asha shabd roop आशा के शब्द रूप आशा शब्द के आकारान्त स्त्रीलिङ्ग शब्द के शब्द रूप के बारे मे हम आपको बता रहे हैं। और यदि आपको हमारा प्रयास पसंद आता है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। यदि आपका कोई सवाल हो तो भी आप पूछ सकते हैं। हम आपको सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे । आप इस बात को समझ सकते हैं।
asha shabd roop आशा के शब्द रूप
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | आशा | आशे | आशाः |
द्वितीया | आशाम् | आशे | आशाः |
तृतीया | आशया | आशाभ्याम् | आशाभिः |
चतुर्थी | आशायै | आशाभ्याम् | आशाभ्यः |
पंचमी | आशायाः | आशाभ्याम् | आशाभ्यः |
षष्ठी | आशायाः | आशयोः | आशाणाम् |
सप्तमी | आशायाम् | आशयोः | आशासु |
सम्बोधन | हे आशे ! | हे आशे ! | हे आशाः ! |
दोस्तों आशा की यदि हम बात करें तो आपको बतादें कि आशा का मतलब होता है किसी काम होने का विश्वास होना । जैसे कि कोई काम होता है या आप कोई काम कर रहे हैं। यदि आपको कोई काम करने का आभास होता है तो इसका मतलब यह होता है कि आपको उस काम से जुड़ी आशा है।
दोस्तों आपको बतादें कि आशा से ही दुनिया कायम है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । यदि आशा नहीं होगी तो फिर दुनिया जिंदा नहीं रह पाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
जैसे कि कोई इंसान बीमार होता है तो वह इस आशा के साथ दवा का सेवन करता है कि दवा लेने के बाद वह ठीक हो जाएगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यदि उसे यह आशा ही नहीं होती है कि वह ठीक नहीं होगा तो उसके बाद वह दवा लेना ही बंद कर देगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप कोई भी काम करते हैं तो उस काम के अंदर सफल होने के लिए आपके अंदर आशा का होना सबसे अधिक जरूरी होता है। यदि आपके अंदर आशा नहीं होती है तो उसके बाद आप उस काम के अंदर कितना भी प्रयास क्यों ना करें आप उसके अंदर सफल नहीं हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
इसका मतलब यही है कि इंसान के अंदर आशा का होना सबसे अधिक जरूरी होता है आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके अंदर आशा नहीं होती है तो इसका मतलब यह है कि आपके अंदर कुछ भी नहीं होता है। बिना आशा के कुछ भी नहीं हो सकता है आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
अब आपके दिमाग के अंदर यह सवाल भी आता होगा कि जिन इंसानों के अंदर आशा है ही नहीं उन इंसानों का क्या करना चाहिए तो आपको बतादें कि आशा को आपको विकसित करना चाहिए । जैसे कि कोई इंसान मर जाता है तो उसके बाद हम उसके परिवार जनों को ढांढस बंधवाने के लिए जाते हैं।
हम यह चाहते हैं कि वह इंसान सही तरह से रहे । और अपने जीवन को नए तरीके से जीये । यदि उसके अंदर आशा ही नहीं होगी तो वह दुख से मर जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
मतलब यही है कि एक इंसान के अंदर आशा का होना बेहद ही जरूरी होता है। यदि इंसान के अंदर आशा नहीं होती है तो उसके बाद वह कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों आशा हर किसी काम के अंदर नहीं रहती है। कुछ काम इस प्रकार के होते हैं जिसके अंदर चाहकर भी हम आशा नहीं रख सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप आशा रखते हैं तो यह आपके लिए सफल होना सबसे अधिक जरूरी है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया कि आशा से ही दुनिया कायम है। यदि आशा ही नहीं होती है तो उसके बाद दुनिया कायम नहीं रह सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
दोस्तों आशा का दूसरा रूप होता है निराशा । दोस्तों यदि हम निराशा की बात करते हैं तो इसका मतलब होता है हम किसी काम से काफी हताश हो जाते हैं। जिसको निराशा के नाम से जाना जाता है। एक तरह से देखा जाए तो निराशा एक तरह से नगेटिव पॉंइट होता है। और निराशा के अंदर हम कभी भी रहना पसंद नहीं करते हैं।
इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दोस्तों निराशा के अंदर किसी भी इंसान को नहीं रहना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
यदि आप निराशा के अंदर रहते हैं तो उसके बाद आपके लिए बड़ी समस्या हो सकती है। सबसे पहली बात को आप डिप्रेशन के अंदर आ सकते हैं। और यदि आप एक बार डिप्रेशन के अंदर चले जाते हैं तो उसके बाद आपके लिए बाहर निकलना काफी अधिक कठिन हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए आपको निराशा के अंदर नहीं जीना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । यदि आपके अंदर किसी तरह के डिप्रेशन के लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि आशा का जीवन के अंदर काफी अधिक महत्व होता है। यदि जीवन के अंदर आशा नहीं होती है तो इसका मतलब यह है कि कुछ भी नहीं होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।
इसलिए आपको अपने जीवन के अंदर आशा को बनाए रखना काफी अधिक जरूरी होता है