‌‌‌एलोवेरा जेल के जबरदस्त फायदे के बारे मे जाने विस्तार

 

 

 

ऐलोवेरा जेल के फायदे , aloe vera gel ke fayde एलोवेरा (Aloe Vera) के बारे मे वैसे ही आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। एलोवेरा एक औषधिय गुण वाला पौधा होता है जोकि बहुत फायदेमंद होता है। एलोवेरा को यहां पर ग्वारपाठे के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । एलोवेरा जेल एक तरह से काफी उपयोगी चीज होती है। एलोवेरा से ही एलोवेरा जेल ‌‌‌ बनता है जोकि आपको मार्केट के अंदर किसी भी मेडिकल स्टोर पर बहुत ही आसानी से मिल जाएगा । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।विटामिन, मिनरल, एंजाइम, सैलिसिलिक एसिड, लिग्निन, सैपोनिन और अमीनो एसिड आदि एलोवेरा जेल के अंदर मौजूद होता हैं। हालांकि एलोवेरा जेल खाने ‌‌‌ के लिए नहीं होता है। वह आमतौर पर आपकी उपरी त्वचा पर लगाने के लिए ही होगा । इसके कई सारे फायदे होते हैं जिनके बारे मे हम आपको बताने वाले हैं। मैंने खुद एलोवेरा जेल का उपयोग किया है जोकि वाकाई मे फायदेमंद है। हालांकि आपको पता ही है कि आयुर्वेदिक दवाएं उतनी तेजी से असर नहीं करती हैं। यह

‌‌‌काफी धीरे धीरे असर करती हैं। और जब असर करती है तो काफी अधिक फायदा देखने को मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कुल मिलाकर एलोवेरा जेल काफी उपयोगी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।वैसे आपको बतादें कि एलोवेरा जेल आमतौर पर एलोवेरा की जो पतियां होती हैं उनके अंदर एक प्रकार का ‌‌‌ पदार्थ होता है। उस पदार्थ की मदद से बनाया जाता है। और यह एलोवेरा जेल एलोवेरा के गुदे से तैयार किया जाता है। यह छोटी और बड़ी पैकिंग के अंदर आपको मिलता है। और आप आसानी से इसको ऑफ लाइन या फिर ऑनलाइन खरीद सकते हैं। कम पैसे मे यह आपको मिल जाता है।

Table of Contents

‌‌‌1.ऐलोवेरा जेल के फायदे   ‌‌‌बवासीर मे aloe vera gel ke fayde

‌‌‌बवासीर के अंदर एलोवेरा जेल काफी फायदेमंद होता है। इसका अनुभव मैं खुद कर चुका हूं । मुझे बवासीर की समस्या थी । और एक पाइल्स भी हो गई थी। उसके बाद मुझे पता चला कि बवासीर के मस्सों पर यदि आप एलोवेरा जेल का निरंतर प्रयोग करते हैं तो इसकी वजह से मस्से सही हो जाते हैं। हालांकि यह तभी ‌‌‌संभव है जब आपके मस्से पहली अवस्था के अंदर हों । यदि आपके मस्से काफी बड़े हो चुके हैं तो फिर एलोवेरा जेल काम नहीं करेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । खैर उसके बाद एलोवेरा जेल का उपयोग करना मैंने शूरू किया और दिन मे 3 बार इसका उपयोग करता था। कुछ ही दिन के अंदर नसों का सूजन गायब हो ‌‌‌ गया और एलोवेरा जेल वाकाई मे काम करता है और फिर मस्सा भी धीरे धीरे बैठ गया लेकिन इसके लिए आपको कम से कम 2 महिने तक एलोवेरा जेल का प्रयोग करना होगा । हालांकि यह बवासीर का स्थाई ईलाज है लेकिन यदि आप खान पान फिर से खराब करते हैं और कब्ज रहती है तो तुरंत कब्ज को ठीक करने का उपाय करें नहीं ‌‌‌ तो फिर से बादी बवासीर होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं।

ऐलोवेरा जेल के फायदे

‌‌‌आपको बतादें कि एलोवेरा  मे एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जलन और सूजन दूर करने में सक्षम है और यह खुजली को कम करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा यदि आप एलोवेरा जूस का उपयोग भी बवासीर के अंदर पीने के लिए करते हैं तो यह भी आपके लिए काफी फायदेमंद होता है और सूजन को कम करने ‌‌‌ का काम करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह कब्ज को भी कम करता है जिससे कि बवासीर होने के चांस काफी कम हो जाते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि बवासीर एक भयंकर रोग होता है। और यदि इसका समय पर कोई भी उपचार नहीं किया जाता है तो फिर यह काफी अधिक समस्या पैदा करता है और आपको ऑपरेशन भी करवाना पड़ सकता है। बवासीर दो प्रकार का होता है।

  • एक खूनी बवासीर इसके अंदर लैट्रिन के साथ खून आता है। और उसके बाद धीरे धीरे मस्सा ‌‌‌काफी अधिक बढ़ा होने लग जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और जब मस्सा बड़ा होता है तो यह बाहर आने लग जाता है। उसके बाद अपने आप ही अंदर चला जाता है। लेकिन यदि मस्सा काफी अधिक बड़ा हो जाता है तो यह फिर अंदर नहीं जाता है और इसके लिए आपको ऑपरेशन करवाना ही पड़ता है।
  • ‌‌‌दूसरा बादी बावासीर होता है। बादी बवासीर आमतौर पर खून नहीं आता है।यह तब होता है जब आपको कब्ज अधिक होती है और पेट के अंदर गैस बनती है ।और लंबें समय तक यह समस्या होने की वजह से यह रोग हो जाता है। इसलिए इस समस्या का समय रहते ईलाज करना बहुत ही जरूरी हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।‌‌‌और इस प्रकार के बवासीर के अंदर मस्सा अंदर की तरफ होता है। जिसकी वजह से होता यह है कि यह फट जाता है और अंदर एक तरह का घाव बन जाता है जिसको फिशर के नाम से जानते हैं। हालांकि यह काफी समय बाद होता है पहले यदि इसका ईलाज कर लिया जाता है तो यह ठीक हो सकता है।जिससे असहाय जलन और पीड़ा होती है। बवासीर बहुत पुराना होने पर भगन्दर हो जाता है। जिसे अँग्रेजी में फिस्टुला कहते हें। और यदि इसका समय पर ईलाज नहीं किया जाता है तो फिर यह कैंसर का रूप लेलेता है। इसलिए बेहतर तरह से इसका ईलाज करना बहुत ही जरूरी होता है आप समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि हम बवासीर के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं। इसके बारे मे भी आपको जानना चाहिए तो आइए जानते हैं बवासीर के कारणों के बारे मे विस्तार से ।

  • ‌‌‌कुछ लोगों के अंदर यह रोग पीढ़ीदर पीढ़ी पाया जाता है और यह एक तरह से अनुवांशिक रोग भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
  • जिन लोगों को लंबे समय तक खड़ा रहना होता है उनको यह रोग होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है जैसे बस कंडक्टर, ट्रॉफिक पुलिस, पोस्टमैन या जिन्हें भारी वजन ‌‌‌ उठाने वाले लोगों के अंदर यह रोग होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको बतादे कि जिन लोगों को काफी लंबे समय से कब्ज रहती है उनको मल का त्याग करने के लिए जोर लगाना पड़ता है जिसकी वजह से रक्तवाहिनियों के अंदर सूजन आ जाती है और इसकी वजह से भी बवासीर हो जाता है। बवासीर का सबसे बड़ा कारण यही है।

‌‌‌यदि हम बवासीर के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप इसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं तो आइए जानते हैं इसके लक्षणों के बारे मे पूरे विस्तार से यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌गुदा के आस पास एक प्रकार की गांठ जैसा महसूस होना बवासीर का संकेत हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • मल का त्याग नहीं हो पाना कब्ज की समस्या होना भी बवासीर का संकेत हो सकता है।
  • मल के अंदर खून आना भी बवासीर के लक्षण हो सकते हैं।
  • शौच के वक्त अत्यधिक पीड़ा होना।
  • गुदा के आस-पास खुजली, एवं लालीपन, व सूजन रहना।
  • शौच के वक्त म्यूकस का आना।

‌‌‌अब यदि हम बवासीर के ईलाज की बात करें तो इसके लिए आपको कई पापड़ बेलने होंगे । सबसे पहला काम तो आपको यही करना होगा कि आप कब्ज को सही करें। कब्ज को सही करने के लिए आप सही दवाओं का इस्तेमाल करें और खूब पानी पीयें । क्योंकि जब तक आपके पेट की समस्या सही नहीं होगी तब तक बवासीर का कोई ईलाज हो ‌‌‌ भी जाएगा तो वह काम नहीं करेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा आप गुदा पर मालिस कर सकते हैं। एलोवेरा जेल की । और यदि मस्सा काफी अधिक बड़ा हो गया और दवाओं से ठीक नहीं हो रहा है तो फिर आप इसके ईलाज के लिए डॉक्टर के पास जा सकते हैं आपका डॉक्टर आपके मस्से को ऑपरेशन के द्धारा हटा देगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌2.एलोवेरा जेल गांठ मे काफी उपयोगी होता है

दोस्तों बताया जाता है कि एलोवेरा जेल गांठ के अंदर भी काफी उपयोगी होता है। यदि आपको किसी भी तरह की बाहरी गांठ है तो एलोवेरा जेल के साथ आप हल्दी को मिलाएं और उसके बाद उस गांठ के उपर लगादें । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि धीरे धीरे आपकी गांठ बैठ जाएगी ।

‌‌‌यह एक देशी नुस्खा होता है। एलोवेरा के अंदर सूजन को कम करने का गुण होता है। राजीव दिक्षित ने एक विडियों के अंदर यही एक नुस्खा बताया है जो वाकाई मे काम करता है। यदि आपके शरीर पर किसी भी तरह की छोटी गांठ है जोकि हो रही है तो जल्दी ही आपको यह नुस्खा प्रयोग मे लेना चाहिए । दिन मे दिन बार ‌‌‌इसको गांठ के उपर लगाएं । ऐसा करने का फायदा यह होगा कि गांठ धीरे धीरे कम हो जाएगी । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।सूजन को कम करने और संक्रमण को हटाने मे हल्दी भी काफी उपयोगी होती है। आपको हल्दी आसानी से अपने घर के अंदर मिल जाएगी तो आप इसका उपयोग कर सकते हैं।

‌‌‌2.झुर्रियों को कम करता है एलोवेरा जेल

दोस्तों झुर्रिया आमतौर पर जब इंसान की उम्र काफी अधिक बढ़ जाती है तो उसकी त्वचा मरने लग जाती है और उसके बाद वह लटक जाती है। हालांकि हम जैसे गरीब लोगों के लिए यह कोई समस्या नहीं है लेकिन जो महिलाए एक्टर का काम करती हैं उनको लिए यह एक समस्या होती है ‌‌‌क्योंकि वे खुद को जवान दिखाने की कोशिश करती हैं। इसके लिए तो वे कई बार सर्जरी की मदद से अपनी झुर्रियों को कम करती हैं। आप टीवी पर जो एक्टर देखते हैं जोकि 50 साल ही होने के बाद भी जवां दिखती है। असल मे यह कुछ हद तक तो मैकअप का ही कमाल होता है। आपको बतादें कि एलोवेरा जेल को यदि आप ‌‌‌ झुर्रियों पर लगाते हैं तो झुर्रियों को कम किया जा सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि एलोवेरा जेल का उपयोग आप करते हैं तो यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगा । कुछ समय के लिए आपको इसका उपयोग करके देखना चाहिए तभी आपको पता चलेगा कि यह काम करता है या फिर नहीं करता है।

ऐलोवेरा जेल के फायदे

जेल में विटामिन सी और ई, बीटा कैरोटीन अधिक मात्रा में होता है। वैसे झुर्रिया आमतौर पर चेहरे की मरी ही हुई कोशिकाएं होती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और यह जेल उनको हटा देता है। तो आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप भी अपने चेहरे की झुर्रियों को कम करना चाहते हैं तो एलोवेरा जेल को लगा सकते हैं। इसको लगाने का तरीका बहुत ही सरल है पहले अपने मुंह को अच्छे से धो लें और उसके बाद इसकी मुंह पर मालिस करलें। ऐलोवेरा फेसपैक का उपयोग आप कर सकते हैं।

‌‌‌3.काले घेरो को दूर करता है एलोवेरा जेल

दोस्तों आपको बतादें कि एलोवेरा जेल काले घेरो को दूर करने का काम भी करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कई बार क्या होता है कि त्वचा पर काले घेरे बन जाते हैं। और यह घरे खास कर चेहरे पर होते हैं। और ऐसी जगह पर होते हैं जोकि दिखाई देते हैं। ऐसी ‌‌‌स्थिति के अंदर काफी अधिक समस्या होती है। और देखने मे यह काफी अधिक खराब होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। और खास कर लड़कियां वैसे भी काफी अधिक सुंदर दिखना चाहती हैं तो सुंदर दिखने के लिए उनको यह बिल्कुल भी पसंद नहीं आते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ‌‌‌यदि आपके भी चेहरे पर काले घेरे बने हुए हैं तो फिर आपको चाहिए कि आप वहां पर एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करें। यह आपके लिए काफी उपयोगी हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।एलोवेरा जेल का उपयोग ‌‌‌ आपको दिन मे कम से कम दो बार करना होगा । एक आप सुबह नहाने के बाद और एक रात को सोने से पहले कर सकते हैं। कुछ दिन आप प्रयोग करेंगे तो यह काले घेरे धीरे धीरे समाप्त हो जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन जब आप उपयोग करके देखेंगे तभी आपको इसके बारे मे पता चलेगा ।

‌‌‌4.aloe vera gel ke fayde खुजली को शांत करता है एलोवेरा जेल

‌‌‌एलोवेरा जेल के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी  गुण होता है। इसकी वजह से यह खुजली को शांत करने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । खुजली जिस भी स्थान पर हो रही है उस स्थान पर आपको एलोवेरा जेल को दिन मे 3 बार लगाना चाहिए । इससे खुजली की समस्या पूरी तरह से ठीक हो जाएगी ।

‌‌‌खुजली एक प्रकार से असहज और परेशान करने वाली स्थिति होती है जोकि आपकी त्वचा को खरोचने के लिए उकसाने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।आपको बतादें कि खुजली जो है वह वयस्कों के अंदर सबसे अधिक आम होती है। क्योंकि उम्र के साथ त्वचा ड्राई होती चली जाती है।

‌‌‌और आपको बतादें कि खुजली की वजह से आपकी त्वचा लाल हो सकती है और इसके उपर दाने दाने से हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। वैसे यदि आपको खुजली की समस्या है तो इसके लिए कई दवाएं मार्केट के अंदर उपलब्ध हैं आप उन क्रीम का उपयोग करके खुजली को सही कर सकते हैं।

‌‌‌यदि हम खुजली के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।खुजली आमतौर पर हाथ पैर और गर्दन के आस पास हो सकती है।लालिमा, खरोंच के निशान, दाने या छाले, सूखी व फटी त्वचा आदि लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसके अलावा यदि आपके पूरे शरीर के अंदर खुजली हो ‌‌‌ सकती है। यदि पूरे शरीर के अंदर खुजली होती है तो फिर यह किसी समस्या का संकेत हो सकती है। यह आमतौर पर लिवर की समस्या का संकेत हो सकती है। इस तरह से से खुजली के लक्षणों की मदद से आप इसको आसानी से पहचान सकते हैं और अपने डॉक्टर के पास संपर्क कर सकते हैं।

‌‌‌खुजली के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं। जिसकी मदद से आप खुजली के बारे मे अच्छी तरह से पहचान सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि खुजली के क्या क्या कारण हो सकते हैं ? ‌‌‌खुजली आमतौर पर मानसिक समस्याएं नर्व समस्या और किसी अन्य बीमारी के बारे मे संकेत देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

  • ‌‌‌खुजली आमतौर पर त्वचा की समस्याओं की वजह से हो सकती है। ऐसी कई तरह की त्वचा की समस्याएं होती हैं जिसकी वजह से खुजली हो सकती है। जैसे कि रूखी त्वचा, एक्जिमा , सोरायसिस, स्केबीज, परजीवी, जलना, घाव के निशान आदि हो सकते हैं जोकि खुजली का कारण बन सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा खुजली शरीर के अंदर आंतरिक समस्या की वजह से हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । कई तरह की आंतरिक समस्याएं होती हैं जोकि खुजली का कारण बन सकती हैं जैसे कि  लिवर रोग, गुर्दे की बीमारी, एनीमिया, डायबिटीज, थायरॉयड रोग, मल्टीपल मायलोमा आदि की वजह से ।
  • चिंता, ओसीडी और डिप्रेशन आदि मानसिक समस्याओं की वजह से भी कुछ लोगों के अंदर खुजली देखने को मिलती है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप समझ सकते हैं।
  • एलर्जिक प्रतिक्रिया की वजह से भी खुजली हो सकती है। एलर्जी किसी भी चीज से हो सकती है जैसे कि जानवरों के संपर्क मे आने से या उनके मल और मूत्र की वजह से भी एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा कुछ दवाएं भी एलर्जी का कारण बन सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

खुजली से बचाव से आप क्या क्या कर सकते हैं ? इसके लिए आप कई तरह के उपाय कर सकते हैं। जिसकी मदद से आप खुजली को रोक सकते हैं तो आइए जानते हैं कि आप किस तरह से खुजली से बच सकते हैं ?

  • ‌‌‌इस तरह की क्रीम या बॉडी लोशन का प्रयोग करें जोकि आपकी त्वचा की खुजली को रोकने का काम करती है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • सनबर्न और क्षतिग्रस्त त्वचा को सही करने के लिए निरंतर क्रीम का उपयोग करना चाहिए ।
  • ‌‌‌नहाते हैं तो इसके लिए मुलायम प्रकार का साबुन प्रयोग करें जोकि आपकी त्वचा के अंदर किसी तरह की जलन पैदा करने मे सक्षम नहीं हो ।
  • गर्म और गुनगुने पानी से नहाएं । ऐसा करने से खुजली की समस्या कम हो जाएगी । आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌उन सभी कपड़ों को पहनने से आपको बचना चाहिए जोकि खुजली को पैदा करने का काम करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
  • खुजली को रोकने के लिए कई तरह की क्रीम आती हैं आप उनका प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा  एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग भी आप कर सकते हैं। बाकि आपका डॉक्टर ‌‌‌ आपको जोभी दवा देता है आपको उस दवा का प्रयोग करना चाहिए ।

खुजली का परीक्षण की बात करें तो जब आप डॉक्टर के पास जाते हैं तो डॉक्टर आपसे कई चीजों के बारे मे पूछता है और उसके बाद ही उनको यह पता चलता है कि खुजली किन कारणों से होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌जैसे कि आपको कितने समय से यह खुजली हो रही है।

इसके अलावा खुजली कब शूरू होती है और कब बंद होती है ?

क्या आपको किसी तरह की एलर्जी है तो क्या उसकी वजह से खुजली हो रही है ?

  • ‌‌‌जब आपकी खुजली की समस्या आपके डॉक्टर को कुछ समझ नहीं आती है तो फिर आपका डॉक्टर आपकी त्वचा का परीक्षण करता है। और उसके बाद ही समस्या का पता लगाता है।
  • थायराइड  टेस्ट भी आपका डॉक्टर कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा त्वचा का परीक्षण भी किया जाता है। जिसकी मदद से खुजली के बारे मे पता लगाया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌एक बार जब आपको डॉक्टर को खुजली का कारण पता चल जाता है तो उसके बाद आपका डॉक्टर आपको कुछ दवाएं लिखकर दे सकता है जिससे आप सेवन करते हैं तो फिर समस्या अपने आप ही ठीक हो जाएगी । हालांकि कुछ समय के लिए आप दवाएं सेवन कर सकते हैं। जब तक डॉक्टर आपको इसके लिए मना नहीं कर देता है।

‌‌‌यदि हम खुजली के इलाज की बात करें तो जब एक बार डॉक्टरों को खुजली का कारण जैसे कि एलर्जी  विकार या अंदर कोई समस्या का पता चलता है तो उसके आधार पर खुजली की समस्या का उपचार किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

कोर्टिकोस्टेरोइड क्रीम के बारे मे डॉक्टर आपको बता सकता है। आपकी त्वचा यदि खुजली की वजह से लाल हो गई है तो डॉक्टर कह सकता है कि आप इस क्रीम को अपनी त्वचा पर लगाएं और उसके बाद उपर गीला कपड़ा रख सकते हैं जिससे कि यह क्रीम त्वचा के द्धारा बहुत ही आसानी से अवशोषित हो जाएगी ।और इसका निरंतर ‌‌‌ प्रयोग करने से खुजली से काफी अधिक आराम मिलेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

कैल्सीन्यूरिन अवरोधक का उपयोग तब किया जाता है यदि आपके शरीर के अंदर होने वाली खुजली यदि किसी बड़े हिस्से के अंदर नहीं है तो आप इस क्रीम का उपयोग कर सकते हैं आप समझ सकते हैं।

गुर्दों की बीमारी, आयरन की कमी या थायराइड की समस्या की वजह से खुजली हो रही है तो उसके बाद इन समस्याओं के इलाज करने की दिशा मे काम किया जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌खुजली पैदा करने वाली चीजों से आपको बचना होगा जैसे कि आपको अधिक गर्म कमरे के अदंर नहीं रहना है। अधिक पसीना बहाने वाला काम ना करें ।इसके अलावा सुगंधित साबुन से एलर्जी हो सकती है। इनसे बचना चाहिए । मतलब यही है कि जिस भी चीज के संपर्क मे आने से आपको खुजली की समस्या हो सकती है उसे बचना चाहिए ।

‌‌‌जिस भी हिस्से के अंदर खुजली हो रही हो वहां  पर खरोंच से आपको बचना चाहिए । यदि खुजली हो रही है तो आप हल्के हाथ का प्रयोग कर सकते हैं। यह खुजली को शांत करेगा और आराम भी दिलाएगा । आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि आपके दिमाग मे काफी अधिक तनाव हो गया है या तनाव एक तरह की समस्या पैदा कर रहा है तो फिर आपको खुजली की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए तनाव को कम करना चाहिए ।

  • ‌‌‌यदि आपको खुजली अधिक हो रही है तो आपको ताजी फल और सब्जी का सेवन करना चाहिए । इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट होता है जोकि खुजली को कम करने मे काफी मदद करता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌तेलयुक्त मछली का आप सेवन कर सकते हैं। इसके अंदर  विटामिन डी, प्रोटीन और कुछ बी विटामिन होते हैं। हालांकि इनके सेवन करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करलें और उसके बाद ही सेवन करें ।
  • फ्लैक्स, कद्दू, तिल या सूरजमुखी के बीज आदि का सेवन कर सकते हैं जोकि खुजली को कम करने का काम करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • पोटेशियम से भरपूर होने के साथ-साथ इनमें हिस्टामाइन की मात्रा को कम करने वाले पोषक तत्व, मैग्नीशियम और विटामिन सी केले के अंदर होते हैं इस वजह से केला भी खुजली के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

5.मुंहासे के अंदर एलोवेरा जेल के फायदे

‌‌‌मुंहासे काफी खराब होते हैं। और खासकर जब यह महिलाओं के चेहरे पर होते हैं तो उनकी सुंदरता मे काफी कमी आ जाती है। और वैसे भी कोई भी महिला यह नहीं चाहती है कि उसकी सुंदरता मे कमी आए । वह अपनी सुंदरता को बढ़ाने के लिए कुछ भी करेगी ।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि एलोवेरा जेल आप यदि अपने मुंहासों पर लगाते हैं तो यह आपके मुंहासों को ठीक करने के लिए जानी जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। और सबसे बड़ी बात यह है कि यह किसी भी तरह का साइड इफेक्ट पैदा नहीं करती है।

मुंहासे या पिटिका (Pimples or Acne) त्वचा की एक स्थिति है जो सफेद, काले और जलने वाले लाल दाग के रूप में दिखते हैं।और आपको बतादें कि यह 13 वर्ष से लेकर 30 वर्ष तक कभी भी निकल सकते हैं। और एक बार निकलने के बाद यदि यह ठीक भी हो जाते हैं तो फिर इनके दाग चेहरे पर रह जाते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि मुंहासों के अलग अलग रूप होते हैं। कुछ मुंहासे काले कील वाले होते हैं। और यदि आप इनको दबाते हैं तो इनके मुंह से कील निकलती है और अंदर सफेद पदार्थ भी निकलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसके अलावा पस वाले मुंहासे भी होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा कुछ लोगों को मुंहासे काफी कम होते हैं लेकिन कुछ लोगों को अधिक मुहांसे होते हैं। जिसके अंदर काली कील होती है या फिर पस आ सकता है। और यह शरीर के कई हिस्सों के अंदर हो सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा कुछ लोगों के जो मुंहासे होते हैं वे काफी बड़े हो जाते हैं और गांठ का रूप लेलेते हैं। हालांकि यह मात्र कुछ ही लोगों के अंदर होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । मवादयुक्त गांठों में दर्द, जलन, सूजन और लालिमा  पाई जा सकती है।

पिंपल/मुंहासे होने के कारण की यदि हम बात करें तो ऎलोपेथिक यह विश्वास करती है कि त्वचा मे कई तरह के रोम छिद्र होते हैं और यदि यह रोम छिद्र किसी वजह से रूक जाते हैं तो उसके बाद इनसे निकलने वाला स्त्राव रूक जाता है जिसकी वजह से त्वाचा के नीचे मुंहासे पनप जाते हैं। और बाद मे यह काफी बड़े ‌‌‌ हो जाते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और जब इनके अंदर पस पड़ जाता है तो इनको कील के नाम से जाना जाता है।

  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप किसी तरह की एक्सपायरी क्रीम का उपयोग करते हैं तो मुंहासे आ सकते हैं।
  • इसके अलावा यदि आप सही से नींद नहीं ले पाते हैं तो इसकी वजह से भी मुंहासे हो सकते हैं।
  • और पाचन तंत्र के अंदर किसी तरह की परेशानी होने की वजह से भी मुंहासे आ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा लड़के लड़कियों के अंदर मुंहासे आने का कारण हार्मोन मे बदलाव भी होता है आप समझ गए होंगे ।

6.aloe vera gel ke fayde दाद के अंदर एलोवेरा जेल के फायदे

‌‌‌दाद के बारे मे वैसे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। दाद एक प्रकार का फंगल इन्फेक्सन होता है। और इसको टिनिया भी कहा जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।दाद के अंदर होता यह है कि एक पपड़ीदार त्वचा बन जाती है और उस स्थान पर काफी अधिक ‌‌‌ खुजली होने लग जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।आपको यह भी बतादें कि दाद काफी संक्रामक होता है। यह एक इंसान से दूसरे इंसान के अंदर बहुत ही आसानी से फैल जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं

‌‌‌दाद के अंदर एलोवेरा जेल भी काफी फायदेमंद होती है। एलोवेरा जेल को यदि आप दाद पर लगाते हैं तो यह खुजली को कम करने का काम करता है। और यह ठीक भी हो सकता है। इसके अलावा दाद को कम करने के लिए कई तरह की एंटिफंगल दवाएं होती हैं । उसकी मदद से दाद को कम किया जा सकता है। मतलब दाद को बहुत ही आसानी से ठीक ‌‌‌ किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि हम दाद की बात करें तो दाद कई तरह के होते हैं। टिनिया बारबाइ (Tinea Barbae)  भी एक प्रकार का दाद होता है जोकि दाड़ी के अंदर होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।इसकी वजह से दाड़ी पर निशान बनता है और दाड़ी कटवाने के दौरान यह दाद हो सकता है। और काफी अधिक परेशान करता है।

टिनिया कैपेटिस (Tinea Capitis)  भी एक प्रकार का दाद होता है जोकि आपके सिर के अंदर हो सकता है। यह खास तौर पर बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।यह सिर मे होने की वजह से सिर के बाल उड़ जाते हैं और यह काफी अधिक परेशान करता है।

टिनिया क्रूसिस आमतौर पर जांघों के आस पास और जोड़ों के आस पास होता है। इस प्रकार का जो दाद होता है वह अधिकतर नर के अंदर देखने को मिलता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

टिनिया पेडिस पैरों के अंदर होने वाला दाद होता है। यह उन लोगों के अंदर देखने को मिलता है जोकि सर्वाजजिन स्थानों पर नंगे पैर जाते हैं। जिससे कि यह संक्रमण हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

दाद के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं। जिसकी मदद से आप यह पहचान सकते हैं कि आपको दाद की समस्या है। और तो और आइए जानते हैं दाद के लक्षणों के बारे मे विस्तार से । हालांकि दाद को आप देखते ही आसानी से पहचान सकते हैं। यह कोई छुपी हुई बीमारी नहीं है।

  • लाल चकत्ता, त्वचा में खुजली या जलन, त्वचा पर परतदार और उभरा हुआ दाग
  • दाद के बाहरी किनारे लाल होते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा दाद वाले स्थान पर काफी अधिक खुजली होती है।
  • दाद का आकार आमतौर पर गोल या अंडाकार मे होता है।

‌‌‌यदि हम दाद के फैलने के बारे मे बात करें तो यह कई तरीकों से फैल सकता है। यह एक तरह की फफूंदी की वजह से फैलता है और यह आपकी बाहरी त्वचा पर चिपक जाता है। उसके बाद दाद पैदा करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आइए जानते हैं दाद के फैलने के बारे मे विस्तार से ।

  • ‌‌‌आपको बतादें कि दाद एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के अंदर आसानी से फैल सकता है। यदि आप किसी दाद संक्रमित व्यक्ति के संपर्क मे आते हैं तो यह आसानी से आपके अंदर भी संक्रमण पैदा करदेता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा दाद  आपके पालतू जानवरों से भी आपके अंदर फैल सकता है। जैसे कि आप घर के अंदर बिल्ली रखते हैं और उसको दाद की समस्या है तो वह आपको भी हो सकती है। इसके अलावा कुत्ते गाय की मदद से भी इंसानों के अंदर यह बहुत ही आसानी से फैल जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • कंघी, ब्रश, कपड़े, तौलिया, बिस्तर और चादर आदि को कोई संक्रमित व्यक्ति प्रयोग करता है और उसके बाद कोई दूसरा व्यक्ति इन्हीं को प्रयेाग कर लेता है तो उसके बाद यह संक्रमण उस नए इंसान के अंदर हो जाता है। इसलिए दाद के संक्रमण से बचने के लिए संक्रमित व्यक्ति की चीजों को आपको नहीं छूना चाहिए ‌‌‌ वरना काफी अधिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप डॉक्टर के पास दाद की समस्याएं लेकर जाते हैं तो वह उनका कई तरह से परीक्षण करता है। हालांकि भारत के सरकारी अस्पतालों के अंदर तो दाद को देखा भी नहीं जाता है सीधे की दवा लिखदी जाती है। और उसके बाद  ब्लैक लाइट  की मदद से डॉक्टर देखता है कि दाद किस तरह से फैला हुआ है। मतलब यही है कि ‌‌‌ सही तरीके से दाद की जांच की जाती है। और उसके बाद ही कुछ किया जा सकता है। इसके अलावा भी दाद की जांच करने के लिए कई तरह के टेस्ट हो सकते हैं। स्किन बायोप्सी  का नाम तो आपने सुना ही होगा इसके अंदर दाद से ग्रस्ति एक त्वचा का टुकड़ा लिया जाता है और उसके बाद उस टुकड़े को लैब के अंदर टेस्ट के ‌‌‌ लिए भेजा जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌अब यदि दोस्तों हम दाद के जोखिम के बारे मे बात करें तो दाद को बढ़ाने के कई सारे जोखिम हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यदि आपके बच्चे के पास कुत्ता बिल्ली आदि हैं तो उसको दाद होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाएंगे । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • ‌‌‌यदि आपकी त्वचा पर किसी तरह की खरोच लगी है तो ऐसी स्थिति के अंदर यदि आप किसी फंगल के संपर्क मे आते हैं तो आपको दाद होने के चांस काफी अधिक होते हैं। इसके अलावा यदि आप किसी सर्वाजनिक पुल आदि के अंदर जाते हैं तो वहां पर भी संक्रमण होने का खतरा काफी अधिक होता है। इसके बारे मे आपको पता ‌‌‌होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अक्सर नंगे पांव ही रहते हैं तो इसकी वजह से भी दाद के होने का चांस काफी अधिक हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप जकडन पैदा करने वाले कपड़े पहनते हैं तो इसकी वजह से भी दाद होने के चांस काफी अधिक बढ़ जाते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली काफी अधिक कमजोर है तो सिर्फ दाद ही नहीं और भी बहुत सारी बीमारियां होती हैं जोकि आपको घेर सकती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌दाद से बचने के लिए आप क्या क्या कर सकते हैं ?

दोस्तों यदि आप दाद से बचना चाहते हैं तो कई चीजें कर सकते हैं। सबसे पहली चीज तो आप खुद को अलग रखें और अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को काफी बेहतर बनाने का काम आपको करना चाहिए । क्योंकि प्रतिरक्षा प्रणाली ही एक ऐसी चीज है जोकि ‌‌‌आपकी दाद की समस्या को सही कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

  • यदि आप खेत के अंदर काम करते हैं तो अधिक पसीने से बचे इस तरह के कपड़े पहने जोंकि पसीना आसानी से सोख लेते हों । जिससे कि शरीर सूखा रहे । दाद आमतौर पर अधिक ‌‌‌ गीली जगहों पर ही पैदा होता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा दाद यदि आपको है तो आप अपनी चीजों को दूसरों को शैयर नहीं करना चाहिए । क्योंकि यदि आप शैयर करते हैं तो फिर समस्या हो सकती है क्योंकि आपका संक्रमण दूसरे लोगों के अंदर फैल सकता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा दाद वाली जगहों को खुजलाने का मन करता है लेकिन खुजली होने पर दवा लगाएं । खुजलाने से संक्रमण किसी दूसरी जगहों पर फैल सकता है।

‌‌‌7.एलोवेरा जेल के फायदे घाव भरने मे तेजी लाता है

दोस्तों एलोवेरा जेल का एक फायदा यह भी है कि यह घाव भरने मे काफी तेजी लाता है। यदि आपको किसी तरह का चोट की वजह से घाव हो गया है तो इसको वहां पर दवा के रूप मे प्रयोग किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

प्रायोगिक अध्ययनों में पाया गया कि एलोवेरा पारंपरिक दवा की तुलना में जलने के उपचार के समय को लगभग 9 दिनों तक कम कर सकता है। यह लालिमा, खुजली और संक्रमण को रोकने में भी मदद करता है।

‌‌‌एलोवेरा जेल आमतौर पर जले हुए के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि शरीर का कोई हिस्सा मामूली रूप से जल गया है तो उसके लिए एलोवेरा जेल काफी फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌8.मुंह के छालों मे फायदेमंद होता है एलोवेरा जेल

दोस्तों मुंह के छालें कई लोगों को काफी अधिक परेशान करते हैं। और यदि मुंह के अंदर छाले हो जाते हैं तो उसके बाद खाने पीने के अंदर भी काफी अधिक समस्या होने लग जाती है। इसके अंदर भी एलोवेरा जेल काफी फायदेमंद होता है। यह आपके मुंह के ‌‌‌ छालों के अंदर आराम देने के लिए जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। 7-दिनों में अध्ययनविश्वसनीय स्रोतबार-बार मुंह के छालों वाले 180 लोगों में से उस जगह पर एलोवेरा का लेप लगाने से अल्सर का आकार कम हो जाता है।

‌‌‌दोस्तों मुंह के जो छाले होते हैं उनके पैदा होने के कई सारे कारण होते हैं यह आपके जीभ पर हो सकते हैं या फिर होठों के अंदर की तरफ भी हो सकते हैं। यह छोटे छोटे कई छाले हो सकते हैं या फिर बड़े भी हो सकते हैं। यह निगलने के अंदर काफी समस्या पैदा करते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि किसी को काफी लंबे समय तक छाले होते हैं तो उसके बाद उसे एक बार अपने डॉक्टर को परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए । वह कुछ दवाएं आपको लिखकर दे सकता है। आप उन दवाओं का उपयेाग करके अपने मुंह के छोलों को ठीक कर सकते हैं।

मुंह में चोट लगना, तीखा भोजन खाना, विटामिन की कमी, हॉर्मोन्स की गतिविधियां, तनाव और प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या की वजह से भी मुंह के अंदर छाले हो सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌वैसे अधिकतर केस के अंदर जो मुंह के छाले होते हैं उनको उपचार की जरूरत नहीं होती है। और यह अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। इसके अलावा यदि यह अधिक परेशान करते हैं तो उसके बाद आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए और डॉक्टर कुछ दवाएं लिखकर दे सकते हैं जिससे कि मुंह के छाले आसानी से ठीक हो जाएंगे ।

‌‌‌अब यदि हम मुंह मे छाले होने के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप मुंह के छालों को पहचान सकते हैं। मुंह के छाले जीभ तालू और मसूड़ों के अंदर हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • छाला पनपने से 24 घंटे पहले से जलन, झुनझुनी, चुभन महसूस होना।
  • छाला सफेद, ग्रे या पीले रंग का होता है,
  • ज़्यादातर छाले दर्दनाक होते हैं।
  • बोलने और निगलने मे कठिनाई होती है।
  • बुखार
  • सूजी हुई लसिका ग्रंथि
  • सुस्त होना
  • वजन कम होना
  • मुंह या गले में फंगल इन्फेक्शन होना

‌‌‌इस तरह के लक्षण यदि आपको दिखाई देते हैं तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए और आपके डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं उसका पालन करना चाहिए । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। कई बार यदि छाले लंबे समय तक ठीक नहीं होते हैं तो डॉक्टर को ‌‌‌ दिखाना बहुत ही जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌एलोवेरा जेल के नुकसान

दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया कि एलोवेरा जेल आपके लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यदि आपक एलोवेरा जेला काफी अधिक इस्तेमाल करते हैं तो इसकी वजह से आपको नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता ‌‌‌ होना चाहिए । इसके अलावा कई बार यह भी होता है कि एलोवेरा जेल एलर्जी का कारण बन सकती है। और इसकी वजह से आपको पेट की समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैंइसके अलावा एलावेरा जेल के इस्तेमाल से त्वचा से जुड़ी परेशानी हो सकती है। इसलिए बेहतर ‌‌‌ तरीके से आपको एलोवेरा जेल का इस्तेमाल करना चाहिए और यही आपके लिए सबसे अधिक सही रहेगा । आपको इसके बारे मे अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

‌‌‌एलोवेरा जेल से एलर्जी होना

दोस्तों यदि आप एलोवेरा जेल को अपनी त्वचा पर लगाते हैं और इसको लगाने के बाद आपको किसी तरह की समस्या होती है। जैसे की आपको खुजली होना दर्द होना या फिर त्वचा पर लालिमा होना । तो इसका मतलब यही है कि आपको एलर्जी हो चुकी है और आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना ‌‌‌ चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक अच्छा होगा । इसके बारे मे आपको पता चल ही गया होगा । इसके अलावा आपका डॉक्टर इस समस्या को सही करने के लिए आपको दवा लिखकर दे सकता है। जिससे कि आपकी समस्या काफी हद तक सही भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌पेट की समस्या होना

दोस्तों एलोवेरा जेल या जूस का यदि आप अधिक सेवन करते हैं तो उससे भी आपको समस्या हो सकती है। इससे आपको पेट की समस्या होने का डर बना रहता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । जैसे कि पेट में जलन, ऐंठन, मरोड़ होना आदि की समस्या हो सकती है इसके बारे मे ‌‌‌ आपको पता होना चाहिए । यदि आपके पेट मे किसी तरह की समस्या होती है तो आपको एलोवेरा जेल का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए और उसके बाद भी यदि समस्या नहीं जाती है तो फिर आपको चाहिए कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आपका डॉक्टर आपको जो भी निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए यही आपके ‌‌‌ लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

डिहाईड्रेशन की समस्या

डिहाईड्रेशन की समस्या  भी एलोवेरा जेल से हो सकती है। इसके अंदर लेक्सेटिव  होता है जोकि अपच और पेट साफ ना होने की स्थिति के अंदर होता है। लेकिन आपको यह पता होना चाहिए  कि यदि आप रोजाना इसका सेवन करते हैं तो फिर यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद नहीं होता है। यह आपके अंदर ‌‌‌पानी की कमी कर सकता है और इसकी वजह से आपको दस्त वैगरह की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको इस तरह के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो फिर आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन ‌‌‌ करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा आप समझ सकते हैं।

‌‌‌आंतरिक अंगों के अंदर जलन की समस्या

दोस्तों यदि आप एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं तो एक समस्या यह भी आती है कि आंतरिक अंगों के अंदर जलन की समस्या काफी अधिक बढ़ जाती है। यदि आपको भी आतंरिक अंगों के अंदर जलन की समस्या का एहसास होता है तो एक आर अपने डॉक्टर से परामर्श करें । और यदि आप एक ‌‌‌गर्भवति महिला हैं और एलोवेरा जूस का सेवन करती हैं तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए । वरना प्रसव मे दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा यदि आप स्तनपान करवाती हैं तोभी आपको एलोवेरा जूस का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए काफी अधिक नुकसान कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप ‌‌‌ समझ सकते हैं।

इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का होना

दोस्तों यदि आपको  इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की समस्या है तो फिर भूलकर भी एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए काफी नुकसान पैदा कर सकता है। हालांकि एलोवेरा जेल का उपयोग आप अपनी त्वचा पर कर सकते हैं। इससे किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी । लेकिन ‌‌‌यदि आप इसको शरीर के अंदर लेते हैं तो यह आपके लिए अधिक घातक हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं कुल मिलाकर यह आपके लिए सबसे अधिक अच्छा है। आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यह जो बीमारी होती है वह बड़ी आंत की बीमारी होती है। और इसके कुछ लक्षण भी दिखाई देते हैं जिनकी मदद से आप इस बीमारी को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं। यदि हम इनके लक्षणों की बात करें तो कई सारे लक्षण हो सकते हैं जैसे कि व्यक्ति को पेट में दर्द एवं मरोड़ होना, सूजन, गैस, कब्ज और डायरिया  आदि ।

‌‌‌हालांकि इस बीमारी के लक्षणों को लंबे समय तक नजरअंदाज करना  घाटे का सौदा हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । क्योंकि हो सकता है कि यह बाद मे गम्भीर रूप लेले । इसके अलावा यह भी हो सकता है कि यह बीमारी हो लेकिन किसी को पता भी ना चले ।

‌‌‌क्योंकि कई बार क्या होता है कि इस बीमारी का किसी को पता ही नहीं चल पाता है। आपको बतादें कि हमारे आंतों की जो दीवार होती है वह मांसपेशियों से मिलकर बनी होती है। अब यदि आप भोजन करते हैं तो यह मांसपेशियां सिकुड़ती हैं। लेकिन बाउल सिंड्रोम होने की दशा मे काफी अधिक सिकुड जाती हैं जिससे

‌‌‌ होता यह है कि पेट मे अधिक गैस बनने लग जाती है जिसकी वजह से काफी अधिक समस्याएं होने लग जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।और उसके बाद आंतों मे सूजन आ जाती है और डायरिया हो सकता है। तो आप समझ सकते हैं कि आंत किस तरह से काम करती है।

तनाव होने पर आम तौर पर एड्रिनल ग्रंथियों से एड्रेनैलिन और कॉर्टिसॉल नाम के हार्मोनों का स्राव होता है और तनाव की वजह से पाचन तंत्र के अंदर जलन होती है और सूजन आ जाता है। इसके बाद यह समस्या हो सकती है। महिलाओं के अंदर यह समस्या हार्मोन के अंदर होने वाले बदलाव की वजह से हो सकती है। इसके बारे मे आपको ‌‌‌ पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। कुल मिलाकर आपके लिए यह सबसे अधिक अच्छा होगा ।

‌‌‌महिलाओं के अंदर यह जो समस्या होती है वह माहवारी के अंदर काफी अधिक होती है।इसके अलावा यदि शरीर के अंदर रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी कमी होती है तो उसकी वजह से भी यह समस्या हो सकती है। आपको अपने शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ।‌‌‌इसके अलावा कई बार पेट के अंदर इन्फेक्सन होने की वजह से भी यह समस्या हो सकती है।

इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण पैदा हो सकते हैं। तो आइए जानते हैं इनके लक्षणों के बारे मे विस्तार से ।

  • आमतौर पर इस बीमारी की वजह से मरीज को दस्त या कब्ज हो सकती है। और घरेलू उपचार के बाद यह समस्या ठीक हो सकती है और कुछ समय बाद यह फिर से शूरू हो सकती है।
  • ‌‌‌वजन कम हो सकता है। दोस्तों इस बीमारी की वजह आपके शरीर का वजन काफी कम हो जाता है। आपको अपने शरीर पर ध्यान देना चाहिए । यदि आपके शरीर का वजन काफी कम हो गया है तो एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा इसकी वजह से पेट मे दर्द और ऐंठन हो सकता है। हालांकि यह तेज नहीं होता है जिसकी वजह से यही लगता है कि मरीज को सामान्य पेट दर्द है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
  • इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम की वजह से मरीज को हल्का और तेज बुखार हो सकता है। यदि आपको उपर दिये गए सारे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको बॉवेल सिंड्रोंम है और आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।

ब्लड प्रेशर की समस्या होना

दोस्तों यदि आपको अक्सर लो ब्लड प्रेसर की समस्या रहती है तो फिर आपको एलोवेरा जूस का  सेवन नहीं करना चाहिए । यदि आपका ब्लड  प्रेशर काफी लो रहता है तो आपको इसका सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके ब्लड प्रेशर को और अधिक लोग कर देता है।

‌‌‌इसलिए जिन लोगों का ब्लड प्रेसर लो है उनको इसका सेवन नहीं करना चाहिए । वरना समस्या  अधिक हो सकती है। और जिनका ब्लड प्रेशर काफी हाई होता है उनको इसका सेवन करना चाहिए यह ब्लड प्रेसर को कम करने मे काफी मदद करता है।

‌‌‌एलोवेरा जेल कितना फायदेमंद है ?

दोस्तों एलोवेरा जेल काफी फायदेमंद है। हम आपको इसके बारे मे उपर बता चुके हैं। उपर एक लिस्ट दी गई है आप उस लिस्ट की मदद से यह देख सकते हैं कि एलोवेरा जेल कितना फायदेमंद होता है।

‌‌‌एलोवेरा जेल गांठ के लिए कितना फायदेमंद है ?

दोस्तों एलोवेरा जेल गांठ के लिए काफी फायदेमंद होता है। आपको पता होना चाहिए कि आजकल गांठ एक बहुत ही बड़ी समस्या हो चुकी है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । असल मे गांठ होते ही लोगों को डर सताने लग जाता है कि कैंसर की शूरूआत हो चुकी है।

‌‌‌लेकिन आपको भी पता होगा कि हर गांठ कैंसर की नहीं होती है लेकिन बाद मे यह कैंसर का रूप लेलेती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि शरीर के अंदर बाहरी तौर पर कहीं पर गांठ हो चुकी है तो आप उपयोग कर सकते हैं एक सरल और प्राचीन तरीका यह काफी अधिक अच्छे तरीके से काम करता है एक बार ‌‌‌ उपयोग करके देख सकते हैं। कुछ दिन उपयोग करेंगे तभी आपको इसका फायदा नजर आएगा । आपको बतादें कि यह सिर्फ छोटी गांठों के लिए काफी अधिक काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌एलोवेरा जेल लें और उसके अंदर हल्दी मिलाएं और उसके बाद इसको दिन मे दो बार गांठ के उपर लगाएं । कुछ ही दिनों के अंदर गांठ बैठने लग जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌एलोवेरा जेल चेहरे पर लगा सकते हैं ?

दोस्तों ऐलोवेरा जेल को आप चेहरे पर लगा सकते हैं। ऐलोवेरा फेसवॉस भी आता है। और इसकी मदद से आपका चेहरा चमकदार बनता है और इसके अलावा यदि आपके चेहरे पर मुंहासे वैगरह की समस्या है तो फिर आप इसका उपयोग कर सकते हैं।  यह आपकी समस्या को ठीक कर सकता है।

‌‌‌एलोवेरा जेल का अधिक उपयोग करने पर क्या करें ?

दोस्तों एलोवेरा जेल को आप केवल एक्स्ट्रनल उपयोग ही करें। तो आप यदि इसका अधिक उपयोग करते हैं तो इसकी वजह से आपको किसी तरह का कोई फायदा नहीं होगा । क्योंकि अधिक बस आप क्रीम को ही वेस्ट करेंगे । बाकि इससे कोई भी फायदा नहीं होने वाला होगा ।‌‌‌इसलिए एलोवेरा जेल का उपयोग आपको सीमित मात्रा मे करना चाहिए । यदि समस्या छोटी है तो फिर आपको दिन मे 2 बार प्रयोग कर सकते हैं नहीं तो 3 बार प्रयोग कर सकते हैं।

एलोवेरा जेल एक्सपायरी होने के बाद क्या करें ?

दोस्तों यदि आपके पास एलोवेरा जेल है और वह एक्सपायरी हो चुकी है तो आपको उसका उपयोग नहीं करना चाहिए । क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो यह जेल आपको फायदे की बजाय नुकसान दे सकता है। इसलिए इसको आपको फेंक देना चाहिए । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।

‌‌‌और यदि आप इसको घर मे रखते हैं तो कई बार क्या होता है कि भूल मे भी आप इसका प्रयोग कर लेते हैं जिसकी वजह से आपको एलर्जी आदि की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए एक्सपायरी जेल का प्रयोग करना आपके लिए मोस्ट डेंजर हो सकता है।

एलोवेरा जेल कहां पर रखना चाहिए

दोस्तों एलोवेरा जेल को आपको धूप मे नहीं रखनी चाहिए । क्योंकि यदि आप धूप मे एलोवेरा जेल रखते हैं तो  वह खराब हो सकती है। और यह पिघल सकती है। इसलिए आपको चाहिए कि आप इसको कमरे के ताप पर रखें। यही आपके लिए सही होगा और आप समझ सकते हैं। इसके अलावा आपको इसको फ्रीज ‌‌‌ के अंदर भी ना रखें । वरना यह खराब हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

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arif khan

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