शादी के बाद महिलाएं सिंदूर क्यों लगाती हैं। सिंदूर लगाने के फायदे

दोस्तों भारत के अंदर हिंदू धर्म के अंदर लगभग हर महिला सिंदूर लगाती हैं।आपने कभी सोचा है कि महिलाएं सिंदूर क्यों लगाती हैं? इसके पीछे क्या कारण हो सकता है। सिंदूर लगाना महिला के 16 श्रृंगारो मे से एक ही है। ‌‌‌बदलते समय के साथ महिलाओं के अंदर सिंदूर लगाने का क्रेज भी कम हो रहा है। बहुत सी महिलाएं सिंदूर तो लगाती हैं। लेकिन उसे अपने बालों के अंदर छिपा के रखती हैं ताकि किसी को पता न चल सके की वह शादी सुदा है। इसके अलावा सिंदूर की भी आजकल कई सारी वैराईटी आ चुकी हैं। ‌‌‌लिक्वीड और पेंसिल सिंदूर आदि कई प्रकार के सिंदूर मार्केट के अंदर उपलब्ध हैं। बहुत से लोगों को लगता है कि सिंदूर लगाने के कोई फायदा नहीं है । वरन यह एक हिंदू धर्म की परम्परा है। जिसको बिना सोचे समझे सालों से निभाया जा रहा है। तो उनके लिए हम बतादें कि सिंदूर लगाने के पीछे वैज्ञानिक ‌‌‌कारण मौजूद है। इस लेख के अंदर हम सिंदूर लगाने के फायदों के बारें मे भी बात करने वाले हैं।

 

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सिंदूर लगाने के फायदे ‌‌‌और सिंदूर लगाने के वैज्ञानिक कारण

‌‌‌जैसा की हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि सिंदूर लगाने के कई फायदे हैं। और सिंदूर लगाने के वैज्ञानिक कारण भी हैं। तो आइए जानते हैं। सिंदूर लगाने के फायदे और वैज्ञानिक कारणों के बारे में ।

‌‌‌सिंदूर लगाने के फायदे दिमाग के लिए लाभकारी

सिर के जिस स्थान पर महिलाएं मांग भरती हैं या सिंदूर लगाती हैं। वहां पर दिमाग की एक महत्वपूर्ण ग्रंथी होती है। जिसको ब्रह्मरंध्र कहा जाता है। सिंदूर के अंदर पारा धातू होती है जो इस ग्रंथी के लिए औषधी का काम करती है। और दिमाग को संतुलन मे रखता है। ‌‌‌महिलाएं शादी के बाद सिंदूर लगाती हैं। क्योंकि शादी के बाद कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं। जिससे महिलाएं तनाव के अंदर रहने लगती हैं। दिमाग को शांत करने के लिए सिंदूर लगाया जाता है। ताकि हर मुश्बित से महिला आसानी से लड़ सके । ‌‌‌यह सिंदूर लगाने का वैज्ञानिक कारण है।

‌‌‌चेहरे पर झूर्रियां जल्दी नहीं पड़ती

शरीर विज्ञान के अनुसार महिलाओं के सिंदूर मे पारा धातू मौजूद होती है। और जब महिलाएं सिंदूर लगाती हैं तो उसका फायदा यह होता है कि महिलाओं के चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती हैं। यह भी सिंदूर लगाने का फायदा है।

सिंदूर रक्तचाप को नियंत्रित करता है

एक वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर इस बात को प्रमाणित किया जा चुका है कि सिंदूर लगाने से महिलाओं के अंदर रक्तचाप पर फर्क पड़ता है। औसतन जो महिलाएं रोज सिंदूर लगाती हैं। उनके रक्तचाप सही रहता है। यह भी सिंदूर लगाने के पीछे वैज्ञानिक कारण है।

‌‌‌मन शांत रहता है

वैज्ञानिकों के अनुसार सिंदूर लगाने से महिलाओं के मन मे किसी प्रकार की उथल पुथल नहीं रहती है। सिंदूर इस वजह ही दिमाग के बीचो बीच लगाया जाता है। दरसअल जब किसी महिला की नई नई शादी होती है। तो उसका दिमाग पूरी तरह से अशांत हो जाता है। सिंदूर लगाने से मन शांत रहता है। और महिला ‌‌‌अच्छे से पर्फोम कर पाती है।

पिट्यूटरी ग्रंथियां स्थिर रहती है

महिलाओं के द्वारा सिंदूर लगाने का एक फायदा यह भी होता है कि महिलाओं के अंदर कामवासना तेज रहती है। क्योंकि सिंदूर पिट्यूटरी ग्रंथियों को स्थिर कर देता है।

‌‌‌सिंदूर लगाने के अन्य कारण

सिंदूर लगाने के केवल वैज्ञानिक फायदे ही नहीं हैं । वरन उससे ज्यादा फायदे धार्मिक फायदे हैं। मतलब सिंदूर लगाने को व्यक्ति धर्म से जोड़कर देखते हैं। सिंदूर लगाने के कुछ ज्योतिषिय फायदे निम्न लिखित हैं।

‌‌‌सिंदूर लगाना देवी लक्ष्मी के समान का प्रतीक है

सिंदूर लगाना देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार सिंदूर लगाकर देवी लक्ष्मी को समान दिया जाता है। जोकि घर के अंदर सम्रद्वि और धन लाने मे मदद करती है। महिलाएं सिंदूर लगाकर देवी से आशिर्वाद लेती हैं।

‌‌‌पति की लम्बी उम्र के लिए सिंदूर लगाया जाता है

हिंदू धर्म के अनुसार जो महिलाएं शादी के बाद अपनी मांग नहीं भरती हैं। उनके पति की आयु कम हो जाती है। महिलाएं अपने पति की आयु को लम्बा बनाने के लिए सिंदूर लगता हैं। ऐसी मान्यता है। हालांकि इसमे कितनी सच्चाई है। इस बात का तो पता नहीं । ‌‌‌इस संबंध मे एक कहानी का वर्णन पुराणों के अंदर मिलता है। जब भगवान बली को मारने के लिए गए तो वे पहली ही दफा उसको मार सकते थे । लेकिन भगवान ने देखा की बली की पत्नी तारा लम्बा सिंदूर लगाए हुए है। तो पहली दफा राम ने बलि को नहीं मारा लेकिन अगली बार जब तारा नहाकर आई तो उसक माथे पर सिंदूर नहीं था। ‌‌‌तब राम ने बलि को मार गिराया ।तब यह मान्यता हो गई की लम्बा सिंदूर या लम्बी मांग भरने से पति की आयु लम्बी होती है।

 

‌‌‌लाल रंग शक्ति प्रतीक माना जाता है

हिंदू धर्म के अंदर लाल रंग को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग सती और पार्वती की ताकत को व्यक्त करता है। सती एक ऐसी महिला थी जो अपने पति की मौत के साथ सती हो गई थी । सिंदूर लगाने से मां पार्वती अखंडसौभाग्यवति का आशिर्वाद देती है।

‌‌‌सिंदूर महिलाओं की सुंदरता को बढ़ाता है

हर महिला शादी के बाद सुंदर दिखना चाहती है। यदि वह सिंदूर लगाती है तो उसकी सुंदरता के अंदर और अधिक बढ़ोतरी होती है। सिंदूर लगाना भी कहीं ना कहीं पति को रिझाने से जुड़ा हुआ लगता प्रतीत होता है।

‌‌‌सिंदूर बुरी नजरों से बचाता है

धार्मिक पुस्तकों के अनुसार समाज के अंदर कुछ ऐसे लोग भी होते हैं। जिनकी नजर लग जाती है। सिंदूर लगाने का यह फायदा है कि यह बुरी नजरों से बचाता है। और महिला को स्वस्थ रखने मे काफी मददगार भी होता है। इसके अलावा नकारात्मकता कम होती है।

‌‌‌पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है

एक ज्योतिष की वेबसाईट के अनुसार माथे पर सिंदूर लगाना इस वजह से भी लाभकारी है क्योंकि इससे पति पत्नी के बीच प्रेम बढ़ता है। यदि कोई महिला सिंदूर को बालों के अंदर छुपा लेती है तो उसका पति समाज के अंदर छुप जाता है। सिंदूर पर पति का भाग्य निर्भर करता है।

‌‌‌सिंदूर किस तरह से लगाना चाहिए

  1. दोस्तों सिंदूर लगाने के कुछ सही तरीके होतें हैं। यदि आप सिंदूर लगाती हैं तो सिंदूर सही तरीके से लगाना चाहिए जिससे आपको इसका पूरा फायदा मिल सके ।
  2. सिंदूर को लम्बा लगाना चाहिए ‌‌‌इसकी वजह है कि ऐसा करने से पति की उम्र लम्बी होती है। और पति की अकालन मौत से बचाता है।
  3. ‌‌‌कई महिलाएं सिंदूर लगाने के बाद उसे बालों से ढक लेती हैं। जबकि ऐसा करना बहुत गलत है। ऐसा करने से उनका पति समाज मे छुप जाता है। सो सिंदूर को बालों से ढककर नहीं रखें ।
  4. ‌‌‌कुछ महिलाएं सिंदूर को सिर के बिचो बीच नहीं लगाकर किनारे पर लगाती हैं। ऐसा करने से उनका पति उनसे किनारा कर लेता है। पति पत्नी के बीच प्यार कम होजाता है।
  5. ‌‌‌जिस महिला ने स्पष्ट सिंदूर लगा रख है। उसके पति की आयु लम्बी होती है। और दोनों अच्छा प्रेम से जीवन व्यतीत

‌‌‌मांग मे सिुदूर भरने की प्रथा कैसे प्रारम्भ हुई।

बहुत कम लोग जानते हैं कि मांग के अंदर सिंदूर भरने की प्रथा का आरम्भ कैसे हुआ ? इस संबंध मे पौराणिक ग्रंथों के अंदर कई कहानियों का उल्लेख मिलता है। आइए जानते हैं उन कहानियों के बारे मे ।

‌‌‌भगवान ने दो इंसानों को बनाया एक का नाम उसने रखा धीरा और दूसरे का रखा वीरा । वीरा पुरूष था और वह काफी वीर था । और धीरा एक स्त्री थी जोकि काफी सुंदर थी ।दोनो अच्छे शिकारी थे और साथ साथ ही शिकार पर जाते थे । उनकी जोड़ी की चर्चाएं सब जगह पर फैल गई। जब कालिया डाकू को इस बात का पता चला तो वह ‌‌‌हैरान रह गया । उसके बाद उसने निश्चय की कि वह वीरा को मारदेगा

तब धीरा उसकी हो जाएगी ।एक दिन दोनो शिकार पर गए हुए थे तो उस दिन उनके नसीब ने साथ नहीं दिया दोनों एक पहाड़ी पर बैठ गए और रात वहीं पर बिताने का निश्चय करलिया । रात को जब वीरा को प्यास लगी तो वह धीरा से बोला की वह पानी लेने जा ‌‌‌रहा है। जल्दी लौट आएगा । जब वीरा गया तो कालिया डाकू ने उसे जाते हुए देख लिया । बस फिर क्या था । वह वीरा पर टूट पड़ा । उसके बाद उसने वीरा को घायल करदिया। और खुद जोर जोर से हंसने लगा । उसकी हंसी जब धीरा को सुनी तो वह दौड़कर आई और कालिया डाकू पर अचानक से हमला करदिया । ‌‌‌कालिया डाकू इसके लिए तैयार नहीं था और धीरा के हमले से बुरी तरह से घायल हो गया । जब वीरा को होश आया तो उसे आश्चर्य हुआ कि धीरा ने कालिया डाकू को कैसे मार गिराया । उसके बाद वीरा ने धीरा के सर पर रक्त भरा था । तब से मांग के अंदर सिंदूर भरने की प्रथा का आरम्भ हुआ था ।

‌‌‌भगवान राम व सीता की स्टोरी

‌‌‌रामायण मे उल्लेखित एक स्टोरी के अनुसार जब माता सीता सिंदूर लगा रही थी तो हनुमान ने पूछा माता आप सिंदूर क्यों लगाती हैं। तब माता सीता ने बताया कि वह भगवान राम की लम्बी उम्र के लिए व इससे पति पत्नी का रिश्ता मजबूत होता है। उसके बाद यह आत पूरे राज्य के अंदर फैल गई और सिंदूर को शुभ माना ‌‌‌जाने लगा ।

करते हैं।

‌‌‌यह थे सिंदूर लगाने के फायदे और सिंदूर लगाने का वैज्ञानिक कारण । यह लेख आपको कैसा लगा हमे कमेंट करके बताएं ।

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This post was last modified on October 29, 2018

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