पंचमुखी रुद्राक्ष के फायदे , 5 mukhi rudraksha benefits in hindi , 5 mukhi rudraksha ke fayde ,दोस्तों आप रूद्राक्ष के बारे मे तो आप जानते ही होंगे ।रूद्राक्ष का पेड़ होता है। जिसके उपर एक गुंठली नुमा संरचना लगती है।रूद्राक्ष के संबंध मे यह कहा गया है कि इनकी उत्पति भगवान शिव के आंखों के जल बिंदू से हुई है।इसको धारण करने से सकारात्मक उर्जा मिलती है और इस संसार के दुख दूर होते हैं।
रूद्राक्ष भगवान शिव से जुड़ा होने की वजह से भगतगण इनको धारण करते हैं।और यह सुरक्षा कवच के तौर पर काम करते हैं। भारत और नेपाल के अंदर रूद्राक्ष के पेड़ पाये जाते हैं। असल मे रूद्राक्ष किसी कीमती पत्थरों के समान मूल्यवान होते हैं।
वैसे आपको बतादें कि भारत और नेपाल के अंदर रूद्राक्ष की माला पहनना सबसे आम बात है। शिव के समय से ही रूद्राक्ष की माला पहली जारही है। यह आज से 20 हजार साल पुरानी बात है। वैसे महिलाओं के लिए भी रूद्राक्ष की माला पहनने पर कोई प्रति बंध नहीं है। बस इसको हर समय पहना जा सकता है।लेकिन जब आप नहाते हैं तो उतार कर रख सकते हैं और नहाने के बाद आप फिर पहन सकते हैं।
रूद्राक्ष की माला का प्रयोग मंत्र जाप के अंदर काम आती है। और विभिन्न प्रकार की पूजा करने के लिए भी इस माला का प्रयोग किया जाता है।रूद्राक्ष की माला के अंदर काला या लाल धागा डालकर इसको पहना जाता है।
एक रूद्राक्ष को धारण करना कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है।प्राचीन काल मे तो रूद्राक्ष को एक आभूषण के रूप मे प्रयोग किया जाता था। लेकिन रूद्राक्ष के धारण करने से ग्रह शांति सुरक्षा और अध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।वैसे आपको बतादें कि कुल 17 प्रकार के रूद्राक्ष पाये जाते हैं लेकिन 11 प्रकार के रूद्राक्षों को ही काम मे लाया जाता है।
रूद्राक्ष को धारण करने के कई सारे लाभ होते हैं। लेकिन यदि आप सही तरीके से रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो ही आपको लाभ होते हैं। यदि आप गलत तरीके से रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो आपको फायदे की बजाय नुकसान भी हो सकता है।
रूद्राक्ष तो आपको मार्केट मे आसानी से मिल जाएगा लेकिन आपको इसके बारे मे सही जानकारी होनी चाहिए कि आपके लिए किस प्रकार का रूद्राक्ष उपयुक्त होता है। जैसे कि यदि कोई एक मुखी रूद्राक्ष पहनता है तो धीरे धीरे उसके अंदर इस प्रकार की भावना आएगी कि वह अकेला रहने लगेगा या यह उसकी उर्जाओं को एकांगी बना देगा ।लेकिन यदि बात करें 5 मुखी रूद्राक्ष की तो यह महिलओं और बच्चों आदि सभी के लिए ही अच्छा होता है। पांच मुखी रूद्राक्ष खुशहाली और स्वतंत्रता के लिए होता है।यह आपकी तंत्रिकाओं को सही से काम करवाता है और आपके अंदर शांति लाने का कार्य भी करता है।
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5 मंखी रूद्राक्ष क्या होता है ? 5 mukhi rudraksha benefits in hindi
दोस्तों अब तक के लेख के अंदर हमने यह जाना कि रूद्राक्ष क्या होता है ? और इसको पहनने से क्या फायदा हो सकता है। इसी तरह की कई बातों पर विचार किया । अब यदि हम बात करें 5 मुखी रूद्राक्ष के बारे मे तो
पंच मुखी रूद्राक्ष आपको बतादें कि सबसे लोकप्रिय रूद्राक्ष मे से एक है।या कहें कि इसका प्रयोग बहुत अधिक लोग करते हैं।यह रूद्राक्ष मुख्य रूप से समृद्धि और सफलता प्राप्त करने के लिए ही पहना जाता है। कई लोग आपको 5 मुखी रूद्राक्ष धारण किये हुए मिल जाएंगे ।
इसको भगवान शिव का काल अग्नि रूप माना जाता है।5 मुखी रूद्राक्ष नेपाल के अंदर काफी अच्छी गुणवकता का मिलता है। रूद्राक्ष के पेड़ का प्रयोग रेल पटरियों की लकड़ियों मे पहले किया जाता था जिसकी वजह से बहुत अधिक पेट काटे गऐ । तब इनकी संख्या कम हो गई । हालांकि अब रूद्राक्ष के पेड़ की लकड़ी का प्रयोग पटरियों के नीचे देने के लिए नहीं किया जाता है।
5 मुखी रूद्राक्ष आपके जीवन के अंदर मौजुद सभी प्रकार की परेशानियों को मुक्त कर देता है।इसके अलावा यह पहनने वाले की सुरक्षा करती है। खासकर नकारात्मक ताकतों से ।रूद्राक्ष भगवान शिव की शक्तियों से ओतप्रोत होते हैं।
दोस्तों 5 मुखी रूद्राक्ष के स्वामी को ब्रहस्पति को माना गया है। यदि आपकी कुंडली के अंदर ब्रहस्पति अच्छी स्थिति मे है तो रूद्राक्ष पहनने से आपको और अधिक फायदा मिलने वाला है। आप अपने जीवन के अंदर नई उंचाइयां छू सकते हैं।आपको पहले से अधिक खुशियां और सफलता मिल सकती है।
बृहस्पति यदि आपकी कुंडली के अंदर अच्छा नहीं है तो आपको यह रूद्राक्ष जरूर ही पहनना चाहिए क्योंकि यह बृहस्पति के क्रूर असर को दूर करने का कार्य करता है।
आपने देखा होगा कि जो महायोगी होते हैं। उनमे से अधिकतर रूद्राक्ष की माला को धारण करते हैं। यह उनकी साधना मे काफी मदद करता है। यहां तक कि भगवान शिव भी यह माला धारण करते थे ।
लेकिन यदि आप 5 मुखी रूद्राक्ष को पहनने जा रहे हैं तो पहले किसी ज्योतिषी से परामर्श लेना और अपनी कुंडली दिखना बेहद ही जरूरी होता है। क्योंकि वह आपकी कुंडली के आधार पर ही यह बता सकता है कि आपको कौनसा रूद्राक्ष पहनना चाहिए ।
इसके अलावा कुछ लोग 5 मुखी रूद्राक्ष को अपने घर या कार्यालय मे भी रखते हैं ताकि वहां से नकारात्मक उर्जा दूर हो सके ।वैसे 5 मुखी रूद्राक्ष भगवान शिव के 5 रूपों से बना हुआ है।इसको पहनने से अग्नि, जल, वायु, आकाश और पृथ्वी जैसे सभी तत्वों पर नियंत्रण रहता है।
1.5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे अकाल मृत्यु से बचाता है
दोस्तों अकाल मृत्यु आजकल बहुत अधिक होती है।अचानक से कुछ ऐसा घट जाता है कि व्यक्ति की मौत हो जाती है। हालांकि उसके कर्म अभी होते हैं लेकिन शरीर नष्ट हो जाता है। इंसान की कई सारी अकाल मौते होती हैं। यदि आप चाहते हैं कि आप अपने पूरे जीवन को जीयें और उसके बाद आपकी मौत हो तो आपको पंच मुखी रूद्राक्ष धारण करना होगा । जब आपके सामने कुछ विकट परिस्थितियां आती हैं तो यह आपकी उनसे रक्षा करता है। आमतौर पर अधिकतर अकाल मृत्यु नगेटिव ताकतों की वजह से होती हैं।
इस संबंध मे कई घटनाओं का विश्लेषण किया जिससे यह पता चलता है कि असल मे अकाल मौत का कारण नगेटिव ताकते होती हैं। कुछ साल पहले रणजीत नामक एक व्यक्ति की छत से गिरने से मौत हो गई थी। वह एक छोटी सी छत पर काम कर रहा था लेकिन पता नहीं कैसे गिरा और उसका सर फट गया ।
बाद मे उसको अस्पताल मे भी भर्ति करवाया गया लेकिन जिंदा नहीं बच सका । उसके बाद वह एक पवित्र आत्मा बन गया । उसने अपनी मौत के बारे मे उल्लेख करते हुए बताया कि उसकी मौत किसी नगेटिव ताकत की वजह से हुई थी।
असल मे आप जब पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो कोई भी नगेटिव ताकत आपको किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा सकती है। वह इसके आगे पंगु बन जाती है।
2.5 5 mukhi rudraksha pehne ke fayde निडरता आती है
समय के साथ निडरता समाप्त हो चुकी है।पहले इंसान जब जंगलों के अंदर रहता था तो उसके अंदर शेर का सामना करने की क्षमता थी और बच्चे भी शेर जैसा जिगरा लिये पैदा होते थे ।और आजकल के बच्चे तो चूहे सें भी डरकर भाग जाते हैं तो आप समझ सकते हैं कि आज की पीढ़ी कितनी डरपोक और कायर होती जा रही है।
यदि आप आज अकेले सड़क पर तलवार लेकर निकल जाएंगे तो अधिकतर लोग अपने घरों के अंदर दुबक जाएंगे आपको रोकने का साहस बहुत ही कम लोग कर पाएंगे । खैर रूद्राक्ष की 5 मुखी माला आप पहनते हैं तो कई चीजों को लेकर आपके मन मे जो डर की भावना है वह दूर होती है।
जैसे कि आप अपने मूल स्थान को छोड़कर कहीं ओर जाते हैं और वहां पर आप सोते हैं तो आपके मन मे डर बना रहेगा । क्योंकि वहां की उर्जा आपके अनुकूल नहीं है। इस प्रकार के सभी डर को भी 5 मुखी रूद्राक्ष की माला समाप्त करती है।
इसके अलावा मौत के डर से बड़ा कोई डर नहीं होता है।आप यदि 5 मुखी रूद्राक्ष की माला पहनते हैं तो फिर आपको बिना आपकी मौत आए नहीं मार सकता है। एक तरह से देखा जाए तो 5 मुखी रूद्राक्ष की माला शरीर की सुरक्षा को लेकर भी काम करती है और आपके मन मे जो डर होता है वह शरीर की सुरक्षा को लेकर ही तो होता है।
क्योंकि सूक्ष्म शरीर का विनाश नहीं होता है।जब आपको यह एक बार पता चल जाता है कि आपको कोई आसानी से नुकसान नहीं पहुंचा सकता है तो आपके अंदर निडरता आना तो स्वाभाविक ही होता है। इसके अलावा 5 मुखी रूद्राक्ष आपके मन के अंदर जो बाहरी ताकतों की वजह से उथल फुथल मचती है उसको रोकने का कार्य भी करता है यह । और जब आपका मन एक बार शांत हो जाता है तो फिर आपको बाहरी डर का एहसास नहीं होता है। इस प्रकार से 5 मुखी रूद्राक्ष आपके अंदर निडरता की भावना को पैदा करने का कार्य करता है।
3.चक्रों को सक्रिय करने मे मदद करता है 5 मुखी रूद्राक्ष की माला
दोस्तों आपको पता होगा कि हमारे शरीर के अंदर 7 उर्जा चक्र हैं जिनको उर्जा केंद्र कहा जाता है।
- मूलाधार चक्र –
- स्वाधिष्ठान चक्र
- मणिपुर चक्र
- अनाहत चक्र
- विशुद्धि चक्र
- आज्ञा चक्र –
- सहस्रार चक्र
हर चक्र अलग अलग उर्जा से जुड़ा होता है।जैसे मूलाधार चक्र कामवासना से जुड़ा होता है। इसी प्रकार से हर चक्र एक क्रिया से जुड़ा होता है। 5 मुखी रूद्राक्ष की माला को धारण करने से यह उर्जा को बाधित करने वाली चीजों को दूर करता है और उर्जा के निर्बाध प्रवाह करता है।जिससे कि चक्र के सक्रिय होने मे काफी मदद मिलती है।
जो लोग योग कि दिशा के अंदर काम कर रहे हैं उनके लिए उर्जा चक्र का सक्रिय होना बेहद जरूरी होता है। वे उर्जा को एक चक्र से दूसरे चक्र तक लेकर जाते हैं।
यदि आप योग और तंत्र के क्षेत्र मे काम कर रहे हैं तो रूद्राक्ष की माला आपके लिए काफी उपयोगी हो जाती है।अक्सर आपने देखा होगा कि योगी और अनेक तांत्रिक भी रूद्राक्ष की माला को धारण किये रखते हैं।
4.बृहस्पति के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए
कुछ लोगों की कुंडली के अंदर बृहस्पति बुरा असर डालता है। जिससे कि कई प्रकार की समस्याओं का सामना उसे करना पड़ सकता है।बृहस्पति के कमजोर होने से व्यक्ति के संस्कार कमजोर होने लग जाते हैं और विधा व धन के मिलने मे समस्याएं होने लग जाती हैं।
इसके अलावा भी व्यक्ति के जीवन के अंदर बड़ी बड़ी समस्याएं आने लग जाती हैं।इसके अलावा व्यक्ति को कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। जैसे कि उसका पाचन तंत्र कमजोर होता है। लिवर की बीमारी हो सकती है।
इसके अलावा विवाह मे समस्या होना और संतान की उत्पति के अंदर भी समस्याएं हो सकती हैं।
पंचमुखी रूद्राक्ष को बृहस्पति से जोड़कर देखा जाता है।ऐसी स्थिति के अंदर यदि कोई इसको पहनता है तो उसके उपर जो बृहस्पति का बुरा प्रभाव चल रहा है वह दूर हो जाता है। दोस्तों बृहस्पति के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए पंच मुखी रूद्राक्ष काफी काम करता है। हालांकि बृहस्पति के बुरे असर को दूर करने के और भी बहुत सारे तरीके हैं।
5.5 मुखी रूद्राक्ष के फायदे अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखता है
दोस्तों पंच मुख रूद्राक्ष इसलिए भी पहना जाता है क्योंकि यह आपकी हेल्थ को बेहतर बनाता है। जिन लोगों को बार बार बीमारियां होती हैं इसको पहनने के बाद वे बहुत ही कम बीमार पड़ते हैं। कुछ लोगों के साथ यह समस्या होती है कि बीमारी उनका पीछा ही नहीं छोड़ती है। यदि ऐसी बात है तो आप किसी योग्य इंसान के पास जाएं और रूद्राक्ष के संबंध मे जानकारी मांगे। आमतौर पर रूद्राक्ष आपके पास सकारात्मक उर्जा को बढ़ाता है जिससे कि आप कम बीमार पड़ते हैं।
वैसे तो रूद्राक्ष के महत्व को आज से 20000 साल पहले ही जाना जा चुका था लेकिन मोर्डनता के नाम पर लोग इस पर भरोशा नहीं करते हैं। खैर इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों ने इस पर रिसर्च किया तो यह पाया कि रूद्राक्ष आपको बीमार होने से बचा सकता है। वैज्ञानिकों के अनुसार रूद्राक्ष के अंदर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पॉवर होती है जो हमारे शरीर के लिए जादुई रूप से काम करती है।
आपको बतादें कि 5 मुखी रूद्राक्ष की माला पहनना आपके दिल के लिए भी काफी अच्छा होता है। क्योंकि इससे बर्ड सर्कुलेशन ठीक रहता है जिससे कि दिल के दौरे की संभावना कम होती है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेसर को भी कम करने मे काफी मदद मिलती है।
रुद्राक्ष के मोती मे डायनामिक पोलेरिटी के गुण होनें के बारे मे पता चला है। इसका अर्थ यह है कि रूद्राक्ष मे चुंबकिये गुण होने की वजह से यह शरीर मे खून की नसों के अंदर रूकावट को कम करने का कार्य करता है। यह दर्द और बीमारी को दूर करने का कार्य करता है।
6.पंच मुखी रूद्राक्ष के फायदे मन को शांत करता है
दोस्तों पंच मुखी रूद्राक्ष का एक फायदा यह भी है कि यह मन को शांत करने का कार्य करता है। अक्सर आपने देखा होगा कि मन के अंदर कई बार फालतू के विचार आते रहते हैं और जिससे की तनाव मे बढ़ोतरी होती है। फालतू के विचार आने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे आप किसी बाहरी वातावरण मे गए हैं और वहां पर कुछ नगेटिव ताकते हैं जो आपके मन पर प्रभाव डालती हैं जिससे कि आपका मन प्रभावित होता है। अक्सर कई जानकार लोग यह भी बताते हैं कि प्रेत और दूसरी ताकते बड़ी बड़ी दुर्घटना करा देती हैं। यह सब आपके मन के असंतुलन की वजह से होता है। पंच मुखी रूद्राक्ष को यदि आप धारण करते हैं तो फिर आपको किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी । आपका मन शांत रहेगा । और आप अपने मन के द्धारा परेशान नहीं हो पाओगे । अक्सर आपने लोगों को देखा होगा कि वे छोटी छोटी बातों को लेकर टेंशन मे आ जाते हैं आपके साथ ऐसा नहीं होगा ।आप शांत मन से अपने जीवन का आनन्द उठाओगे ।जिसका मजा ही निराला होता है।
आजकल आप जो लोगों के अंदर की उथल पुथल को देख रहे हैं यह उनके मन की अशांति की वजह से होता है।क्योंकि लोग अधुनिकता के नाम से फालतू चीजें करने लगें। इसका परिणाम यही है कि तनाव जैसी समस्याएं होने लग जाती हैं। यदि आपको भी तनाव की समस्या है तो आप पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण कर सकते हैं। यह आपके मन को शांत करने के लिए काफी उपयोगी होगा ।
7.शरीर के रक्त परिसंचरण मे सुधार करता है पंच मुखी रूद्राक्ष
जैसा कि हम आपको इसके बारे मे पहले ही उपर बता चुके हैं कि डायनामिक पोलेरिटी का गुण रूद्राक्ष मे होता है और इस वजह से यह बंद नसों को खोलता है और रक्त के परिसंचरण मे सुधार करने का कार्य करता है। यदि किसी को रक्त परिसंचरण की समस्या है तो उसे पंच मुखी रूद्राक्ष की माला को धारण करना होगा ।इससे रक्त परिसचंरण की समस्याएं अपने आप ही दूर हो जाएगी । यह एक बेहतरीन उपाय है रक्त परिसंचरण से जुड़ी बीमारियों को सही करने का । अब वैज्ञानिक भी रूद्राक्ष के इस महत्व को सिद्ध कर चुके हैं।
8.अनिंद्रा की समस्या को दूर करता है
पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करने के बाद आपको नींद तो बहुत ही अच्छी आएगी ।क्योंकि नींद के सही से नहीं आने का कारण होता है। हमारा मन मन के अंदर जब फालतू के विचार चलते हैं तो आपको नींद आने मे समस्या होने लगती है। नींद अच्छी तभी आती है जब आपका मन अच्छे से शांत होता है।पंच मुखी रूद्राक्ष आपके मन की चंचलता को दूर करने का कार्य करता है। और आपके मन को शांत करता है।जब आपका मन पूरी तरह से शांत हो जाता है तो उसके बाद आप आसानी से चैन की नींद सो सकते हैं। और अक्सर कुछ साधु लोग भी इस रूद्राक्ष को धारण करते हैं। कारण यह है कि वे अलग अलग जगहों पर जाते हैं
जहां पर वे खुद को काफी असहज महसूस कर सकते हैं।जैसा कि जब हम किसी नई जगह पर जाते हैं तो हमको नींद नहीं आएगी । कारण यह ही है कि हमारी उर्जा वहां पर समायोजित नहीं होगी । इस प्रकार से रूद्राक्ष की माला आपको इस प्रकार के किसी भी डर को दूर करने का कार्य करती है और आप चैन की नीं द सोते हैं जिससे कि आपका मन भी शांत रहता है।
9.पंच मुखी रूद्राक्ष के फायदे यह आपको अध्यात्मिक बनाता है
वैसे तो रूद्राक्ष वही इंसान पहनता है जो धर्म के उपर भरोशा करता है। जो इन सभी चीजों को नहीं मानता है वह इन सबको नहीं पनता है। लेकिन यह सच है कि रूद्राक्ष आपको और अधिक अध्यात्मिक बनाता है। सिर्फ रूद्राक्ष पहनने से ही नहीं होता है। वरन आपको कई तरह की पूजा पाठ भी बाद मे करता रहना पड़ता है।और जब लोग एक बार इन चीजों के अंदर ढल जाते हैं तो फिर वे इसी के अंदर और अधिक ढलते हुए चले जाते हैं।
रूद्राक्ष आपको अपनी आत्मा से जोड़ने का कार्य करता है।असल मे जो हम खुद को भूल चुके हैं और छदम दुनिया के अंदर जी रहे हैं। रूद्राक्ष हमे इस छदम दुनिया से हटाकर रियल दुनिया से जोड़ता है।
आपने भी देखा होगा कि अनेक साधु संत जो होते हैं वे रूद्राक्ष की माला को धारण किया रहते हैं। तो वैसे भी जो रूद्राक्ष की माला को धारण करता है उसे लोग भी धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं।
10.यह एकाग्रता और याददाश्त को बढ़ाने का काम करता है
पंच मुखी रूद्राक्ष का एक फायदा यह भी है कि यह मन को एकाग्र करता है और दिमाग के मैमोरी पॉवार को बढ़ाने का कार्य करता है। यदि आपका मैमोरी पॉवर कम है तो पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करना चाहिए । जब आपका मन शांत होता है तो आप जो कुछ भी करते हैं आपका उन चीजों पर पूरा फोक्स होता है। ऐसी स्थिति के अंदर आप उन चीजों को अच्छी तरह से याद रख पाते हैं। इस प्रकार से पंच मुखी रूद्राक्ष आपके दिमाग के लिए काफी बेहतर होता है। मन की चंचलता को कम कर देता है।
11.श्वसन विकारों को दूर करता है रूद्राक्ष
दोस्तों श्वसन समस्याओं को दूर करने के लिए भी पंच मुखी रूद्राक्ष काफी फायदेमंद होता है।यदि आपको सांस से संबंधित किसी भी प्रकार की बीमारी है तो आप किसी योग्य जानकार व्यक्ति के पास जाएं और रूद्राक्ष धारण करें । ऐसा करने से आपको बीमारी से काफी राहत मिलेगी ।
आपको बतादें कि रूद्राक्ष कुछ ऐसी तरंगों को उत्सर्जित करता है जोकि शरीर के अंदर किसी प्रकार के बैक्टिरिया को पनपने नहीं देता है। जिससे की हम बीमार नहीं पड़ते हैं।
12.स्टूडेंट के लिए अच्छा है 5 मुखी रूद्राक्ष
यदि आप एक स्टूडेंट हैं तो आपके लिए भी पंच मुखी रूद्राक्ष काफी फायदेमंद हो सकता है।कारण यह है कि कई स्टूडेंट की यह शिकायत रहती है कि उनका पढ़ाई के अंदर मन नहीं लग रहा है । इस प्रकार की समस्या को पंच मुखी रूद्राक्ष हल करता है।यह आपके मन की एकाग्रता को भी बढ़ाने का कार्य करता है और आपके दिमाग के पॉवर को भी बढ़ाता है जिससे कि आपका पढ़ाई के अंदर मन लगता है। यदि घर मे कोई स्टूडेंट है जो पढ़ाई करने मे आना कानी कर रहा है तो उसके लिए इस रूद्राक्ष को ले सकते हैं। हालांकि इसके लिए जानकार व्यक्ति से पहले परामर्श करें।
13.यह आपको बुद्धिमान बनाता है
दोस्तो पंच मुखी रूद्राक्ष आपको बुद्धिमान भी बनाता है।क्योंकि जैसे जैसे आपकी एकाग्रता के अंदर बढ़ोतरी होती आपके अंदर चीजों को सोचने और समझने की क्षमता मे भी बढ़ोतरी होने लग जाती है। और धीरे धीरे आप काफी मेहनत करते हैं तो आपके अंदर ज्ञान का भंडार आ जाता है।ऐसी स्थिति के अंदर आपके अंदर कई तरह का ज्ञान आ जाने की वजह से आप जब भी किसी से बात करते हैं तो आपके सामने अकाटक्य तर्क होते हैं। जिसकी वजह से इंसान आपकी बातों का लौहा मानने को मजबूर होता है। इस प्रकार से
पंच मुखी रूद्राक्ष आपके दिमाग को तेज करती है जिससे कि आप काफी बुद्धिमान इंसान बन जाते हैं और दूसरों को आसानी से जीत लेते हैं।
14.व्यवसायों के अंदर आपको सफलता दिलाता है
दोस्तों पंच मुखी रूद्राक्ष का यह भी एक फायदा है कि यह आपके असफल व्यवासय को भी सफल बनाने मे आपकी मदद कर सकता है।पंच मुखी रूद्राक्ष आपकी उर्जाओं को संतुलित करता है।और जब आपकी उर्जाएं संतुलित हो जाती हैं तो आपके अंदर जो भटकाव है वह समाप्त हो जाता है। आप कभी यह कभी वो नहीं करते हैं। बस आप वही करते हैं जो आपको करना होता है। और लगातार आप जब वह सब करते हैं तो फिर आप सफल होते ही हैं।
वैसे आपको बतादें कि पंच मुखी रूद्राक्ष को भी अलग अलग तरह ऊर्जान्वित किया जाता है। आप पंच मुखी रूद्राक्ष को किस उदेश्य के लिए प्रयोग मे ले रहे हैं यह आपके उपर निर्भर करता है। तो आपको इसके लिए ऐसे योग्य इंसान की जरूरत होती है जो यह सब जानता हो ।
15.पंच मुखी रूद्राक्ष आपको सुरक्षा कवच प्रदान करता है
प्राचीन काल के अंदर साधु संयासी बहुत अधिक होते थे । उस समय भारत उतना भौतिकवादी नहीं था। तो यह लोग दूर दूर जगह पर जाते थे और आज यहां सोते थे तो कल कहीं और सोते थे । ऐसी स्थिति मे रूद्राक्ष उनके लिए सुरक्षा का काम करता था।रूद्राक्ष उनको कई तरह से सुरक्षा देता था। खास कर नगेटिव ताकते उनके पर किसी भी प्रकार का हमला नहीं करें । इसके लिए भी रूद्राक्ष उनको सुरक्षा प्रदान करता था। इसी प्रकार से रूद्राक्ष उनके मन को सहज बनाने का कार्य भी करता था।
अक्सर नगेटिव उर्जा हर जगह पर मौजूद होती है।और वे अपनी शक्ति से हर किसी को प्रभावित करने की कोशिश करती हैं। संयासी अपने साथ यह रूद्राक्ष रखने की वजह से वे इनको प्रभावित नहीं कर पाती थी। इस प्रकार से यह गलत ताकतो के लिए सुरक्षा का कार्य भी करता है।
नगेटिव उर्जा मन के उपर सीधा प्रभाव डालती हैं। यदि कोई जानकार नहीं है तो फिर उसे यह पता ही नहीं चल पाता है कि उसके उपर कब नगेटिव उर्जा हावी हुई थी और कब वह उसकी मदद से अपनी वासना को पूरा किया और चली गई । तो इन सब चीजों से बचने के लिए भी पंच मुखी रूद्राक्ष काफी उपयोगी साबित होता है। जिसको हर कोई आसानी से धारण कर सकता है।
16.नकारात्मक चीजों से यह आपको बचाता है
दोस्तों आप जानते ही है कि भारत के अंदर ईर्ष्यालू लोगों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। एक इंसान जों अज्ञानी है और मूर्ख है वह अपने ही साथ वालों से ईर्ष्या करते हैं। यहां तक कि भाई भाई की तरक्की से खुश नहीं होता है। जिसका परिणाम यह होता है कि वह दूसरे को नीचे गिरने के लिए तंत्र मंत्र का सहारा लेता हैं। मैं अनेक ऐसे लोगों को जानता हूं जो अपने ही भाई के खिलाफ तंत्र मंत्र का प्रयोग कर रहे हैं । इस प्रकार के अज्ञानियों की तो दुर्गति होनी ही है।
तो तंत्र मंत्र के बुरे असर से बचाने के लिए 5 मुखी रूद्राक्ष की माला काफी फायदेमंद हो सकती है। यह आपके उपर किसी बुरी ताकत का असर नहीं होने देती है। वैसे यदि आपके उपर कोई तंत्र करवा रहा है तो आपको इनसे बचने के लिए प्रयास करना होगा और पंच मुखी रूद्राक्ष की माला को किसी योग्य गुरू से लेकर धारण करनी होगी ।
17.प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए पंच मुखी रूद्राक्ष उपयोगी
दोस्तों आजकल नौकरी की इच्छा हर कोई करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए। यदि आप भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको पंच मुखी रूद्राक्ष का प्रयोग करना चाहिए । यह आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। जैसा कि हमने आपको बताया था कि यह आपके मन को एकाग्र करने मे काफी मदद करता है। यह मन जो इधर उधर भागता रहता है। उसके अंदर यह काफी अधिक फायदा पहुंचाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
और आप तो जानते ही हैं। कि यदि आप परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और आपका मन एकाग्र नहीं हो रहा है तो फिर आप चीजों को याद ठीक तरह से नहीं कर पाएंगे । तो आपको एक बार पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करना चाहिए । यदि यह आपको फायदा देता है तो दूसरे लोगों को भी आपको बताना चाहिए । जिससे कि वे भी अधिक से लाभ उठा सकें ।
18.आपके लक को सुधारने मे मदद करता है पंच मुखी रूद्राक्ष
दोस्तों यदि हम पंच मुखी रूद्राक्ष के बारे मे बात करें तो यह आपके लक को सुधारने मे काफी मदद करता है। यदि आपका लक अच्छा नहीं चल रहा है तो फिर आपको पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करना चाहिए। मतलब यही है कि कुछ लोगों का भाग्य ठीक नहीं चलता है। उनके लिए यह काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यदि हम खराब भाग्य की पहचान की बात करें तो यदि आपके साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है तो यह खराब भाग्य का ही संकेत है। आपको इसके लिए कुछ करना चाहिए ।
19.गायकों और सार्वजनिक वक्ताओं के लिए पंच मुखी रूद्राक्ष काफी उपयोगी है
दोस्तों यदि आप गायन कला का काम करते हैं। और आपको इसके अंदर उतनी अधिक सफलता नहीं मिल रही है तो फिर आपको पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद हो सकता है। और आपको सफलता मिलने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । आप एक बार इसको प्रयोग करके देख सकते हैं। यदि आपको यह सूट नहीं करता है तो उसके बाद आप प्रयोग करना बंद कर सकते हैं। लेकिन आपको एक बार प्रयोग करके देखना चाहिए । इसकी कोई अधिक कीमत नहीं है।
20.अस्थमा और अन्य श्वसन समस्याओं को दूर करने मे मदद करता है पंच मुखी रूद्राक्ष
यदि आपको सांस से जुड़ी किसी तरह की समस्याएं हैं तो फिर आपको पंच मुखी रूद्राक्ष का उपयोग करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि आपको अस्थमा वैगरह है तो आपके लिए पंच मुखी रूद्राक्ष काफी उपयोगी हो सकता है।
अस्थमा एक श्वसन स्थिति है जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। अस्थमा आनुवंशिकी और पर्यावरण के संयोजन के कारण होता है। यह तब होता है जब फेफड़ों में वायुमार्ग संकरा हो जाता है और सांस लेने में कठिनाई होती है। अस्थमा के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन उनमें आमतौर पर घरघराहट, सीने में जकड़न और खांसी शामिल हैं। . इसके इलाज के लिए कई अलग-अलग प्रकार के अस्थमा इन्हेलर और दवाएं उपलब्ध हैं। कुछ लोगों को हर दिन केवल अपनी दवा लेने की आवश्यकता होती है, जबकि अन्य को पूरे दिन या यहां तक कि उनके लक्षणों के आधार पर कई दवाओं की आवश्यकता हो सकती है। . अस्थमा को अन्य स्थितियों से भ्रमित नहीं होना चाहिए जो निमोनिया या ब्रोंकाइटिस जैसी सांस लेने में कठिनाई का कारण बनती हैं। यदि आपको अस्थमा है, तो मूल्यांकन के लिए अपने चिकित्सक को दिखाना महत्वपूर्ण है ताकि आपको सर्वोत्तम उपचार मिल सके।
21.थायरॉयड रोग को ठीक करने मे मदद करता है
दोस्तों यदि हम पंच मुखी रूद्राक्ष के अन्य फायदे के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि यह थायरॉयड रोग को ठीक करने मे भी काफी मदद करता है। कई महिलाओं को थायरॉयड रोग होता है उनके लिए भी यह काफी अधिक फायदेमंद होता है।
आपको बतादें कि थायराइड रोग तब होता है जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है। इससे कई समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें वजन बढ़ना, थकान और आपके मासिक धर्म की समस्याएं शामिल हैं। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो थायराइड रोग कैंसर का कारण बन सकता है।
22.वैवाहिक जीवन में सुख-शांति के लिए उपयोगी
आजकल वैसे भी यह देखने को मिलता है कि विवाह के बाद पति और पत्नी के अंदर काफी अधिक झगड़े होते हैं। यदि आपके रिश्ते के अंदर कुछ अच्छा नहीं चल रहा है तो फिर आपको यह पहनना चाहिए । और उसके बाद आपको यह देखना चाहिए कि कुछ बदलता है या फिर नहीं बदलता है। आमतौर पर पति और पत्नी के अंदर झगड़ा तब होता है जब मन का अशांत होता है। और जब आप पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो उसके बाद यह आपके मन को शांत कर देता है। और आप तो जानते ही हैं कि मन जब शांत होता है तो किसी भी प्रकार का झगड़ा नहीं होता है।
23.कब्ज को दूर करने मे पंच मुखी रूद्राक्ष के फायदे
दोस्तों आपको बातदें कि पंच मुखी रूद्राक्ष कब्ज की समस्या को दूर करने मे मदद करता है। आमतौर पर कुछ लोगों को कब्ज की बहुत अधिक समस्या होती है। ऐसी स्थिति के अंदर कई बार तो यह होता है कि जब तक वे दवा लेते हैं कब्ज ठीक रहता है जैसे ही दवा लेना बंद कर देते हैं यही कब्ज की समस्या फिर से होने लग जाती है। यदि यही आपके साथ हो रहा है तो फिर आपको पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करना चाहिए । यह आपकी कब्ज की समस्या को दूर करदेगा ।
ब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें मल त्याग करना कठिन या कठिन होता है। मल त्याग कम, छोटा, कठोर या धीमा हो सकता है। कब्ज का कारण अज्ञात हो सकता है। ऐसे कई कारक हैं जो कब्ज में योगदान कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं: उच्च फाइबर आहार खाना, खूब पानी पीना, पर्याप्त व्यायाम करना, कैफीन और शराब से परहेज करना और सोने से पहले बाथरूम का उपयोग करना।
5 मुखी रूद्राक्ष को किस प्रकार से धारण किया जा सकता है ?
दोस्तों 5 मुखी रूद्राक्ष को धारण करने की विधि अलग अलग हो सकती है। लेकिन आपको यह किसी योग्य गुरू से परामर्श लेकर ही धारण करना चाहिए । आपको ऐसा नहीं करना चाहिए कि कहीं से भी आप रूद्राक्ष खरीदते हैं और बाद मे उसे धारण कर लेते हैं ।ऐसा करने से आपको फायदा होने की बजाए नुकसान हो सकता है।
5 मुखी रूद्राक्ष को धारण किसी गुरूवार के दिन ही करना चाहिए ।वैसे तो इसके बारे मे आपको जानकार बताएंगे । इसके अलावा मांस मंदिरा का त्याग भी इसको धारण करने के बाद कर देना चाहिए । गुरूवार के दिन सुबह जल्दी स्नान करें और फिर अच्छे वस्त्र पहनकर किसी आसन पर बैठकर ‘ॐ ह्रीम नमः मंत्र का 108 बार जाप किया जाता है। और उसके बाद किसी काले या लाल धागे के अंदर इसको धारण किया जाता है।
असली 5 मुखी रूद्राक्ष की पहचना कैसे करें ?
दोस्तों आपको पता ही है कि असली रूद्राक्ष काफी महंगा बिकता है। अब रूद्राक्ष के पेड़ भी बहुत कम हो चुके हैं। इसका पेड़ पहाड़ों पर उगता है।लेकिन वर्तमान मे नकली रूद्राक्ष बेचने वालों की कमी नहीं है। असली रूद्राक्ष की पहचान करने की क्षमता आपके अंदर होनी चाहिए
यदि आप एक पंच मुखी रूद्राक्ष को खरीदने के बारे मे विचार कर रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि असली पंच मुखी रूद्राक्ष के लक्षण क्या होते हैं क्योंकि आप सस्ते के चक्कर मे नकली रूद्राक्ष को खरीद सकते हैं जिससे कि आपको फायदा होने की बजाय नुकसान हो सकता है।और यदि आपको पंच मुखी रूद्राक्ष के बारे मे सही से जानकारी नहीं है तो अपने आस पास उन लोगों को तलासे जोकि रूद्राक्ष के बारे मे अच्छी समझ रखते हैं आप उनको रूद्राक्ष खरीदते समय अपने साथ ले जा सकते हैं।
वे आपको असली नकली रूद्राक्ष के बारे मे फर्क तो बाएंगे ही । इसके अलावा आपको रूद्राक्ष की क्वालिटी के बारे मे भी आसानी से जानकारी प्रदान करेंगे ।
कुछ लोग क्या करते हैं कि कैमिकल का इस्तेमाल करते हैं और उसकी मदद से नकली रूद्राक्ष को पूरा असली रूद्राक्ष बना देते हैं। देखने वाले को यह पता भी नहीं चल पाता है कि उनका रूद्राक्ष नकली है। लेकिन कुछ ऐसे तरीके होते हैं जिनसे आप यह जान सकते हैं कि आपने जो पंच मुखी रूद्राक्ष खरीदा है वह असली है या नकली ?
वैसे यदि आप नकली रूद्राक्ष को खरीदते हैं तो इससे आपका ही नुकसान होगा ।क्योंकि जिस उम्मीद से आप इस रूद्राक्ष को खरीदते हैं। यह आपकी वह उम्मीद पूरी नहीं कर पाएगा । ऐसी स्थिति के अंदर पैसा खर्च करने का भी कोई फायदा नहीं रहेगा ।इसलिए आपको यदि पंच मुखी रूद्राक्ष के बारे मे कोई जानकारी नहीं है तो उसे खरीदने के लिए किसी जानकार को साथ लेकर जाएं और उसके बाद ही खरीदें ।नकली रूदाक्ष बनाने वाले लोग काफी अच्छा पैसा कमा रहे हैं। यह रूद्राक्ष बनाकर काफी महंगे भावों के अंदर बेच देते हैं।
- दोस्तों नकली रूद्राक्ष की यह खास बात होती है कि उसके उपर जो दाने से दोने बने होते हैं वे एक रूप हो सकते हैं। लेकिन असली रूद्राक्ष के मामले मे ऐसा नहीं होता है। आप जो भी पंच मुखी रूद्राक्ष खरीद रहे हैं उसको चैक करें कि उसके उपर बने हुए दाने क्या एक आकार के हैं ? यदि ऐसा है तो आपका पंच मुखी रूद्राक्ष नकली हो सकता है।आपको इस बारे मे अधिक पूछताछ करने की जरूरत है।
- पंच मुखी रूद्राक्ष की एक अन्य पहचान यह है कि आप एक सूई लें । सूई तो हमारे घर के अंदर आसानी से मिल जाएगी । यदि सूई नहीं है तो महिलाएं जो पिन साड़ी को बांधती हैं उसको लें और उपर से कुरेदें । असली रूद्राक्ष मे आपको रेसे दिखाई देंगे लेकिन नकली रूद्राक्ष मे आपको यह सब नहीं दिखाई देंगे । तो आप इस तरीके से भी असली और नकली पंच मुखी रूद्राक्ष को आसानी से पहचान सकते हैं।
- आप पानी की मदद से भी पंच मुखी रूद्राक्ष की पहचान कर सकते हैं कि यह असली है या नकली । इसके लिए आपने जो भी रूद्राक्ष खरीदा है उसको मामूली पानी के अंदर डालें और उसके बाद पानी को गर्म कर देना है। यदि रूद्राक्ष को कोई भी फर्क नहीं पड़ता है तो इसका मतलब यह है कि रूद्राक्ष नकली नहीं असली है। क्योंकि नकली रूद्राक्ष पर रंग चढ़ा होता है। जो पानी के गर्म होने पर उतरने लग जाता है।इसके अलावा एक तरीका यह भी है कि आप रूद्राक्ष को पानी के अंदर डालकर देख सकते हैं। यदि वह डूब जाता है तो इसका मतलब यह है कि वह निकली है। असली रूद्राक्ष पानी मे नहीं डूबता है।
- इन तरीकों के अलावा कुछ लोग असली पंच मुखी रूद्राक्ष की पहचान करने के लिए उसको सरसों के तेल मे भी डालते हैं। आप एक कटोरी के अंदर सरसों का तेल लें और उसमे रूद्राक्ष को डालें फिर यदि वह गहरे रंग का हो जाता है तो यह असली रूद्राक्ष की पहचान होती है। लेकिन जो रूद्राक्ष नकली होते हैं उनका कलर खराब भी हो सकता है। वह कई तरीकों से बनाये जाते हैं।
- आप जिस भी पंच मुखी रूद्राक्ष को खरीद रहे हैं वह गहरे रंग का होना चाहिए । गहरे रंग का रूद्राक्ष अच्छा माना जाता है जो नकली रूद्राक्ष होते हैं वे उतने गहरे रंग के नहीं होते हैं। और देखने मे काफी फीके भी लगते हैं।
- इन सबके अलावा आपको यह भी ध्यान देना होगा कि पंच मुखी रूद्राक्ष को नकली तरीकें से एक मुख का बनाकर इसलिए बेचा जाता है क्योंकि इससे उसकी कीमत बढ़ जाती है। आप जो भी पंच मुखी रूद्राक्ष ले रहे हैं पहले आपको इसे चैक करने की जरूर है । कि आप जो खरीद रहे हैं वह असली रूद्राक्ष है या फिर नकली रूद्राक्ष है।
रूद्राक्ष धारण करने के बाद नियम
दोस्तों ऐसा नहीं होता है कि रूद्राक्ष धारण करने के बाद आप पहले की तरह ही करते रहें । रूद्राक्ष धारण करने के बाद कुछ नियम होते हैं जिनको आपको फोलो करना चाहिए । यदि आप उन नियमों का सही से फलो नहीं करते हैं तो आपको रूद्राक्ष को धारण करने का कोई भी फायदा नहीं मिल पाएगा ।
- दोस्तों यदि आपने पंचमुखी रूद्राक्ष पहन रखा है तो इसको पहनकर आपको दांह संस्कार मे नहीं जाना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं तो यह सही नहीं होगा । और ऐसा करने से आपको रूद्राक्ष पहनने का कोई फायदा नहीं मिलेगा ।यदि परिवार मे या घर के अंदर मौत हो गई हो या जाना पड़े तो रूद्राक्ष को गले से उतार देना चाहिए और उसके बाद ही दांह संस्कार मे जाना चाहिए ।
- मांस मदिरा का सेवन करना वर्जित होता है। दोस्तों रूद्राक्ष पहनने के बाद किसी भी प्रकार के मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना है। क्योंकि ऐसा करने से आपने जो रूद्राक्ष पहना है वह किसी भी प्रकार का फल नहीं देगा ।यदि आप पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करने की सोच रहे हैं तो पहले आपको शुद्ध करना होगा या मास मंदिर को छोड़ना होगा ।
- यदि आप आप पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो उसके बाद आपको झूंठ नहीं बोलना चाहिए ।क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव नाराज होते हैं। झूठ बोलना भी एक पाप माना गया है।
- संभोग के समय पंचमुखी रूद्राक्ष का प्रयोग नहीं करना चाहिए । दोस्तों संभोग एक मिलन क्रिया मानी जाती है। तो जो इंसान इस क्रिया को करते हैं उनको इस समय रूद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहिए । जिससे कि यह अपवित्र हो जाता है।
- यदि स्त्री पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण करते हैं तो पिरियड के दौरान इसको नहीं पहना जाना चाहिए । क्योंकि ऐसा माना जाता है कि परियड की वजह से यह अपवित्र हो जाता है।जिसकी वजह से स्त्री कम ही पंच मुखी रूद्राक्ष पहनती हैं।
पंचमुखी रूद्राक्ष की कहानी
- दोस्तों मेरा नाम विनिता है। और मैरी शादी अभी हाल ही मे हुई है। मेरे ससुराल वालों के पास पंच मुखी रूद्राक्ष है। उनके घर के अंदर सब कुछ अच्छा ही अच्छा होता हैं। उन्होंने बताया कि जब से उनके यहां पर रूद्राक्ष को पूजा के अंदर रखा गया है तब से घर मे काफी अच्छा हो रहा है।
- मेरा नाम सुनिता है और मैं कक्षा 11 की स्टूडेंट हूं ।पंच मुखी रूद्राक्ष मेरे लिए भी काफी उपयोगी साबित हुआ । इस रूद्राक्ष की मदद से मैं अच्छे से पढ़ाई कर पाई असल मे जो स्टूडेंट पढ़ते हैं उनके लिए पंच मुखी रूद्राक्ष काफी अच्छा होता है। क्योंकि यह दिमाग को शांत कर देता है।यदि आप चाहते हैं कि आप चीजों को जल्दी से याद रख पाएं तो पंच मुखी रूद्राक्ष का प्रयोग आप कर सकते हैं।
- मेरा नाम कल्याण सिंह है मैंरा टाइल का बिजनेस है। पहले काफी प्रयास किया लेकिन बिजनेस चला ही नहीं । कई जगह पर घूमा लेकिन फायदा नहीं हुआ तो उसके बाद किसी ने मेरे को 5 मुखी रूद्राक्ष पहनने के बारे मे सलाह दी तो मैंने यही किया और आज काफी साल हो चुके हैं मेरा बिजनेस काफी अच्छा चल रहा है।
- मेरा नाम गुरू प्रताप है।चैनल पर कमेंट किया था। मैंने पंच मुखी रूद्राक्ष को धारण किया है। इसको धारण करने के बाद काफी अच्छा लग रहा है। यह पहले की तुलना मे आपको मन को शांत कर देता है जिससे कि एकाग्रता बढ़ती है। इसके अलावा यह आपके घर के अंदर सुख शांति भी लेकर आता है। आप चाहें तो किसी योग्य गरू के परामर्श मे इसको धारण कर सकते हैं। काफी फायदेमंद होगा ।
- मेरा नाम पूजा है और मैं भी इस रूद्राक्ष को अपने घर मे रखती हूं ।पूजा स्थल पर रूद्राक्ष को रखना काफी शुभ माना जाता है। हालांकि वर्तमान मे ऑरेजनल रूद्राक्ष का मिलना काफी कठिन हो चुका है। इसलिए रूद्राक्ष खरीदते समय आपको सावधानियां बरतनी होंगी ।
पंच मुखी रूद्राक्ष कहां से खरीद सकते हैं ?
दोस्तों यदि हम पंच मुखी रूद्राक्ष के खरीदने के बारे मे बात करें , तो आपको बतादें कि आप इसको आनलाइन खरीद सकते हैं। यह आपको आनलाइन काफी आसानी से मिल जाएगा । एक बार यदि आप इसको खरीद लेते हैं , तो उसके बाद इसका प्रयोग कर सकते हैं। आपको किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन आपको इसको किसी जानकार से ही खरीदना चाहिए । यदि आप जानकार से नहीं खरीदते हैं , तो हो सकता है ,कि आपको रूद्राक्ष नकली मिल जाए , तो आप जानकार से इसको खरीदें । ताकि असली रूद्राक्ष मिलेगा । और जब असली रूद्राक्ष मिलेगा , तभी तो काम करेगा ।
5 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे लेंख के अंदर हमने यह जाना कि आप किस प्रकार से एक 5 मुखी रूद्राक्ष को धारण कर सकते हैं। यदि आपको यह लेख पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ आप इसे शेयर कर सकते हैं।
वैसे तो यह लेख हमारे खुद के द्धारा लिखा गया है। लेकिन भारत के अंदर भेड़ चाल के चलते यूनिक लेख लिखने का विचार ही हमने त्याग दिया है। हम बस वही लिखते हैं जो पहले से लिखा गया है।
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