डायनासोर आज से मिलियन वर्ष पहले धरती पर निवास करते थे । डायनासोर का विकास एक अंडे से हुआ था। डायनासोर के अंडे अब हमे डायनासोर के जीवन के बारे मे बहुत कुछ बताते हैं। डायनासोर मेसोजोइक युग मे धरती पर रहते थे
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1.फीमेल डायनासोर एक समय मे कई अंडे देती थी।
वैज्ञानिकों के अनुसार एक मादा डायनासोर एक बार मे 15 से 20 अंडे देती थी। हांलाकि अंडों की सुरक्षा का भी उस समय बहुत ध्यान रखना आवश्यक था।अंडो को सेफ रखने के लिए मादा को उनकी रक्षा करनी पड़ती थी।
2.बहुत कम अंडों से बच्चे निकलते थे
मेसोजोइक काल के दौरान प्रक्रति काफी क्रूर थी। मादा डायनासोर के द्वारा दिए गए । अंडो मे से अधिकतर उसी समय नष्ट हो जाते थे । जबकि कुछ अंडे जानवरों की वजह से नब्ट हो जाते थे । खास कर ठोकर लगने से । जबकि एक दो अंडे ही मुश्किल से बच पाते थे।
3.बहुत कम अंडे सुरक्षित रह पाते थे
यदि कोई अंड किसी तरह से सुरक्षित बच भी जाता था। तो धरती के अंदर मौजूद बैक्टिरिया अंडे के अंदर प्रेवेश कर जाते होंगे । जिससे अंडा नष्ट हो जाता था।
4.अरबो खरबों अंडे दिये होंगे डायनासोरो नें
वास्तव मे मेजोजेनिक काल के अंदर अरबों डायनासोर धरती पर धूमते थे। जिन्होनें बहुत अधिक संख्या के अंदर अड़े दिये होंगे । लेकिन संरक्षण की कमी की वजह से बहुत ही कम अंडे सुरक्षित बच पाए थे ।
5.अलग अलग प्रकार के होते थे डायनासोर के अंडे
कुछ डायनासोर द्वारा दिये गए अंडे काफी बड़े होते थे ।सायरोपोड्स, ऑर्नीथोपोड्स के अंडे अधिक गोलाकार न होकर थोड़े लम्बे होते थे । हांलाकि इस बात का पता नहीं की ऐसा क्यों होता है। थेरोपीड, सायरोपोड्स,
6.डायनासोर अंडो की साईज
1869 के अंदर फ्रांस के अंदर पाये गए । पहले जीवाश्म के अंदर अंडे पाये गए थे । यह 1 फुट 10 इंच और 25 सेमी चौडे थे ।जिसका वजन 7 किलोग्राम था।
प्रजनन के बाद मादा शुक्राणुओं को 16 दिन तक संग्रहित करके रखती है। फिर रोज एक अंडे देती है। कुल मिलाकर 6 से 7 अंडे या इससे भी अधिक हो सकते हैं।
7. अंडों के टुकडे
डायनासोर के अंडे जब फूट जाते हैं। या नष्ट हो गये थे तो इनके टुकड़ें कई जगह पर मिलते हैं किंतु इन टुकड़ों को शोर्ध कर्ता अधिक महत्वपूर्ण नहीं मानते हैं। जितना की वे जिवाश्म को महत्वपूर्ण मानते हैं।
8.डायनासोर के अंडो की खोज
लग भग 10 बड़े डायनासोर के अंडे फ्रंास के अंदर पाइननी पर्वत की तलहटी अल्बास के निकट पाये गए थे । यह 1999 की बात है। यह रेत के अंदर दबे हुए थे । हालांकि कोई नहीं जानता की यह किस प्रकार के डायनासोर के अंडे थे ।
ट्रेम्प के निकट पूर्वोत्तर स्पेन में बहुत सारे अंडे मिले हैं। अर्जेंटीना और चीन में अन्य विशाल डायनासोर अंडे साइटें पाई गई हैं।
9.डायनासोर के घोसले
संयुक्त राज्य अमेरिका के मोंटाना में घोसले पाये गये हैं। जिनसे यह पता चलता है कि डायनासोर अपने अंडों की काफी रक्षा करते थे । वहीं यह सामाजिक भी थे और समूह के अंदर रहते थे । घोसलों का प्रयोग अंडों की रक्षा मे मदद गार थे। वहीं कुछ शोध कर्ताओं ने यह पता लगाया है कि डायनासौर पेड़ों पर भी अंडे देते थे । और बाद मे उनको सेते थे ।
भारत के अंदर भी मिले हैं डायनासोर के अंडे
गुजरात के बालासिनोर के अंदर सबसे बड़ा जुरासिक पार्क है।यहां पर 7 करोड साल पूराने अंडे मिले हैं।1980 के अंदर यहां पर डायनासोर के जीवाश्म दबे होने के बारे मे पता चला था यहां पर अंडे मिलने की कहानी भी काफी दिलचस्प है। कहा जाता है कि एक बार राजकुमारी आलिया घूम रही थी। तो उसने देखा की एक महिला कुछ पीस रही है। जो वस्तु वह पीस रही है वह काफी अजीब है। तब उसे पता चला की यह तो किसी जानवर का अंडा है। यहां पर लग भग 10 हजार अंडे मिल चुके हैं।