आपको यह मान लेना चाहिए की भगवान हर इंसान को कोई ना कोई खास टैलेंट देता है। जिसकी बदौलत वह दूसरों से बेहतर कर सकता है। लेकिन जरूरत है उस टैलेंट को पहचान लेने की और उसके बाद उसे निखारने की । लेकिन बहुत से लोग अपने खुद के अंदर छिपे टैलेंट को नहीं देख पाते हैं और इधर उधर काम करते हुए अपने किस्मत को कोसते रहते हैं।
यदि आप भी ऐसे लोगों के अंदर शामिल हैं तो यह लेख आपकी बहुत मदद करेगा । इस लेख के अंदर हम आपको वो तरीका बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप अपने अंदर छुपे टेलेंट को बाहर ला सकते हैं।
Table of Contents
step -1 खुद की रूचि को पहचाने
आपके अंदर भगवान ने क्या खास टैलेंट दिया है। इसको पहचानने से पहले अपनी खुद की रूचि पर गौर करे । गौर करें कि आप किन कामों के अंदर रूचि रखते हैं। जैसे आपकी खेलने मे रूचि हो सकती है या पढ़ने मे रूचि हो सकती है। और किसी और काम के अंदर रूचि हो सकती है। ध्यान दे इंसान की रूचि यदि किसी काम के अंदर होती है तो वह काम करने मे उसको मजा आता है।
]
उसके लिए पैसे कोई मायने नहीं रखते । क्या आप कोई ऐसा काम करना पसंद करते हैं। जिसको करने मे आपको मजा आता हो और आप उसे बिना पैसों के भी करने को तैयार हो जाते हैं। आप उस काम को करने के लिए दिन रात कभी भी तैयार रहते हैं।
यदि ऐसा कोई काम है तो इसका मतलब है आपकी रूचि उस काम मे है। लेकिन आप किसी काम को सिर्फ पैसे कमाने के लिए कर रहे हैं तो यह आपकी रूचि नहीं है। सबसे पहले यह नोट करें कि ऐसे कितने काम हैं जिनके अंदर आपकी रूचि है। कई इंसानों के पास ऐसे कई काम हो सकते हैं जिनको वे करना पसंद करते हैं तो उन सभी की एक लिस्ट बना लें । और जिस काम को आप सबसे ज्यादा पसंद करते हैं उसको एक नम्बर दें । उसके बाद उससे कम पसंद काम को दो नम्बर दें । इस प्रकार से
आप सभी कामों को क्रम से रखें ।
step – 2 किस वर्क को आप बेहतर ढंग से कर सकते हैं ?
आपने कामों की लिस्ट तो बना ली अब आपको यह तय करना है कि आप उन लिस्ट वाले कामों मे से किस काम को बेहतर ढंग से कर सकते हैं। या आप उस काम को दूसरों से बेहतर कर सकते हैं। याद रखें हर इंसान के पास एक कोई ना कोई काम उसकी पसंद का होता है जोकि वह दूसरों से बेहतर ढंग से कर सकता है।
और वो काम हमेशा वही होता है जिसके अंदर आपकी रूचि सबसे अधिक होती है। मेरे कहने का मतलब समझें । जिस काम के अंदर आपकी रूचि अधिक होती है आप हमेशा उस काम को करना चाहेंगे किसी भी तरह से टाईम निकाल कर । यही वजह की आप उस काम के अंदर दूसरे कामों की तुलना मे अधिक बेहतर हो जाते हैं।
कैसे पता करें आपके अंदर क्या टैलेंट है ?
आपने पहली दो स्टेप को सही तरीके से पूरा किया है तो अब आप यह तय कर सकते हैं कि आपके अंदर क्या टैलेंट है जोकि आपको एक सफल इंसान बना सकता है। इसका सिंपल फोर्मूला है
याद रखें – रूचि + हार्ड वर्क = टैलेंट
याद रखें रूचि के साथ यदि हार्ड वर्क मिल जाता है तो उसकी की वजह से टैलेंट पैदा होता है। ऐसा नहीं है की कोई इंसान पेट से ही टैलेंटेड पैदा होता है। वरन हर इंसान यहां पर आकर ही टेलेंटेड बन जाता है। आप किसी भी बड़े इंसान या सफल इंसान के बारे मे पढ़ ले आपको उनके अंदर हार्ड वर्क और रूचि दोनो ही मिल जाएंगी । सचिन तेंदुलकर को लें उनका क्रिगेट के अंदर बचपन से ही इंटरेस्ट था और उन्होंने हार्ड वर्क किया तो आज वे किस मुकाम पर हैं आप जानते ही हैं। आप अभिताब बच्चन को लें उनका फिल्मों के अंदर इंटरेस्ट था और उन्होने हार्ड वर्क किया तब वे सफल हो गए ।
सीधे तरह से कहें तो क्या आपके पास कोई ऐसा काम है जिसमे आपकी रूचि भी हो और आप उसके लिए अधिक से अधिक हार्ड वर्क करने को तैयार हों ? यदि आपका जवाब हां है तो इसका मतलब है आपके अंदर यह टैलेंट है। बस जरूरत है अपने टैलेंट को और हार्ड work करके निखार ने की ।
बस आपने खोज लिया कि आपको गोड ने क्या टैलेंट दिया है। अब अपने टैलेंट पर सोचिए कि आप इस को और कैसे निखार सकते हैं? कैसे आप इसके द्वारा कामयाब बन सकते हैं ?
रूचि + हार्ड वर्क से कैसे पैदा होता है टैलेंट ?
यदि आपके अंदर रूचि है तो जाहिर सी बात है आप अपने आप अपनी रूचि वाले काम को करने लग जाएंगे । मतलब आपकी रूचि हार्ड वर्क को हमेशा अपने साथ रखती है। लेकिन ज्यादातर लोग चाहकर भी अपनी रूचि के काम को करना नहीं चाहते हैं। क्योंकि वे इसमे छुपे फायदे को देखना नहीं जानते हैं।
ऐसे लोग अपनी रूचि के काम को छोड़कर दुखी भी होते हैं। लेकिन मजबूरन उनको दूसरा काम करना पड़ता है याद रखें बिना रूचि के हार्ड वर्क यदि आप करते हैं तो इसका मतलब है आप उस काम से उब चुके हैं। लेकिन आप रूचि के साथ हार्ड वर्क करते हैं तो आपको बहुत मजा आता है।
मान लिजिए आपने पहले दिन अपने रूचि के काम को एक घंटे किया तो आपको बहुत मजा आया । जाहिर सी बात है जिस काम के अंदर इंसान को मजा आता है वह उसे और ज्यादा करना चाहता है। दूसरे दिन आपने इसी वजह से दो घंटे किया तो आपको दूसरे दिन और मजा आया । कुल मिलाकर कहना यह है कि आप इस काम को जितना ज्यादा करेंगे आपको उतना ही ज्यादा मजा आएगा । और मजे मजे के चक्कर मे आप धीरे धीरे बहुत कुछ सीखते चले जाएंगे । और आप टैलेंटेड बन जाएंगे ।
रूचि की एक सबसे बड़ी खास बात होती है जिसको हम एक रबड़ की बोल के उदाहरण से समझ सकते हैं। आप रबड़ की बोल को जितनी तेजी से दिवार पर मारेंगे उतनी तेजी से वह आपकी ओर वापस आएगी । मतलब आपका हार्ड वर्क करना तेजी से बोल फेंकना है और उसका उसी तेजी से वापस आना आपके लिए सुख दाई एहसास है।