खरगोश के बच्चे क्या खाते हैं ? khargosh kya khata hai यह प्रश्न आपके दिमाग मे भी आया होगा । इसके अलावा खरगोश पालने वाले अक्सर पूछते हैं कि खरगोश के बच्चे को क्या खिलाया जाता है ? इस लेख मे हम पूरी जानकरी हाशिल करेंगे।
आज खरगोश पालन एक बहुत बड़ा बिजनेस बन चुका है।इसके अंदर काफी अच्छी कमाई की जा सकती है। खरगोश फार्म लगाकर लोग अच्छा कमा भी रहे हैं। लेकिन कुछ लोग अपने घर के अंदर भी खरगोश पालते हैं। इसमे दो तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग घर के अंदर खरगोश मांस के लिए पालते हैं।लेकिन इसके विपरित कुछ लोग ऐसे भी होते हैं ,जो खरगोश को मांस के लिए नहीं पालते हैं । बस उनको पशुओं से प्रेम होता है।
यदि आप अपने घर के अंदर पहली बार लेकर आएं हैं और आपको नहीं पता है कि आप अपने खरगोश को क्या खिलाएं ? यह समस्या आती ही है। वैसे तो आप अपने आस पास के खरगोश फार्म के अंदर इस बात का पता कर सकते हैं।
यदि आपके पास बेबी खरगोश है तो आपको उसे सही तरीके से खाना खिलाना चाहिए ।यदि आप एक बेबी खरगोश को अच्छी तरह से खिलाते हैं तो वह जल्दी परिपक्व होगा और पोषण की वजह से होने वाली बीमारियां नहीं होगी । हमें उनके बढ़ते शरीर की विभिन्न पोषण संबंधी आवश्यकताओं और उनके विकासशील पाचन तंत्र की अतिरिक्त संवेदनशीलता को ध्यान में रखना होगा।
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खरगोश के बच्चे को क्या खिलाया जाता है ? khargosh kya khata hai
आपको पता होना चाहिए कि सभी स्तनधारियों का प्रमुख आहार मां का दूध होता है। एक खरगोश 6 से 8 सप्ताह की उम्र तक अपनी मां का दूध ही पीता है। और उसके बाद उनका पाचन तंत्र ठोस पदार्थों के लिए तैयार होता है। खरगोश 3 से 4 सप्ताह तक अपने घोसलों के अंदर ही रहते हैं।
आपको एक खरगोश को कम से कम 8 सप्ताह तक अपनी मां का दूध ही पीना चाहिए । आमतौर पर यदि खरगोश की मां का दूध उसे नहीं मिल रहा है तो आप किसी दूसरी खरगोश मां का उपयोग कर सकते हैं। 8 सप्ताह तक दूध पीने के बाद खरगोश के मरने की संभावना कम हो जाती है। यदि खरगोश 8 सप्ताह से छोटा है तो उसे उसकी मां से अलग नहीं करना चाहिए ।
यदि आपने एक बेबी खरगोश को कहीं से लिया है तो बेंचने वाले से एक बार यह पूछ लेना चाहिए कि वह क्या खा रहा है ? उसके बाद आप भी उसे वही आहार दे सकते हैं। क्योंकि वह आहार उसके सैट होता है और छोटे खरगोश का पाचन तंत्र संवेदनशील होने की वजह से समस्या हो सकती है। यदि आपको नहीं पता है तो फिर आप उसे घास और पानी दे सकते हैं। यह कोई नुकसान नहीं करेगा ।
खरगोश के छोटे बच्चे को क्या खिलाएं सूखी घास
आप अपने बेबी खरगोश को सूखी घास खिला सकते हैं।भले ही आप उसे पहले से नहीं खिला रहे हैं लेकिन यह एक अच्छा फूड है और पाचन के अंदर भी किसी प्रकार की कोई समस्या पैदा नहीं करता है।आप अपने युवा खरगोश को अल्फाल्फा भी खिला सकते हैं जो घास जैसा ही होता है। यह आपके खरगोश को प्रोटीन प्रदान करता है।
कैल्शियम का भी अच्छा स्त्रोत है और बढ़ते खरगोशों के लिए यह सबसे अच्छा काम करता है।अल्फाल्फा को आप घास के साथ भी खिला सकते हैं। इसको आपको 4 से 5 महिने तक खिलाना चाहिए और इससे संक्रमण होने का खतरा भी कम हो जाता है।
खरगोश का छोटा बच्चा क्या खाता है सूखा खाना
बेबी खरगोशों को अपनी वृद्धि का समर्थन करने के लिए उच्च प्रोटीन की आवश्यकता होती है, इसलिए जब एक वयस्क को 12-14% प्रोटीन के आसपास सूखे भोजन की आवश्यकता होती है, तो बच्चे के खरगोश के लिए 16% प्रोटीन जरूरी है। भारत के अंदर भी कई निर्माता हैं जो खरगोश के सूखे भोजन को सैल करते हैं।यह वयस्क और बेबी खरगोश दोनों के लिए होता है। आप ऑनलाइन यहां से खरगोश का भोजन मंगवा सकते हैं। इनकी कीमत क्वालिटी के हिशाब से अलग अलग होती है।
खरगोश को कितना सूखा खाना दिया जाना चाहिए
वैसे यह तय करना बहुत कठिन होता है।खास कर यदि आप एक नए खरगोश पालक हैं तो फिर भी उच्च प्रोटीन छर्रों के लिए अपेक्षित वयस्क वजन के प्रति किलोग्राम 25 किलोग्राम देना होता है। इसके अलावा यदि आप छर्रे या पैलेट खिला रहे हैं तो थोड़ा अधिक दे सकते हैं। खाने को एक साथ नहीं दिया जाना चाहिए ।आप इसको सुबह और शाम को दे सकते हैं। साथ ही अपने खरगोश का निरिक्षण आपको करते रहना चाहिए । यदि आपका खरगोश अधिक खाता है और स्वस्थ है तो अधिक खाना देते रहें नहीं तो आप कम दे सकते हैं।
खरगोश के सूखे भोजन को सही तरीके से बदलना
यदि आप अपने खरगोश को सूखा भोजन खिला रहे हैं तो इसके ब्रांड के अंदर बदलाव धीरे धीरे करना चाहिए ।इसके लिए आपको धीरे धीरे पुराने भोजन की मात्रा को कम करना होता है और पुराने भोजन की मात्रा को बढ़ाना होता है। यदि आपके पास कोई भी पुराना भोजन नहीं बचा है तो आप खरगोश को धीरे धीरे नया भोजन देना शुरू कर सकते हैं। और 7 से 10 दिन के अंदर इसको बढ़ाते रहें । इसके साथ ही आप घास भी खिला सकते हैं।
एक बेबी खरगोश को कठोकर भोजन कब दिया जा सकता है ?
एक बेबी खरगोश को कठोर भोजन 6 महिने पहले नहीं दिया जाना चाहिए । ऐसा कई किताबों के अंदर उल्लेख मिलता है।कुछ लोग खरगोश को तब उठाकर अपने घर ले जाते हैं जबकि उसे अपनी मां के पास होना चाहिए और फिर उसे गाजर और मूली और दूसरी कठोर चीजों को खुलाते हैं। जिसकी वजह से वह खरगोश काफी बीमार हो जाता है और फिर समस्या खड़ी हो जाती है।यदि आपके खरगोश ने मां का दूध 5 से 6 सप्ताह तक पिया है तो वह पाचन से जुड़ी समस्याओं का मुकाबला कर सकता है। नहीं तो हो सकता है उसे पाचन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़े ।
जंगली खरगोश क्या खाता है
दुनिया भर के जंगली खरगोश पौधों पर फीड़ करते हैं।यह विभिन्न प्रकार की ताजी और हरि पतियों का यह सेवन करते हैं।खरगोश पेड़ों पर छाल, टहनियाँ और अंकुरित अनाज, फल, बीज और अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थ बहुत कम मात्रा में खाते हैं।
यदि आप घर के अंदर एक खरगोश रखा हुआ है तो उसका आहार घास से बना होना चाहिए क्योंकि घास के अंदर विटामिन ए और डी के साथ-साथ कैल्शियम, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होती है। इतना ही नहीं घास खाने से खरगोश के दांतों मे समस्या नहीं होती है। और पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। टिमोथी, ऑर्चर्ड, ओट है, क्रोम, जैसे कई घास के प्रकार होते हैं। अल्फला घास कैलोरी और प्रोटीन का बहुत ही अच्छा स्त्रोत होता है।
ताजा खाद्य पदार्थ भी आपके खरगोश के आहार के रूप मे प्रयोग मे ले सकते हैं। यह आपके खरगोश के लिए पोषक तत्व तो प्रदान करते ही है। इसके अलावा भी यह खरगोश को स्वाद प्रदान करने का काम भी करते हैं। इसके अंदर आप कोई भी खाध्य पदार्थ चुन सकते हैं ,जो कि इंसानों के लिए सुरक्षित है। वह खरगोश के लिए भी सुरक्षित होता है।जैसे पालक और सब्जी आप चुन सकते हैं।
खिलाने के लिए एक अनुमानित एमन बन्नी सागटी 2 ग्राम खरगोश के शरीर के वजन के लिए दिन में एक बार लगभग 1 कप साग लें और दिन में कई फीडिंग में विभाजित किया जाएगा।
पौधों के अंदर एक विशेष प्रकार का रसायन पाया जाता है जिसका नाम एल्केलॉइड्स होता है ,जो एक प्रकार का विष होता है। वैसे सह पौधों की रक्षा करता है और इसको कम मात्रा के अंदर लेना हानिकारक नहीं होता है। एल्केलॉइड्स की मात्रा हर पौधे के अंदर अलग अलग हो सकती है।
अजमोद, सरसों के साग और पालक में अपेक्षाकृत उच्च स्तर ऑक्सालिक एसिड होता है।हालांकि केले के अंदर इसका स्तर अधिक माना जाता है लेकिन वास्तव मे यह कम होता है।ऑक्सालिक एसिड की विषाक्तता तब आती है जब आप उच्च मात्रा के अंदर पदार्थों को खिलाते हो । यदि आपके लिए संभव हो तो दिन के अंदर तीन प्रकार के पत्तेदार साग को खिला सकते हैं। इसके अलावा आपको एक बात और ध्यान रखनी चाहिए और वो यह है कि आप हर सप्ताह के अंदर पत्तियों को बदलते रहे जैसे एक सप्ताह तक यदि आप खरगोश को पालक खिलाते हैं तो दूसरे सप्ताह आपको उसे कोई दूसरे प्रकार का खाना देना चाहिए। साग के अंदर विटामिन ए होता है। खरगोश इंसानों के विपरित अपने शरीर के अंदर विटामिन सी बनाते हैं। जबकि हम मनुष्य आहार से विटामिन सी प्राप्त करते हैं।
यदि आप खरगोश के पैट गैस होने की समस्या से चिंतित हैं तो आपको बतादें कि जो पदार्थ हमारे शरीर के अंदर गैस पैदा करते हैं वे खरगोश के शरीर मे भी गैस पैदा करें यह आवश्यक नहीं होता है।लेकिन जिन पदार्थों के अंदर स्टार्च और शर्करा अधिक होती है वे गैस पैदा करने मे सक्षम होते हैं और वे पूरे सिस्टम को ही बंद कर देते हैं।जीआई रोग इसी वजह से होता है।यदि आप उच्च स्टार्च वाले पदार्थों को खिला रहे हैं तो इनको बहुत ही कम मात्रा के अंदर देना चाहिए । वरना यह समस्या पैदा कर सकते हैं।
आप अपने खरगोश को गोभी भी खिला सकते हैं।इसके अंदर स्टार्च और शर्करा अधिक मात्रा मे होती है। इस वजह से इसकी मात्रा को बहुत ही कम रखा जाना चाहिए ।प्याज आपको खरगोश को नहीं खिलाना चाहिए क्योंकि इसे रक्त से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
खरगोश को खिलाने के लिए फल
ये आहार का 10% से अधिक नहीं होना चाहिए प्रति दिन शरीर के वजन के 2 एलबीएस के बारे में 1 चम्मच। । यदि आपको फल के स्रोत के बारे में संदेह है और आप त्वचा में रसायनों के बारे में चिंतित हैं, तो इसे हटा दें।
- सेब – इसको आपको बिना बीज और तने के देना है।
- चेरी
- नाशपाती
- आड़ू
- बेर कीवी
- पपीता
- आम
- जामुन
- अनानास
- केला – छिलका हटा दें
- खरबूजे
- स्टार फ्रूट
- खुबानी
- किशमिश
- nectarine
खरगोश का भोजन पत्तेदार साग और मूल
ये खाद्य पदार्थ आपके खरगोश के आहार के ताजा हिस्से का लगभग 75% हिस्सा बनाना चाहिए प्रति दिन शरीर के वजन के 2 पाउंड के बारे में 1 पैक कप।
- अजमोद
- पालक
- सरसों का साग
- हरे को हरा दो
- स्विस कार्ड
- मूली
- आर्गुला
- गाजर सबसे ऊपर
- ककड़ी के पत्ते
- विलायती
- Ecarole
- watercress
- दुबा घास
- कासनी
- रसभरी के पत्ते
- फ्रिसे लेट्यूस
- काले (सभी प्रकार)
- लुगदी
- लाल या हरे रंग का सलाद
- रोमेन सलाद
- बसन्त की हरियाली
- शलजम का साग
- सिंहपर्णी के पौधे
- मिंट (कोई भी किस्म)
- तुलसी (कोई भी किस्म)
- धनिया
- radicchio
- बोक चोय
- सौंफ़
- बोरेज के पत्ते
- डिल छोड़ देता है
- यू चोय
नॉन–लीफी वेजीटेबल्स
यह खरगोश के आहार का 15 प्रतिशत से अधिक नहीं दिया जाना चाहिए । नहीं तो यह नुकसान कर सकता है।
- गाजर
- गोभी (किसी भी प्रकार)
- Broccolini
- गर्मी का शरबत
- ब्रोकोली
- खाद्य फूल (गुलाब, नास्टर्टियम, पैंसिस, हिबिस्कस)
- अजवायन
- बेल पेपर
- चीनी मटर की फली
- ब्रूसेल स्प्राऊट्स
- तोरी का शर्बत
एक घर के अंदर रहने वाले खरगोश को हम क्या खिला सकते हैं ?
आप एक घर के अंदर रहने वाले खरगोश को छर्रे घास और ताजी घास जैसे टिमोथी, अन्य घास घास, या जई घास खिला सकते हैं और खरगोश को पानी दे सकते हैं। यह सबसे बेस्ट है।
किस प्रकार की सब्जी खरगोश के लिए बेहतर होती हैं ?
सब्जी की लिस्ट हमने आपको दी है। आप उपर दी गई सब्जी के अंदर से कोई भी चुन सकते हैं। लेकिन यह आपके खरगोश को ठीक मात्रा के अंदर देना अति आवश्यक होगा । अन्यथा यह आपके खरगोश को नुकसान भी कर सकती हैं।
बेबी खरगोश को क्या खिलाना चाहिए ?
- 3 सप्ताह तक बेबी खरगोश को केवल मां का दूध दिया जाना चाहिए ।
- 3 से 4 सप्ताह-माँ का दूध, अल्फाल्फा और छर्रों आप दे सकते हैं।
- 4 से 7 सप्ताह-मां का दूध, अल्फाल्फा और छर्रों को खिलाना जारी रख सकते हैं।
- 7 सप्ताह से 7 महीने तक-असीमित छर्रों, असीमित घास
- 12 सप्ताह-एक बार सब्जियां खाने के लिए अवश्य ही दे ।
वयस्क खरगोशों को कितना भोजन देना चाहिए – 7 महिने से 1 वर्ष
- टिमोथी घास, घास घास, ओट घास, आप खिला सकते हैं और अल्फाल्फा घास को कम करें ।
- छर्रों को 1/2 कप प्रति 6 पाउंड शरीर के वजन का कम करना होगा ।
- दैनिक सब्जियों को धीरे-धीरे बढ़ाएं; सुनिश्चित करें कि आपका खरगोश सहन कर सकता है
- फल दैनिक राशन 1 औंस से अधिक नहीं। प्रति 6 पाउंड होगा ।
1 से 5 वर्ष के खरगोश के लिए भोजन
- टिमोथी, घास घास, ओट घास आप खरगोश को खाने के लिए दे सकते हैं।
- 6 पाउंड प्रति 1/4 से 1/2 कप छर्रों। शरीर का वजन का आपको देना चाहिए ।
- न्यूनतम 2 कप कटी हुई सब्जियां
- हमेशा सब्जियों और साग को धीरे-धीरे पेश करें, यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका खरगोश सहन कर सकता है
- फल दैनिक राशन 2 औंस से अधिक नहीं होना चाहिए ।
खरगोश को क्या नहीं खिलाना चाहिए ?
उन चीजों को आपको खरगोश को नहीं खिलानी चाहिए जो पालतू जानवरों के लिए नहीं होती हैं। जैसे सभी तरह की मिठाई आपके खरगोश को नुकसान पहुंचा सकती है।चॉकलेट, पास्ता, और दही जैसी चीजों को तो खरगोश को भूलकर भी नहीं देना चाहिए ।यह पदार्थ खरगोश की आंत के अंदर बैक्टीरिया पैदा करते हैं जिसकी वजह से एंटीरोटॉक्सिमिया नामक बीमारी हो जाती है। मकई भी आपको अपने खरगोश को नहीं खिलानी चाहिए । यह उपयुक्त नहीं है।वैसे खरगोश की हर नस्ल को एक अलग प्रकार के आहार की आवश्यकता होती है। आप अपने पशु चिकित्सक से भी परामर्श कर सकते हैं।
एक कटोरे के अंदर खरगोश के लिए पानी रखें
खरगोश के पास एक कटोरे के अंदर आपको पानी हमेशा ही रखना चाहिए और रोजाना उसको साफ भी किया जाना चाहिए । खरगोश के पेट मे यदि पानी की कमी हो जाती है तो वह भोजन ठीक से नहीं पचा पाएगा ।खरगोश ठंड के अंदर रहने वाला जीव है यदि आप किसी गर्म जगह पर रहते हैं तो इसके लिए पानी का होना अत्यंत आवश्यक हो जाता है।
कठोर सब्जी को काट कर डालें
यदि आप खरगोश को गाजर वैगरह खुला रहे हैं तो आपको उनको छोटे छोटे टुकड़ों के अंदर काट देना चाहिए ताकि खरगोश के लिए आसानी हो और वह उनको अच्छे से खा सके । यदि वह सही तरीके से नहीं खाएगा तो पाचन की समस्या हो सकती है।इसके अलावा गोभी वैगरह खरगोश को खिलाने से पहले धो लेना बहुत ही जरूरी होता है।
खरगोश के लिए देशी आहार
यह सूखी हरी घास व हरी पतियां जैसे ब्यूल, कर्याल, तिम्बल, शह्तूट आदि पौधों की पत्तियां पसंद करता है| घास में दूब लूसरन, कलोवर,बरसीम, पालक आदि खूब चाव से खाता है इसके अतिरिक्त शलजम, गाजर, चुकन्दर, गोभी, बंद गोभी आप दे सकते हैं। एक खरगोश प्रतिदिन 150-175 ग्राम आहार खा लेता है| गर्भवती एवं बच्चे दिए हुई मादा के आहार में 100 ग्राम दैनिक वृद्धि हो जाती है| इसके अतिरिक्त 80-100 ग्राम हरी घास व हरी सब्जियां भी देनी चाहिए| एक खरगोश दिन में लगभग 350 मिलीलिटर तक पानी पी लेता है।
एक बेबी खरगोश को क्या खिलाना चाहिए ?
यदि आपके पास एक बेबी खरगोश है तो आपको उसको खिलाने की समस्या हो सकती है 7 सप्ताह तक बेबी खरगोश मां का दूध पीता है। यदि आपके पास कोई ऐसा खरगोश है जो खाता नहीं है तो आप उसे बकरी का दूध दे सकते हैं।
भूलकर भी गाय का दूध आपको नहीं देना चाहिए।आप खरगोश को दूध पीलाने के लिए एक बोतल का प्रयोग कर सकते हैं जो अक्सर जानवरों के दूध पिलाने के लिए प्रयोग की जाती है।आप इस बोतल मे दूध डालें और खरगोश के मुंह के अंदर दे सकते हैं। और उसके बाद एक बार जब खरगोश को इसका स्वाद आ जाएगा तो फिर वह अपने आप ही दूध पी लेगा ।
खरगोश को किस प्रकार का अनाज खिलाया जाना चाहिए ?
गेहूं, जौ, मक्का जैसे अनाज को आप खरगोश को खिला सकते हैं।आपको यह सारे अनाज पीस कर देना चाहिए । क्योंकि खरगोश इनका वजन सहन नहीं कर पाएगा ।यह अनाज बहुत अधिक पौष्टिक होते हैं ,जो खरगोश को अधिक बढ़ने मे मदद करने का काम करते हैं।
अपने तोते को अब बोलना सीखाएं आसान तरीकों से
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यदि आपने एक खरगोश पाल रखा है तो उसके आहार का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है।यदि आप उसके आहार पर समय पर ध्यान नहीं देते हैं तो इसका उल्टा असर आपके खरगोश पर पड़ सकता है। खरगोश के साथ ऐसा नहीं है कि आप कुछ भी लाए और उसे खिला दिया जाए ।जब आप एक खरगोश के आहार के अंदर बदलाव करते हैं तो आपको यह निगरानी करनी होती है कि यह आहार उसको सूट करता है या नहीं ? यदि सूट नहीं करता है तो आपको उसका आहार बदल देना चाहिए ।