दोस्तो साहसी व्यक्ति की हर जगह पर पूजा होती है। वह जहां भी जाता है। लोग उसके आगे नत मस्तक हो जाते हैं। क्योंकि लोग उसे पसंद करते हैं। एक कायर व्यक्ति को कोई पसंद नहीं करता । वह जहां भी जाता है। लोग उससे बात करना भी पसंद नहीं करते । याद रखें आपका
साहस ही आपको बहुत बड़ी सफलता दिलाता है। जिस व्यक्ति के अंदर साहस नहीं होता ।वह बड़े बड़े निर्णय नहीं ले सकता बिजनेस के अंदर सफल नहीं हो सकता । यानी वह कुछ नहीं कर सकता । हर चीज के अंदर साहस की जरूरत है। इसी लिए शेक्सपियर ने कहा
साहसी यैद्वा युद्व भूमी मे यह नहीं पूछते कि सेना मे कितने लोग हैं। वरन यह पूछते हैं कि दूश्मन कहां पर है।
रूस की विशाल सेना क्रिमिया की और आ रही थी। इस बात की पूरी संभावना थी कि रूस की फौज ब्रिटिस की फौज को पूरी तरह से परास्त कर देगी किंतु तभी एक ब्रिटिस सेनानायक ने कहा की सैनिकों पीछे मत हटना जाहे जो हो जाए । तब सैनिक एक कदम भी पीछे नहीं हटे।और इसका परिणाम हुआ की रूस की फौज कोही पीछे हटना पड़ा । यह साहस नहीं तो और क्या है।
एक बार एक जज कुर्सी पर बैठे हुए थे । उनके सामने कई लोगों की भीड़ लगी थी। कि इतनी देर मे एक हत्यारा वहां पर घुस्स आया । जज ने उसे पकड़ ने को कहा किंतु किसी की हिम्मत नहीं हुई कि उसे पकड़ सके जज कुर्सी से उठे और हत्यारे की आंखों मे झांकते हुए । चिल्लाए तो हत्यारा डर गया और जज के सामने झुक गया। यह उस जज का सहास ही था कि हत्यारा उनसे डर गया। सोचो यदि जज के अंदर इतना साहस नहीं होता तो क्या हत्यारा उनके आगे झुक पाता । कदापी नहीं ।
बस दोस्तों आपकी लाईफ के अंदर भी मुश्बित बहुत आती हैं। यह मुश्बितें आपको असफल बना देती हैं। और आप डर के मारे उनके आगे हाथ जोड़ खड़े हो जाते हो
लेकिन आप नहीं जानते आपका उनके आगे झुकना यह साबित करता है कि आप साहसी इंसान नहीं हो । अपने दिमाग से डर शब्द को निकालदो । और साहसी बनजाओ । एकबार निडर होकर काम करो फिर देखो कमाल । आप वो सब कुछ कर पाएंगे जिस की आपने कल्पना भी नहीं की होगी ।
दोस्तों अभी भी वक्त है। अपने आपको बदलो और एक ऐसे साहसी इंसान बन जाओं । जिसके आगे हर बाधा झुकने को मजबूर हो जाए । यदि आपके सामने तूफान आए तो तूफान भी अपको देखकर कांप उठे । बड़ी तेज धार वाली तलवारें भी आपका कुछ नहीं बिगाड़ सके । आपके दुश्मन आपके नाम से ही भाग जाएं । और आप वो कर सको जो आज तक किसी ने नहीं किया । दोस्तों उठो मरे हुए इंसानों की तरह मत पड़े रहो। अपने अंदर साहस का दीपक जलाओ फिर देखो अंधेरा अपकी जिंदगी से कैसे दूर नहीं होता है। बस एक बार अपने मन मे ठान लो कि मुझे हर मुश्बित से लड़कर विजय प्राप्त करनी है। अपनी ताकत पर भरोसा करो । सच मे ही आपके अंदर बहुत साहस है।
बस जरूरत है। उसको जगाने की । बार बार असफलता का रोना वो लोग रोते हैं जिनमे साहस नहीं होता । वे बाधाओं से लड़ नहीं सकते । जो दिमागी रूप से अपंग होते हैं। क्या आप अपंग कहलाना पसंद करोगे । नहीं ना तो बस जगालो अपने अंदर के सोये हुए साहस को और आज ही शपत लो की मैं आज के बाद
जिंदगी के अंदर कोई भी बाधा आए पीछे नहीं हटूंगा । आखिर मे कर सकता हूं । मैं दुनिया का सबसे साहसी इंसान हूं ।पहचानों अपनी ताकत को । आपके अंदर असीम मात्रा मे ईश्वर ने ताकत दी है। उसका उपयोग करो । क्या आप नहीं चाहते कि आपका नाम भी दुनिया मे हमेशा हमेशा के लिए अमर हो जाए । लोग आपके आगे झुक जाएं । यदि इसका जवाब हां है। तो देर किस बात की समय निकल रहा है। अभी अपने आपको बदल डालो । आज से बढिया दिन आपको नहीं मिलेगा ।
याद रखो जब एक चिंटी अपने से भारी वजन उठा सकती है। एक चूहा कठोर से कठोर पत्थर के अंदर बिल बना सकता है। तो आप क्योंनहीं कर सकते । आखिर आप तो इंसान हैं आपके पास तो बहुत अधिक शक्तियां हैं। अपने तड़पते मन को शांत करो । वह मन जोकि सालों से सफलता के लिए तड़प रहा है। आप खुद दुखी हैं। बस एक छोटी
सी समस्या की वजह से । आप भूल रहे हैं कि साहस को जगाना कोई कठिन काम नहीं है। यह काम बहुत सरल है। जरूरत है। बस सच्चे मन से स्वीकार करने की । यकीन मानिए । एक बार साहसी बनकर देखिए । सच मुच चमत्कार हो जाएगा । जो लोग आपको ताने मारते हैं। जो लोग आपके पीठ पीछे आपकी कमजोरियों का बखान करते हैं।
उनके मुंह पर यह करारा तमाचा होगा । आपका सहास ही आपको सफल बना सकता है। क्या आप जानते हैं। एक व्यक्ति आईएस बन जाता है। और दूसरा नहीं बन पाता है। क्यों । इसका सीधा उतर है कि दुसरे मे वो साहस नहीं है। जो पहले मे है। दूसरा पहले की तरह दिन रात एक नहीं कर सकता । उसमे साहस नहीं है। वह पहले की तरह पढ़ नहीं सकता । वह अपनी बाधाओं का मुकाबला नहीं कर सकता । एक डरपोक और कायर इंसान बनके मत रहो । डरपको से तो मर जाना अच्छा है। आग लगादो अपनी शारी मुश्बितों को । जलादो अपने रास्ते मे आने वाले हर घास को । लेकिन इसके लिए मांचिस की नहीं साहस की तिल्ली आपको लानी पड़ेगी । जो आपके आने वाले हर
रस्ते को साफ करदेगी । तब आपके पैरों मे कांटे भी नहीं चूभेंगे । जिंदगी के अंदर शर्म की जिंदगी कब तक जिओगे । कब तक मर मर के रहोगे । कब तक अपने आने वाली मुश्बितों से भागोगे । कबतक मुंह छिपाते रहोगे । आखिर जिंदगी मिली है तो सम्मान से जीओ। और उतारदो अपने मन से भय का चौला । जिस तरह से तेज धार वाली तलवार एक पल मे ही अपने दुश्मनों को काट देने की ताकत रखती है।
आपका साहस भी उसी तरह से तेज धार वाला है जोकि एक पल मे आपके दुश्मनो को ढेर करदेगा । और आपको विजय बना देगा । यदि आपको विजेता बनना है तो बस साहसी इंसान बन जाओ फिर विजेता तो अपने आपही बन जाओगे ।
साहसी होना भी अपने आप मे एक महान कार्य है। भेले ही आपकी मुश्बिते आपको जलादे । चाहे आपका सर काटकर अलग करदे । चाहे आपके साथ किसी और प्रकार का सलूक करें । किंतु किसी के आगे झुको मत जिओ तो शान से जिओ और मरो तो शान से मरों किंतु किसी के पैरों मे गिरकर गिड़गिड़ाओ मत ।
याद रखो पैरों मे गिरकर गिड़गिड़ाने वाले इंसान पर कोई दया नहीं करता । जब कोई किसी से भीख मांगता है तो उसके सामने वह गिड़गिड़ाता है लेकिन ऐसे व्यक्ति को कोई भीख नहीं देता किंतु एक साहसी व्यक्ति अपना हक खुद के दम पर हासिल करता है। वह झुकता कभी नहीं है।
जिंदगी मे हर मुश्बित का डटकर मुकाबला करो । अंत समय तक लड़ो । सांस बाकी रहने तक लड़ो । विजय प्राप्त करने तक लड़ों किंतु झुको मत । सोचलो की झुकना आपने सीखा ही नहीं ।
भाग्य उसी का साथ देता है जो साहसी हो । जिसमे सहास ही नहीं होता है । वह तो किसी कौने मे दुबका बैठा रहता है। किंतु साहसी जंगल मे खुले शेर की तरह होता है जो खुद किसी का भी शिकार कर सकता है। पर उसका शिकार कोई नहीं कर सकता । अब तय आपको करना है कि आप गिदड़ बने रहना पसंद करोगे । या शैर।