anjan dost shayari anjaan dost ke liye shayari अनजान दोस्ती शायरी और अजनबी दोस्ती शायरी दोस्तों इस लेख के अंदर हम आपको अनजान दोस्ती पर कुछ उपयोगी शायरी दे रहे हैं उम्मीद करते हैं कि यह सब आपको पसंद आएंगी । और यदि आपका कोई सवाल है तो आप हमें बता सकते हैं।
हम तो बिना कारण भी मुस्कुराया करते हैं।
हम वो इंसान नहीं जो अनजान दोस्ती मे
दिल लगाया करते हैं।
अनजान दोस्तों से दूर रहना यारो
क्योंकि वोही तुम्हें फंसाया करते हैं।
———————–
अनजान दोस्त क्या जानें
मेरे आसूंओ की कीमत को
सिर्फ सच्चे दोस्त ही
बदल सकते हैं जिदंगी की सिम्त को ।
———————-
बहुत सारे फूलों मे
से ही जीवन मे गुलजार मिलते हैं
अनजान दोस्तों मे ही
एक दिन सच्चे यार मिलते हैं।
————————–
बचके रहो ऐसे अनजान
दोस्तों से जो सीढ़ियों की तरह तुम्हारा
इस्तेमाल करते हों ।
जब बात आए दोस्ती निभाने की तो
लाखों सवाल करते हों ।
—————————–
नींद मे अंगड़ाई का
प्यार मे जुदाई का
और अजनबी दोस्तों
मे बेवफाई का काम होता है।
————————
कोयले की खदानों मे
कभी हीरे नहीं मिलते ।।
अनजान दोस्तों मे
कभी जिदंगी के सिरे नहीं मिलते ।।
—————————
हम गम के दिरया मे डूब गए अनजान दोस्तों की
दोस्तो पर भरोशा करने का नतीजा है
अनजान दोस्तों का तो नहीं पर
अपनों का दिल हम पर पसीजा है।
———————-
औरत शर्माती है क्योंकि
उसकी लजा है यह ।।
खून के आंसू रोते हम
अनजान दोस्तों पर भरोशा
करने की सजा है यह ।।
————————–
कभी कभी अधिक मीठा
भी नुकसान कर जाता है।
अजनबी दोस्त के कुछ नहीं
लगते आप कभी कभी
वह भी आपका अपमान कर जाता है।
————————–
हमारे आंसूओं को देखकर
अजनबी दोस्त रोया नहीं करते ।
जिनको आंसूओं की कीमत का
पता नहीं
उनके लिए आंसूओं के निर को खोया नहीं करते ।।
————————-
जलते दियों को
बुझाने वाले अनजान दोस्त हमने देखें हैं।
इस दुनिया मे अपनी जान से अधिक
चाहने वाले दोस्त भी हमने देखें हैं।
————————
दोस्ती और प्यार
एक साथ नहीं हो सकता ।
दोस्ती तीर है
तो प्यार खीर है।
दोस्ती गम की दवा है
तो प्यार खुशी की हवा है।
————————–
अच्छा नहीं होता
अजनबी दोस्तों को सीने से लगाना
क्या पता अगले ही पल
वे आपके सीने मे छेद करदें ।
—————————
तूने अजनबी दोस्ती को
प्यार का नाम देदिया ।।
इसलिए आज तुम्हारे
दोस्त नें यह गम इनाम देदिया ।।
—————————–
कहते हैं मौत सो कोस से
भी खींच लेआती है।
लेकिन सच्ची दोस्ती
तुम्हें मौत के बीच से
बांहों भी भींच कर ले आती है।
————————–
हर किसी को
रास नहीं आता फुलों का
खिल खिलाना
अजनबी दोस्तों से हाथ मिला लें
अच्छा है पर दिल मत मिलाना ।।
—————————-
कभी कभी दुश्मन भी
दोस्त बन जाया करते हैं
ऐसे दोस्त अजनबी
दोस्तों के रूप मे आया करते हैं।
——————————-
अनजान दोस्तों के लिए
तो हो सकता है आपकी जिदंगी एक जोक है।
आपके दर्द बेदर्द मे ना उनके मन मे खुशी है
और ना ही कोई शोक है।
——————————–
जिनको जिदंगी के समुद्र मे
तैराना नहीं आता वे डूब जाया करते हैं।
जो अजनबी दोस्तों पर भरोशा करते हैं
वे अपनी जिंदगी के दर्द को लुप जाया करते हैं।
———————————-
प्यार ,गुस्सा और महफिल
अनजान दोस्तों की
दुनिया निराली होती है।
दोस्तों संग हंसते हैं
खूब जब हाथ मे
शराब की प्याली होती है।
आपके अजनबी दोस्त
तो रूदाली की तरह होते हैं।
आप उसमे मक्खी पड़ी हुई प्याली की
तरह होते हैं।
उनको फेंक दिया जाता है
जो नोट जाली की तरह होते हैं।
——————————–
हे अजनबी दोस्त साथ रहना
हमारी जिंदगी के हर मुकाम मे ।
हम याद करेंगे तुम्हें
गम भरी हर शाम में ।
———————————
दुश्मनों का क्या भरोसा
वे मजधार मे भी आपका हाथ छोड़देंगे।
गलती छोटी हो तो भी
अनजान दोस्त साथ छोड़देंगे
——————————-
मेहनत करके ही
हर इंसान महान होता है।
पहली मुलाकात मे हर कोई
अनजान होता है।
एक दिन अनजान दोस्त ही
जिदंगी की शान होता है।
अनजान दोस्ती
रेगिस्तान मे चमकते हीरे की तरह होती है
कब साथ निभाए कब साथ छोड़ जाए
ऐसे सिरे की तरह होती है।
—————————–
जब आप अनजान दोस्ती
पर विश्वास हम खोने लगे हैं
अब तो यह दोस्ती भी
मतलबी होने लगे हैं।
जिस तरह से दूसरों के बागों
मे उगे फूल अपने किस काम के होते हैं।
कहने को तो अनजान
दोस्त बस नाम के होते हैं
—————————-
यदि दोस्त हैं आपके अनजान
दो अपने गमों की उनसे अपने गमों का जिक्र ना करो
ऐसे दोस्त आते जाते रहते हैं उनके जाने की फिक्र ना करों ।
————————–
अनजान दोस्तों की
दोस्ती निभाने का सिला मिला हमें
हमतो बरबाद हो गए ।
इन अनजान दोस्तों की वजह से
अपने ही घर मे दंगे फसाद हो गए
————————–
अनजान दोस्ती
तो टूटते तारे की तरह होती है।
नदी से दूर दिखते किनारे की
तरह होती है।
यह सपनों मे आपके सहारे की तरह होती है।
—————————
अनजान यार मिले हैं हमको
तो वे दोस्ती क्या निभाएंगे
उनके लिए खुद को क्यों
तबाह कर रहे हो वे
तुम्हें क्या चखाएंगे ।
—————————–
मेरे अनजान दोस्तों
की नादानियों ने हमें मारा है।
वरना वह भी हमारा होता
जो आसमां मे लगा सितारा है।
—————————–
अनजाने रस्तों मे
अक्सर भटक जाया करते हैं लोग ।
अनजानी दोस्ती का बहाना बनाकर
बीच रस्ते पर पटक जाय करते हैं लोग ।।
——————————-
अनजानी राहों पर
खुशी की तलास करना बेकार होता है।
एक दिन वह गिरता ही है जो
हर किसी घोड़े पर सवार होता है।
———————————
अनजान दोस्तों की दोस्ती को
हमने निभाया है अपना दिल हार करके ।
ऐसे खुद गर्ज दोस्तों के लिए कहां
तक जिएंगे खुद को मार करके ।।
————————————-
कभी कभी चांद की रात मे
चांदनी की प्रहरी होती है
कभी कभी अनजान
दोस्ती भी सागर की तरह गहरी होती है।
——————————
अनजान दोस्तों को तो हमने
सिर्फ दोस्त समझा था
पर उन्होंने तो हमें अपनी जिंदगी बना लिया ।।
———————————-
कहने को तो यह पुरी दुनिया
हमारी है।
लेकिन सच्चे मायेने मे एक
अनजान दोस्त ही है जिसने हमारी
नैया तारी है।
———————————
हे मेरे अनजान दोस्त
मैं जब भी इस दुनिया से जाउंगा
आपके लिए फूलों से भरी
खुशियां दे जाउंगा ।
वादा रहा हमारा आपका
हर कदम पर साथ निभाउंगा ।।
———————————
जिदंगी की राहों मे
कुछ अजनबी दोस्त हमें मिलें हैं।
अब उनके साथ शेयर करेंगे
जो शिकवे और गिले हैं।
——————————-
अनजान दोस्तों मे
कोई दोस्ती का कातिल भी हो तो
आप क्या जानें ।
अजनबी दोस्तों मे कोई आपकी
जिदंगी का साहिल हो तो भी आप क्या जानें ।।
————————————
प्यार तो हम भी करते थे
लेकिन बताने की हिम्मत नहीं हुई
सोचा अजनबी दोस्त हैं ।
इसलिए हमारे प्यार की खिदमत नहीं हुई ।
————————————
अपने अजनबी दोस्तों को
संभाल कर रखना होगा ।
उनके खोने का डर रहता है।
अजनबी दोस्तों के ही बेवफा
होने का डर रहता है
——————————–
किसी अनजान दोस्त से
आज हम दिल लगा बैठे
उसके लिए खुद को
ही भुला बैठे ।
गुनाह कर कर दिया हमने
अपने चाहने वालों को ही रूला बैठे ।।
——————————
जीवन मे कुछ दोस्त
गुमनाम होते हैं
कुछ दोस्त अनजान होते हैं।
लेकिन सच्चे दोस्तों के ही
दुनिया मे नाम होते हैं।
———————————
पहली मुकलाकात मे तो हर कोई
अनजान होता है।
लेकिन बाद मे उन्हीं मे से एक
आपके जीवन की पहचान होता है।
———————————–
हे दोस्त अनजान होकर
भी तुमने दोस्ती निभाई है।
आज से तू ही हमारा सच्चा दोस्त है
तेरे दुख दर्द मे साथ देगें यही
कसम हमने खाई है।
———————————-
मत खेलों
किसी की कातिल नजरों से
अनजान दोस्त भी कभी कभी
बचा लेते हैं इस जीवन को खतरों से ।
जिंदगी है ही ऐसी जो कम नहीं है संतरों से ।
————————————-
लोग कहते थे अनजान
दोस्त दोस्ती नहीं निभा पाएंगे
लेकिन तूने आज दोस्ती निभाली
कसम से यार आज
तूने हमारे दिल मे जगह बनाली ।।
———————————
जिदंगी की सफर मे
कुछ अनजाने मिल जाते हैं।
एक दिन यही दोस्त
जिदंगी मे फूल से खिल जाते हैं।
———————————
अनजानी राहों पर
अनजाने लोगों से दोस्ती
का परिणाम क्या होगा ?
सोच समझ कर दोस्ती करें
कल को गलत हुआ तो
तो इसका इंतकाम क्या होगा ?
———————————
हमको लूटा है
अनजान दोस्तों की जबानों ।
धोखा दिया है अपनों के
परवानों ने ।
तेरती हुई जिदंगी को डुबोया है
इन बेगानों ने ।।
————————————
आज हमारे दिल पर क्या गुजरी है
वो अनजान क्या जानें ।
सच्ची दोस्ती क्या होती है वो नादान
क्या जाने ।
जिदंगी का गम क्या होता है
वो श्मसान क्या जाने ।।
——————————-
अनजान फरिश्ते बनकर
तुम मेरी जिदंगी मे आये हो ।
तुम सदा मेरे साथ रहने वाले
मेरे साये हो ।
सच्चे दोस्त बनकर हमारे
दिल को भाये हो
—————————–
माना की आज
हमारे पास दौलत कम है।
हमारे अजनबी दोस्तों मे
दुनिया जहां को जितने का दम है।
हे अजनबी दोस्त दूर ना जाना
तुम्हें हमारी कसम है।
——————————-
बुरे वक्त मे ही सच्चे
अजनबी दोस्तों की पहचान होती है।
पहाड़ों को भी तोड़ सकते हैं वो
जिनकी दोस्ती मे जान होती ह
——————————–
अनजान दोस्तों से
दिल लगाया ना करों ।
अच्छे दोस्तों को इतना
सताया ना करों ।
संभल ना सकें
इतने दोस्त बनाया ना करो ।
——————————-
पतंग मे डोर का
दिन मे शौर का
और अजनबी दोस्ती मे
किसी और का काम होता है।
——————————–
अनजान दोस्तों
मे हीरों की तलास किया करते हैं हम
जिदंगी मे कोई दोस्त नहीं है हमारा
खुदा से दोस्त होने की अरदास किया
करते हैं हम।
——————————-
कुछ पल जिंदगी के
खामोश होते हैं।
लुट जाते हैं वो
जो अनजान दोस्तों पर
होश खोते हैं।
—————————
जिंदगी के सारे गम क्यों
बांट लेते हैं अनजाने दोस्त
जिदंगी मे क्यों इतना
साथ देते हैं अनजानें दोस्त
क्यों कुछ लोग अनजानें
दोस्तों से सिर्फ दोस्त छांट देते हैं लोग
——————————
अनजानी दोस्ती
टुटे फूल की तरह होती है।
जो कभी भी आपका साथ छोड़ सकता है।
———————————
कुछ अनजाने दोस्त ही
एक दिन सच्चे दोस्त बनते हैं।
बाकि तो जिदंगी की राहोंमे
छूट जाते हैं वे कच्चे दोस्त बनते हैं।
————————–
इस अनजानी दुनिया मे
अनजाने दोस्तों पर भरोसा
कैसे करें ।
भले ही सच्चे दोस्त नहीं हमारे
लेकिन इनको कोसा कैसे करें ।
—————————
अनजाने दोस्त भी यदि
प्यार से कहें तो आसमान हाजिर है।
यदि तुम उदास हो तो
एक मुस्कान हाजिर है।
मांग कर देखे तुम्हारे लिए जान भी हाजिर है।
———————–
अनजाने दोस्तों की
दोस्ती ने भंवर मे फंसाया है।
अब कोई गम नहीं यारों
तुमने तो हमें जिंदगी भर हंसाया है।
———————————
हे मेरे अनजान दोस्तों
तमन्ना हमारी है
कि यह दोस्ती मत तोड़ना ।
हमें बस आपका ही सहारा है
हमारा साथ कभी मत छोड़ना ।।
—————————
कुर्बान होते हर किसी को देखा है।
मातृ भूमी के लिए
जो अनजान दोस्त दोस्ती के लिए
कुर्बान हो जाएं ऐसे दोस्तों को हे खुदा
तुमने हमारी जिदंगी मे भेजा है।
————————
अनजाने भी कभी
कभी अपने लगते हैं।
ऐसे फूलों को हम और कहीं
नहीं अपने दिल मे रखते हैं।
————————–
भले ही आज तुम मेरे लिए अनजान हो
पर सच कहूं तुम जन्म से महान हो
हमारी यही दुआ है तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान हो ।।
———————–
हे खुदा हम चाहते हैं हमारे अनजाने
दोस्तों के चेहरों पर मुस्कान लिखना ।
अगर कम पड़े उनकी उम्र
तो हमारी उम्र उनके नाम लिखना ।।
————————-
दिल की हर तमन्ना पूरी हो यह जरूरी नहीं ।
अनजाने दोस्तों की इच्छा अधुरी हो यह जरूरी नहीं ।
आपका साथ देने की उनकी मजबूरी हो यह जरूरी नहीं ।
———————–
जब से अनजाने दोस्त
जाने पहचाने बने हैं
हमारे दिल ने धड़कना छोड़ दिया ।
जिदंगी मे कुछ दोस्त आते हैं
तो कुछ जाते हैं हमने दोस्तों के लिए
तड़पना छोड़ दिया ।
—————————
बहुत जरूरी होता है नैया मे बैठकर पतवार लेना
अनजानी दोस्ती मे गलती हो जाए
तो उसे सुधार लेना ।
कुछ लोगों को आता है अनजानी
दोस्ती से अपनी जिदंगी को संवार लेना ।
—————————
अनजाने दोस्त भी बहुत काम के
होते हैं उनको खोने नहीं देना ।
दोस्ती अगर सच्ची है तो
दोस्तों को रोने नहीं देना ।
और यदि दोस्त प्यारा हो
तो उसे चैन से सोने नहीं देना ।।
——————–
अरे तुम कहती हो छोड़दों
प्यार की खातिर अपने
आवारा अजनबी दोस्तों को ।
हमारा साथ देने के लिए
हमतो धन्यवाद कहते हैं सभी दोस्तों को ।
—————————–
खुदा ना करें हमारे अजनबी दोस्त
रूठ जाएं ।
हम वो कच्चा धागा नहीं कि
किसी के चाहने भर से टूट जाएं ।
————————-
अनजान दोस्ती वह नहीं होती
जो जान देती है।
अजनबी दोस्ती वह नहीं होती
जो आपको मुस्कान देती है।
अजनबी दोस्ती तो वह
होती है जोकि आपको जिदंगी
की पहचान देती है।
और वक्त पड़ने पर
आपके लिए अपने सीने भी तान देती है।
—————————
अनजान दोस्तों के
लहराते तिरंगे को हम सलाम करते हैं।
दोस्ती महान बन जाए हमारी
चलो ऐसा काम करते हैं।
———————–
अनजान दोस्ती पानी मे
गिरे आंसू को पहचान लेती है।
दुख दर्द मे भी जो आपको
मुस्कान देती है।
जब आप थके हो तब आपको
विश्राम देती है।
———————-
हर दर्द की कोई दवा नहीं होती ।
जो गम को उड़ा सके ऐसी कोई हवा नहीं होती ।
बिना अजनीब दोस्तों के जिदंगी रवा नहीं होती ।
————————–
महक अजनबी दोस्ती की फूलों से कम नहीं होती ।
बिना वक्त आए जिदंगी खत्म नहीं होती ।
दोस्तों के बिना शराब हज्म नहीं होती ।
और हर अजनबी दोस्ती मे समन नहीं होती ।
———————-
तकदीर के लिखे को कोई मिटा नहीं सकता ।
अजनबी दोस्त दोस्ती में जान देने की
हिम्मत जुटा नहीं सकता
जिसमे दिल ही नहीं हो वो सच्चे
दोस्त बना नहीं सकता ।।
————————
शराब की क्या चीज है
अजनबी दोस्तों के बिना हज्म नहीं होती ।
साथ हो अजनबी दोस्त तो यह जिदंगी भी
जन्नत से कम नहीं होती ।।
——————————
वो लौट कर नहीं आते जो
इस दुनिया को छोड़ देते हैं।
अनजान दोस्त नाराजगी मे
दोस्ती तोड़ देते हैं।
————————–
अनजान दोस्त अनजान
दवा की तरह होते हैं
आपको पता नहीं होता
कि यह उपयोगी है या नहीं ।।
—————————
कृपा करो दोस्त मिल जाएं सच्चे हे नाथ ।
कुछ पल बिताया करो अनजान दोस्तों के साथ।
————————-
वक्त के साथ यारी करते हुए अजनबी दोस्तों को देखा है
और बाद मे हमको दूध मे पड़ी मक्खी की तरह फेंका है।
—————————-
इस दुनिया मे अजनबी दोस्त वह दौलत हैं
जो जरूरी नहीं आपकी ही हो ।।
——————————–
वह मौत भी कितनी सुहानी होगी
जो अजनबी यारों की यारी मे आनी होगी ।
कुर्बान हो गए दोस्त दोस्ती के लिए
आज हमें तुम्हारी मयत भी सजानी होगी ।
अब हमारे पास बस यादें ही तुम्हारी निशानी होगी ।
—————————-
अनजान दोस्त हीरे सा अनमोल नहीं होता ।
धोखेबाज दोस्तों का हमारी जिदंगी मे कोई रोल नहीं होता ।।
————————
हर चीज कोहीनूर हो नहीं सकती ।
अनजान दोस्ती मशहूर हो नहीं सकती ।
और सच्ची दोस्ती कभी दूर हो नहीं सकती ।।
—————————
अनजान दोस्त बोलते हैं
हालातों ने हमको मजबूर किया
और हमारी फूटी किस्मत ने
आपको हमसे दूर किया ।।
——————–
अनजान दोस्ती मे भी
वजह हो सकती है।
सावधान दुश्मन दोस्तों से
जिंदगी खो सकती है।
———————————-
धुप मे भी नमी को
देखा है हमने
जिदंगी के आइने मे बस
हमी को देखा है हमने ।
अनजान दोस्तों मे भी
दुश्मनी को देखा है हमनें