स्कूल मे मस्ती कैसे करें ? दोस्तों स्कूल के दिन हर इंसान को याद आते हैं। और जब स्कूल के अंदर होते हैं तो मस्ती करने मे अपना समय गुजार देते हैं। और उसके बाद जब समय निकल जाता है तो वह वापस कभी नहीं आता है। आज भी हमे इस बात का अफसोस होता है कि काश हम ढंग से पढ़े होते तो आज कहीं पर अच्छी जगह होते । लेकिन स्कूल का समय ही ऐसा होता है कि बस मस्ती करने के अलावा कुछ भी सूझता ही नहीं है।और इस मस्ती मस्ती के चक्कर मे पूरी जिंदगी के साथ मस्ती हो ही जाती है।
दोस्तों मस्ती करना कोई बुरी बात नहीं है। लेकिन हर काम का अपना समय होता है। यदि आप पढ़ने के समय मस्ती करोगे तो आप गलत कर रहे हैं।लेकिन जब आपका मस्ती करने का समय है तो मस्ती करते रहो कुछ नहीं होगा । हमारी कक्षा के अंदर एक राजीव नामका लड़का पढ़ता था। वह वैसे बहुत हरामी था। और क्लाश के अंदर हमेशा मस्ती करता रहता था। कभी लड़कियों को परेशान करता तो कभी लड़कों को और कभी कभार तो टीचर भी उससे परेशान हो जाते थे । लेकिन उसकी एक बड़ी खूबी यह थी कि वह अपने समय का पूरा पाबंध था। और घर पर पढ़ता भी था । कक्षा के अंदर अच्छे नंबर भी लेकर आता था।
आज वह गोरमेंट जॉब करता है। और हम जो मस्ती नहीं करते थे ।उसके सामने टिक नहीं पाए । दोस्तों कक्षा के अंदर मस्ती करना बुरा नहीं है। लेकिन वहां तक ही मस्ती करें जहां तक कोई उसे सहन कर सके । मान लिजिए आप टीचर के साथ मस्ती कर रहे हैं तो टीचर आपका नुकसान भी कर कर सकता है। यदि किसी टीचर को मस्ती पसंद नहीं है तो फिर वह आपको कक्षा से बाहर भी कर सकता है।
यह बात उस समय की है जब हम जटिया स्कूल बिसाउ के अंदर पढ़ते थे । उस वक्त हम 1 बजते ही दीवार को फांद कर भाग जाते थे । उस समय हम 12 वीं के अंदर थे । एक दिन हमारी गर्लफ्रेंड को भी हमने भागने को तैयार कर लिया । और जैसे ही पानी पीने की छूटी हुई । सबकी नजर बचाते हुए किताबें लेकर दीवार फांद कर उतर गए । हमारी गर्लफ्रेंड की भी हमने मदद की और हम खुशी खुशी वहां से भाग निकले लेकिन पता नहीं स्कूल के प्रिंसिपल को कैसे पता चला ? वह हमारे पीछे अपनी बाइक लेकर आ गया ।
और अचानक से हमारे आगे लाकर खड़ी करदी । और लड़की से बोला …. ललिता तू यहां पर पढ़ने आती है या फिर इस बिगडैल लड़के के साथ भागने आती है। आज तेरे घरवालों को बताउूंगा। वह बुरी तरीके से डर गई । और बोली सर एक बार माफ करदो दूबारा गलती नहीं करूंगी । उसके बाद वह वापस स्कूल की तरफ जाने लगी । फिर प्रिंसिपल मेरी ओर मुख करके बोला …… तेरे को तो एग्जाम के अंदर देखलूंगा चल अभी स्कूल मे चल ।उसके बाद मैं भी वापस स्कूल मे आ गया । उस दिन बात ललिता मुझ पर बहुत गुस्सा हो गई और कई दिन तक बोली भी नहीं लेकिन लड़कियों को मनाना बहुत आसान होता है। तो दोस्तों ऐसी मस्ती मत करना नहीं तो लेने के देने पड़ सकते हैं।
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1. स्कूल मे मस्ती कैसे करें बोर्ड के साथ
दोस्तों बोर्ड के साथ मस्ती करने के भी कई तरीके हैं। आप बोर्ड के उपर चुपके से अपने किसी टीचर की तस्वीर बना सकते हैं। और लिख सकते हैं कि यह अमुख टीचर है। इसके अलावा अपने किसी दोस्त की तस्वीर बना सकते हैं। या किसी लड़की जो आपकी क्लासमेट है उसके बारे मे लिख सकते हैं। जब हम 11 वीं कक्षा के अंदर थे तो एक लड़के ने बोर्ड पर एक लड़की के ब्योयफ्रेंड का नाम लिख दिया कि पाटनर जो एक टीचर था। लड़की ने बोर्ड नहीं देखा । उसके बाद जैसे ही दूसरा टीचर कक्षा के अंदर आया बोर्ड पर नाम लिखा देखा तो पूछ………. यह पाटनर कौन है? किसी ने कोई जवाब नहीं दिया । तो उसने एक लड़के को खड़ा किया और पूछा की पाटनर कौन है? हम सबको हंसी आ रही थी और वह लड़की जिसका ब्योयफ्रेंड पाटनर था को बहुत गुस्सा आ रहा था।
उसके बाद वह लड़को बोला ……… सर हमे क्या पता पाटनर कौन है? यह तो सोनू बता सकती है? और उसके बाद सोनू को टीचर ने खड़ा कर लिया और पूछा …… बताओ यह पाटनर कौन है ? सोनू बूरी तरीके से डर गई और कुछ नहीं बोली जब टीचर ने जोर देकर पूछा तो बोली ……….मेरा पड़ोसी है ।और उसके बाद हम सब हंसने लगे । सोच रहे थे अब पड़ोसी बनालिया क्या ?
जब आप पूछ ही रहें हैं कि स्कूल के अंदर मस्ती कैसें करें तो एक घटना और बता देंता हूं। एक दिन पता नहीं किस लड़के ने मेडम का चित्र बोर्ड पर बना दिया और लिखदिया कि मेडम मुझे काफी अच्छी लगती है। बस मेडम ने जैसे ही यह देखा पूरी कलाश को मारना काटना शूरू कर दिया । उस दिन हम सबको मेडम ने बहुत धोया लेकिन यह पता नहीं चल सका की शरारत किसकी थी।
2.स्कूल में मस्ती कैसे करें ? अपने फ्रेंड के साथ
दोस्तों स्कूल के अंदर मस्ती करने का एक तरीका है आप अपने किसी दोस्त के साथ मस्ती कर सकते हैं। वैसे किसी के साथ मस्ती करने का कोई एक तरीका नहीं है। और इसके अनेक तरीके हो सकते हैं। आपको नया नाया तरीका खुद ही सोचना पड़ेगा । जैसे हमारी कक्षा के अंदर एक टीचर ऐसा आता था कि उसे यदि पढ़ाते वक्त उस विषय की किताब किसी भी स्टूडेंट के हाथ मे नहीं दिखती तो वह उसकी पिटाई करने लग जाता था। एक बार मैंने अपने फ्रेंड की किताब को चुराली और डेक्स्टॉप के अंदर छिपा दी और जब उस टीचर का घंटा आया तो उसे वह किताब नहीं मिली वह काफी घबरा गया ।उसके बाद क्या होना था ।उस टीचरने उसे खड़ा कर लिया और पूछा किताब कहां है? लड़के ने कहा सर किताब तो किसी ने चुरा ली ।
…….. तू कभी किताब भूल जाता है और आज कहता है चुराली ऐसा कहकर टीचर ने उसके लात घूसे मारे । और उसके बाद वह जोर से बोला सर सच कह रहा हूं । मेरी किताब किसी ने चुराली है। उसके बाद टीचर ने उसको छोड़ दिया और हम लोगों से बोला …….. बताओ इसकी किताब किसने चुराई ? कोई नहीं बोला तो उसने एक एक स्टूडेंट को चैक करने लगा । तब मैंने वह किताब किसी दूसरे लड़के के बैग के नीचे छुपादी । और वह बेचारा पकड़ा गया। इस तरीके से आप मस्ती कर सकते हैं।
3.गर्लफ्रेंड के साथ मस्ती करना
दोस्तो यदि कोई लड़की आपकी गर्लफ्रेंड बन गई है तो फिर आपको यह बताने की कोई आवश्यकता नहीं है कि उसके साथ आप कैसे मस्ती कर सकते हैं। आप अपनी गर्लफ्रेंड को कहीं पर लेकर जा सकते हैं। या फिर आप उसके साथ मजाक कर सकते हैं। वैसे भी आजकल के लड़के काफी कम उम्र के अंदर ही समझदार हो जाते हैं। तो लगभग हर लड़के की गर्लफ्रेंड बन ही जाती है। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि आप यदि किसी छोटी मोटी स्कूल के अंदर पढ़ते हैं ।खास कर गांव के अंदर तो यह सब आप आसानी से नहीं कर पाएंगे । क्योंकि वहां पर इसको बुरा माना जाता है। लेकिन यदि आप किसी बड़े स्कूल के अंदर पढ़ते हैं तो यह सब मुमकिन है।
4.सबको हंसाकर मस्ती करना
दोस्तों यदि आप सबको हंसाना जानते हैं तो आप फिर मस्ती कर सकते हैं। हर कक्षा के अंदर कुछ ऐसे स्टूडेंट होते हैं जोकि काफी मजेदार भी होते हैं। जैसे हमारी कलाश के अंदर एक हसन नामक लड़का था। वह जोक्स बहुत अच्छे सुनाता था और उसका सुनाने का स्टाइल भी काफी मजेदार था। वह अक्सर जब कक्षा मे कोई नहीं होता था तो बोर्ड पर चला जाता और जोक्स बोलकर मजेदार ढंग से सुनाता था। जिसे सुनकर सारी कलाश हंस पड़ती थी । तो दोस्तों आप इस तरीके से भी कलाश मे मस्ती कर सकते हैं।
5.जो आपको अच्छा लगे
दोस्तों मस्ती की सही परिभाषा होती है। जो आपको करना अच्छा लगे वही मस्ती है। अब आपको कक्षा के अंदर सबसे ज्यादा क्या अच्छा लगता है। जैसे कुछ लड़कों को शरारत करना अच्छा लगता है। तो कुछ को पढ़ाई करना अच्छा लगता है। जैसे यदि किसी को शरारत करना अच्छा नहीं लगता है तो फिर वह शरारत करके मस्ती नहीं कर सकता है। मतलब आप वोही करें जो आपको अच्छा लगता हो ।
6.स्कूल में मस्ती कैसे करें ? शरारत करके
दोस्तों आप स्कूल के अंदर शरारत करके भी मस्ती कर सकते हैं । एक बार की बात है हमारी कक्षा के अंदर एक होशियार लड़का था। वह कभी भी मार नहीं खाता था । टीचर उसे जो कुछ भी पूछता वह उसे बता देता । एक दिन हम सब लोगों ने मिलकर फैसला कर लिया कि आज उसको मार पड़वाएंगे । बस जैसे ही टीचर कक्षा मे आए हमने और कुछ लड़कियों ने टीचर को बोल दिया कि सर आज आपने कॉपी चैक करने को कहा था ।
जबकि हमे पता था कि टीचर को कल क्या दिया था। वह याद नहीं रहता है। बेचारे होशियार लड़के ग्रह कार्य नहीं किया था। तो वह बोला कि सर आज आपने कॉपी चैक करने के बारे मे नहीं काहा था। इतने मे लड़कियां बोली नहीं सर आज ही कहा था। और उसके बाद तो टीचर ने उस लड़के को ग्रहकार्यनहीं करने के लिए मारा ही इसके अलावा झूठ बोलने के लिए और अधिक पीटा । बस बेचारा क्या करता ?
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