दोस्तों इस लेख के अंदर हम बात करेंगे सीकर रेड लाइट एरिया एड्रेस के बारे मे । लेकिन हम आपको बतादें कि सीकर के अंदर वैसे कोई भी रेडलाइट एरिया नहीं हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहां पर चोरी छुपे काम नहीं होता है। आज वैश्याव्रति हर जगह पर बुरी तरीके से घुस चुकी है। पुलिस कई जगहों पर कार्यवाही करती है। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होता है। एक बार यह सब कुछ बंद हो जाता है। लेकिन उसके बाद फिर चालू हो जाता है। मूल रूप से सरकार कभी भी इन चीजों का उन्मूलन करने मे सफल नहीं हो सकती है। दूसरी बड़ी बात तो यह है कि इसमे कमाई ज्यादा होती है और मेहनत भी कम करनी होती है।
पीछले दिनो पकड़ी गई एक कॉलगर्ल ने बताया कि वह एक घंटे के 1000 से 3000 रूपये चार्ज करती है। और ऐसा कोई दिन नहीं है जिसमे उसके पास काम नहीं आता हो । अब एक बार सोचो की यदि वह एक दिन के 3000 कमाती है तो महिने के 1 लाख रूपये कमा लेती है। जो एक बहुत बड़ी रकम है। इनती सैलरी तो एक पुलिस वाले की भी नहीं होती है। बस इसी वजह से लड़कियां इस धंधे के अंदर उतर जाती हैं। यदि आप किसी भी जगह पर नौकरी मांगने जाओगे तो आपको 10 हजार की नौकरी मिलना मुश्किल हो जाएगा । तो सोचो एक बार कि यह कमी किसकी है? पुलिस कुछ नहीं कर सकती जबतक हालात नहीं बदल दिये जाएं। भले ही वो एक बार इन धंधा करने वाली लड़कियों को पकड़ ले । लेकिन उसके बाद भी हालात नहीं बदलेंगे ।
सीकर मे कई बार पकड़ी जा चुकी हैं कॉलगर्ल
जहां तक हमारी नजर के अंदर है सीकर के अंदर अधिकतर पकड़ी जाने वाली कॉलगर्ल विदेशी होती हैं।28 मार्च 2017 को सीकर के अंदर एक कॉलगर्ल को अरेस्ट किया गया था। इसके लिए पुलिस को काफी पापड़ बेलने पड़े थे । मिली जानकारी के अनुसार एएम होटल के अंदर लंबे समय से धंधे की सूचना मिल रही थी। जब आज फिर किसी ने जानकारी दी तो पुलिस हरकत मे आई और दलाल का नंबर किसी तरीके से कबाड़ कर उसको कॉल किया । हालांकि दलाल को यह पता नहीं था कि यह पुलिस वाला ही है। उसके बाद रात को 3 बजे के आस पास एक पुलिस वाला होटल के अंदर पहुंचा और एक हजार के अंदर सौदा तय हुआ । उसके बाद पुलिस कर्मी रात को ही होटल के कमरा नंबर 104 मे कॉल गर्ल के पास पहुंचा और उसे बातों के अंदर उलझा लिया । बस उसके बाद पुलिस ने छापा मारकर सब को अरेस्ट कर लिया ।
लड़की ने बताया कि वह नेपाल के अंदर एक गांव से रहने वाली है। उसका पति एक रसोईया का काम करता है। उसके पति को यह पता है कि वह धंधा करती है। लेकिन वह कभी इस बारे मे रोक टोक नहीं रखता है।
इसी तरीके से 1 जनवरी सन 2014 को सीकर के रामू का बास के पास एक होटल के अंदर एक कालगर्ल को अरेस्ट किया गया था। पत्रिका के अंदर छपी एक न्यूज के अनुसार लड़की को 20 हजार रूपये देकर 4 दिन के लिए चंडीगढ से यहां पर लाया गया था। जब पुलिस ने छापा मारा तो लड़का और लड़की आपतिजनक अवस्था मे मिले ।
6 जनवरी सन 2017 को प्रकाशित एक अन्य खबर के अनुसार सीकर के पिपराली के एक होटल के अंदर छापा मारकर पुलिस ने एक लड़की और दो लड़कों को अरेस्ट किया था। तीनो ही आपतिजनक अवस्था के अंदर मिले थे । पुलिस के अनुसार जब पुलिस होटल के अंदर आई तो पहले तो पुलिस को घुसने से रोका गया । लेकिन बाद मे पुलिस ने आगे की कार्यवाही की । पुलिस ने बताया कि सीकर के अंदर देहका धंधा फलफूल रहा है। और यदि रिकोर्ड की गई जानकारी को देखें तो यहां पर अधिकतर कॉलगर्ल ऐसी पकड़ी जा चुकी हैं जो राजस्थान से बाहर की हैं। पकड़ी गई महिला ने बताया कि वह दिल्ली की रहने वाली है और यहां पर एक दलाल के द्वारा लाई गई है।
सीकर मे कॉलगर्ल ऑफर करती वेबसाइटस
दोस्तों वैसे सीकर के अंदर कोई रेड लाइट एरिया नहीं है। लेकिन यदि आप नेट पर सर्च करोगे की siker call girls तो आपको कई सारे रिजेल्ट मिलेंगे । उन रिजेल्ट के अंदर आपको अनेक ऐसी वेबसाइट भी मिलेंगी जो आपको कॉलगर्ल को पेश करने का दावा करती हैं।
हालांकि यह वेबसाइट कितनी सच्ची हैं और कितनी झूंठी है। इस बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता है। क्योंकि यह तो केवल वही जानता है जोकि इनका यूज कर चुका है। किसी मेरे एक दुश्मन ने मेरे नंबर को यूटूब पर डालदिया था और उसके नीचे लिख दिया था कि यह कॉलगर्ल का नंबर है। बस उसके बाद मेरे पास हजारों की संख्या के अंदर फोन आने शूरू हो गए । मैं खुद परेशान हो गया । लेकिन वो नंबर मैं नहीं हटा सकता था । और आज तक परेशान हूं ।
तो दोस्तों इन वेबसाइट पर नंबर दिये होते हैं उन पर हजारों लोग फोन करते हैं।
अलग अलग प्राइस रेंज
वैसे सीकर के अंदर कोई कॉलर्गल नहीं है। लेकिन अधिकतर दलाल जोकि अलग राज्यों के होते हैं और यहां पर आकर यह धंधा करने लग जाते हैं। उनके लिए ऐसा करने के कई सारे फायदे हैं । एक तो उनको पैसा अच्छा मिलता है क्योंकि इस इलाके के अंदर यह सब बहुत कम चलता है। और दूसरा कस्टमर काफी ज्यादा होते हैं। और तीसरा सबसे बड़ा फायदा तो यह है कि इनको पुलिस का उतना डर नहीं होता है। यहां खुले मैदानों के अंदर यह अपना काम कहीं पर भी कर सकते हैं। जिसमे किसी को शक तक नहीं होता है।सीकर की तो बात छोड़ो हमारे यहां पर बहुत बार लोग गाडियों के अंदर कॉलगर्ल लेकर आते हैं और हाईवे के साइड के अंदर गाड़ी लगाकर काम कर लेते हैं। कहने का मतलब है कि अब यह धंधा सब जगह पर फैल ही चुका है।
इन्हीं चीजों को सर्च करते हुए मैंने एक वेबसाइट को खोला और वहां पर देखा कि वह वेबसाइट वाला अलग अलग रेंज के अंदर कॉलगर्ल ऑफर कर रहा था। सबसे कम कीमत 1000 हजार रूपये की और सबसे अधिक कीमत 10 हजार की थी। उस वेबसाइट के उपर एक फोन नंबर भी दिया हुआ था।
मैंने उसके बारे मे जानने के लिए कॉल किया तो एक पुरूष ने कॉल उठाया । मैंने पूछा सर क्या कॉलगर्ल मिलेगी ? उधर से जवाब आया कहां के लिए चाहिए ? मैंने पूछा सीकर के लिए लेकिन उसके बाद उस व्यक्ति ने फोन काट दिया और कोई जवाब नहीं दिया । मैंने दुबारा करने की कोशिश की किंतु उसने फोन नहीं उठाया।
हालांकि मैं यह नहीं जान पाया कि वह व्यक्ति सच मे ही कॉलगर्ल ऑफर करता है या नहीं । लेकिन मैंने उसका नंबर ट्रेस किया तो पता चला वह राजस्थान का रहने वाला नहीं है।
कुल मिलाकर हम यही कह सकते हैं कि सीकर रेड लाइट एरिया अभी तक बना नहीं है। लेकिन यदि जल्दी ही हर जगह पर होते धंधे को नहीं रोका गया तो एक दिन यहां पर भी एक रेडलाइट एरिया बन जाएगा । और राजस्थान के हर छोटे जिले के अंदर फैल जाएगा ।