मोबाइल फोन के रेडिएशन का मानव स्वास्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यह अनेक research मे प्रमाणित हो चुका है। सन 2016 के अनुसार 7.8 billion लोग मोबाइल फोन का प्रयोग करते हैं। मोबाइल ऐलेक्ट्रोमेगनेटिक रेडिएशन पर कार्य करता है जिसकीआवरती 450 से 2100 mhz तक होती है।
हम सभी मोबाइल फोन का प्रयोगकरते हैं किंतु आपको यह नहीं पता होगा कि यह छोटा सा उपकरण भी आपकी हेल्थ पर कितनाबुरा असर डालता है। मोबाइल फोन की रेडिएशन के प्रभावों को जानने के लिए निरंतर नए नए रिसर्च होते रहे हैं।
मोबाइल फोन आज सभी की जरूरत बन चुका है। कोई भी इसके बिना एक पल भी नहीं रह सकता यानि अब यह हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गया है। आज के युवा तो बड़े बड़े मोबाइल रखना अपनी शान समझते हैं किंतु आप जब इस मोबाइल से निकलने वाले रेडियश्न के दुष्प्रभावों को जानेंगे तो दंग रह जाएंगे।
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3.हर्ट रेट अस्थिर होने काखतरा
यदि आप अधिक देर मोबाइल का प्रयोग करते हैं तो इससे निकलने वाली रेडिएशन आपके हर्ट की धड़कन को कम अधिक भी कर सकती हैं। जिसकी वजह से आपको परेशानी हो सकती है। इसलिए जहां तक हो सके मोबाइल को उपर वाली जेब के अंदर ना रखें । हर्ट की धमनियों पर बुरा असर पड़ने पर मौत भी हो सकती है।
2.हार्मोन के स्तर मे बदलाव
मोबाइल रेडिएशन से हमारी बोडी मे फलो होने वाले हार्मोन के स्तर मे बदलाव आ सकता है जिसकी वजह से हमारामूड अस्थिर भी हो सकता है। यदि से का स्तर कम हो जाता है तो अचानकहम उदास से हो जाते हैं। यह हार्मोनहमारे मूड को सही रखता है।
3.कान मे समस्या पैदा हो सकती है
हमारे कान के अंदर एक ईयर ड्रम होता है। जिसपर साउंड वेब टकराती है तो वाईब्रेसन उत्पन्न होता है। मोबाइल रेडिएशन से इसमे तनाव पैदा हो सकता है। जिसकी वजह से हमारेकान मे समस्यापैदा हो सकती है।
लगातार कानों से मोबाइल गाकर रखने से कानों की सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो जाती है। मोबाइल से निकलने वाली तरंगे हमारे कान को बुरी तरह से प्रभाविम करती हैं। और इससे सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है व कानों के अंदर झनझनाहट भी पैदा हो सकती है।
4.कैंसर का खतरा
मोबाइल रेडिएशन केमिकल बैलेंस को बदल देता है जिसकीवजह से कैंसरका खतरा बढ जाता है। और यह डीएनए को भी डेमेज कर सकता है। सन 2015 के अंदर हुई स्टडी के अंदर यह प्रमाणित किया जा चुका है कि मोबाइल रेडिएशन ब्रेन टयूमर के लिए भी जिम्मेदार है।
5.मैमोरी पर गलत प्रभाव
मोबाइल रेडिएशन से मैमोरी लोस पैदा हो सकता है। मोबाइल रेडिएशन दिमाग की मैमोरीको प्रभावित करती हैं। अधिक समय तक मोबाईल का प्रयोग करने से व्यक्तिमे याद रखने की क्षमतामे भी कमी आ सकती है।
6.स्लीपिंग प्रोब्लमस
मोबाइल रेडिएशन ब्रेन वेब बिटा गामा और एल्फा को भी प्रभावित करता है। यह वेब ब्रेन की स्थितिके अनुसार उत्सर्जित होती हैं। अधिक समय तक मोबाइल का प्रयोगकरने से स्लीपिंग डिसआर्डर भी उत्पन्नहो सकता है। मूल रूप से मूड अस्थिर हो जाता है।
7.प्रजनन क्षमता मे कमी
मोबाइल को जब हम हमारी नीचली जेब के अंदर रखते हैं तो यह शुक्राणुओं को भी प्रभावित कर सकता है। रेडियश्न प्रजनन क्षमता मे कमी कर देती हैं और स्थाई नपुंसकता भी पैदा हो सकती ।