हर हिंदी फिल्म के अंदर एक दो किसिंग सीन तो होता है। हिंदी फिल्म किस के बिना तो एक दम से बेकार ही हो जाती है। और फिल्म बनाने वालों का भी कहना है कि आजकल लोग इस तरह के सीन को अधिक पसंद करते हैं। वैसे एक तरह से देखा जाए तो उनका कहना सच भी है। हमारी जिंदगी मे अब अश्लीलता बढ़ गई है।
आप जिन हिरो हिरोईन के किस्स को असली किस मानते हैं तो आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हिरो हिरोइन फिल्मों मे किस्स नहीं करते हैं। यह बात बिल्कुल सच है। जी हां दोस्तों । kissing सीन को कैमरे की मदद से दिखाया जाता है। वैसे भी फिल्म का रियल जिंदगी से कोई लेना देना नहीं होता है।
सन 2014 के अंदर एक विडियो सोशियल मिडिया पर वायरल हो गया था। उस विडियो के अंदर यह दिखाया गया था कि किस तरह से कैमरे की मदद से kissing सीन सूट किये जाते हैं। फोटो के अंदर आप साफ देख सकते हैं। कि एक्टर काजल अग्रवाल और सूर्या किस तरह से किस्स करते नजर आ रहे हैं। हांलाकि यह फोटो साफ नहीं
है। फिर भी दोनों के चेहरे कोसो दूर हैं। यह फिल्म सन 2012 के अंदर आई थी। जिसका नाम मातारान है। जबकि इस फिल्म के अंदर दोनों को किस्स करते हुए दिखाया गया है। इस फोटो के अंदर हिरोइन किसी प्लास्टिक को किस्स करती हुई दिख रही है। visual इफैक्ट की मदद से किस्स सीन को बनाया गया है।
क्यों नहीं होते किसिंग सीन रियल
दोस्तों इसका भी एक कारण होता है ।एसी बात नहीं है कि डायरेक्टर रियल किस्स करने के बारे मे कहता नहीं है। और वैसे भी हिरो तो किस्स के लिए तैयार ही रहते हैं लेकिन हिरोइन किस्स करने से मना कर देती है। तो फिर कैमरे का कमाल दिखाना पड़ता है। मैं
कोशिश करूंगा कि आपको इसका सूट का तरीका और विस्तार से बताउं लेकिन अभी मेरे पास इतनी ही जानकारी है।