aatma ka shabd roop आत्मा के शब्द रूप के बारे मे हम आपको बता रहे हैं। और इसके शब्द रूप की एक टेबल दी गई है । आप उस टेबल को देख सकते हैं। और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा प्रयास काफी पसंद आएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।
aatma ka shabd roop आत्मा के शब्द रूप
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | आत्मा | आत्मनौ | आत्मानः |
द्वितीया | आत्मान् | आत्मनौ | आत्मनः |
तृतीया | आत्मना | आत्मभ्याम् | आत्मभिः |
चतुर्थी | आत्मने | आत्मभ्याम् | आत्मभ्यः |
पंचमी | आत्मनः | आत्मभ्याम् | आत्मभ्यः |
षष्ठी | आत्मनः | आत्मनोः | आत्मनाम् |
सप्तमी | आत्मनि | आत्मनोः | आत्मसु |
सम्बोधन | हे आत्मन् ! | हे आत्मनौ ! | हे आत्मानः ! |
आत्मा एक व्यक्ति का सार है जो मृत्यु के बाद जीवित रहता है। वे वही हैं जो मनुष्य को अद्वितीय बनाते हैं। आत्मा एक ऐसे व्यक्ति का हिस्सा है जो मांस और रक्त नहीं है और इसे देखा या छुआ नहीं जा सकता है। आत्माएं ही हैं जो जीवन को अर्थ और उद्देश्य देती हैं।
आत्माएं ईश्वर से आती हैं और हमेशा अस्तित्व में रहती हैं। जब कोई व्यक्ति मरता है, तो उसकी आत्मा जीवन में अपने कर्मों के आधार पर स्वर्ग या नरक में जाती है। स्वर्ग में, आत्माएँ परमेश्वर के साथ अनन्त सुख का आनन्द लेती हैं। नरक में, आत्माएं अपने पापों के लिए अनंत पीड़ा सहती हैं।
मृत्यु के बाद आत्मा दूसरे शरीर में प्रवेश करके जीवित रहती है। इसे पुनर्जन्म कहा जाता है। हर बार जब कोई व्यक्ति पुनर्जन्म लेता है, तो उसकी आत्मा उन सभी पापों से शुद्ध हो जाती है जो उसने पिछले जन्मों में किए होंगे। पुनर्जन्म का लक्ष्य लोगों को उनकी गलतियों से सीखने में मदद करना है ताकि वे इस जीवन और अगले जीवन में खुशी प्राप्त कर सकें।
दोस्तों यह एक तरह से अलग बात है कि कुछ लोग आत्मा के अंदर विश्वास नहीं करते हैं। लेकिन बहुत सारे लोग ऐसे भी होते हैं जोकि आत्मा के अंदर भरोशा करते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों यदि हम आत्मा की बात करते हैं। तो कुछ लोग इसके उपर यकीन नहीं करते हैं। लेकिन उनके यकीन नहीं करने से सच नहीं बदल जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। हकीकत मे आत्मा होती है।
असल मे इंसान का शरीर तभी तक कोई कर्म कर सकता है जब तक कि उसके अंदर आत्मा मौजूद है। जैसे ही उसके अंदर से आत्मा निकल जाती है। उसके बाद वह कोई हरकत नहीं कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते है।। जैसे ही शरीर के अंदर से आत्मा निकल जाती है। वैसे ही शरीर मर जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यदि एक बार शरीर से आत्मा निकल जाती है तो उसके बाद आप कितना कुछ भी प्रयास करो शरीर फिर से जिंदा नहीं होता है।
क्योंकि जो शरीर को चलाने वाली शक्ति होती है वह तो आपके शरीर से जा ही चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । असल मे हम अज्ञानता की वजह से शरीर को ही अपना होना समझते हैं। लेकिन आपको बतादें कि आपका होना ही शरीर नहीं है। आप की पहचान शरीर से नहीं है। आप का कोई नाम नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप शरीर से पूरी तरह से अलग हैं। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ लें । और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
जिस प्रकार से पुराने वस्त्रों को हम निकाल कर फेंक देते हैं। उसी प्रकार से आत्मा होती है जोकि शरीर के पुराने हो जाने के बाद निकाल कर फेंक देती है और उसके बाद नए शरीर को धारण करती है। इसके बारे आपको पता होना चाहिए । हमारा कोई एक शरीर नहीं है। वरन शरीरों की संख्या 7 मानी जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
जो लोग आत्मा के बारे मे नहीं मानते हैं। वे खुद भी एक दिन मरने वाले हैं। क्योंकि आत्मा जीवन का सत्य है तो यह कभी भी नहीं बदल सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों आपने भूत प्रेत का नाम तो सुना ही होगा भूत प्रेत जो होते हैं। वह मरने के बाद होता है। जब किसी इंसान की कुछ अधूरी इच्छाएं बच जाती हैं तो वह मरने के बाद भूत प्रेत बन जाता है। और अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करने का प्रयास करता है।
ऐसा नहीं है कि मरने के बाद सभी लोग भूत प्रेत बन जाते हैं। वैसे आपको बतादें कि भूत प्रेत की जो जिदंगी होती है वह आसान नहीं होती है। कारण यह है कि भूत प्रेत को खाने की या अपनी इच्छा को पूरा करने का बहुत मन होता है लेकिन उनके पास इस प्रकार का शरीर नहीं होता है।
और आपको पता ही है कि वासनाओं को पूरा करने के लिए शरीर की जरूरत होती है। और यदि शरीर ही नहीं होता है तो उसके बाद वासनाओं को पूरा नहीं किया जा सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
और अधिकतर केस के अंदर वे ही लोग भूत प्रेत बनते हैं जोकि बुरे कर्म करते हैं। यदि कोई इंसान अच्छे कर्म करता है तो उसके बाद वह कभी भी भूत प्रेत नहीं बनता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही रहेगा ।
रही बात आपकी तो आपको खुद ही पता चल जाता है कि मरने के बाद आप भूत बनेंगे या नहीं । जो इंसान जिंदा होकर भी किसी को सताता नहीं है। वह मरने के बाद भी
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