castor oil kya hota hai castor oil ka fayda or nuksan

castor oil kya hota hai , castor oil matlab kya hota hai कैस्टर ऑयल का मतलब क्या होता है  castor oil को हिंदी मे हम अरंडी के तेल के नाम से भी जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । अरंडी का तेल काफी फायदेंमंद होता है। और यह कई तरह की समस्याओं के अंदर काम आता है।इस लेख के अंदर हम आपको castor oil  के बारे मे विस्तार से बताने वाले हैं। यह तेल अरंडी के बीजों से निकाला जाता है। ‌‌‌इसको वनस्पति ऑयल के नाम से भी जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे अरंडी एक छोटी बारहमासी झाड़ी होती है। और इसकी पतियां काफी बड़ी होती है। हालांकि यह एक कमजोर झाड़ी होती है। शायद आपने इसको कहीं पर देखा भी होगा आप फोटो मे देखकर इस बारे मे अनुमान लगा सकते हैं।

यह पेड़ मूलतः दक्षिण-पूर्वी भूमध्य सागर, पूर्वी अफ़्रीका एवं भारत की उपज है, किन्तु अब उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में खूब पनपा और फैला हुआ है। वैसे अरंडी का तेल दुर्गंध युक्त नहीं होता है।इसके अलावा आपको बतादें कि यह शल्य चिकित्सा के अंदर भी प्रयोग किया जाता है। खास कर नेत्र शल्य चिकित्सा के ‌‌‌ अंदर इसका प्रयोग होता है। इसके अलावा घरो मे हम जो साबुन का प्रयोग करते हैं उनके अंदर अंरडी का तेल ही प्रयोग किया जाता है। अरंड़ी तेल बाह्य रूप मे, दाद, खुजली आदि के अंदर भी इसका प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा इसका प्रयोग पेट दर्द और तीव्र दर्द और पाचन की समस्याओं को कम करने के लिए भी किया ‌‌‌ जाता है।

‌‌‌अरंडी का तेल कैसे बनता है ? castor oil kya hota hai

दोस्तों अरंडी का तेल निकालने के लिए अरंडी के बीजों की आवश्यकता होती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।वैसे आपको बतादें कि अरंडी का 90 फीसदी उत्पादन गुजरात के अंदर होता है। इसलिए अधिकतर अरंडी का तेल निकाल ने वाले कारखाने गुजरात के अंदर ही ‌‌‌ हैं।

 ‌‌‌यदि हम अरंडी के बीजों से ऑयल निकालने की बात करें तो भारत के अंदर अरंडी की कुछ इस प्रकार की किस्मे पाई जाती हैं जिनकी मदद से 30 से 50 फीसदी तक तेल निकाला जा सकता है। अरंडी का तेल निकालने के लिए सबसे पहले बीजों को सूखाया जाता है ताकि उसके उपर का आवरण खुल जाए । उसके बाद मैकेनिकल प्रेसिंग, साल्वेंट एक्सट्रैक्शन जैसी विधियों का प्रयोग अरंडी के बीज से तेल निकालने के लिए किया जाता है। उसके बाद बीजों के आवरण को अलग किया जाता है। यह काम मैन्यूअली किया जा सकता है। या फिर इस काम के लिए मशीन भी हो सकती है। छड़ें, पत्तियां, रेत, गंदगी आदि को बीज से अलग किया जाता है।

‌‌‌उसके बाद बीजों को एक कैन्वेयर बैल्ट पर डाला जाता है। जिसकी मदद से लौहे वैगहर अलग हो जाते हैं। इसके लिए एक चुंबक का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌उसके बाद बीजों से नमी को दूर करने के लिए बीजों को एक भाप के जैकेट के अंदर डाला जाता है। और उसके बाद बीजों से तेल को निकाला जाता है। इसके लिए एक हाइड्रोलिक मशीन का प्रयोग किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

castor oil को हम कहां से खरीद सकते हैं ? castor oil kya hota hai

castor oil kya hota hai

दोस्तों यदि आप castor oil  को खरीदना चाहते हैं तो आप इसको बहुत ही आसानी से खरीद सकते हैं। यह आपको लगभग सभी ऑफलाइन स्टोर पर मिल जाएगा । इसके अलावा यदि आप इसको अपने लोकल स्टोर से खरीदना चाहते हैं तोभी आप इसको खरीद सकते हैं। यह आपको बहुत ही आसानी से मिल जाएगा ।

castor oil के फायदे के बारे मे भी हम आपको बताने वाले हैं। जिससे कि आपको पता चले कि castor oil का यूज करने से आपको क्या क्या फायदे हो सकते हैं ? तो आइए जानते हैं इनके फायदे के बारे मे विस्तार से ।

castor oil के फायदे के कब्ज के अंदर , castor oil matlab kya hota hai

दोस्तों कब्ज एक आम प्रकार की समस्या बन चुकी है। कब्ज के अंदर castor oil काफी फायदेमंद होता है। यह कब्ज से राहत देने का काम करता है। यदि आपको भी कब्ज की समस्या रहती है तो castor oil का सेवन करें । यह आपको कब्ज से राहत देने का काम करेगा जोकि आपके लिए ‌‌‌ एक अच्छी बात होगी ।

वैसे आपको बतादें कि कब्ज पेट की एक समस्या होती है जिसके अंदर मरीज रोजाना मल का त्याग नहीं कर पाता है। मल पेट मे काफी कठोर होने की वजह से बाहर नहीं निकल पाता है। कब्ज कुछ लोगों को कुछ समय के लिए ही होती है और उसके बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है। लेकिन कुछ लोगों को ‌‌‌ काफी समय के लिए कब्ज रहती है। कब्ज को नजर अंदाज करना काफी घातक हो सकता है। कारण यह है कि यह मल द्धार के अंदर घाव पैदा कर सकती है। इसके अलावा यदि आप घंटों टॉयलेट के अंदर बैठे रहते हैं तो फिर नसों पर दबाव पड़ता है जिसकी वजह से नसें भी सूज सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस ‌‌‌ वजह से बवासीर की समस्या हो सकती है।

इसलिए यदि आपको कब्ज की समस्या नजर आती है तो फिर आपको चाहिए कि आप सबसे पहले इसको घरेलू उपायों से ठीक करने की कोशिश करें। इसके अंदर ही अरंडी का तेल आता है। लेकिन यदि आपको घरेलू उपायों से कोई आराम नहीं आता है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से ‌‌‌ परामर्श करें । वे आपको कुछ दवाएं दे सकते हैं। जिसकी मदद से आपको मल त्याग करने मे काफी आसानी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌यदि आपको कब्ज की समस्या है तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को दिखाएं और समस्या से तुरंत ही छूटकारा पायें। वैसे यह इतनी अधिक गम्भीर समस्या नहीं है। लेकिन यदि आप अपने खाने पीने को सही से करते हैं । और पानी युक्त चीजों का अधिक सेवन करें तो कब्ज की समस्या का समाधान हो जाएगा ।

‌‌‌यदि हम कब्ज के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि आपको कब्ज हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌कब्ज की वजह से मल काफी सख्त हो जाता है और अधिक जोर लगाना पड़ता है जबकि सामान्य दशा के अंदर मल सख्त नहीं होता है वरन आसानी से बाहर निकल जाता है।
  • जिन लोगों को कब्ज होता है वे लैट्रिंग करने ही नहीं जाते हैं क्योंकि उनको इसका किसी तरह का अनुभव नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना ‌‌‌ चाहिए ।
  • ‌‌‌जिन लोगों की जीभ मटमैली हो जाती है और मुंह का स्वाद बिगड़ा रहता है उनको कब्ज ही समस्या हो सकती है। अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • इसके अलावा कब्ज होने पर भूख नहीं लगती है और उल्टी और मतली होने लग जाती है।
  • पेट में सूजन या पेट दर्द आदि भी कब्ज के लक्षणों में आते हैं।

‌‌‌इसके अलावा कब्ज से बचाव के लिए हम आपको कुछ टिप्स के बारे मे बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप कब्ज से बचाव कर सकते हैं और यह आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है । तो आइए जानते हैं इन टिप्स के बारे मे विस्तार से

  • फल, सब्जियाँ, फलियाँ, और साबुत अनाज आदि का सेवन आपको करना चाहिए क्योंकि यह कब्ज को कम करने का काम करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको पानी का अधिक सेवन करना चाहिए । पानी कब्ज को कम करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको कैफिन के सेवन करने से बचना चाहिए।  चाय और कॉफी का उपयोग कम करना चाहिए । यह कब्ज की समस्या को काफी अधिक बढ़ा सकते हैं।
  • प्रेशर बने तो लैट्रिग या मल का त्याग आवश्य ही करें । किसी तरह की समस्या के अंदर ना फंसे ।

castor oil ‌‌‌के फायदे ‌‌‌बालों के लिए

castor oil की यदि हम बात करें तो यह आपके बालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। एक तो इसको बालों पर लगाने से बालों की ग्रोथ रेट अच्छी होती है। और इसके अलावा यदि बालों के अंदर डेंड्रफ की समस्या है तो वह भी आसानी से दूर हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे भी आजकल हर इंसान चाहता है कि उसके बालों को अच्छी ग्रोथ रेट मिले । इसके लिए वह कई तरह के शैंपू और तेल का यूज करता है। अरंडी का तेल काफी फायदेमंद हो सकता है। यह बालों को बेहतर बनाने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यह आपके बालों को घना बनाने का काम करता है। यदि आपको घने बाल चाहिए  तो अरंडी के तेल का इस्तेमाल करें। यही आपके लिए काफी फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌आपकी पलकों को काफी सुंदर बना सकता है

दोस्तों अरंडी के तेल के बारे मे यह कहा जाता है कि यह आपकी पलकों को घना और सुंदर बना सकता है। यदि आप एक महिला हैं तो आपके लिए सुंदरता काफी अधिक मायेने रखती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे भी महिलाएं अपनी पलाकों को सुंदर करने के लिए कई तरह ‌‌‌ के प्रयास करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌मुंहासें के अंदर अरंडी का तेल काफी फायदेमंद होता है।

दोस्तों मुंहासे के बारे मे आपको पता होना चाहिए । मुंहासे चेहरे को पूरी तरह से खराब कर देते हैं और चेहरे की सुंदरता को बिगाड़ कर रख देते हैं। इसमें मौजूद रिसिनोलिक एसिड मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को रोकने में मदद कर सकता है । और इस तरह ‌‌‌ से यह मुंहासों के जोखिम को कम करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

मुंहासे या पिटिका आमतौर पर 13 वर्ष से शूरू होकर 30 वर्ष तक हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।वैसे आपको बतादें कि मुंहासे कई प्रकार के होते हैं जैसे पस दार मुंहासे और कील के रूप मे मुंहासे और काले खूंट के रूप मे मुंहासे ।

‌‌‌यह पहले एक तरह से छोटे छोटे दानों के रूप मे बढ़ते रहते हैं और यह आमतौर पर चेहरे पर हो सकते हैं। हालांकि यह शरीर के अन्य हिस्सों के अंदर भी हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

ऐलोपैथिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार मुंहासों का कारण की बात करें तो रोम छिद्र के रूक जाने की वजह से होता है। और इनसे निकलने वाला द्रव अंदर एक त्रित हो जाता है और इसकी वजह से यह एक मुंहासे का रूप लेलेता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे मुंहासे पैदा होने के कई सारे कारण होते हैं। जिनके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

  • यदि आप कोई एक्सपायरी क्रीम का यूज करते हैं तो इससे भी मुंहासे हो सकते हैं।
  • इसके अलावा यदि आप नींद को पूरी तरह से प्रयोग नहीं कर पाते हैं तो इसकी वजह से मुंहासे हो ‌‌‌ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा हार्मोन के अंदर बदलाव की वजह से भी मुंहासे हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप तनाव के अंदर हैं तो इसकी वजह से भी आपको मुंहासे हो सकते हैं।

‌‌‌यदि शरीर पर मुंहासे हो चुके हैं तो इसके लिए आप कुछ टिप्स को अपना सकते हैं और मुंहासे को कम कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इनसे जुड़े कुछ टिप्स के बारे मे ।

  • ‌‌‌यदि आपको मुंहासे दिखाई देते हैं तो आपको चाहिए कि आप एक बार अपने किसी चर्म रोग डॉक्टर से परामर्श करें और वह जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि आपको मुंहासे की समस्या है तो तेल मसाले आदि का सेवन ना करें। और अधिक मात्रा मे पानी पिएं कब्ज ना होने दें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप मेकअप करते हैं तो उस ब्रश को अच्छी तरह से धोएं और बैक्टिरिया को नहीं पनपने देना है आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌यदि आप चेहरा धोने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं तो इसके लिए आपको एक अच्छे साबुन का यूज करना चाहिए जोकि आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि मुंहासे अधिक हो चुके हैं तो अपने बालों मे तेल कुछ दिन के लिए नहीं लगाना चाहिए।  जिससे कि आपको काफी हद तक राहत मिलेगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌खांसी के अंदर अरंडी का तेल फायदे

‌‌‌खांसी के अंदर अरंडी का तेल फायदे

दोस्तों खांसी एक प्रकार की आम समस्या होती है। खांसी की समस्या हर किसी को हो सकती है। जुकाम की वजह से खांसी हो सकती है क्योंकि फेफड़ों के अंदर कफ जम जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।7 मिली अरंडी के तेल में 500 मिलीग्राम अरंडी के पत्ते क्षार मिलाये और इसके अंदर समान मात्रा मे गुड़ मिलाकर सेवन करना चाहिए । इससे काफी अधिक फायदा होगा और सामान्य खांसी की जो समस्या होगी । वह अपने आप ही दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि खांसी एक आम प्रकार की समस्या होती है। गले मे बलगम और सूक्ष्मजीवों की उपस्थिति और रोगाणु आदि को बाहर निकालने के लिए खांसी आती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।हालांकि खांसी कई बार काफी गम्भीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इसके अलावा यदि आम खांसी है तो यह ‌‌‌ अपने आप ही ठीक हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

खांसी प्रदूषण, गैस्ट्रोएसोफैगेल रीफ्लक्स डिज़ीज़ (गर्ड), दम घुटना, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, फेफेडों में ट्यूमर आदि की वजह से भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यदि आपको खांसी आती है तो डॉक्टर आपकी खांसी के कारण को जानने की कोशिश करते हैं और उसके बाद उसका उपचार करने की कोशिश ‌‌‌ करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि खांसी कई प्रकार की होती है। जैसे कुछ खांसी रात के अंदर आती है तो कुछ खांसी बलगम के साथ आती है तो कुछ खांसी सूखी ही होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । खांसी के प्रकार के आधार पर इसका इलाज किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌खांसी के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। जिनके बारे मे हम आपको विस्तार से बताने वाले हैं। खांसी के लक्षण कुछ अलग अलग हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं खांसी के लक्षणों के बारे मे हालांकि खांसी के लक्षणों को अलग से बताने की कोई आवश्यकता नहीं है।

  • बुखार, ठंड लगना, बदन दर्द, गले में खराश, मतली, उल्टी, सिरदर्द, साइनस में दबाव, नाक बहना, रात में पसीना आना आदि आमतौर पर किसी तरह के संक्रमण का परीणाम होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और अपने डॉक्टर से उपचार करवाया जाना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा कई बार आप ऐसे किसी वातावरण के अंदर जाते हैं जोकि काफी दूषित होता है और उसके अंदर जाने से खांसी आती है। तो इस तरह की खांसी एलर्जी की वजह से हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको किसी तरह के वातावरण से एलर्जी है तो आपको चाहिए कि आप उस वातावरण से आपको दूर रहना चाहिए । और आप यदि उस वातावरण से दूर रहते हैं तो आपकी खांसी कम हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यदि धुम्रपान की वजह से खांसी आती है तो आप धुम्रपान को कम किया जा सकता है। और ‌‌‌ उसके बाद खांसी के अंदर सुधार लाया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌यदि किसी इंसान को लंबे समय तक फेफड़ों की बीमारी है तो उसको खांसी आ सकती है। फेफड़ों की बीमारी का इलाज अपने डॉक्टर से किया जाना चाहिए ताकि खांसी से छूटकारा मिल सके । यह बीमारी पर निर्भर करता है कि बलगम आएगा या नहीं ।
  • अगर खांसी लंबे समय से हो रहे साइनस संक्रमण की समस्या है तो इसकी वजह से बलगम बनने लग जाता है जिसकी वजह से खांसी हो सकती है। साइनस संक्रमण का इलाज करने पर खांसी ठीक हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा कुछ दवाएं इस प्रकार की भी होती है जोकि खांसी को बढ़ाने का काम करती हैं या उनकी वजह से खांसी आने लग जाती है। यदि आप इस तरह की दवाएं लेते हैं तो आप यदि उन दवाओं को छोड़ देते हैं तो खांसी अपने आप ही ठीक हो जाती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा कई बार खांसी फेफड़ों का कैंसर होने की वजह से भी हो सकता है। यह फेफड़ों का कैंसर की शूरूआत होने की वजह से खांसी हो सकती है और बाद मे खून भी आ सकता है।इसके अलावा थकान होना भूख कम होना आदि लक्षण प्रकट हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यूआरटीआई  को स्वशन तंत्र का संक्रमण कहा जाता है इसकी वजह से खांसी हो सकती है। यदि आप इसका इलाज करवाते हैं तो खांसी ठीक हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • धूल, पालतू जानवरों की रूसी, छोटे कण, औद्योगिक कैमिकल, प्रदूषण, सिगरेट और पाइप स्मोक और फंगल संक्रमण टीबी आदि की वजह से भी खांसी हो सकती है। इस तरह से हम देख सकते हैं कि खांसी के कई सारे कारण हो सकते हैं। जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर पहले यह देखता है कि आपको खांसी किसी वजह से आ रही है ? ‌‌‌ और उसके बाद उस खांसी का इलाज किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌खांसी के बचाव के लिए हम क्या कर सकते हैं ? इसके उपर भी हम थोड़ी चर्चा कर लेते हैं। दोस्तों खांसी जुकाम की वजह से हो सकती है। तो इन सब चीजों को रोका नहीं जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।लेकिन आप कुछ उपाय कर सकते हैं जिससे कि खांसी के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

  • ‌‌‌जितना हो सके उन लोगों से दूर रहे जिनको जुकाम है वरना यह जुकाम आपको भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि आप धूम्रपान ना करना चाहिए।  क्योंकि इससे खांसी की समस्या काफी अधिक बढ़ सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌यदि आपके घर मे है और धूम्रपान करता है तो उससे दूर रहे और कार्यस्थल पर भी कोई धूम्रपान करता है तो उससे भी दूर रहने का प्रयास करें । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • यदि आपकी उम्र 65 से अधिक है तो आपको अस्थमा जैसी बीमारी के लिए आपको टीका जरूर ही लगाना चाहिए जिससे कि आपकी समस्या काफी कम हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌यदि कोई इंसान लंबे समय तक फेफड़ों से जुड़ी बीमारी की दवा ले रहा है तो उसको डॉक्टर के निर्देश का पूर्ण पालन करें जब तक की समस्या ठीक नहीं हो जाता है।

काले धब्बे साफ़ करने मे मदद करता है अरंडी का तेल

दोस्तों चेहरे के लिए काले धब्बे एक तरह की समस्या होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । काले धब्बे चेहरे की सुंदरता को काफी अधिक प्रभावित करते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि चेहरे की सुंदरता को आप बढ़ाना चाहते ‌‌‌ हैं तो आपको चाहिए कि आप काले धब्बों पर नारियल का तेल और अरंडी का तेल मिक्स करके लाएं । इससे समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी ।गर्मियों के मौसम (Summer season) में चेहरे पर काले दाग धब्बे हाइपरपिग्मेंटेशन  की वजह से होता है। जब त्वचा जरूरत से अधिक मेलेनिन  का उत्पादन करने लग जाती है ।

हार्मोनल चेंजेज, एजिंग और सन एक्सपोजर की वजह से होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इसके बारे मे अच्छी तरह से समझ सकते हैं। डायबिटीज जिन मरीजों को होता है उनके चेहरे पर काले दाग धब्बे हो सकते हैं। इसलिए डायबिटीज का समय पर इलाज किया जाना चाहिए।  नहीं तो वैसे भी यह समस्या को और ‌‌‌ अधिक बढ़ा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

एक्जिमा, सोरायसिस, मुहांसे या चोट  आदि की वजह से त्वचा मे सूजन आ सकता है जिसकी वजह से चेहरे पर दाग और धब्बे आ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

नॉन स्टेरॉयडल इंफ्लेमेटरी दवाइयां, टेट्रासाइक्लिन और साइकोट्रोपिक दवाएं  भी आपके चेहरे पर दाग धब्बे पैदा कर सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

हार्मोनल बदलाव की वजह से भी यह समस्या हो सकती है। खास कर महिलाओं के अंदर यह समस्या देखने को मिल सकती है।

‌‌‌गठिया के अंदर अरंडी के तेल के फायदे

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यदि आपको गठिया की समस्या है तो अरंडी का तेल से आप मालिस कर सकते हैं। जिससे कि गठिया की समस्या से आपको राहत मिल सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि गठिया जोड़ों की सूजन होती है। इसके अंदर जोंड़ सूज जाते हैं और इसकी वजह से जोड़ों मे काफी अधिक दर्द होने लग जाता है। और यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो इसकी स्थिति काफी अधिक बदरतर होती चली जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यह जो रोग है वह 60 साल की उम्र से अधिक के लोगों मे होता है और पुरूष की तुलना मे महिलाओं को काफी अधिक प्रभावित करता है। हालांकि कम उम्र के लोगों के अंदर भी यह कई बार देखने को मिल सकता है।

‌‌‌यदि हम गठिया के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं गठिया की वजह से मरीजों को काफी समस्या होती है। और इसकी वजह से जोड़ों के अंदर दर्द अकड़न और सूजन हो सकता है। यह सुबह के वक्त काफी अधिक प्रभावित करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

घुटने, कूल्हे, कंधे, हाथ या पूरे शरीर के किसी भी जोड़ में गठिया के दर्द हो सकता है। और इसकी वजह से थकान हो सकती है और प्रतिरक्षा प्रणाली काफी अधिक कमजोर हो सकती है जोकि सही नहीं है।इसकी वजह से एनिमिया हो सकता है और शरीर के अंदर खून की भारी कमी हो सकती है।

‌‌‌यदि गठिया का समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो इसकी वजह से काफी समस्याएं होती हैं और दैनिक जीवन के कार्य करना भी काफी अधिक मुश्किल हो जाता है जैसे कि उठना बैठना और सीढ़ियों पर चढ़ना आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि हम गठिया के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं।कार्टिलेज आपके जोड़ो का एक नर्म और लचीला ऊतक जोकि आपके जोड़ों के अंदर झटकों को अवशोषित कर लेता है इसकी कमी से गठिया हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा कई बार चोट लगने की वजह से भी गठिया हो सकता है।

‌‌‌इसके अलावा संक्रमण की वजह से भी कार्टिलेज  प्रभावित हो सकता है और गठिया की समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

रुमेटी आर्थराइटिस भी गठिया का ही एक प्रकार होता है जिसके अंदर होता यह है कि खुद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली होती है वह खुद की जोड़ों पर हमला कर देती है जिसकी वजह से भी गठिया की समस्या हो सकती है।हालांकि प्रतिरक्षा प्रणाली खुद शरीर पर हमला क्यों करती है इसके कारणों के बारे मे अभी पता नहीं है। ‌‌‌लेकिन यह माना जाता है कि पर्यावरणिय कारक और हार्मोन कारक इसके लिए जिम्मेदार होते हैं।इस बीमारी से बचने का एक अच्छा तरीका यही है कि आपको संतुलित जीवन शैली का उपयोग करना चाहिए और अच्छा खान पान करना चाहिए जिससे कि समस्या बहुत ही आसानी से हल हो जाए । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि शरीर के अंदर जरूरत से अधिक यूरिक एसिड होता है तो इसकी वजह से भी गठिया हो सकात है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और सूजन की दवाएं यदि आप ले रहे हैं तो यह कोई स्थाई समाधान नहीं करती हैं ।गठिया से बचने का बस एक ही अच्छा तरीका है कि आपको संतुलित आहार के उपर अधिक से ‌‌‌ध्यान देना चाहिए । इसके अलावा यदि आप समय पर दवाओं का सेवन करते हैं तो उससे भी गठिया से आराम मिल सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

पाइल्स से छुटकारा

बवासीर जिसको पाइल्स की बीमारी के नाम से जाना जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌आपको बतादें कि अरंडी के पत्तों का रस और एलोवेरा के रस को मिलाकर पीने से बवासीर के अंदर काफी फायदा होता है। वैसे आपको बतादें कि बवासीर या पाइल्स के अंदर होता  यह है कि गुदा की नसों के नीचे सूजन आ जाता है जिसकी वजह से समस्या यह होती है कि छोटी गांठे सी बन जाती हैं इनको ही पाइल्स के नाम से  ‌‌‌ जाना जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि यह जो पाइल्स होती है वे बाहरी तरफ या फिर अंदरूनी तरफ हो सकती है। बवासीर का सही सही कारण अभी भी ज्ञात नहीं है लेकिन माना जाता है कि कब्ज होने की वजह से मरीज मल त्याग के लिए अधिक जोर लगाता है जिसकी वजह से नसों मे सूजन आ जाता है और यही समस्या होती है आप इसको समझ सकते हैं।

‌‌‌बवासीर के सबसे आम लक्षण होते हैं कि गुदा के अंदर खुजली हो सकती है और इसकी वजह से काफी परेशानी होती है। और कई बाद गुदा मे भयंकर दर्द भी होता है इसके लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि आपको  कितना भयंकर बवासीर हुआ है।

‌‌‌आपको बतादें कि यदि बवासीर शूरूआती स्टेज के अंदर होता है तो इसका इलाज आसानी से जीवन शैली को बदल कर किया जा सकता है और इसके अंदर फाइबर युक्त खाना खाने और अधिक पानी पीने से इसका इलाज हो सकता है। लेकिन यदि बवासीर अधिक बढ़ जाता है तो फिर ऑपरेशन की भी जरूरत पड़ती है।

‌‌‌वैसे यदि गर्भावस्था के अंदर बवासीर होता है तो इसका इलाज करवाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है यह अपने आप ही ठीक हो जाता है। लेकिन यदि कब्ज की वजह से बवासीर होता है तो उसके बाद इसका इलाज करवाने की जरूरत होती है आपको अपने खान पान के अंदर बदलाव करने की जरूरत होती है।

‌‌‌अब यदि हम बवासीर के प्रकार की बात करें तो यह आमतौर पर दो प्रकार का होता है। सबसे पहला होता है खूनी बवासीर के अंदर वैसे किसी तरह की कोई भी तकलीफ नहीं होती है। इसके अंदर बस खून आता है और मस्सा अंदर की तरफ होता है। और यह मस्सा समय के साथ बढ़ता चला जाता है। पहले पहले यह लैट्रिंग करते समय बाहर आता ‌‌‌ है और उसके बाद अपने आप ही अंदर चला जाता है। फिर समस्या यह होती है। जब यह काफी बड़ा हो जाता है तो अपने आप अंदर नहीं जाता है और बाहर की लटकता रहता है। फिर इसका एक मात्र उपाय बस ऑपरेशन ही होता है आप इसबात को समझ सकते हैं।

बादी बवासीर बवासीर का एक अलग प्रकार होता है इसके अंदर  गुदा के अंदर मस्सा होता है और यह बवासीर आमतौर पर पेट मे अधिक गैस बनने और कब्ज रहने की वजह से ठीक होता है। यदि समय पर इसका इलाज नहीं किया जाता है तो फिर यह काफी अधिक समस्या पैदा करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।मल कठोर होने की ‌‌‌ वजह से अंदर का रस्ता काफी छोटा पड़ जाता है ।जिसकी वजह से चुनन फट जाती है और घाव पड़ जाता है डॉक्टर की भाषा के अंदर इसको फिशर के नाम से जाना जाता है आपको पता होना चाहिए ।और उसके बाद बवासीर काफी पुराना होने के बाद भगंदर हो जाता है। और भगंदर का इलाज करने के लिए ऑपरेशन करना पड़ता है।

‌‌‌अब हम यदि बवासीर के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जिसकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि आपको बवासीर हुआ है या फिर नहीं हुआ है आप समझ सकते हैं।

  • मल त्याग के दौरान ब्लीडिंग होना।
  • गुदा से एक बलगम जैसा स्राव निकलना।
  • गुदा के आस पास सूजन होना और दर्द होना
  • इसके अलावा गुदा के आस पास खुजली वैगरह होना ।
  • गुदा के आस पास गांठ वैगरह होना ।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि गुदा के चारों और नसें होती हैं और नसों के अंदर खींचाव होने की वजह से उनमे सूजन आ जाती है और यदि यह सूजन काफी समय तक बनी रहती है तो इससे बवासीर होने के पूरे चांस बन जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌जैसे आप मल त्याग करने मे अधिक जोर लगाते हैं तो बवासीर हो सकता है। इसके अलावा यदि आप अधिक समय तक कब्ज के शिकार हैं तो फिर आपको बवासीर हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि इंसान की अधिक उम्र हो जाती है तो जो उत्तक बवासीर का बचाव करते हैं वे कमजोर हो जाते हैं जिसकी वजह से बवासीर की समस्या हो जाती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌इसके अलावा जो लोग काफी मोटे होते हैं उनको बवासीर होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • पेट के अंदर का दबाव बढ़ने के अलावा गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण भी गुदा की नसों में खिंचाव आ जाता है
  • इसके अलावा गुदा संबंध बनाना भी बवासीर का कारण बन सकता है इसके बारे मे भी आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌जिन लोगों को कब्ज की समस्या होती है उनको चाहिए कि कब्ज का इलाज जल्दी से जल्दी करवाएं वरना उनके लिए काफी बड़ी समस्या हो सकती है। क्योंकि कब्ज की वजह से नसों पर दबाव पड़ सकता है और इसकी वजह से नसों मे सूजन आ जाता है। इसलिए कब्ज का इलाज करें ।
  • गर्भावस्था के दौरान पाइल्स आम होते हैं। यह संभवतया गर्भ में बच्चे की वजह से पड़ने वाले दबाव के कारण होती है लेकिन इसके लिए आपको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। बस आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । यह अधिकतर केस मे अपने आप ही ठीक हो जाते हैं।
  • ‌‌‌कुछ लोगों के अंदर जो बवासीर की बीमारी होती है वह अनुवांशिक रूप से चली आ रही होती । इसको रोकने का वैसे कोई तरीका नहीं होता है अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक वजन को उठाते हैं तो इसकी वजह से गुदा के अंदर तनाव बढ़ जाता है और इसकी वजह से काफी अधिक समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌अब आता है पाइल्स से बचाव के लिए आप क्या कर सकते हैं ?तो दोस्तों यदि आप पाइल्स से बचना चाहते हैं तो आप कई उपायों को कर सकते हैं जोकि पाइल्स से राहत देने का काम करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • दिनभर में करीब 25-30 ग्राम या उससे अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए और शारीरिक गतिविधि करना भी बहुत अधिक जरूरी होता है ताकि किसी भी तरह की समस्या ना हो । इसके अलावा यदि आप नीचे दिये गए कुछ टिप्स को फोलो करते हैं तो आपकी समस्या काफी अच्छे तरीके से सही हो सकती है।
  • ‌‌‌यदि आपको टॉयलेट सीट पर अधिक समय तक बैठे रहने की आदत है तो आपको इसका परित्याग करना चाहिए और टॉयलेट सीट पर कम से कम समय के लिए बैठे रहना चाहिए आप बात को समझ सकते हैं। इसके अलावा यदि आप अधिक समय तक टॉयलेट सीट पर बैठे रहते हैं तो इससे नशों पर दबाव पड़ता है और परेशानी होती है।
  • ‌‌‌दोस्तों कब्ज और मल त्याग को दूर करने के लिए पानी काफी उपयोगी होता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आपको अधिक से अधिक मात्रा के अंदर पानी पीना चाहिए । पानी काफी फायदेमंद होता है। और यह कब्ज को दूर करने का काम करता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको मल त्याग की इच्छा हो रही है तो आपको चाहिए कि इस मल त्याग की इच्छा को अनदेखा तो आपको कम से कम बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यदि आप अनदेखा करते हैं तो फिर यह आपके नशों पर काफी अधिक दबाव बढ़ा सकती है और आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसके बारे मे ‌‌‌ आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । इसकी वजह से भी बवासीर हो सकता है। जब भी मल त्याग की इच्छा हो आपको चाहिए कि आप तुरंत मल त्याग करें ।
  • हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज  आदि फाइबर युक्त खाना आपको खाना चाहिए । जिससे क्या होगा कि मल काफी पतल हो जाएगा और उसको त्याग करने मे आपको किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • नियमित व्यायाम करना भी बवासीर से बचने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। यदि आप रोजाना पैदल चलते हैं तो इसकी वजह से भी मल त्याग काफी आसान हो सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो आपको चाहिए कि आप लंबे समय तक बैठे ना रहे और कुछ समय के लिए इधर उधर आपको टहल लेना चाहिए । जिससे कि आपकी समस्या काफी हद तक ठीक हो सकती है। और बवासीर होने के चांस कम होते हैं क्योंकि बैठे रहने से नसों पर अधिक दबाव पड़ता है।

पेट की चर्बी को कम करने मे उपयोगी है अरंडी का तेल

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि आजकल पेट की चर्बी एक बहुत ही बड़ी समस्या होती है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए। क्योंकि लोग हर तरह का खाना तो खाते हैं लेकिन कोई भी शारीरिक एक्सरसाइज नहीं करते हैं जिसकी वजह से शरीर के अंदर फैट जमा हो जाता है। शरीर के अंदर जमा फैट दिखने मे तो ‌‌‌बेकार लगता ही है। इसके अलावा यह काफी तरह की बीमारियां पैदा कर सकता है। यदि आपको भी पेट की चर्बी की समस्या है तो आप अरंडी के तेल का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा अरंडी की जड़ को कूटकर इसका काढ़ा बनाकर पीने से भी काफी फायदा होता है और पेट की चर्बी कम होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों यदि आप स्वाद के चक्कर मे काफी अधिक खाना खाते हैं तो इससे पेट की चर्बी बढ़ने के चांस काफी अधिक हो जाते हैं हम स्वाद के चक्कर मे काफी अधिक ,खाना खा लेते हैं आप यदि पेट की चर्बी को कम करना चाहते हैं तो आपको खाना कम से कम खाना चाहिए जिससे कि पेट की चर्बी नहीं बढ़ेगी आपको इसके बारे ‌‌‌मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं

‌‌‌इसके अलावा यदि आपकोई इस प्रकार का काम कर रहे हैं जिसके अंदर आपको बैठे बैठे रहकर काम करना पड़ता है तो इससे पेट की चर्बी बढ़ने के पूरे चांस होते हैं और आजकल शारीरिक मेहनत के तो वैसे ही कम ही काम होते हैं अधिकतर काम ही इस प्रकार के होते हैं जिसमे की आपको बैठे रहने की जरूरत पड़ती है जैसे कि ‌‌‌कम्प्यूटर पर काम करना इसके अंदर शामिल हो सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा मांसपेशियों के अंदर यदि ढीलापन हो जाता है तो पेट की चर्बी बढ़ने के चांस काफी अधिक हो जाते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए।  हालांकि इस समस्या का कोई इलाज नहीं होता है आप समझ सकते हैं।

आमतौर पर हार्मोन बदलाव का सामना महिलाओं को करना पड़ता है जिसकी वजह से उनके अंदर चर्बी काफी तेजी से बढ़ती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।मेनपॉज यानी रजोनिवृत्ति के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम और एंड्रोजन हार्मोन का स्तर ज्यादा  होने की वजह से भी चर्बी बढ़ जाती है।

अरंडी का तेल फायदे किडनी मे सूजन

दोस्तों किडनी मे यदि सूजन हो तो अरंडी के बीज की गिरी काफी फायदेमंद होती है। इसका सेवन आप कर सकते हैं और पेट पर इसका लेप कर सकते हैं जिसकी वजह से सूजन कम हो जाता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इसके बारे मे अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए ‌‌‌सही होगा । और दोस्तों आपको बतादें कि यदि किडनी मे सूजन है तो इसको बहुत ही जल्दी पहचाना जाना चाहिए । यदि आप जल्दी नहीं पचाना गया तो यह आपकी किडनी को खराब कर सकता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

‌‌‌आमतौर पर किडनी के अंदर जो सूजन होता है वह धीरे धीरे शूरू हो सकता है लेकिन यदि आप इसके लक्षणों को नजर अंदाज कर देते हैं तो उसके बाद यह आपकी किडनी को स्थाई रूप से क्षति प्रदान कर सकता है।

हमारी किडनी में लाखों की संख्या में ग्लोमेरुली होते हैं । और यह एक तरह के फिल्टर होते हैं। यदि इनके अंदर समस्या होती है तो उसके बाद यह ठीक तरह से खून को फिल्टर नहीं कर पाते हैं। और यदि इसके उपर समय रहते ध्यान नहीं दिया जाता है तो उसके बाद समस्या काफी बड़ी हो सकती है और उसके बाद आपकी किडनी ‌‌‌ काम करना बंद कर सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि हम किडनी के सूजन की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिनकी मदद से आप सूजन को पहचान सकते हैं और उसके बाद अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आप उसका पालन कर सकते हैं।

  • जागने पर चेहरे पर सूजन, पानी जमा होने के कारण टखनों में सूजन
  • भूरे रंग का मूत्र या मूत्र में रक्त आना
  • मूत्र में झाग होना
  • मूत्र में प्रोटीन मौजूद होना
  • कम पेशाब होना

‌‌‌दोस्तों इसके अलावा जिनकी किडनी मे सूजन होता है उनको भूख कम लगती है और थकावट रहती है इसके अलावा रात मे मांस पेशियों के अंदर ऐंठन हो सकती है।और त्वचा भी काफी शुष्क लग सकती हैं। यदि इस तरह के लक्षण आपको दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर को जल्दी से जल्दी संपर्क करें और समय रहते ईलाज करवाएं ।

‌‌‌यदि हम किडनी सूजन के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं जो किडनी संक्रमण के कारण बनते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं ।दवा या संक्रमण के चलते हुआ रिएक्शन जैसे आप किसी बीमारी के लिए दवा लेते हैं और वह आपके शरीर के अंदर एंटिबॉडी का निर्माण करती है तो ‌‌‌ कई बार यह बनाई गई एंटिबॉडी आपकी किडनी के लिए हानिकारक होती है। क्योंकि यह किडनी के अंदर सूजन और लालिमा को विकसित कर सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।

  • ‌‌‌कुछ लोगों के अंदर यह देखने को मिला है कि किडनी सूजन एक वंशानुगत समस्या होती है  जोकि पीढ़ी दर पीढ़ी चलती रहती है ऐसी स्थिति मे थोड़े से लक्षण प्रकट होने पर चैक करवाया जाना चाहिए ।
  • अगर खून में पोटेशियम की कमी हो जाती है तो इसकी वजह से किडनी के फिल्टर के अंदर सूजन की समस्या हो जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि मूत्रवाहिनी का ऑपरेशन हुआ है तो इसकी वजह से किडनी के अंदर सूजन आ सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • किडनी और मूत्राशय में पथरी होने के कारण से भी किडनी के अंदर सूजन आ जाती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
  • किडनी में सूजन आने के पीछे बैक्टीरियल संक्रमण भी हो सकता है। इ-कोलाई नामक बैक्टीरिया से किडनी में सूजन आ सकती है और मूत्र के अंदर संक्रमण होने की वजह से भी किडनी मे सूजन आ सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि शरीर के अंदर किडनी के आस पास कोई फोड़ो विकसित हो जाए तो इसकी वजह से भी किडनी मे सूजन आ सकता है क्योंकि फोड़ा जब फूट जाए तो यह समस्या होने के चांस काफी अधिक हो जाती है।

‌‌‌किडनी के सूजन अलग अलग प्रकार के होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस बात पर निर्भर करता है कि किडनी के अंदर सूजन किस भाग के अंदर आया है ?इस तरह से किडनी के सूजन को अलग अलग भागों के अंदर बांटा गया है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

  • ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस (Glomerulonephritis) के अंदर होता यह है की किडनी के फिल्टरों के अंदर सूजन आ जाती है जिसकी वजह से किडनी खून को सही तरह से फिल्टर नहीं कर पाता है जिसकी वजह से खराब चीजें खून के अंदर बहने लग जाती हैं जिससे काफी परेशानी होती है।
  • इंटरस्टीशियल नेफ्राइटिस (Interstitial Nephritis)किडनी की सूक्ष्म केशिकाओं (Micro capillaries) में आई सूजन कम गंभीर होता है। और यदि आप इसका सही समय पर इलाज करवाते हैं तो आपकी समस्या का हल हो सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • पायलोनेफ्राइटिस (Pyelonephritis) के बारे आपको बताएं तो आपको पता ही होगा कि किडनी पेशाब बनाने का काम करती है और यह पेशाब को मूत्रवाहिनी की मदद से मुत्राशय मे भेज दिया जाता है लेकिन कई बार मुत्राशय के अंदर ही सूजन आ जाता है जिसकी वजह से काफी समस्या होती है और पेशाब फिर से किडनी के अंदर चला ‌‌‌ है। जिसकी वजह से किडनी मे सूजन आ जाता है। इस समस्या का जल्दी ही इलाज नहीं किया जाता है तो फिर आपके लिए काफी अधिक समस्या हो सकती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌अब यदि हम किडनी से बचाव की बात करें तो इसके लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं जिसकी मदद से आप किडनी मे सूजन से बच सकते हैं तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे मे विस्तार से ।

  • ‌‌‌सबसे पहली बात यदि  आपका ब्लड प्रेसर हाई होता है तो इससे किडनी के अंदर सूजन आ सकती है। इसलिए अपने ब्लड प्रेसर को कम करने के बारे मे आपको विचार करना चाहिए और अपने ब्लड प्रेसर को हाई नहीं होने देना चाहिए ।
  • ‌‌‌नमक और चीनी किडनी पर काफी बुरा असर डालती हैं। और यह सूजन को बढ़ा सकती हैं। यदि आप सूजन से बचना चाहते हैं तो नमक और चीनी का आपको कम सेवन करना चाहिए नहीं तो काफी अधिक नुकसान हो सकता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा वजन बढ़ना भी एक समस्या हो सकती है। जिन लोगों का वजन अधिक होता है उनके किडनी मे सूजन आने की समस्या भी अधिक हो सकती है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा ऐसी किसी तरह की दवा का सेवन ना करें जोकि किडनी को प्रभावित करती है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । खास कर नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स।
  • ‌‌‌इसके अलावा महिलाओं और पुरूष को अपने मूत्र अंग को अच्छी तरह से साफ रखना चाहिए ताकि बैक्टिरिया मूत्र मार्ग के अंदर नहीं जा सके और समय समय पर पहने जाने वाले कपड़ों को साफ करते रहना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि मासिक धर्म चल रहा है तो आपको साफ सफाई पर अधिक ध्यान देना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌झूर्रियों को मिटाने का काम करता है अरंडी का तेल

राइटिड्स नाम से झुर्रियों को जाना जाता है अरंडी का तेल झुर्रियों को मिटा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  उम्र बढ़ने के साथ ही त्वचा लटकने लग जाती है और झुर्रिया दिखाई देने लग जाती हैं। जोकि एक बहुत ही बड़ी समस्या होती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह सिर्फ चेहरे पर ही ‌‌‌ दिखाई नहीं देती हैं इसके अलावा बांह टांग और पेट के आस पास भी दिखाई दे सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।, धूम्रपान, तंबाकू का सेवन, शराब की लत की वजह से भी त्वचा काफी कमजोर हो जाती है और इंसान काफी जल्दी ही बूढ़ा दिखाई देने लग जाता है। इसके अलावा सूर्य के संपर्क मे आने से भी ‌‌‌ झूर्रियां नहीं होती है वरन इससे त्वचा कैंसर का खतरा काफी अधिक हो जाता है इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए।  इसके अलावा यदि आप संतुलित खान पान करते हैं तो इससे भी झुर्रियों को कम किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि मानव त्वचा की तीन परते होती हैं। उपर की परत को एपिडर्मिस  के नाम से जाना जाता है इसके अलावा इससे नीचे की परत को डर्मिस के नाम से जाना जाता है। एक युवा इंसान के चेहरे पर हंसने आदि की वजह से सिलवटें पड़ती हैं जोकि बाद मे अपने आप ही सही हो जाती हैं लेकिन जैसे जैसे इंसान ‌‌‌ बूढ़ा होता जाता है यह सिलवटें स्थाई होती जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।उम्र के साथ आपकी त्वचा इन प्रोटीनों के प्राकृतिक भंडार को खोना शुरू कर देती है और धीरे धीरे यह सिलवटे स्थाई हो जाती हैं और झुरियों के अंदर बदल जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌झूर्रियों का जो एक मात्र कारण होता है वह बढ़ती उम्र ही होता है यदि उम्र काफी बढ़ती है तो उसके बाद कोशिकाएं अधिक संख्या के अंदर विभाजित होने लग जाती हैं।कोलेजन और इलास्टिन खुलने लग जाते हैं जिसकी वजह से त्वचा के अंदर झुर्रियां काफी अधिक बढ़ जाती हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता ‌‌‌ होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आपकी त्वचा लंबे समय तक पराबैंगनी किरणों के संपर्क मे आती है तो इसकी वजह से भी त्वचा के अंदर झुर्रियां दिखाई देने लग जाती हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।कोलेजन फाइबर को यह किरणें नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं। कोलेजन फाइबर अव्यवस्थति होने की वजह से चेहरे पर झुर्रियां दिखाई दे सकती हैं और इस वजह से आप बच नहीं सकते हैं हां अपन सूर्य कि किरणों से सीधे संपर्क मे आने से बचने के लिए कपड़ा से अपने शरीर को ढक सकते हैं यही ठीक रहेगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादें कि सिगरेट पीने की वजह से भी त्वचा पर झुर्रियां पड़ जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । सिगरेट की जो लत होती है वह कोलेजन  के उत्पादन मे कमी करने का काम करती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।निकोटिन रक्त कोशिकाओं को संकीर्ण बना देता है जिसकी वजह से ‌‌‌कोशिकाओं को अधिक मात्रा मे पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।इसकी वजह से झुर्रियां काफी तेजी से पनप जाती हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप पानी कम पीते हैं तो इसकी वजह से भी त्वचा के अंदर काफी अधिक झुर्रियां दिखाई देने लग जाती हैं। इसका कारण यह होता है कि पानी कम होने की वजह से त्वचा शुष्क हो जाती है और इसके अंदर लंकीरें दिखाई देने लग जाती है। इसलिए आपको पानी का अधिक सेवन करना चाहिए ।
  • ‌‌‌दोस्तों यदि आप झुर्रियों के उपचार को चाहते हैं तो इसके लिए कई तरीके मौजूद हैं आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए।  और झुर्रियों को दूर करने की कई दवाएं हैं लेकिन इन दवाओं का सेवन करने से पहले आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए क्योंकि इन दवाओं के कई सारे साइड इफेक्ट होते हैं।
  • त्वचा पर लगाई जाने वाली रेटिनोइड्स क्रीम जिनमें विटामिन ए होता है जोकि आपकी त्वचा की झुर्रियों को कम करने का काम करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।एंटी-एजिंग क्रीमों  में रेटिनोल, अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड, कीनेटिन, कोएंजाइम, कॉपर पेप्टाइड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाये जाते है ‌‌‌ यह सभी झुर्रियों के लिए काफी प्रभावी तरीके से काम करती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो यदि आप झुर्रियों को दूर करना चाहते हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें और खुद ही इस दवा को ना लें नहीं तो नुकसान हो सकता है।

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arif khan

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