दोस्तों शर्म के मामले मे लड़कियां सबसे आगे होती हैं। लड़के भी शर्माते हैं लेकिन लड़कियां लड़कों से ज्यादा शर्माती हैं। लेकिन हर लड़की बराबर नहीं शर्माती है। यदि अनपढ़ लड़कियों की बात करें तो वह पढ़ी लिखी लड़कियों से ज्यादा शर्माती हैं। इसकी वजह होती है उनके अंदर का ज्ञान । भारत की तुलना मे अमरिका की गर्ल कम शर्माती है। क्योंकि वहां पर सब कुछ खुल्लम खुल्ला चलता है। लड़कियों को शर्म खास कर ऐसे विषयो पर आती है। जा कि गुप्त होते हैं। जैसे गुप्त बातों पर लड़कियां अधिक शर्माती हैं।
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खुद को अच्छा साबित करने के लिए To prove yourself good
दोस्तों एक बार सोचो की लड़कियां शर्माना ही बंद करदें तो क्या वे अच्छी लगेंगी । हर लड़की अपने चरित्र को अच्छा रखने की कोशिश करती है। जब कोई सेक्स से जुड़ी बात की जाती है तो वह शर्माती है। इसका मतलब है कि उसे बात करना तो पसंद है लेकिन वह इसको गुप्त रखना चाहती है। उसे समाज के कानून की परवाह है। यदि वह नहीं शर्माएगी तो देखने वाले या बात करने वाले को लगेगा कि वह सब कुछ जानती है। और पहले से बहुत कुछ कर चुकी है। यदि लड़की पति से बात करने पर शर्माती है तो पति को लगता है कि वह अच्छी और भोली है। उसके सामने लड़की की अच्छी ईमेज बनती है।
अच्छा दिखने के लिए शर्माती हैं लड़कियां Girls are shy to look good
जब कोई लड़की शर्माती है तो काफी अच्छी लगती है। इसकी बड़ी वजह शायद यह हो सकती है कि भारतिए लोग हमेशा अच्छी और सीधी साधी लड़की के से शादी करना पसंद करते हैं। और लड़की की शर्म उसे सीधी साधी लड़की साबित करती है। एक अति आधुनिक लड़की नहीं के बराबरशर्माती है। जो लड़कों को पसंद तो आती है। लेकिन लड़कों के दिल मे अच्छे से नहीं बैठ पाती है। बस केवल शारीरिक जरूरत को छोड़कर । लड़की का शर्माना उसे काफी आकर्षक बना देता है। इस वजह से भी लड़कियां शर्माती हैं।
एक अच्छी ईमेज बनाने के लिए To create a good image
भारत के अंदर लड़की का चरित्र ही सब कुछ होता है। यदि शादी की पहली रात को लड़की नहीं शर्माती तो पति यही समझने लग जाता है कि उसकी पत्नी का पहले भी कोई चक्कर था । इसके अलावा बोलचाल मे भी लड़की को शर्माना होता है। यह वह जान बूझ कर नहीं करती है। वरन अपने आप ही हो जाता है। जिससे लड़की की ईमेज अच्छी बनती है। और एक बेर्शम लड़की वैसे भी किसी को पसंद नहीं आती है। इसी वजह से चाणक्य ने कहा है। शर्म स्त्री का आभूषण होता है।
हमारा सामाजिक माहौल Our social environment
लड़की के अंदर शर्म अधिक होने का एक कारण यह भी है कि लड़कियों को बचपन से ही इस प्रकार के माहौल के अंदर रहना होता है जो शर्म का पर्दा बनाने मे मदद करता है। लड़की बचपन से ही x से जुड़ी बातें किसी को नहीं बताती है। उनको गुप्त रखती है। और जब अचानक से अपने किसी प्रिय के सामने अपने दिल के राज खोलती है तो शर्म तो पैदा होगी ही है। लेकिन लड़कों मे ऐसा इस वजह से नहीं होता है क्योंकि वे हर समय x पर खुल कर बात कर लेते हैं। और विदेशों के अंदर लड़कियां इस वजह से कम शर्माती हैं क्योंकि वहां पर इस मामले मे ज्यादा रोक टोक नहीं होती है।
वैसे देखा जाए तो लड़कियों के अंदर शर्म का होना बहुत जरूरी है। शर्म ही वह चीज होती है जिसकी वजह से वे किसी लड़के के साथ आसानी से नहीं जुड़ पाती हैं। और एक बार जब उनकी शर्म टूट जाती है तो उनका भी हर समय किसी नए लड़के के साथ लफड़ा होता रहता है।
बेशर्मी का अंजाम क्या हो सकता है ?
बहुत से लोगों को लगता है , कि आधुनिकता के नाम पर लड़कियों को उपर की तरफ जाना चाहिए । जिस तरह से विदेशों के अदंर होता है , कि एक लड़के से संबंध बनाए फिर दूसरे से संबंध बनालिया । वहां पर लड़कियों मे उतनी अधिक शर्म या हया नहीं होती है। भारत मे आज भी भले ही कोई लड़का कॉल गर्ल के पास चला जाता है। मगर जब पत्नी बनाने की बात आती है , तो वह भी इस तरह की बेशर्मी वाली लड़की से शादी कभी भी नहीं करना चाहता है। वहां पर सारी मान और मर्यादा का ध्यान रखा जाता है।
माता पिता लड़की को शर्म रखनें के बारे मे क्यों टोकते हैं , तो इसकी बहुत ही बड़ी वजह है , लड़के लड़कियों का इस्तेमाल करते हैं , और उसके बाद उनको छोड़ देते हैं। इस तरह की बहुत सारी घटनाएं आती हैं। और एक बार यदि लड़की के साथ इस तरह की घटनाएं जुड़ जाती हैं , तो विदेश की तरह यहां पर घर बसाना आसान कार्य नहीं है।
कुछ दिनों पहले की बात है। एक डॉक्टर की पत्नी थी । उसकी अच्छी खासी जिदंगी चल रही थी । और उसने एक लड़के से इश्क लड़ाया और उसके बाद अपने पति को तलाक देदिया लड़के ने कुछ दिन उसको लुटा फिर लात मारकर घर से निकाल दिया । और उसके बाद पति भी हाथ से गया और कुछ हाशिल भी नहीं हुआ । इस तरह की औरत की दूसरी शादी भी कठिन हो जाती है। क्योंकि लड़के यह मुश्बित मोल नहीं लेना चाहते हैं । बहुत से लोग सीमा हैदर को सही ठहराते हैं। मगर गलत तो सीमा हैदर भी है। उसने अपने प्यार के लिए बस अपने पति को छोड़ दिया । कल वह सचीन को भी लात मार सकती है। जो अपनी शादी सुदा जिदंगी को छोड़कर ऐसे ही किसी के साथ भाग कर आ सकती है। उससे आप अच्छाई की उम्मीद तो ना ही करें । अच्छी औरते कभी भी अपने पति को छोड़कर नहीं भागती हैं।
इसलिए तो यह कहा जाता है , कि औरत का गहना शर्म होता है। जिस औरत मे शर्म नहीं होती है। उसको वैश्या कहा जाता है।
I came across your blog.. I found it interesting. U may be in the field of writing since 25+ yrs but the last conclusion you wrote about girls keep your 25 + yrs to 0. “When we open up ourselves We fall for other relationships easily..” and you defined that language with लफड़ा word.. Grow up man.. Come out of the books.. Apke dimag ko dimak lag gai hai..
Thanks and regards
One of the Reader..
निकिता जी पागलों का कोई भरोसा नहीं होता है। वे कुछ भी लिख सकते हैं। आपको यदि कचरा लगता है तो बहना हम आपके पैर पकड़ते हैं। आप कोई दूसरे ब्लॉग पर जाकर पढ़ सकती हैं । कमेंट के लिए धन्यवाद ।