दुनिया के अंदर बहुत कुछ अजीबो गरीब रोग होते हैं । जिनके बारे मे हमने न तो सुन रखा होता है। और न ही देख रखा होता है। ऐसे ही एक रोग Alien Hand Syndrome के बारे मे हम आपको बताने जा रहे हैं। यह एक मनौवेज्ञानिक रोग है। जो बहुत ही कम लोगों के अंदर देखने को मिलता है।
यह अजीब किस्म का रोग होता है। जिस व्यक्ति को यह रोग होता है उसका अपने हाथ पर कोई नियंत्रण नहीं होता है। उसे यह भी पता नहीं चल पाता है की उसका हाथ क्या कर रहा है। मतलब हाथ और दिमाग के अंदर कनेक्सन एकदम से समाप्त हो जाता है।
एलियन हाथ सिंड्रोम मुख्य रूप से मस्तिष्क की सर्जरी के बाद होता है और विशेष रूप से मस्तिष्क प्रक्रियाओं को विभाजित करती है, लेकिन स्ट्रोक, ट्यूमर, एन्यूरिज्म और अन्य मस्तिष्क आघात के बाद भी हो सकता है।
कभी कभी खुद का ही हाथ खुद के लिए ही अत्याचारी बन जाता है। यह अनकंट्रोल हाथ । इंसान खुद को भी नुकसान पहुंचा सकता है। इसका उपचार करवाने वाले लोग यह बताते हैं कि वास्तव मे उनका यह हाथ उनको मार भी सकता है।
एक बार जरा कल्पना करके देखें की आप एक पार्क के अंदर घूम रहे हैं और आपका एक हाथ । अचानक से आपके गले के चारो और लिपट जाता है और फिर गला दबाने लगता है। आपके हाथ की इस हरकत से आपको काफी अजीब भी लगता है। लेकिन आप तुरन्त ही अपने दूसरे हाथ का प्रयोग करके अपने गले को छूटाते हैं। सुनने मे यह एक हॉरर फिल्म जैसा लगता है ।लेकिन यह वास्तव मे होता है।
वास्तव में एलियन हाथ सिंड्रोम क्या है?
एलियन हाथ सिंड्रोम एक दुर्लभ स्नायविक विकार है जिसमें एक हाथ कार्य करता है, दूसरा उसकी कार्रवाई पूरी तरह से अनजान है। हालांकि उपरोक्त उदाहरण चरम हो सकते हैं, एएचएस से पीड़ित लोगों ने कुछ मामलों में इसी प्रकार के लक्षण प्रदर्शित किए हैं इसके कम भयावह लक्षणों के अंदर चेहरे को हाथ से छूना अपने कपड़े फाड़ना आदि । जबकि अधिक भयावह लक्षणों के अंदर अपने हाथ से गला दबाना सांस रोकना आदि आते हैं।
इसका वैसे कोई उपचार नहीं है। लेकिन इस प्रकार के रोगी शर्म महसूस करतें हैं। और लोगों से बहुत कम मिलते जुलते हैं।
एएचएस अनैच्छिक अंग आंदोलन की अन्य स्थितियों से भिन्न है वे प्रभावित हाथ एक ऑब्जेक्ट को उठाएंगे और इसका इस्तेमाल करने का प्रयास करेंगे, या एक सरल कार्य करेंगे, जैसे कि शर्ट और बटन को खोलना। इस प्रकार के रोगी अजीब व्यवहार करते हैं। अपने आसपास तीसरे के होने का दावा करना । राक्षसी व्यवहार करना।
एएचएस पहली बार 1 9 0 9 में पहचाना गया था और इसके बाद से केवल 40 से 50 रिकॉर्ड किए गए मामले हैं। इस रोग के बारे मे कोई अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं होने की वजह से इसका निदान करना भी संभव नहीं है। हालांकि नए शोध यह बताते हैं कि यह रोग दिमाग मे प्रोब्लमस के चलते होता है।
एलियन हाथ सिंड्रोम or brain
सिंड्रोम के बारे में क्या जानते हैं यह समझने के लिए, हमें मस्तिष्क पर एक संक्षिप्त नज़र रखना चाहिए और यह कैसे काम करता है। मानव मस्तिष्क दो गोलार्द्धों में विभाजित होती है, प्रत्येक में चार अलग-अलग भाग होते हैं, जो सभी भाषण, आंदोलन, भावना और लगभग एक अरब अन्य उप-कार्यों को बनाने, नियंत्रित करने और नियंत्रित करने के लिए मिलकर काम करते हैं। ललाट लोब, मोटर स्किल, जैसे आंदोलन और भाषण, और संज्ञानात्मक कार्यों जैसे नियोजन और संगठन के लिए जिम्मेदार अनुभाग है, और एएचएस की हमारी समझ में शुरू करने के लिए यह एक अच्छी जगह है।
MYSTERIOUS MEDICAL CURIOSIT
मामलों की कमी के कारण अनुसंधान वर्षों में विरल हो गया है, लेकिन जुलाई 2007 में स्विस डॉक्टरों की एक टीम द्वारा किए गए एक अध्ययन ने एएचएस पर नया प्रकाश डाला है। डॉक्टरों ने एएचएस के शिकार पर मैग्नेटिक रेज़ोनेंस इमेजिंग (एफएमआरआई) परीक्षणों का संचालन किया था
ताकि निर्धारित किया जा सके कि brain के किस वर्ग ने नियोजित और अनियोजित movements के दौरान गतिविधि दिखायी। उन्हें पाया गया कि मोटर पट्टी को भेजा जाने से पहले लांचल लोब में योजनाबद्ध movements उत्पन्न हुए, जबकि विदेशी movements ने ललाट पालि में कोई गतिविधि नहीं दिखायी – यह movements मोटर पट्टी से ही उत्पन्न हुआ। इसके अलावा, एक संकेत वापस लहराई लौ के संदेश भेजने के बिना, मोटर पट्टी में सिग्नल बने रहे, जिससे कि पीड़ित अपनी खुद की गतिविधियों से अनजान हो गए।
हालांकि यह एक अनुमान है। सही सही इसके बारे मे कुछ भी ज्ञात नहीं है।
This post was last modified on November 5, 2018
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Lord! I didn't know such things would also happen. Kuch seekhne ko mila padh kar ye article.