कोई ऐसा उपाय कोई ऐसा टोटका जिससे बच्चे का पढ़ाई में मन लगे . पढ़ाई के लिए मंत्र,
दोस्तों वैसे तो हम पढ़ाई के अंदर मन नहीं लगने पर पहले से ही एक लेख लिख चुके हैं। किंतु इस लेख के अंदर हम आपको बच्चों का पढ़ाई के अंदर मन लगाने का वैज्ञानिक तरीका बताने वाले हैं। यदि आप उसका प्रयोग करते हैं। तो यह 100 प्रतिशत तय है कि आपके बच्चे का पढ़ने मे मन लगने लगेगा । दोस्तों इसके लिए नीचे दिये गए सारे स्टेप्स आपको फोलो करने हैं। और यह तरीका काफी जगह पर पहले ही अपना कमाल दिखा चुका है। अब बारी आपकी है आपको भी यह ट्राई करना है। वैसे आपको पढ़ाई के अंदर मन लगाने के कई टोटके मिल जाएंगे । लेकिन हम इस लेख के अंदर आपको गारंटी देते हैं कि हमारे टिप्स को आप एक बार जरूर फोलो करके देखें आपको फायदा होगा ।
Table of Contents
बच्चे का पढ़ाई मे मन लगाने के लिए सबसे पहले उन चीजों का पता लगाएं जिसकी वजह से मन भागता है
First of all, find out the things that cause the mind to miss
आपको पता होगा कि किसी भी इंसान का मन स्थिर नहीं होता है। मतलब मन हमेशा से कोई ना कोई काम करता रहता है। यदि आपका बच्चा पढ़ नहीं रहा है। मतलब उसका पढ़ने मे मन नहीं कर रहा है तो कुछ तो ऐसा काम होगा जिसमे उसका मन लगता है। जैसे खेलना और टीवी देखना वैगरह । सबसे पहले ऐसे कामों की सूचि बना ले जो उसकी पढ़ाई के अंदर बाधा पैदा कर रहे हैं। आपको ऐसे कुछ काम मिल जाएंगे जो उसकी पढ़ाई के अंदर बाधा पैदा कर रहे हैं। ध्यान रखें ऐसे काम हर बच्चे के अलग अलग हो सकते हैं। दूसरी बात कुछ तर्क वैगरह भी बच्चे के दिमाग मे हो सकते हैं । जैसे पढ़ने का फायदा नहीं हैं। और कोई नगेटिव विचार । यह सब पढ़ाई के अंदर बाधा पैदा करते हैं। इन सबकी भी एक लिस्ट बनालें ।
मन भटकाने वाली चीजों को खत्म करें End up mind wandering things
याद रखें इंसान का मनोविज्ञान काफी अलग होता है। अब आपको सबसे पहले आपको उन कामों को करने के लिए बच्चे को रोकना है। जिन की वजह से उसका पढ़ने मे मन नहीं लगता है। लेकिन ध्यान देनेवाली बात यह है कि बच्चे को जबरदस्ती नहीं रोकना है। वरन एक ऐसा रिजन पैदा करना कि बच्चा काम कर ही नहीं सके । जैसे यदि बच्चे का टीवी देखने का काम खत्म करना चाहते हैं तो मन भटकाने वाली चीजों को खत्म करें ।जैसे बच्चे का टीवी देखने का काम खत्म करना है तो टीवी को चलाना बंद करदें और बच्चे को बोलदें खराब हो गया । इसी तरह से आप हर काम को एक वैल्डि रिजन के साथ खत्म करेंगे । कोई जोरजबरदस्ती नहीं करनी है। क्योंकि जोरजबरदस्ती की वजह से मामला बिगड़ जाता है।
पढ़ाई मे मन लगने मे बाधा पैदा करने वाले विचारों को खत्म करना
To end the thoughts that create obstacles in learning
मन लगने मे बाधा पैदा करने वाले विचार अधिकतर बड़े बच्चों के अंदर होते हैं। यह विचार हमारे दिमाग के अंदर काफी गहरे तरीके से बैठे रहते हैं। जिनकों हम आसानी से दिमाग से बाहर नहीं निकाल सकते ।यदि आपके बच्चे के दिमाग के अंदर कुछ ऐसे विचार आते हैं जैसे पढ़ने का कोई फायदा नहीं है। पढ़ने से कुछ नहीं होता । तो आपको इन विचारों के विरूद्व बच्चे के दिमाग के अंदर बिठाना होगा और उसे साबित करना होगा । जब आप इन विचारों को किसी तरह से रोक देने मे कामयाब हो जाएंगे तो आपका बच्चा अब पढने के लिए बिल्कुल तैयार है। आपको हम एक बात और बतादें कि काम और विचारों के अंदर फर्क होता है। काम मतलब ऐसे कामों से हैं जिनकी वजह से बच्चे का पढ़ने मे मन नहीं करता है। वह इनको पढ़ाई के समय करना चाहता है। जबकि विचार एक तरह की धारणा होती है जो बच्चे का पढ़ाई के अंदर मन लगने मे फायदा पैदा करती है।
बच्चे के दिमाग के अंदर पढ़ाई की धारणाओं को बिठाना
Establishing the concept of learning in the child’s mind
हमने बच्चे के पूर्व विचारों और मान्यताओं को तो कमजोर कर दिया । लेकिन हमे यह नहीं भूलना चाहिए कि वे पूर्व विचार और मान्यताएं खत्म नहीं हुए हैं। वरन वे कभी भी अधिक पॉवर फुल हो सकते हैं। और बच्चा फिर से पढ़ाई मे मन नहीं लगने की शिकायत कर सकता है। सो आपको अपने बच्चे को सक्सेस स्टोरी सुनानी चाहिए । और उसे कुछ ऐसी बातें बतानी चाहिए जिससे उसका पढ़ाई के अंदर लगा रहे । आप अपने बच्चे को मोटिवेट कर सकते हैं। और आपको इस बात का ध्यान भी रखना है कि बच्चा अपने पूराने कामों को कर ना पाए।
अपने बच्चे को मोटिवेट करें
Motivate your child
दरअसल जब बच्चे लंबे समय तक एक ही काम को करते रहते हैं तो निराश और हम हताश हो जाते हैं। उनके अंदर नई एनर्जी भरने के लिए उन्हें मोटिवेट करते रहना आवश्यक है। आप बच्चों के मोटिवेशन के लिए उनको ज्ञान की स्टोरी पढ़ने के लिए दे सकते हैं। लेकिन कोई ऐसी चीजें ना दें। जिसका उन पर गलत असर पड़े।आप अपने बच्चों को कई तरह की शिक्षा प्रद कहानियां पढ़ने को दे सकते हैं। जिससे उनको नैतिक शिक्षा प्राप्त होगी । और वे जिदंगी की कई बातों को सीख सकेंगे ।
बच्चों को शूरू से ही पढ़ने की आदत डालें
Put a habit of reading children right away
। उसे किसी भी तरह की घटिया आदत ना डालें । क्योंकि यह घटिया आदतें बाद मे छूटनी मुश्किल हो जाती हैं। हो सके तो आप उसे बचपन से किताब लेकर बैठना सीखा दें । उसे नहीं बताएं कि वास्तव किन चीजों के अंदर क्या है ? कुछ माता पिता ऐसे भी होते हैं जो अपने बच्चों पर पहले तो ध्यान नहीं देते हैं और जब पानी सर से उपर चला जाता है तो फिर उनको चिंता होती है।
मन बदलने से रोके
Stop mind changing
आप यदि एक बार अपने बच्चे का मन बदल चुके हैं। तो आपको यह ध्यान रखना है कि उसका मन फिर वापस उसी स्थिति के अंदर ना आ जाए । आपका बच्चा कहां पर जाता है ? क्या करता है? और क्या नहीं कर रहा है? आपको इन सभी बातों के बारे मे पता होना चाहिए । यदि आपका बच्चा कुछ ऐसे काम कर रहा है। जिससे उसका पढ़ाई से ध्यान हट सकता है तो उसे तुरन्त रोक दें । और दूसरी बात लत लगने वाली चीजों से उसे हमेशा दूर रखें । जैसे पार्न देखने की लत मोबाइल पर गेम खेलने की लत वैगहर से उसको बचाएं रखें । क्योंकि लत काफी खतरनाख होती है। जिसकी बच्चा पूरी तरह से डिस्टर्ब हो जाता है।
कुल मिलाकर लेख के अंत मे हम आपको यही कहना चाहेंगे । यदि आपके बच्चे का पढ़ाई के अंदर मन नहीं लग रहा है। तो आप किसी मनोवैज्ञानिक से संपर्क कर सकते हैं वह इस बारे मे काफी बेहतर जानता है।
This post was last modified on November 4, 2018