भूत को बुलाने का मंत्र भूत प्रेत वशीकरण मंत्र Ghost phantom vasikaran mantra and ghost call

आइए जानते हैं प्रेत भूत को बुलाने का मंत्र आप कैसे भूत से दोस्ती कर सकते हैं bhoot bulane ka mantra hindi भूत भूलाने का मंत्र पर विचार करते हैं लेकिन इसका प्रयोग घर पर नाकरें ।

यदि आप भी काली ताकतों को स्वामी बनने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि आपके अंदर भी वो अदभुत ताकते हों जिनकी मदद से आप कुछ भी आसानी सें कर सकें । अपनी इच्छाओ को पूरा कर सकें तो इस लेख को पूरा पढ़े । ‌‌‌अलौकिक ताकते प्राप्त करनें के लिए आपको एक साधारण सा प्रयोग करना है। यदि आपको डर नहीं लगता हो तो आप यह प्रयोग कर सकते हैं।

bhoot bulane ka mantra kya hai

‌‌‌बबूल के पेड़ का प्रयोग bhoot bulane ka mantra

‌‌‌सबसे पहले रात को 11 बजे के आस पास एक बोतल के अंदर पानी भरलें और फिर दूर खेतों की ओर निकल जाएं । ध्यान दें आपको एक ऐसी जगह पर देसी बबूल को तलास करना है जो सुनसान हो । उसके अंदर रोज एक लोटा पानी डालें और ध्यान दें आपको पानी डालते समय कोई देखे ना । ‌‌‌पानी केवल दक्षिण के अंदर मुंह करके पानी डालना होगा ।‌‌‌यह साधना काफी अधिक ताकतवर है। यह 41 दिन की साधना है।

ओम भूतेश्वरी मम वश्य कुरू कुरू स्वाहा

यह मंत्र आपको रोज 108 बार जप करने के बाद पानी का लौटा बबूल के पेड़ के अंदर डाल देना है।

‌‌‌10 दिन इसको करने के बाद आपको होगी घबराहट

जब आपको बबूल के अंदर पानी डालते हुए 10 दिन हो जाएंगे तो आपको डर का एहसास होगा । लेकिन डरे नहीं वरन काम को जारी रखें ।

‌‌‌अमावश्या को प्रयोग करे शूरू

इस काम को केवल अमावश्या से ही शूरू करना होगा । अमावश्या से लेकर आपको यह काम 41 दिन तक ही करना होगा ।

‌‌‌41 वें दिन क्या करना होगा ?

जब आपको 40 दिन हो जाएं तो 41 वे दिन बबूल के पेड़ के अंदर जल नहीं डालें सिर्फ मंत्र ही पढ़े । तब आपके सामने भूतनी या प्रेत पक्रट होगा और बोलेगी पानी डालों तब आप बोलना पानी तो डालदूंगा ।लेकिन इसके बदले आपको मेरा एक काम करना होगा । ‌‌‌आपको मेरी इच्छाओं को पूरा करना होगा । उससे वचन लेने के बाद जल को बबूल के पेड़ के अंदर डालदें ।

‌‌‌भूत बुलाने का दूसरा मंत्र bhoot bulane ka mantra kya hai

भूतों की दुनिया कैसी है भूत प्रेतों के खुलते रहस्य

भूत प्रेत भगाने के लिए प्रभावशाली शाबर मंत्र संग्रह

मरने के बाद आत्मा को कौन ले जाता है? जानिए सच्ची बात

दोस्तों वैसे तो भूत बुलाने के अनेक मंत्र आपको किताबों के अंदर मिल जाएंगे । लेकिन ऐसी किताबे मिलना काफी कठिन होती हैं। और अक्सर ऐसी किताबों को किसी को बेचा भी नहीं जाता है।

दोस्तों यदि आपको पहला तरीका कठिन लग रहा है तो हम आपके लिए हम दूसरा तरीका लेकर आएं हैं।

‌‌‌इसके लिए सबसे पहले रात को 12 बजे शमासान के अंदर जाएं और वहां से कुछ राख लेकर आ जाएं । उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र की मदद से उस राख को 108 बार अभिमंत्रित करें । आप इसको घर से बाहर ही करें । उसके बाद राख का माथे पर टीका लगाएं व कुछ राख अपनी जेब के अंदर रखकर घूमने निकल जाएं ।‌‌‌आपको भूत वास्तव मे दिखाई देंगे । लेकिन इस प्रयोग को कभी भी अकेले के अंदर ना करें । ऐसा करने से आपको बड़ा खतरा हो सकता है।

‌‌‌ओम भूतेश्वरी नम:

‌‌‌आक के पेड़ से भूत को बुलाना bhoot bulane ka mantra hindi

टोनही चूड़ैल

इस विधि के अंदर आपको कोई मंत्र वैगरह का जाप नहीं करना है। बस आपको एक आक के पेड़ के नीचे पानी डालकर आना होता है। हालांकि आप इस प्रयोग को कभी भी कर सकते हैं। यदि आप चाहें तो दिन के अंदर दोपहर 12 बजे आप रोज आक के पेड के अंदर पानी डाल कर आएं ।‌‌‌ऐसा लगातार 21 दिन तक करना है। और पानी डालने के बाद आपको वहां पर अपने दोनों हाथ जोड़कर आ जाने हैं। जब 21 वां दिन आएगा । तो आपके सामने आक का भूत प्रकट होगा और बोलेगा कि आपको क्या चाहिए। ऐसी स्थिति के अंदर आपको डरना नहीं है। उसे खून का छांटा देकर अपने वश मे कर लेना है।‌‌‌इस विधि को भी अकेले कभी नहीं करें ।

‌‌‌किसी पंडित के पास जाएं

भूत बुलाने का सबसे आसान और सबसे सुरक्षित तरीका है। आपके आस पास ऐसे अनेक पंड़ित हैं जो बूझा देखते हैं। और उनके पास दूर दूर के लोग आते हैं। आप उनके पास जाएं और इस बात का निवेदन करें कि  वे उनको कोई भूत एक बार अवश्य ही दिखाएं । यदि आप उनसे निवेदन करकेंगे तो वे आपको ‌‌‌अवश्य ही भूत दिखाएंगे । लेकिन इसमे आपको कोई भी रिस्क नहीं रहेगा। अक्सर लोग बिना ज्ञान की वजह से कुछ भी गलत तंत्र साधना कर बैठते हैं। और इसी वजह से उनको नुकसान  भी उठाना पड़ता है।‌‌‌इसके अलावा यदि आप किसी भूत को बोलता हुआ देखना चाहते हैं। तो भी आप यहां पर जाकर देख सकते हैं। आपको कुछ अलग ही अनुभव होंगे ।

‌‌‌भूत बुलाने का मंत्र

दोस्तों यदि आपको बाकी दिये गए कोई भी तरीके पसंद नहीं आ रहे हैं तो आप भूत बुलाने के इस मंत्र का भी आप यूज कर सकते हैं। मंत्र कुछ इस प्रकार से है।

क्रीं क्रीं सदात्मने भूताय मम मित्र रूपेण

सिद्धिम कुरु कुरु क्रीं क्रीं फट्

अमावस्या के दिन स्नान आदि करने के बाद शरीर पर लाल वस्त्रधारण करें । और मन ही मन चिंतन करें कि प्रेत मेरे मित्र के रूप मे रहे । रात को 12 बजे के आस पास पिपल के पेड़ के पास जाएं और पांच हरे पतों पर सुपारी चढ़ाएं । उसके बाद प्रेत का ध्यान करें । ‌‌‌उसके बाद लोहबान अगरबत्ती, काले तिल व दही चढ़ाएं और फूल अर्पित करें । उसके बाद हकीक माला से 11 माला जाप करना है।उसके बाद भूत आपके वश मे हो जाएगा ।

‌‌‌मिठाई की मदद से भूत बुलाना

‌‌‌मिठाई की मदद से भूत बुलाना

वैसे यह प्रयोग बहुत ही खतरनाख है। और इसको किसी भी सिद्व पुरूष के साथ लिए बिना नहीं करना चाहिए। वरना बड़ी हानि हो सकती है। यदि आप भूत देखना चाहते हैं तो रात को 12 बजे श्मसान के अंदर जाएं और अपने साथ कुछ मीठाई लेकर जाएं और किसी पेड़ की जड़ों के अंदर मिठाई चढ़ा‌‌‌कर बोले कि  हे प्रेत मेरे उपहार को स्वीकार करो । संभव है प्रेत आपके सामने तुरन्त ही आ जाएं । यदि उस वक्त आपके सामने नहीं आते हैं तो ऐसा कुछ दिन तक अवश्य ही करें।आपके सामने भूत अवश्य ही आ जाएंगे ।

‌‌‌यदि आप चाहें तो रात को किसी भी ऐसे व्यक्ति नाम लेकर भोग लगा सकते हैं जो मरने के बाद भूत बन गया हो । यदि आप ऐसे व्यक्ति का नाम लेकर मिठाई वैगरह चढ़ाएंगे । तो निश्चित रूप से आपको भूत के दर्शन हो जाएंगे ।

‌‌‌मरी हुई आत्मा को देखने का तरीका

दोस्तों यह मरी हुई आत्मा को देखने का बेहद ही सरल तरीका है। और इस तरीके का कोई भी प्रयोग कर सकता है।यदि आप किसी मरे हुए अपने प्रिय व्यक्ति को देखना चाहते हैं तो सबसे पहले जो गधा पेशाब करे उसे जमीन पर गिरने से पहले ही उठा लेना है। ‌‌‌उसके बाद इस पेशाब को गूगल की धूनी देने के बाद रात को सोते समय अपनी आंखों मे लगाएं । इस प्रयोग को रवि पुष्य योग के अंदर ही करें । यह तभी काम करेगा और सोते समय अपने प्रिय व्यक्ति के रूप गुण और नाम वैगरह के बारे मे सोचकर सो जाएं । ‌‌‌ऐसा करने से वह आत्मा सपने मे दिखाई देती है।

‌‌‌मंत्र से बुलाया भूत हुआ बुरा हाल

दोस्तों यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं है। बात है एक साधक की । यह उस समय की बात है जब मेरा एक साथ कमलेश कुमार साधना के क्षेत्र मे प्रवेश कर चुका था। जिस तरह से नए नए साधकों को भूत देखने की इच्छा होती है। उसी प्रकार से उसकी भी भूत देखने की अच्छा थी । ‌‌‌उसने अपने गुरू से इस बारे मे नहीं कहा था क्योंकि उसे डर लगता था कि यदि गुरू को इस बारे मे पूछेंगे तो गूरू डांट देगा । फिर क्या था कहीं से मंत्र देखा और आक की सिद्व करने लगा ।

‌‌‌उसने यह तो जान लिया था कि आक के पौधे के अंदर शौच का पानी डालता है तो प्रेत प्रकट होता है। और उसके बाद वह इस कार्य को लगातार सही तरीके से करता रहा । जब 15 दिन हो गए तो उसे अनुभव होने शूरू हो गए और । उसे ऐसा कई बार लगता जैसे कोई उसके साथ चल रहा है। या कोई उसको आवाज दे रहा था।

‌‌‌उस वक्त थोड़ी उसके मन मे घबराहट हुई लेकिन वह डरा नहीं और काम को जारी रखा। इसी तरीके से 21 वें दिन एक भयंकर प्रेत उसके सामने प्रकट हुआ और बोला कि पानी डाल । लेकिन उसने पानी डालने से मना कर दिया । ‌‌‌इससे वह प्रेत बहुत अधिक गुस्सा हो गया और उसी को उठा कर फेंक दिया । जब उसे होश आया तो उसका शरीर बुरी तरह से तप रहा था। उसके बाद उसने अपने गुरू को सारी बात बताई । गुरू ने उसे बहुत अधिक डांटा और कहा कि किसी भी प्रकार की साधना को बिना देह रक्षा मंत्र के नहीं करना चाहिए । ‌‌‌यह तो भगवान का शुक्र है कि तू बच गया ।वरना वह प्रेत तेरे को मौत के घाट भी उतार सकता था।

‌‌‌इस प्रकार की कहानी केवल एक उसी के साथ नहीं होती है।वरन कुछ अज्ञानी लोग और भी होते हैं जो भूत देखने के चक्कर मे बेमौत मारे जाते हैं। इसी प्रकार की एक घटना और है। यह एक मेरा ही जानकार था। हमारे रिश्तेदारी के अंदर था। ‌‌‌उसका नाम तो मुझे याद नहीं है।लेकिन वह रात को 12 बजे कुछ मिठाई लेकर कब्रिस्तान के पास से आ रहा था। वह एक दम से निडर था। लेकिन बताया जाता है कि वहां पर एक प्रेत रहता था। प्रेत ने उससे मिठाई मांगी लेकिन उसने देने से मना कर दिया ।

‌‌‌उसके बाद प्रेत ने उसको बहुत मारा उसके बाद वह बुरी तरह से डर गया और घर के अंदर आया । उस समय वह बेहद ही डरा हुआ था। घरवालों को सही तरीके से बता भी नहीं पा रहा था। ‌‌‌इसमे घरवालों ने एक गलती यह करदी कि उसे वापस घर से बाहर जैसे ही घरवालो ने निकाला उसकी मौत हो गई । ‌‌‌बहुत से लोगों को यह लगता है कि प्रेत जैसा कुछ नहीं होता है।यदि एक बार अनुभव के अंदर आ गया तो फिर सब पता चल जाएगा ।

‌‌‌जब आप भूत के बंवडर मे फंस जाएं

अक्सर भूत प्रेत की पूरी विधियों का ज्ञान नहीं होने के कारण लड़के लोग भूतों के बवंडर के अंदर फंस जाते हैं। और ऐसी स्थिति के अंदर कई बार तो जिंदगी से भी हाथ धोना पड़ता है।यदि आप गलती से फंस भी जाएं तो हम आपको इसका कुछ ईलाज बताते हैं।

  • ‌‌‌हनुमान चालिसा को हमेशा ही पूरा याद रखना चाहिए। इसका फायदा यह होता है कि यदि आप कहीं पर भी भूत प्रेत के बीच फंस गए तो फिर आप इससे बोलोगे तो आपके पास कोई भी भूत नहीं आएगा ।
  • ‌‌‌मां दुर्गा का मंत्र ॐ ऎं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै यदि आप जपोगे तो कोई भी भूत आपके पास नहीं आ सकेगा।
  • यदि कोई भूत आपको दिख जाए तो गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए।

‌‌‌सुरक्षा का ध्यान रखें

यदि आपको तांत्रिक विधियों के बारे मे जरा भी पता नहीं है तो आप इस प्रयोग को ना करें तो बेहतर होगा । क्योंकि कुछ भी गड़बड़ होने पर हो सकता है इसमे आपके लिए काफी बड़ा खतरा पैदा हो जाए । ‌‌‌इस वजह से यह प्रयोग किसी योग्य तांत्रिक की देख रेख मे ही करें ।

आत्मा के चक्कर मे ना ही पड़ें तो भलाई है।

कुछ दिनों पहले की बात है। मनु भइया के पास एक इंसान आया था । जिसने पता नहीं कहां  से एक अप्सरा साधन की किताब पढ़ ली और उसके बाद साधना करने के लिए बैठ गए । उसके बाद क्या हुआ कि उसने थोड़ी साधना को पूर्ण किया बीच मे ही उसको एक प्रेतनी चिपक गई । और वह उसको रात के अंदर अक्सर दिखाई देने लगी । और गलत काम करने लगी । रात को उस इंसान को नींद नहीं आती थी । इस तरह से वह मनु भइया के पास आया । और उनसे अपना इलाज करवाया । आप एक बात हमेशा याद रखें कि भूत प्रेत किसी का भला नहीं कर सकते हैं। यदि भूत प्रेत के अंदर ही भला करने का गुण होता है। तो फिर वे भूत प्रेत बनते ही क्यों ।

‌‌‌नोट . यह लेख मात्र जानकारी है इसको घर पर प्रयोग करने की कोशिश ना करें वरना इसके नुकसान के जिम्मेदार आप खुद होंगे ।bhoot bulane ka mantra hindi

This Post Has 22 Comments

  1. Suresh Shire

    मय प्रयोग करना चाहता हु

  2. Ñīçk Raj

    Mujhe aapka number mil sakta hai

  3. Arjun

    Hello

  4. Madhur

    Mere pass aaja. M btaunga bhoot hote h ya nhi…. Andvisvas jab tak hi h.. Tab tak kudh par nhi bitta

  5. pooja

    Sir apko kya pta hai bhoot ke bare me kya koi apki nazar me jo tantric kam krta ho….

Leave a Reply

arif khan

‌‌‌हैलो फ्रेंड मेरा नाम arif khan है और मुझे लिखना सबसे अधिक पसंद है। इस ब्लॉग पर मैं अपने विचार शैयर करता हूं । यदि आपको यह ब्लॉग अच्छा लगता है तो कमेंट करें और अपने फ्रेंड के साथ शैयर करें ।‌‌‌मैंने आज से लगभग 10 साल पहले लिखना शूरू किया था। अब रोजाना लिखता रहता हूं । ‌‌‌असल मे मैं अधिकतर जनरल विषयों पर लिखना पसंद करता हूं। और अधिकतर न्यूज और सामान्य विषयों के बारे मे लिखता हूं ।