आइए जानते हैं मधुमक्खी भगाने के उपाय के बारे मे ।और मधुमक्खी भगाने के तरीके madhumakhi bhagane ke upay के बारे मे जानें घर के अंदर मधुमक्खी होना बहुत ही आम बात होती है।मधुमक्खी कई बार घर के उपरी ईमारत या फिर किसी उंचे पेड़ के उपर छत्ता बना लेती हैं। और वहां पर रहने लग जाती हैं। वैसे तो यह कोई समस्या तब तक पैदा नहीं करती हैं जब तक कि इनको छेड़ा नहीं जाता है। लेकिन यदि कोई इनको छेड़ देता है तो फिर यह वहां से निकलने भी नहीं देती हैं।
अक्सर किसान जो शहद के लिए मधुमक्खी का पालन करते हैं।वे कम आक्रमक मधुमक्खी होती हैं तो उनका पालन आसानी से आप कर सकते हैं। लेकिन मधुमक्खी की कुछ प्रजाति ऐसी भी होती हैं जोकि काफी आक्रमक होती हैं। उनका पालन करना कठिन होता है। और उनको यदि कोई छेड़ देता है तो काफी भयंकर तरीके से हमला करती हैं।
जैसे ही सीजन शूरू होता है मधुमक्खी अपने नए घर की तलास करना शूरू कर देती हैं।और अधिकतर लोग अपने घर के आस पास मधुमक्खी को पसंद नहीं करते हैं। और कई बार तो यह हमारी उपयोगी चीजों के अंदर अपना छत्ता बना लेती हैं। ऐसी स्थिति के अंदर इनको भगाना काफी जरूरी होता है।
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1. madhumakhi bhagane ke upay एक लॉकल मधुमक्खी पकड़ने वाले से संपर्क करना
यदि आप अपने घर के पास या घर के अंदर किसी उंची ईमारत पर या किसी पेड़ के उपर मधुमक्खी का छत्ता पाते हैं तो उसे हटाने के लिए आप अपने ही क्षेत्र के किसी लोकल व्यक्ति से संपर्क कर सकते हैं जोकि मधुमक्खी के छत्ते को हटाना जानता हो । हर जगह पर आपको ऐसा व्यक्ति आसानी से मिल ही जाएगा । हमारे यहां पर भी कुछ ऐसे व्यक्ति हैं जोकि मधुमक्खी के छत्ते को आसानी से हटा सकते हैं।
हालांकि वे यह कार्य नहीं करते हैं लेकिन उनको इसका अनुभव हो सकता है। वैसे तो वे इस कार्य के लिए आपसे पैसा नहीं लेंगे। लेकिन यदि लेते भी हैं तो फिर वह बहुत ही कम पैसा होगा ।और इस तरीके से मधुमक्खी को हटाने का फायदा यह है कि आप किसी भी तरह के झंझट से बच जाएंगे। यदि आपके घर के आस पास इस प्रकार का व्यक्ति नहीं मिलता है तो आप कई जगहों पर पूछताछ कर सकते हैं। कहीं ना कहीं आपको मिल ही जाएगा ।
2.मधुमक्खी भगाने का घरेलू उपाय एक मधुमक्खी पालक से संपर्क करें
यदि आपके घर के अंदर कहीं पर भी मधुमक्खी का छत्ता है तो आप किसी मधुमक्खी पालक से संपर्क कर सकते हैं। आमतौर पर मधुमक्खी पालक उस छत्ते को तोड़कर अपने बॉक्स के अंदर रख देते हैं और उसके बाद अपने यहां पर ले जाते हैं। इस कार्य के अंदर हो सकता है मधुमक्खी उत्तेजित हो जाएं तो आपको और खास कर बच्चों को अंदर ही रहना चाहिए मधुमक्खी पालक एक तरह का सूट पहनकर आ सकता है। जिसके उपर मधुमक्खी के हमले का कोई भी असर नहीं होगा । आप अपने आस पास देखें कि कौन ऐसा है जो मधुमक्खी का पालन कर रहा है। किसके यहां पर बॉक्स रखे हुए हैं। कुल मिलाकर यह तरीका आपके लिए एकदम से सुरक्षित है।
3. मधुमक्खी भगाने का सरल उपाय मधुमक्खी के छत्ते पर ठंडा पानी डालदें
दोस्तों यदि सर्दी का मौसम है तो यह तरीका बहुत ही अच्छे से काम करेगा । मधुमक्खी के छत्ते के उपर ठंडा पानी डालदें । ऐसा करने से मधुमक्खी उड़ नहीं पाएंगी और उसके बाद आप उस छत्ते को आसानी से अपने हाथ मे दस्ताने पहन कर तोड़ सकते हैं। लेकिन इस दशा के अंदर मधुमक्खी उस छत्ते पर ही चिपकी रहेगी ।अब आप उस छत्ते को लेजाकर किसी दूर स्थान पर रख संकेत हैं। जैसे जैसे धूप निकलेगी । मधुमक्खी उड़ने लगेंगी और शाम होने से पहले ही उस छत्ते को छोड़कर चली जाएंगी ।
इस तरीके के अंदर मधुमक्खी के डंक मारने जैसा कोई भी रिस्क नहीं है।इस तरीके का यूज हम खुद कर चुके हैं। लेकिन यदि गर्मी का मौसम है तो ठंडा पानी डालने के बाद भी वे उड़ सकती हैं। और छत्ते को तोड़ने के लिए सुबह का समय एकदम से अच्छा होता है।
4.पेस्टिसाइड की मदद से मधुमक्खी को भगाना
पेस्टिसाइड एक प्रकार का रसायनिक पदार्थ होता है जिसकी मदद से कीड़ों और कीटों मो मारा जाता है और उनको भगाया जाता है।आपको बतादें कि पेस्टिसाइड केवल उन्हीं मधुमक्खी को मारेगा जोकि इसके सीधे संपर्क मे आती हैं जो अभी इसके संपर्क मे नहीं आती हैं उनकी मौत नहीं होगी । इसलिए सप्ताह के अंदर पेस्टिसाइड का स्प्रे करना होगा ।लेकिन यदि आप मधुमक्खी को मारना नहीं चाहते हैं तो इसका प्रयोग ना करें । और एक बार जब आप सारी मधुमक्खी को मार देते हैं तो फिर आप छत्ते को वहां से हटा सकते हैं।
5. madhumakhi bhagane ke upay धुआं करें
मधुमक्खी को भगाने का यह प्रभावी उपाय है।आप धुआं की मदद से मधुमक्खी को भगा सकते हैं। यह काफी सरल तरीका है। और इसको कोई भी प्रयोग कर सकता है। इसके अंदर किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। आमतौर पर कुछ लोग बीड़ी के धुंआ का प्रयोग करते हैं लेकिन हम इसकी सलाह नहीं देते हैं।जिस भी स्थान पर मधुमक्खी का छत्ता है आप वहां पर कुछ लकड़ी और गाय का गोबर जलाकर भयंकर धुंआ करें । आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि धुंआ इस प्रकार से करें कि यह आसानी से मधुमक्खी के छत्ते मे जाकर लगे । उसके बाद मधुमक्खी अपने आप ही वहां से भागने लगेंगी ।
आपको बतादें कि मधुमक्खी सूंघने मे काफी अच्छी होती हैं। धुंआ को सूंघते ही वे भागेंगी और उसके बाद वापस वहां पर कभी भी नहीं आएंगी । आपको इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि एक बार धुंआ जलाने के बाद आप अंदर चले जाएं। धुंआ से मधुमक्खी काफी उत्तेजित हो जाएंगी ।और काफी तेजी से उड़ने लग जाएंगी । यदि आप वहीं पर खड़े रहेंगे तो यह आपको काट सकती हैं।
3 से 4 घंटे के अंदर यह वहां से चली जाएंगी ।उसके बाद आप उस छत्ते को वहां से हटा सकते हैं। और पूरी तरह से साफ करके फेंक सकते हैं।
6.लहसुन का स्प्रे से मधुमक्खी को भगाएं
दोस्तों लहसुन के स्प्रे से भी मधुमक्खी को आप भगा सकते हैं। इसके लिए कुछ लहसुन की कलियां ले और उनको अच्छी तरह से पीस कर पानी के अंदर मिला दें । ध्यान दें पानी मे अच्छी खासी लहसुन की गंध आनी चाहिए ।
यदि लहसुन कम रह गया है तो और अधिक लहसुन को मिलादें ।अब जिस स्थान पर मधुमक्खी का छत्ता है उसके आस पास छिड़क देना है। और अंत मे ठंडे पानी के साथ मिला लहसून किसी भी तरह से मधुमक्खी के छत्ते के उपर छिड़कर कर भाग जाएं । ऐसा करने से मधुमक्खी काफी उत्तेजित होगी ।
लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है कि मधुमक्खी के छत्ते पर पानी ठंडा ही डालें और ऐसा करने से मधुमक्खी के उड़ने की क्षमता थोड़ी देरे के लिए कम होगी । जिससे वे आपका पीछा नहीं कर पाएंगी । और उसके बाद आप देखेंगे कि मधुमक्खी लहसुन की तीव्र गंध को सहन नहीं कर पाएंगी । और वे वहां से उड़ना आरम्भ कर देंगी । यदि छत्ता काफी बड़ा है तो उनको उड़ने मे समय लग सकता है।लेकिन यदि छत्ता छोटा है तो कुछ ही समय के अंदर वे भाग जाएंगी । और उसके बाद आप छत्ते को तोड़कर फेंक सकते हैं।
7.citronella बत्ती का प्रयोग करें
citronella एक प्रकार का ट्री होता है जिसकी धूपबत्ती बनाई जाती है।सिट्रोनेला मच्छरों और मधुमक्खियों पर काम करता है। यदि आपके अंदर मधुमक्खी है, तो आप उन्हें छोड़ने के लिए सिट्रोनेला का प्रयोग कर सकते हैं।
सिट्रोनेला से बनी बत्ती को आप मधुमक्खी वाले स्थान पर लगा सकते हैं हालांकि इनको भागने मे काफी समय लग सकता है। लेकिन आपको कुछ दिन सिट्रोनेला की बत्ती को मधुमक्खी जिस स्थान पर रहती हैं वहां पर जलाना होगा । यदि बारिश का मौसम है तो मधुमक्खी नहीं जा पाएंगी । लेकिन यदि आप सिट्रोनेला का प्रयोग करते हैं। सिट्रोनेला का पौधा घर के बाहर लगाना भी काफी फायदेमंद होता है। कारण यह है कि यह मच्छरों और मक्खी को आने से रोकता है।
8.पुदीना का प्रयोग से मधुमक्खी को भगाएं
पुदीना के अंदर बहुत ही तेज गंध होती है। और इसकी गंध को मधुमक्खी सहन नहीं कर सकती हैं। यदि आप अपने आस पास मधुमक्खी को नहीं चाहते हैं तो पुदिने के पौधों को लगा सकते हैं।यह आपके लिए काफी उपयोगी होते हैं। आप इनका प्रयोग खाने पीने मे कर सकते हैं।
इसके अलावा यदि आप पहले से मौजूद मधुमक्खी के छत्ते को हटाना चाहते हैं तो पुदिने के कुछ पत्तों को लें और उनको कूटलें । रस को पानी के अंदर मिलाएं और मधुमक्खी के छत्ते के आस पास रोजाना सुबह छिड़काव करें । ऐसा करने से मधुमक्खी कुछ दिन के अंदर वहां से भाग जाएगी ।
और आपके जिस स्थान पर अधिक मधुमक्खी आती हैं।वहां पर आप पुदीने को लगा सकते हैं। खास कर गार्डन वैगरह के अंदर लेकिन आपको बतादें कि मधुमक्खी परागण मे भी सहायक होती हैं। इसलिए उनको अनावश्यक रूप से ना रोके ।
9.दालचीनी का उपयोग
आपको बतादें कि दालचीनी एक प्रकार पीली और सुगंधित होती है।इसके फूल पीले और सुगंधित होते हैं। इनकी पतियों से तीखी गंध आती है। अक्सर इसका प्रयोग मसालों के रूप मे किया जाता है।
दाल चीनी की मदद से भी आप मधुमक्खी को भगा सकते हैं लेकिन इसका प्रयोग आपको लगातार सप्ताह तक करना होगा । आप पीसी हुई दालचीनी भी ले सकते हैं और इसको पानी के अंदर मिलाकर जिस स्थान पर मधुमक्खी ने अपना डेरा बना रखा है। छिड़काव करें और यह लगातार करें । इसकी तीखी गंध की वजह से मधुमक्खी अपने आप ही वहां का स्थान छोड़ने लग जाएंगी ।
इसके अलावा यदि आप अपने गार्डन को भी मधुमक्खी से बचाना चाहते हैं तो इसका प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि यह पूरी तरह से गार्डन से मधुमक्खी को भगाने मे सक्षम नहीं है लेकिन यह एक प्राकृतिक तरीका है।
10.मोथ बॉल्स
मोथ बॉल्स एक सफेदरंग की गोली होती है जो आपको आसानी से किसी भी स्टोर या फिर ऑनलाइन मिल जाएगी । इसकी मदद से आप आसानी से मधुमक्खी को भगा सकते हैं। इससे गंध निकलती है जिसको मधुमक्खी पसंद नहीं करती हैं। यदि कहीं पर मधुमक्खी का छत्ता है तो वहां पर कुछ मोथ बॉल को किसी कपड़े के अंदर लटका कर टांग दें ।ऐसा करने से मधुमक्खी को काफी परेशानी होगी और वे इसकी गंध को नहीं सहन कर पाएंगी व वहां से भाग जाएंगी ।
इसके अलावा यदि आपके यार्ड के अंदर मधुमक्खी आ रही हैं तो आप अपने यार्ड के विभिन्न स्थानों पर मॉथबॉल को लटका सकते हैं।जिससे मधुमक्खी का आना कम हो जाएगा ।
11.सिरका स्प्रे के प्रयोग से मधुमक्खी को भगाना
दोस्तों सिरका स्प्रे मधुमक्खी को बाहर निकालने मे काफी उपयोगी होता है। सिरके और पानी को बराबर मात्रा के अंदर मिलाएं और उसके बाद इनको एक बोतल के अंदर भरें । जहां भी आपको मधुमक्खी दिखें वहां पर इनको छिड़के । क्योंकि इससे मधुमक्खी मर जाती हैं। इसलिए जहां तक हो सके इसका प्रयोग ना करें ।यदि आप प्रयोग करते भी हैं तो पूरा छत्ता इससे नष्ट हो सकता है। जो आपको पाप का भागी बना सकता है। खैर जो मधुमक्खी मर चुकी हैं उनको आपको हटा देना चाहिए । और यदि आपके गार्डन वैगरह के अंदर मधुमक्खी आती हैं तो भी आप इसका प्रयोग कर सकते हैं। जिससे मधुमक्खी आना बंद हो जाएगी ।
12.मीठे सोडा की मदद से मधुमक्खी को भगाना
यदि आप अपने गार्डन के आस पास बहुत सारी मधुमक्खी को देखा है तो आप यह तरीका आजमा सकते हैं। आप सोड़े की बोतल को भरकर रखें और उसके बाद आप देखेंगे कि मधुमक्खी इसके अंदर डूबकर मर जाएगी । यह तरीका मधुमक्खी के छत्ते को हटाने मे कारगर नहीं है। लेकिन मधुमक्खी की संख्या को कम कर सकता है।
13.मधुमक्खी सूट का प्रयोग करें
मार्केट के अंदर विशेषप्रकार से बने हुए सूट आते हैं।जिनकी मदद से किसी भी तरह के मधुमक्खी के छत्ते को हटा सकते हैं। सबसे पहले आप इन सूट को खरीद कर लाएं और उसके बाद पहन लें । हाथों के अंदर प्लास्टिक के दस्ताने पहनें । उसके बाद मधुमक्खी के छत्ते को अपने हाथ से पकड़कर किसी दूसरे स्थान पर ले जाएं।या आप उस छत्ते को किसी ऐसे स्थान पर रख सकते हैं जहां आपको किसी तरह की समस्या पैदा ना करें ।और उसके बाद आप यह चैक करें कि मधुमक्खी आपके सूट पर कहीं चिपकी तो नहीं है। इसके लिए आप किसी दूसरे व्यक्ति की मदद ले सकते हैं। यदि मधुमक्खी कहीं चिपकी नहीं है या उन्होंने आपका पिछा छोड़ दिया तो उसके बाद आप उस सूट को निकाल सकते हैं।
हालांकि इस प्रकार के सूट केवल एक मधुमक्खी के छत्ते के लिए खरीदना उचित नहीं है।लेंकिन यदि आपके आस पास कोई मधुमक्खी पालक रहता है तो उनके यहां पर यह सूट मिल सकते हैं। जिसको आप एक बार किराये पर लेकर आ सकते हैं। या हो सकता है कि वह आपको फ्री मे ही देदे ।
types of honey bee मधुमक्खी कितने प्रकार की होती हैं ?
दोस्तों हम अपने घरों के अंदर जो मधुमक्खी देखते हैं वह कॉमन मधुमक्खी होती है।वास्तव मे मधुमक्खी के कई सारे प्रकार होते हैं। जिनके बारे मे भी आपको जान लेना चाहिए ।मधुमक्खी का वैज्ञानिक नाम एपिस मेलिफेरा है।20,000 से अधिक मधुमक्खी की प्रजातियां हैं और आपको बतादें कि मधुमक्खी के पूर्वज 80 मिलियन से अधिक वर्षों से धरती पर हैं।और इतने समय के बाद भी यह आजतक जीवित हैं।
एपिस, हनी के अंदर कम से कम 44 मधुमक्खी प्रजातियां आती हैं। यह शहद उत्पादन ,मोम के लिए जानी जाती हैं। यह कई तरह की कालोनियों के अंदर रहती हैं। और रानी के साथ रहती हैं।इनका अपना अनूठा व्यवहार होता है।
एपिस मेलिफेरा Apis Mellifera
एपिस मेलिफ़ेरा एक ऐसी मधुमक्खी है जो दुनिया के अंदर सबसे अधिक पाई जाती है। यह काफी व्यापक रूप से वितरित है।यह धारीधार होती हैं और इनका उदर पीला होता है।यह मधुमक्खी मनुष्य के पालने के लिए सबसे अधिक उपयुक्त होती हैं।यह लगभग हर प्रकार की जलवायु के अंदर रह कर हमारी प्रागण और शहद उत्पादन की आवश्यकताओं को पूरा करती हैं।संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया के अंदर भी इनको पाला जाता है।
एपिस मेलिफेरा मेलिफेरा Apis Mellifera Mellifera
जर्मन शहद मधुमक्खी प्रजाति के नाम से भी इसको जाना जाता है।यह मधुमक्खी छोटा होता है और काले रंग का होता है।यह एक बुमेर है, क्योंकि जब जर्मन और इतालवी किस्मों की नस्ल होती है।
एपिस मेलिफेरा लिगुइस्टिका Apis Mellifera Liguistica
यह सबसे अधिक पालतू बनाई जाने वाली मधुमक्खी मे से एक है।इटली मे यह हिमयुग से ही पाली जा रही है।यह गर्म जलवायु के अनुकूल है।इतालवी मधुमक्खियों को उनके कोमल स्वभाव और शहद, ब्रूड और मोम के मेहनती उत्पादन के कारण दुनिया भर में अन्य किस्मों के साथ पाला जाता है।
एपिस मेलिफेरा कार्निका Apis Mellifera Carnica
इस मधुमक्खी की उत्पति उत्पत्ति पूर्वी यूरोप में ऑस्ट्रिया, हंग्री, बुल्गारिया और बोस्निया और सर्बिया के अंदर हुई थी।यह किस्म अन्य प्रजातियों की तुलना मे छोटी होती है। इसके शरीर पर बालों की अधिक मात्रा की वजह से ग्रे दिखती है।यह मधुमक्खी कोमल होती हैं और वे अपने आक्रमक व्यवहार के लिए भी जानी जाती हैं।इसके अलावा इन मधुमक्खी की सबसे बड़ी बात यह है कि वसंत के अंदर यह कॉलोनी को काफी तेजी से बढ़ाती है और यह अपनी तेज बढ़ोतरी के लिए जानी जाती है।
एपिस मेलिफेरा कॉकेशिका Apis Mellifera Caucasica
यह काकेशस क्षेत्र के मूल निवासी है। और यह बालों की वजह से ग्रे दिखाई देती है।वे काफी हल्के स्वाभाव वाली होती हैं और अपनी कालोनियों को काफी धीमी गति से निर्माण करती हैं।यह उत्तरी यूरोप की खराब जलवायु के अंदर रहती हैं।
एपिस डोरसाटा Apis Dorsata
दक्षिण पूर्व ऐशिया के अंदर पाया जाने वाली यह मधुमक्खी अन्य मधुमक्खी की तुलना मे काफी बड़ी होती है।एपिस मेलिफ़ेरा के विपरीत , उनकी कॉलोनियां संलग्न गुहाओं में घोंसला नहीं बनाती हैं, लेकिन पेड़ों और चट्टानी चट्टानों के नीचे लटकती हैं।
इनका शहद अधिक उंचाई पर होने की वजह से उस तक पहुंचना आसान नहीं होता है तो उसे बिना किसी सुरक्षा के तोड़ा जाता है। हालांकि यह एक रिस्की तरीका होता है। जरा सी असावधानी की वजह से मौत तक हो सकती है।
एपिस सेराना Apis Cerana
एशियाई या पूर्वी या हिमालयी शहद मधुमक्खी दक्षिण पूर्व एशिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, पिलिपिनेस और जापान में उत्तरी भारत मे यह देखने को मिलती है।इन मधुमक्खी को भी शहद के लिए पाला जाता है और आयात किया जाता है। लेकिन इनकी इनका आयात उतना अधिक सफल नहीं रहा है।यह मधुमक्खी यूरोपियन मधुमक्खी की तुलना मे ठंड से आसानी से बच सकते हैं।वे एक तंग क्लस्टर में बड़े शिकारी के आस-पास करते हैं, और अपनी पंख की मांसपेशियों को तीव्रता से कंपन करते हैं।
एपिस मेलिफेरा स्कुटेलटाटा Apis Mellifera Scutellata
यह एक अफ्रिकी मधुमक्खी प्रजाति है।यह मधुमक्खी की काफी आक्रमक प्रजाति है। यह जबरन अपनी रानी को मार देती हैं और उसके बाद अन्य कॉलोनियों पर कब्जा कर लेती है। आक्रमक होने की वजह से इनको पालना काफी कठिन होता है।
एपिस मेलिफेरा इबेरेंसिस Apis Mellifera Iberiensis
ये एक छोटी काली मधुमक्खी हैं जो अधिकतर इबेरियन प्रायद्वीप के अंदर देखने को मिलती है। इतालवी मधुमक्खी के क्षेत्र के अंदर पाये जाने के बाद भी यह अभी भी अनुवांशिक रूप से शुद्ध है।क्योंकि इन मधुमक्खी के ड्रोन अपनी ही क्वींन के साथ संभोग करने वाले होते हैं। यह अपने क्षेत्रे के अंदर 24 घंटे गस्त भी करते हैं। ताकि यदि कोई घुसबैठिया आए तो उसे आसानी से मारकर भगा दिया जाए ।
रानी मधुमक्खी क्या है ?
दोस्तों जैसा कि आपको पता ही होगा कि हर कॉलोनी के अंदर रानी मधुमक्खी होती है।एक छत्ते के अंदर अंडे का उत्पादन करने वाली यह एक मात्र मादा मधुमक्खी होती है। और मजदुरों के द्धारा पराग को घर लाया जाता है। वसंत के अंदर अंडे का उत्पादन शूरू हो जाता है। एक रानी आमतौर पर एक बार मे 2000 से अधिक अंडे देती है। और एक रानी आमतौर पर 5 साल तक जीवित रहती है।
लेकिन उसकी उपयोगिता अवधि दो साल से अधिक नहीं होती है।और पुरानी रानी को बिना किसी मधुमक्खी पालक के ज्ञान के बदल दिया जाता है। और यह कार्य श्रमिकों के द्धारा किया जाता है। हालांकि रानी को खरीदा भी जा सकता है। कुछ अनुभवी लोग रानी को पालते हैं।
रानी मधुमक्खी एक विशेष प्रकार का फेरोमोन का उत्पादन करती है।यह रानी के द्धारा पूरे छत्ते के अंदर पारित किया जाता है।यदि किसी रानी मधुमक्खी को कॉलोनी से निकाल दिया जाता है तो श्रमिक इस फेरोमोन के स्तर के अंदर गिरावट का अनुभव करेंगे और श्रमिक जल्दी से जल्दी एक रानी को कॉलोनी के अंदर लाने का प्रयास करेंगे ।जिसको अपातकालिन रानी के नाम से जाना जाता है। फेरोमोन की अनुपस्थिति श्रमिकों के अंडाशय के विकास को रोकती है। और रानी की गुणवकता इस बात पर निर्भर करती है कि वह कितना फेरोमोन का उत्पादन कर रही है। यदि श्रमिक अपर्याप्त खुराक का अनुभव करते हैं तो वे जल्दी ही उस रानी को सस्पेंड कर देंगे ।
श्रमिक मधुमक्खी कौन होते हैं ?
श्रमिक मधुमक्खी छोटी होती हैं। यह मादा होती हैं लेकिन प्रजनन करने मे असमर्थ होती हैं।और श्रमिक जब अंडे देते हैं तो वह ड्रोन के अंदर विकसित होते हैं।
- आपको बतादें कि श्रमिक मोम का स्त्राव करते हैं। जिससे छत्ता बनता है।
- वे रानी मधुमक्खी को खिलाने के लिए पराग को लेकर आते हैं।
- वे लार्वा और रानियों की जरूरतों को भी पूरा करते हैं।
- परिपक्व लार्वा की कोशिकाओं को कैप करते हैं और छत्ते से मलबे और मृत मधुमक्खियों को हटाते हैं।
- श्रमिक मधुमक्खियां घुसपैठियों के खिलाफ छत्ते का बचाव करती हैं और छत्ते को गर्म, ठंडा और हवादार बनाए रखते हैं।
- इनके अंदर तीन सरल आंखे होती हैं और जीभ अच्छी तरह से विकसित होती है।ताकि यह पराग को अच्छे से पहचान समझ सकें ।
- वसंत और शुरुआती गर्मियों में मे जो श्रमिक होते हैं वे पांच से छ सप्ताह तक ही जीवित रहते हैं।
- ड्रोन मधुमक्खी क्या होता है ?
- नर मधुमक्खी को ड्रोन के नाम से जाना जाता है। और यह बड़े और नेत्रहीन व घुमक्कड होते हैं।
- इनके पास श्रमिकों या रानी की तुलना में थोड़ा अधिक एंटीना होता है।
- यह मोम का उत्पादन करते हैं। यह सीधे शहद का भोजन करते हैं या फिर श्रमिकों से भोजन की मांग करते हैं।
- ड्रोन का मुख्य कार्य केवल रानी के साथ संभोग करने का होता है।
- नई रानियों के आने के बाद ड्रोन का पालन शुरू हो जाता है। यह रानी के पास अपना समय बीताते हैं।
- ड्रोन दिन मे खाते और आराम करते हैं।
गर्मियों के अंदर जब खाने के अंदर गिरावट हो जाती है तो ड्रोन का उत्पादन बंद हो जाता है और सर्दियों से पहले श्रमिकों द्धारा ड्रोन को छत्ते से बाहर निकाल दिया जाता है।और एक ऐसी कॉलोनी जिसने अपनी रानी को खो दिया है तो वह अधिक ड्रोन का उत्पादन करेगी । और जब ऐसा होता है तो पूरी कॉलोनी बरबाद हो जाती है।
मधुमक्खी शाकहारी होती हैं ?
हां मधुमक्खी शाकहारी होती हैं और वे अपना पोषण ,फूलो ,पराग और अमृत से प्राप्त करती हैं।हालांकि हो सकता है कि कुछ मधुमक्खी लार्वा का सेवन करें । लेकिन मधुमक्खी का शरीर पूरी तरह से शाकहारी चीजों के लिए निर्मित होता है।
मधुमक्खी का डंक क्या होता है
जैसा कि आपको पता ही होगा कि मधुमक्खी के पास एक डंक होता है। यदि हम कई बार गलती से उसके छत्ते को छेड़ देते हैं तो फिर वह अपने डंक का इस्तेमाल हमारे उपर भी करती है। मधुमक्खी के द्धारा डंक मारने के लिए स्टिंगर का प्रयोग होता है। मधुमक्खी के पास एक कांटा होता है जोकि मानव की त्वचा को आसानी से भेद सकता है। और जब मधुमक्खी किसी को डंक मारती है तो उसके पेट के अंदर एक विषैली थेली होती है। यह फट जाती है। जिसकी वजह से उसकी कुछ देर के अंदर मौत भी हो जाती है।
हालांकि शहद वाली मधुमक्खी इतनी जल्दी आक्रमक नहीं होती हैं।वैसे आपको बतादें कि रानी मधुमक्खी को कांटा नहीं होती है लेकिन वे प्रतिद्वंद्वी मधुमक्खी को डंक मार सकती हैं। और कभी कभी किसी के गलत व्यवहार की वजह से भी वह ऐसा कर सकती हैं।
पीला चेतावनी का रंग होता है
अक्सर आपने देखा होगा कि तैतया और मधुमक्खी का रंग पीला होता है । यह एक तरह से चेतावनी का रंग होता है। यह रंग इस बात का संकेत देता है कि कीट अधिक खतरनाक हो सकते हैं। और इनको छेड़ना काफी घातक साबित हो सकता है।
मधुमक्खी के जबड़े
घर में मधुमक्खी का छत्ता लगाना कैसा होता है ?
कनेर का पौधा घर मे लगाना कैसा होता है शुभ या अशुभ
आपके घर में अमरूद का पेड़ शुभ या अशुभ Guava tree in house
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घर में आम का पेड़ शुभ या अशुभ mango tree in house
नींबू का पौधा शुभ या अशुभ घर मे नींबू का पौधा कैसा होता है ?
आपको बतादें कि मधुमक्खी के जबड़े काफी मजबूत होते हैं।वे अपने जबड़े की मदद से मोम को हेरे फेर कर सकते हैं। इसके अलावा छत्ते के उपर का मलबा को हटाने के लिए भी वे अपने जबड़े का प्रयोग कर सकते हैं। और मधुमक्खी कई बार घुसबैठियों पर हमला करने के लिए भी अपने जबड़े का प्रयोग करती हैं।
मधुमक्खी मे मोम की ग्रंथियाँ
मधुमक्खी के नीचे मोम की ग्रंथियां होती हैं। जिसकी मदद से वह शहद का निर्माण करती हैं।आपको बतादें कि मधुमक्खी को एक पाउंड मोम का उत्पादन करने के लिए 8 पाउंड शहद का सेवन करना होता है। वैसे एक मधुमक्खी के लिए बड़ा छत्ता बनाना संभव नहीं है लेकिन बहुत सारी मधुमक्खी होती हैं जो मिलकर मोम का उत्पादन करती हैं जिससे छत्ता बनता है।
मधुमक्खी की जीभ लंबी होती है
दोस्तों मधुमक्खी के पास एक लंबी जीभ होती है।जिसकी मदद से वह फूलों के अंदर मौजूद शहद को आसानी से चाट सकती है। यदि आप सूक्ष्मदर्शी से देखेंगे तो यह आपको काफी लंबी दिखाई देगी ।
मधुमक्खी का एंटिना
आपने मधुमक्खी का ऐंटिना देखा ही होगा । असल मे यह मधुमक्खी के लिए बहुत ही काम की चीज होता है।इसके अंदर हजारों संवेदी कोशिकाएं होती हैं। जिसकी मदद से वह गंध को आसानी से पहचान सकती है और इसकी मदद से ही मधुमक्खी अपने से दूर उड़ते सदस्यों से संवाद कर पाती है।
मधुमक्खी की आंखें
आपको बतादें कि मधुमक्खी की आंखों के अंदर 6500 से अधिक पहलू होते हैं। जिसकी मदद से वे उपर नीचें आसानी से देख सकती हैं।और मधुमक्खी लाल रंग को छोड़कर बाकी सभी रंगों को देख सकती हैं।जिनको हम देख सकते हैं।सिर्फ इतना ही नहीं है। मधुमक्खी यूवी लाईट के ध्रुवीकरण का भी पता लगा सकती हैं।
एक मजूदर मधुमक्खी के पंख
दोस्तों मजदूर मधुमक्खी के पंख काफी अच्छे होते हैं। वे अपने पंखों से 3 मील की दूरी तय कर सकते हैं और प्रतिघंटे 15 मील तक की दूरी तय कर सकते हैं।और जब मधुमक्खी को आराम करना होता है तो वह अपने पंखों को समेट भी सकती है। और जरूरत पड़ने पर वापस खोल सकती है।
मधुमक्खी भागने का उपाय लेख के अंदर हमने मधुमक्खी को भगाने के कई तरीकों के बारे मे जाना इसके अलावा मधुमक्खी के प्रकार के बारे मे भी जाना यदि आपका कोई सवाल है तो नीचे कमेंट करके बताएं ।