यह साबित किया गया हो कि बिना अवसाद वाले लोगों को भी इससे फायदा है। ‌‌‌वैसे यह भी आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएगा ।

‌‌‌उपर हमने आपको 10 ऐसे रसायनों के बारे मे बताया है जो दिमाग तेज करने की गोली के रूप मे उपयोग किये जाते हैं। वैसे यह कितने अधिक प्रभावी होते हैं ? काम करते हैं या नहीं ? इस बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता है। लेकिन इनका प्रयोग एक बार डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही करें ।

Mind Power Extra 7

Mind Power Extra 7 भी एक प्रकार की दवा होती है। जोकि दिमाग को तेज करने का काम करती है। यह आपके मन को शांत और एकाग्र बनाने का काम करती है। जिससे कि आपका दिमाग काफी तेज हो  जाता है। इसकी खास बात यह है , कि यह पूरी तरह से आयुर्वेदिक चीजों से बनी होने की वजह से काफी उपयोगी होती है।

 शंखपुश्पी एक प्रसिद्ध जड़ी बूटी है जिसमें शांत गुण होते हैं, और यह तनाव और चिंता को कम करने का काम करती है। यह दिमाग के अंदर कार्टिसोल के स्तर को कम करने का काम करती है। यह एक हार्मोन होता है। जोकि तनाव पैदा करने का कारण होता है।

ब्राह्मी एक अलग प्रकार की जड़ी बूं​टी होती है। जोकि दिमाग की कोशिकाओं के अंदर सुधार करती है। और दिमाग को काफी बेहतर बनाने का काम भी करती है।

शतावरी भी इस दवा के अंदर होती है। जिसके अंदर शीतलन का गुण होता है। जोकि दिमाग को शांत रखती है। और तनाव आदि को कम करती है।अश्वगंधा तनाव, चिंता को प्रबंधित करने में मदद करता है। यह भी इस दवा के अंदर पाई जाती है।

हिमालयन ऑर्गेनिक्स प्लांट आधारित ब्रेन बूस्टर सप्लीमेंट जिन्कगो बिलोबा

हिमालयन ऑर्गेनिक्स प्लांट आधारित ब्रेन बूस्टर सप्लीमेंट जिन्कगो बिलोबा एक प्रकार का बूस्टर होता है। जोकि दिमाग की कार्य प्रणाली को बूस्ट करने का काम करता है। ब्राह्मी और गिंगको बिलोबा, जो मस्तिष्क कार्यों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।यह सीखने की क्षमता के अंदर सुधार करता है। और ब्राह्मी चिंता को कम करने के लिए भी जानी जाती है। यदि आप इसको खरीदना चाहते हैं। तो अमेजन से खरीद सकते हैं।GINGKO BILOBA: जिन्कगो (जिन्कगो बिलोबा)पुराने पेड़ की जीवित प्रजातियों मे से होता है। जोकि आपके दिमाग की संज्ञानात्मक  समस्याओं को दूर करने का काम भी करता है।

इसके अंदर 60 कैप्सूल आते हैं। जोकि आपके दिमाग को हेल्दी रखने मे मदद करने का काम करते हैं।

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This post was last modified on March 25, 2024

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