बिजली चोरी की शिकायत नंबर mp- दोस्तों आजकल बिजली चोरी होना आम बात हो चुकी है। बिजली चोरी का सबसे बड़ा कारण तो यह है कि बिजली का बहुत अधिक महंगा होना ।बिजली कम्पनियां बिजली की चोरी को रोकने के लिए कई प्रयास कर रही हैं। लेकिन कोई भी कामयाब नहीं होता दिख रहा है।सबसे बड़ी बात तो यह है कि कस्टमर बिजली कम्पनी को अरबों का चूना लगाते हैं। और इस मामले मे कुछ बिजली अधिकारियों की मिलभगत होती है। इसके अलावा आम आदमी किसी की भी बिजली चोरी की शिकायत नहीं करता है। क्योंकि वह फालतू मे किसी झंझट के अंदर नहीं पड़ना चाहता है। और वैसे भी कोई अपने पड़ोसी के साथ दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहेगा ।
यदि आप भी इसी ईरादे से बिजली चोरी की शिकायत नंबर तलास कर रहे हैं तो हम आपको एक राज की बात बतादेते हैं। बिजली चोरी की शिकायत करना गुनाह नहीं है मेरे दोस्तों लेकिन कुछ हदतक आपको अपने पड़ोसी को या किसी और को समझाना चाहिए । शिकायत करना बाद का काम है। और यदि आप शिकायत कर भी देते हैं तो मामला आगे तक नहीं जाएगा क्योंकि मैंने ऐसे कई केस देखे हैं जिनके अंदर खुद बिजलीवाले ही मामले को रफा दफा कर देते हैं। हमारे खेत के पास एक ढाणी है। काफी साल पहले की बात है वे लोग बिजली चोरी कर रहे थे , तो किसी लाइन मैन ने उनको पकड़ लिया ।
मामला कोर्ट के अंदर जाने की बजाय 2 लाख पर समाप्त हो गया , तो भाई इंडिया के अंदर सबको अपनी कुर्सी की चिंता है और आपको भी अपनी कुर्सी की चिंता करनी चाहिए । लोग अपने आप ही बिजली चोरी करना छोड़देंगे जब उनके साथ सही किया जाएगा । यदि आप बिजली चोरी की शिकायत नंबर तलास कर रहे हैं तो इस लेख के अंदर हम आपको बिजली चोरी की शिकायत नंबर mp के बारे मे बताएंगे । और वो संभव तरीके बताएंगे जिनकी मदद से आप एक बिजली चोर की शिकायत कर सकते हैं। अब हम यह दावा नहीं करते की उस पर कार्यवाही होगी ।हां आप कम्प्लेंट कर सकते हैं।
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बिजली चोरी की शिकायत नंबर mp online
दोस्तों यदि आप मध्यप्रदेश के अंदर रहते हैं तो आप ऑनलाइन बिजली चोरी की शिकायत कर सकते हैं। बिजली कम्पनी ने एक ऐसा पोर्टल बनाया है। जिस पर जाकर आप बिजली चोरी की शिकायत आसानी से कर सकते हैं। यह सब कैसे करना है। आइए हम आपको बताते हैं।
दोस्तों सबसे पहले आपको
पर जाना होगा उसके बाद आपको नीचे एक फार्म दिखेगा उसको आपको भरना है। उसके अंदर सबसे पहले आपको उस व्यक्ति का नाम लिखना है ,जोकि बिजली चोरी कर रहा है। उसके बाद उसके घर का एड्रस और मकान नंबर और जिला इसके अलावा पिन कोड़ भी लिखना है। इसके अतिरिक्त आप से पूछा जाएगा कि वह किस प्रकार की चोरी कर रहा है। जैसे मीटर बाइपास या हाई फ्रिक्वेंसी डिवाइस का यूज करना आदि । आपको चोरी का प्रकार सलेक्ट करना है। और अंत मे आपको अपने पहचान नंबर को अपलोड करना है। फिर संबिट बटन पर क्लिक कर देना है। बस दोस्तों आपका काम हो गया ।
शिकायत कम्पनी के पास पहुंचने के बाद कम्पनी के अधिकारी इसको चैक करने के लिए कभी भी आ सकते हैं। और यदि उनको बिजली चोरी करता हुआ वह व्यक्ति पाया गया तो उस पर कार्यवाही होगी । लेकिन यहां पर जो बिजली चोरी का तरीका दिया गया है। वह सही नहीं है। क्योंकि इसके अंदर आपको अपनी पहचान को भी बताना होता है। इस वजह से सूचना देने वाले की पहचान गुप्त नहीं हो पाती है। और हो सकता है बाद मे आपको सामने भी आना पड़े । सो यह तरीका मेरे ख्याल से अधिक बेहतर नहीं है।
बिजली चोरी की शिकायत नंबर mp
मध्यप्रदेश सरकार ने बिजली चोरी को रोकने के लिए कई नंबर भी जारी किये हैं। आप उन पर फोन करके भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। बहुत ही ईजी है।आप 1912 नंबर पर कॉल कर सकते हैं और बिजली चोरी की शिकायत के बारे मे बता सकते हैं। हालांकि मुझे नहीं पता कि यह काम करता है या नहीं । लेकिन बिजली कम्पनी की वेबसाइट पर यह दिया हुआ है।
लेटर लिखकर बिजली चोरी की शिकायत करना
दोस्तों बिजली चोरी की शिकायत करने का सबसे बेस्ट तरीका यही है। यदि आप किसी लोकल जगह पर रहते हो या किसी भी शहर के अंदर भी रहते हो तो आप वहां की लोकल ऑफिस के अंदर बिजली चोरी की शिकायत करते हुए एक लेटर लिखें । ध्यानदें यदि आप इसे डाक के द्वारा आपको भेजना है। उसके अंदर आपको पूरे सबूतों के साथ और डिटेल से बिजली चोर के बारे मे बताना है। आप उसके अंदर अपना रियल नेम ना लिखें । ऐसा करने से किसी को भी पता नहीं चल पाएगा कि किस तरह से बिजली चोरी की शिकायत हुई है।
जिले के बिजली विभाग के ऑफिस के अंदर जब अधिकारियों के पास यह लेटर पहुंचेगा तो वे अपने आप ही उस बिजली चोर पर कार्यवाही करेंगे । सबसे बड़ी बात तो यह है कि इसके अंदर आपकी पहचान गुप्त रखी जाती है।
हर एरिया के अंदर कोई ना कोई लाइनमैन होता है। यदि आप किसी लाइनमैन को बिजली चोरी की सूचना फोन करके देते हैं तो वह उस व्यक्ति पर कार्यवाही नहीं करेगा । क्योंकि इन लोगों की आपस मे साठ गांठ होती है। इस वजह से केवल अधिकारियों को ही शिकायत करें तो आपका काम बन सकता है।
लोकल बिजली बोर्ड के अंदर फोन करके सूचना देना
यदि आपके पास छपा हुआ बिजली बिल आता है। तो आप उसकी मदद से भी बिजली चोरी की शिकायत कर सकते हैं। अपने किसी भी पुराने बिजली बिल को उठाएं और उसके उपर नीचे देखें आपको बिजली कम्पनी के नंबर मिलेंगे और यह नंबर फ्री होते हैं। इन नंबर की मदद से आप बिजली चोरी की शिकायत कर सकते हैं।इसके अलावा वहां पर आपको वाटसएप के नंबर भी मिलेंगे आप उस पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। दोस्तों हर बिजली कम्पनी के नंबर अलग अलग होते हैं। इस वजह से आपको पहले यह पता करना होगा कि आपके ऐरिया के अंदर कौनसी बिजली कम्पनी की बिजली आती है। और आप जिसके उपर शिकायत कर रहे हैं।वह कौनसी बिजली कम्पनी का यूज करता है। इस बारे मे भी आपको पता होना चाहिए।
बिजली चोरी के प्रकार Types of power theft
दोस्तों उपर हमने यह तो जाना कि बिजली चोरी की शिकायत कैसे की जा सकती है। लेकिन सबसे पहले आपको यह तो पता होना चाहिए कि बिजली चोरी होती कितने प्रकार की है। यदि आपको यह पता नहीं होगा तो आप बिजली चोर को पकड़ ही नहीं पाओंगे । आजकल टेक्नॉलॉजी का जमाना है। और अब लोग नए तरीके से बिजली चोरी करते हैं जो किसी आम इंसान की नजरे पहचान नहीं सकती हैं। आइए जानते हैं बिजली चोरी कितने प्रकार की होती है।
मेग्नेट का प्रयोग करके
दोस्तों पुराने प्रकार के मीटर के पास एक चुंबक लगादिया जाता था। और इस चुंबक की वजह से मीटर का रोटेशन बहुत अधिक प्रभावित होता है। आमतौर पर यह चुंबक काफी पॉवर फुल होता है। इस वजह से मीटर सही से रिडिंग नहीं दिखा पाता था। हालांकि अनुभवी लोग इसका पता लगा सकते हैं। एक इलेक्ट्रॉनिक / डिजिटल ऊर्जा मीटर में, चुंबक का पता लगाने (सेंसर) के लिए एक सुविधा है। मीटर, और, जब पता लगाया जाता है, तो यह डिस्प्ले में “मैग्नेटिक टैम्पर” के रूप में दिखाई देता है।
डायल संकेतक के अंदर एक डिस्क होता है जोकि घूमता रहता है। बिजली का उपभोग उसके समानूपाती होता है। यदि आप सब उपकरण बंद कर देते हैं। और उसके बाद भी डायल संकेतक घूमता रहता है तो इसका मतलब यह है कि बिजली चोरी हो रही है। इसके अलावा डिजिटल मिटर के अंदर जब आप सभी उपकरणों को बंद कर देते हैं तो यह लोड 0 दिखाता है। लेकिन यदि यह ऐसा नहीं करता है तो इसका मतलब है कि बिजली चोरी हो रही है।
Direct hooking from line
हूकिंग का मतलब आप जानते ही होंगे । दोस्तों अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोग बांस की लकड़ी के अंदर दो तार फंसाते हैं और उसके बाद उस लकड़ी से ही नीचे खड़ेहोकर बिजली के तार के अंदर अपने घर के तार डाल देते हैं। यह बिजली चोरी करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है। और 80 प्रतिशत बिजली इसी तरीके से चोरी की जाती है। इस के अंदर सबसे अधिक रिस्क होता है। पीछले दिनों हमारे घर की केबल मैन कनेक्सन के अंदर से हिल गई थी। इसी वजह से बार बार बिजली ऑन ऑफ हो रही थी तो हमने एक बड़ा सा लठ लिया और बिजली केबल को ठीक किया । दोस्तों कुछ इसी तरीके से कंटिया लगाया जाता है। हालांकि लापरवाही की वजह से मौत भी हो सकती है। यदि आप पोल के उपर चढ़कर यह कटिया लगाते हैं तो आपको जान से हाथ धोना पड़ सकता है। लेकिन उसके बाद भी लोग इससे बाज नहीं आते हैं।
मीटर बाइपास करना
दोस्तों बिजली चोरी करने का यह भी एक तरीका है। इस तरीके के अंदर बिजली चोर मीटर की तरफ जाने वाली केबल से मीटर से पहले ही कनेक्सन कर लेता है। और इस वजह से करंट मीटर से होकर नहीं गुजर पाती है। लेकिन यह तरीका आजकल कम हो गया है।क्योंकि अब अधिकतर बिजली कम्पनी मीटर को घरों के अंदर नहीं लगाती हैं। आज से कुछ साल पहले मीटर घर के अंदर लगाए जाते थे । इस वजह से कस्टमर रात के अंदर यह तरीका आजमाकर आसानी से बिजली चोरी कर लेता था।
अब बिजली पोल के उपर ही मीटर लगाए जाते हैं और पोल घर के बाहर होता है। ऐसी स्थिति के अंदर मीटर बाइपास करना आसान नहीं होता है। क्योंकि वहां पर कभी भी कोई आकर चैक कर सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आज लोग इस तरीके से बिजली चोरी नहीं करते हैं। खास कर जो लोग खेत के अंदर या दूर दराज स्थानों पर बसे होते हैं। जहां पर रात को कोई चैक करने आने वाले की संभावना नहीं होती है वे इसी तरीके से बिजली की चोरी करते हैं।
high frquency device use
आमतौर पर घरेलू कनेक्सन के अंदर आपको 50 HZ frequency मिलती है। लेकिन यदि आप इससे अधिक फ्रिक्वेंसी का कोई उपकरण चलाते हैं तो यह पूरी तरह से ईलिग्ल होंता है।और कुछ लोग ऐसा करते भी हैं। यदि आप भी ऐसा कर रहे हैं तो यह भी बिजली चोरी के अंदर आता है। आपको इसके लिए अलग कनेक्सन लेने की आवश्यकता होती है।
बिजली चोरी की शिकायत नंबर mp और शिकायत करने के टिप्स
दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि बिजली कम्पनी बिजली चोर पर जल्दी से एक्सन ले तो आपको कुछ टिप्स फोलो करने हैं। यदि आप यह टिप्स फोलो करेंगे तो आपका काम जल्दी हो जाएगा ।
सबूत एक एकत्रित करना
दोस्तों वैसे तो आप बिना सबूत के भी बिजली चोरी की शिकायत कर सकते हैं। लेकिन उस पर जल्दी से एक्सन नहीं लिया जाएगा । इस वजह से आपको बिजली चोरी के सबूत एकत्रित करना है। और इसके अंदर आप चोरी का विडियो बना सकते हैं। और ईमेज ले सकते हैं। यह सब एकत्रित करके आपको बिजली कम्पनी को भेजना होगा । ऐसा करने से आपकी शिकायत पर बहुत जल्दी ही अमल हो जाएगा । आप इन सबूत को डाक के द्वारा या ऑनलाइन भी भेज सकते हैं।
अतिरिक्त सूचना देना
अतिरिक्त सूचना के अंदर कुछ चीजें आती हैं। जैसे बिजली चोरी करने वाला कब चोरी करता है? और वह बिजली की चोरी किस तरीके से करता है। इसके अलावा आप यदि उसके बारे मे कुछ और जानते हैं तो बता सकते हैं। ऐसा करने का फायदा यह रहता है कि अगले को पता चल जाता है कि जो सूचना दी जा रही है। वह फर्जी नहीं है। वरन वह सही है। अक्सर बिजली विभाग के लोग तभी कार्यवाही करते हैं , जब उनको पता चल जाता है कि उनके पास सही सूचना है। कई बार तो बार बार चोरी की सूचना मिलने के बाद उस सूचना की पहले पुष्टि की जाती है। उसके बाद कार्यवाही होती है।
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