बाढ़ के नुकसान या बाढ़ से होने वाले नुकसान के बारे मे हम आपको यहां पर बताने वाले हैं। बाढ़ शब्द के बारे मे आप सभी अच्छी तरह से परिचित होंगे ही । बाढ़ एक ऐसी स्थिति है ,जिसके अंदर पानी काफी अधिक मात्रा मे एकत्रित हो जाता है। और इसकी वजह से घर मकान और जान माल का नुकसान होता है। भारत के अंदर जो नदी के किनारे बसे हुए इलाके हैं। उनके अंदर बाढ़ अक्सर आती रहती है।वैसे आपको बतादें कि कम से कम 10 ऐसे क्षेत्र हैं। जिसके अंदर बाढ़ का आना लगभग तय होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।भारत के अंदर कई बार बादल फटने और अधिक बरसात की वजह से भी बाढ़ आई है।भारत तीन ओर से समुद्रों ;अरब सागरए हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ीद्ध से घिरा है। और आपको बतादें कि हर वर्ष 12 फीसदी इलाकों के अंदर बाढ़ आती है। भारत में बंगाल, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, केरल, असम, बिहार, गुजरात, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब जैसे कुछ राज्य हैं। जिनके अंदर अक्सर बाढ़ आती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में 7.36 लाख हैक्टेयर, बिहार में 3.26 लाख हैक्टेयर, पंजाब में 3.7 लाख हैक्टेयर, राजस्थान में 3.26 लाख हैक्टेयर, असम 3.15 लाख हैक्टेयर, बंगाल 2.6 लाख हैक्टेयर, उड़ीसा का 1.4 लाख हैक्टेयर और आंध्र प्रदेश का 1.39 लाख हैक्टेयर, केरल का 0.87 लाख हैक्टेयर, तमिलनाडु का 0.45 लाख हैक्टेयर, त्रिपुरा 0.33 लाख हैक्टेयर गंगा बेसिन एक इस तरह का क्षेत्र है , जोकि काफी अधिक बार बाढ़ को झेलता है।बंगालए बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे कुछ राज्य हैं। जंहा पर अक्सर बाढ़ आपको देखने को मिल जाती है।सारदा , राप्ती , गंडक और घाघरा नदियां आदि नदियां हैं , जोकि आमतौर पर यूपी के अंदर बाढ़ का कारण बनती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा यमुना नदी की वजह से पंजाब और हरियाणा के अंदर बाढ़ आती है।बूड़ी गंगा ,महानंदा , भागीरथी, दामोदर आदि कुछ नदियां इस तरह की हैं। जिसकी वजह से बिहार के अंदर बाढ़ आती है।
ब्रह्मपुत्र और बराक के बेसिन के अंदर जब अतिरिक्त पानी आ जाता है , तो उसकी वजह से बाढ़ आने लग जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इसकी वजह से असम मणिपूर और सिक्कम के अंदर बाढ़ के हालात पैदा हो जाते हैं।महानदी , बैतरणी और ब्राह्मणी जैसी कुछ नदियां हैं , जोकि उड़ीसा के अंदर बाढ़ का प्रमुख कारण बनती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस तरह से दोस्तों भारत के कई सारे इलाके ऐसे हैं। जंहा पर अक्सर बाढ़ आती रहती है। अब हम बात करने वाले हैं , कि बाढ़ की वजह से क्या क्या नुकसान होता है।
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बाढ़ के नुकसान इंसानों की मौत होना
2016 में बाढ़ के कारण 1करोड़ लोग प्रभावित हुए। 850 लोगों को जान गंवानी पड़ी, जिनमें 184 मध्य प्रदेश में , 99 उत्तराखंड में , 93 महाराष्ट्र में 74 उत्तरप्रदेश में और 61 गुजरात में थे। मतलब यही है। कि जब बाढ़ आती है तो चारो तरफ पानी भर जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर अचानक से राहत और बचाव कार्यों को नहीं पहुंचाया जा सकता है। कुछ लोग तैरना जानते हैं , तो वे बाढ़ के पानी से सुरक्षित बच जाते है।। लेकिन कई सारे लोग ऐसे होते हैं , जोकि बाढ़ के पानी के अंदर डूब जाते हैं। या फिर वे पानी के साथ बह जाते हैं , जिसकी वजह उनकी मौत हो जाती है। इसके अलावा कई लोगों पर मकान आदि के गिर जाने की वजह से भी मौत हो जाती है। तो बाढ़ का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है , कि इसकी वजह से लाखों जिदंगियों की मौत हो जाती है। उन सभी को बचाया नहीं जा सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बाढ़ से होने वाले नुकसान घरों का नष्ट होना
दोस्तों बाढ़ का दूसरा सबसे बड़ा नुकसान होता है कि घर नष्ट हो जाते हैं। और उनको फिर से बनाना संभव नहीं हो पाता है। या फिर उनके अंदर बहुत अधिक समय लग जाता है। मकानों के अंदर पानी घुस जाने की वजह से मकानों की दीवारें गिर जाती हैं। और इसकी वजह से काफी बड़ी परेशानी होती है। बिहार के अंदर सन 2008 ई के अंदर जब बाढ़ आई थी , तो उसकी वजह से लगभग 3 लाख मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे । मकान यदि कच्चे हैं तो इनके अधिक पानी की वजह से वे पूरी तरह से गिर जाएंगे । और सरकार के लिए भी उनको फिर से बनाना कोई आसान काम नहीं रह जाएगा ।
यदि आप भी बाढ़ वाले इलाके के अंदर रहते हैं , तो आपको अपने मकानों को इस तरह से बनाना चाहिए कि बाढ़ की वजह से उनको किसी तरह का कोई नुकसान ना हो । और घरों के अंदर आसानी से पानी नहीं घुस सके ।
पीने के पानी की अनुपलब्धता
दोस्तों बाढ़ का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के अंदर पीने का पानी पूरी तरह से समाप्त हो जाता है। क्योंकि जब तरफ पानी फैल जाता है। तो इसकी वजह से पीने का पानी बचता ही नहीं है। और बाढ़ का जो पानी होता है , वह काफी गंदा होता है। यदि उसको पिया जाता है ,तो फिर बीमारियां होने का खतरा काफी अधिक होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए बाढ़ प्रभावित इलाकों के अंदर पानी की काफी अधिक किल्लत हो जाती है। और दूसरी जगहों से पानी लेकर आना पड़ता है। जबकि पानी जीवन की एक आधारभूत जरूरत है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बाढ़ के नुकसान जहरीले जीव जंतुओं का खतरा
दोस्तों बाढ़ का एक नुकसान यह भी है कि जब पूरी जगह पर काफी तेजी से पानी भरता है , जो जमीन के अंदर रहने वाले सांप और दूसरे जहरीले जानवर बाहर निकल आते हैं। और यदि आप सावधानी नहीं बरतते हैं। हैं तो फिर यह जानवर आपको काट सकते हैं। यदि आपके यहां पर काफी बारिश हो रही है , और बाढ़ आने के हालात पैदा हो चुके हैं , तो आपको जहरीले जानवरों से सावधान रहना चाहिए । यह आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बाढ़ के नुकसान बीमारियां फैलने का खतरा
हैजा, आंत्रशोथ (Enteritis), हेपेटाईटिस ए जैसी कुछ बीमारियां होती हैं , जोकि बाढ़ की वजह से फैल सकती है। क्योंकि बाढ़ की वजह से सारा पानी दुषित होता है। और पीने के लिए पानी नहीं बचता है।
बाढ़ का पानी क्योंकि काफी दूषित होता है। और पीने के लिए कोई पानी होता नहीं है। ऐसी स्थिति के अंदर लोगों को गंदा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जोकि बीमारियां पैदा करता है। साफ पानी निकालने के कुआ आदि पूरी तरह से जलमग्न होने की वजह से उनसे पानी नहीं निकाला जा सकता है। यदि आपके इलाके के अंदर बाढ़ आई है , तो फिर लोगों के लिए पीने के लिए साफ पानी की व्यवस्था करनी चाहिए । ताकि लोगों को बीमारियों से बचाया जा सके ।
पशुओं की मौत होना
दोस्तों जब किसी इलाके के अंदर बाढ़ आती है , तो वहां पर रहने वाले पशुओं की मौत हो जाती है। असल मे बाढ़ काफी तेजी से आती है। और कई बार तो इसके बारे मे पता ही नहीं चल पाता है। और इंसान तक बाढ़ के अंदर फंस जाते हैं , तो पशु कैसे बच सकते हैं ? बाढ़ के पानी की वजह से घरों के अंदर के पालतू पशु और जंगलों के अंदर रहने वाले पशुओं की मौत हो जाती है। असल मे पशुओं को बाहर निकालना काफी कठिन काम होता है। तो यह भी एक तरह से बाढ़ का काफी बड़ा नुकसान होता है।2012. ब्रह्मपुत्र में आई बाढ़ ने 540 जानवरों को मौत के घाट उतार दिया था । बाढ़ की चपेट के अंदर मवेशी और बकरी कुत्ते और नीलगाय , भेड़ें आदि आ सकती हैं। यदि आपके इलाकें के अंदर बाढ़ आने का खतरा है , तो अपने पशुओं को खुला छोड़ दें । और बेहतर यही होगा कि आप उनको किसी सुरक्षित स्थान या फिर उंचे स्थान पर बांधने का प्रयास करें । जंहा पर बाढ़ का पानी आसानी से नहीं पहुंच सकता हो ।ताकि आप बाढ़ की चपेट मे आने से अपने पशुओं को बचा सकें ।
बाढ़ आने से सड़क परिवहन का नष्ट होना
दोस्तों जब किसी इलाके के अंदर बाढ़ आती है , तो इसकी वजह से सड़के बूरी तरह से प्रभावित होती हैं। बाढ़ की वजह से सड़के टूट जाती हैं। या बह जाती हैं। इसके अलावा सड़क के बीचों बीच गड्डे बन जाते हैं। और इसकी वजह से काफी समस्याएं होती हैं। और फिर उन सड़कों को फिर से स्थापित करने मे काफी अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सड़कों के नष्ट होने की वजह से यातायात के साधन हालात सामान्य होने के बाद भी नहीं आ सकते हैं। क्योंकि सड़कों के नुकसान को लंबे सयम तक सही नहीं किया जा सकता है।
कई जगहों पर भारी संरचनाएं सड़कों के उपर आ जाती हैं , जिसकी वजह से रस्ता ब्लॉक हो जाता है। सभी सड़कों को पूरी तरह से क्लीन करने के लिए महिनों का इंतजार करना पड़ता है।
खाने पीने की चीजों का महंगा होना
दोस्तों बाढ़ का दूसरा सबसे बड़ा नुकसान यह होता है , कि प्रभावित इलाकों के अंदर खाने पीने की चीजें काफी महंगी हो जाती है। मुझे याद नहीं है एक बार पता नहीं कहां पर बाढ़ आई थी तो पारलेजी बिस्कुट ही 40 रूपये के अंदर बिकने लगा था । तो आप समझ सकते हैं , कि बाढ़ के बाद खाने पीने की चीजों को खरीदना भी काफी अधिक कठिन हो जाता है। हर किसी के पास इतने अधिक पैसे होते नहीं हैं। हालांकि इसके अंदर सरकार कुछ कर सकती है। चीजों को महंगी करने के पीछे बिचौलियों का रोल होता है , जो बाढ़ के मौसम मे भी अधिक से अधिक फायदा उठाने के बारे मे सोचते हैं।
हो सकता है कि एक इंसान को बाढ़ के बाद कुछ नहीं चाहिए लेकिन अपना पेट भरने के लिए अनाज तो चाहिए ही होगा । और अनाज काफी महंगा होने की वजह से भूख मरने तक की नौबत आ सकती है। आप समझ सकते हैं।
बाढ़ के नुकसान फसलों का पूरी तरह से बरबाद होना
यदि किसी इलाके के अंदर बाढ़ आती है , तो इसका एक बड़ा नुकसान यह भी होता है , कि खेतों के अंदर जो फसल खड़ी रहती है वहां पर पानी भर जाता है , और पानी भर जाने की वजह से फसल पूरी तरह से बरबाद हो जाती है। और उत्पादन भी इसकी वजह से प्रभावित होता है। जैसे कि राजस्थान मे बाजरे की खेती होती है। और बाढ़ आ जाती है और खेतों मे पानी भर जाता है , तो इसकी वजह से बाजरे की फसल पूरी तरह से बरबाद हो जाती है , इसकी वजह से बाजरा महंगा हो जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
इस तरह से आप समझ सकते हैं कि बाढ़ की वजह से फसल नष्ट हो जाती है। और उत्पादन प्रभावित होने की वजह से विशेष चीजों की कीमतों के अंदर काफी अधिक बढ़ोतरी हो जाती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बाढ़ के नुकसान खाने पीने की चीजों का नष्ट होना
दोस्तों बाढ़ का एक अन्य बड़ा नुकसान यह होता है , कि जिन इलाकों के अंदर बाढ़ आती है वहां पर खाने पीने की चीजें पूरी तरह से नष्ट हो जाती हैं। जैसे कि आपके घर के अंदर गेहूं रखे गए थे । और बाढ़ आने की वजह से वे पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं। इसी तरह से बाढ़ की वजह से गांव के अंदर घरों मे रखी जाने वाली खाने पीने की चीजों को काफी बड़ा नुकसान होता है। और हम बहुत बार खाने पीने की चीजों को अपने साथ लेकर नहीं जा सकते हैं। हालांकि आजकल कुछ इस तरह के तरीके हैं , जिसकी मदद से आप खाने पीने की चीजों को बचा सकते हैं। आजकल बाढ़ आने से पहले आपको चेतावनी दी जाती है , ताकि आप अपनी जान माल की रक्षा कर सकें । और जरूरी चीजों को सुरक्षित स्थानों पर लेकर जा सकें। यदि आपके यहां पर बाढ़ की चेतावनी दी गई है , तो आपको अपनी जरूरी चीजों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाना चाहिए ।
बाढ़ के नुकसान आर्थिक तबाही का होना
दोस्तों यदि हम बाढ़ के अन्य नुकसान के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि बाढ़ की वजह से काफी भारी आर्थिक तबाही होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।पीछले 20 सालों के अंदर बाढ़ से 547 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ है।आप इस बात को समझ सकते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि जिन इलाकों के अंदर बाढ़ आती है , वहां पर भी सरकार को राहत देने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी पड़ती है। जबकि सरकार के पास भी इतना अधिक पैसा नहीं है कि वह बाढ़ से प्रभावित इलाकों को फिर से पहले जैसा ही बना सके । आप इस बात को समझ सकते हैं। तो बाढ़ काफी डेंजर होती है। 1953 से लेकर 2017 तक बारिश और बाढ़ की वजह से देश को 3 लाख 65 हजार 860 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ तो 1,07,487 लाख लोग बाढ़ और बारिश की भेंट चढ़ गए इस तरह से आप चीजों को समझ सकते हैं , कि बाढ़ की वजह से कितना अधिक भयंकर नुकसान होता है।
बाढ़ के नुकसान बिजली पोल क्षति ग्रस्त होना
दोस्तों बाढ़ का एक नुकसान यह भी होता है , कि जब किसी इलाके के अंदर बाढ़ आती है , तो वहां पर मौजूद बिजली के पोल पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हो जाते हैं। और बिजली कंपनी को काफी भारी नुकसान होता है। क्योंकि पोल को फिर से स्थापित करना पड़ता है। टूटे हुए तार वैगरह को फिर से सही करने का खर्च काफी अधिक बढ़ जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बाढ़ प्रभावित इलाकों के अंदर चोरी की घटनाएं बढ़ने लग जाती हैं
जब किसी क्षेत्र के अंदर बाढ़ आती है। तो फिर वहां पर चोरी की घटनाएं काफी तेजी से बढ़ने लग जाती हैं। क्योंकि लोगों को अचानक से ही अपने घरों को खाली करना होता है। ऐसी स्थिति के अंदर वे सभी कीमती वस्तुओं को अपने साथ नहीं ले जा सकते हैं। तो फिर चोरों का गिरोह भी वहां पर सक्रिय हो जाता है। और वहां पर चोरी की घटनाएं बढ़ने लग जाती हैं। तो हम कह सकते हैं , कि यह बाढ़ का ही एक सबसे बड़ा नुकसान है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
तो दोस्तों यह थे बाढ़ से होने वाले कुछ नुकसान । अब हम बाढ़ के फायदों के बारे मे बात कर लेते हैं असल मे बाढ़ आने की वजह से कुछ फायदे भी होते हैं। जिसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । जैसा कि आपको पता ही होगा कि हर काम के कुछ फायदे होते हैं , तो कुछ नुकसान भी होते हैं।
बाढ़ की वजह से जलिय जीवों को काफी भारी हानि होती है
दोस्तो जल के अंदर मछली वैगरह कई तरह का जीवन होता है। और जब बाढ़ काफी तेज होती है। तो पानी के साथ मछलियां और दूसरे जीव बहकर आ जाते हैं। और जब बाढ़ समाप्त हो जाती है , तो पानी नहीं मिलने की वजह से जलिय जीवन नष्ट हो जाता है। इसके अलावा बाढ़ वैगरह होने की वजह से शैवाल आदि काफी तेजी से प्रजनन करते हैं और पानी को उपर से ढक देते हैं , जिसकी वजह से जल मे रहने वाले जीवों की मौत हो जाती है।
बाढ़ के फायदे भूमी को उपजाउ बनाती है
दोस्तों बाढ़ का सबसे पहला फायदा यह होता है कि यह भूमी को उपजाउ बनाने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । बाढ़ के पानी के साथ मलबा और दूसरी उपजाउ मिट्टी आ जाती है। और जब पानी सूखता है , तो यह उपजाउ रेत जमीन पर ही रह जाती है। उसके बाद यहां पर आसानी से खेती की जा सकती है। फसल काफी अच्छी होती है। प्राचीन काल की सभ्यताएं नील नंदी के पास खेती करने का काम करती थी। इसका कारण यह था ,कि वहां पर बाढ़ का पानी आता था ,जिसकी वजह से भूमी उपजाउ रहती थी।
बाढ़ की वजह से जल का पुनर्भरण होता है
आप और हम भूमी के जल का काफी अधिक उपयोग कर रहे हैं। और जमीन से काफी तेजी से पानी निकाला जा रहा है। जब बाढ़ आती है , तो बहुत अधिक पानी जमीन पर आ जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर बाढ़ की वजह से भूमी पर जो पानी आता है , वह धीरे धीरे जमीन के अंदर चला जाता है। और इसकी वजह से जमीन का जलस्तर काफी अधिक बढ़ जाता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। जिसको हम एक तरह से अच्छी बात कह सकते हैं।मतलब यही है कि बाढ़ की वजह से जमीन का पानी का स्तर बढ़ जाता है। जोकि बाद मे सिंचाई वैगरह और पीने के पानी के रूप मे काम आता है।
फसलों के उत्पादकता के अंदर बढ़ोतरी होती है
यह बात सच है कि बाढ़ की वजह से फसलों को नुकसान होता है। लेकिन जब बाढ़ का पानी सूख जाता है , तो उस जगह पर यदि खेती की जाती है , तो इसका काफी अधिक फायदा होता है। और फसलों की उत्पादकता के अंदर काफी अधिक बढ़ोतरी होती है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बाढ़ आने का कारण
दोस्तों यदि हम बाढ़ आने के कारणों के बारे मे बात करें तो आपको बतादें कि बाढ़ आने के कई सारे कारण होते हैं। जिनके उपर हम इस लेख के अंदर चर्चा कर रहे हैं। यदि आपको इन कारणों के बारे मे नहीं पता है तो आपको हम यहां पर बता रहे हैं।
बांधों के टूटने से बाढ़ आने का खतरा
दोस्तों आपको पता ही है कि सरकार पानी का उपयोग करने के लिए बांधों को बनाती है। और बांध की वजह से बिजली पैदा होती है। कई बार क्या होता है , कि किसी बांध के अंदर क्रेक आ जाता है और पानी का रिसाव होना शूरू हो जाता है। और आपको पता ही है कि एक बांध काफी बड़ा होता है। अब यदि बांध से पानी रिसाव होगा , तो बांध के पास बसे हुए गांवों के अंदर बाढ़ आने का खतरा काफी अधिक हो जाएगा । कई बार बांध मे अधिक पानी की वजह से उस पानी को छोड़ा जाता है। जिसकी वजह से भी बाढ़ आने का खतरा काफी अधिक हो जाता है।
सुनामी और भूकंप की वजह से बाढ़ का खतरा
दोस्तों सुनामी आमतौर पर जमीन के नीचे होने वाली हलचल की वजह से पैदा होती हैं। किसी तरह के भूकंप की वजह से भी सुनामी आ सकती है। जब सुनामी आती हैं , तो कई फिट लंबी लहरें उठने लग जाती हैं। और इसकी वजह से काफी बड़ी समस्या पैदा हो जाती है। आस पास के जो इलाके होते हैं वे बाढ़ की वजह से डूबने की स्थति के अंदर आ जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । सुनामी की लहरें भयंकर बाढ़ का रूप लेलेती हैं। जोकि काफी नुकसान को पैदा करती हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में असामान्य बारिश
दोस्तों जो पहाड़ी क्षेत्र होते हैं। उनके अंदर यदि काफी अधिक बारिश होती है , तो उसकी वजह से भी बाढ़ का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । पहाड़ी क्षेत्रों के अंदर यदि लगातार पानी बरसता है , तो वह आसानी से जमीन के अंदर नहीं जा पाता है। और एकत्रित होने लग जाता है। और अंत मे बाढ़ का रूप लेलेता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।
हालांकि जो रेगिस्तानी इलाकें होते हैं , वहां पर बाढ़ आने का खतरा उतना अधिक नहीं होता है। इसका कारण यह है कि वहां पर यदि पानी बरसता भी है , तो यह आसानी से जमीन के अंदर चला जाता है। जिससे कि बाढ़ जैसा कोई भी खतरा नहीं हो पाता है।
बादल फटने की वजह से बाढ़ का आना
दोस्तों बाढ़ आने का एक कारण यह भी है , कि कई बार क्या होता है कि बादल फट जाता है। और बादल जब फट जाता है , तो एक ही स्थान पर बहुत अधिक पानी गिरने लग जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर बाढ़ का आना तय होता है। क्योंकि जब एक ही स्थान पर बहुत अधिक पानी गिरने लग जाएगा , तो फिर काफी अधिक परेशानी होगी । और पानी एकत्रित होता जाएगा व बाढ़ का रूप लेलेगा ।
बाढ़ क्या होती है ?
बाढ़ एक प्रकार का जलिय प्रहाव होता है , जोकि शुष्क क्षेत्र को जलमग्न कर देता है। या फिर कहें की इसकी वजह से शुष्क क्षेत्र के अंदर काफी अधिक मात्रा मे जल भर जाता है , जिसकी वजह से काफी अधिक समस्याएं होती हैं। बाढ़ आमतौर पर बर्फ पिघलने बांध टूटने और भूकंप की वजह से आ सकता है।
बाढ़ आने के बाद क्या करना चाहिए ?
यदि आपको बाढ़ आने की सूचना मिलता है , तो आपको सबसे पहले अपने परिवार को घर से बाहर निकाल देना चाहिए । और सुरक्षित स्थान पर जाने को कहना चाहिए । खास कर महिला और बच्चों को जितना जल्दी हो सके । वहां से निकालना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। उसके बाद आपको दूसरा काम यह करना होगा कि आपको अपने घर के अंदर से जरूरी सामान जैसे आटा या पैसा रूपये गहने आदि को ले लेना चाहिए । और यदि घर के अंदर पालतू पशु हैं , तो उनको खोल देना चाहिए । ताकि वे सुरक्षित स्थान पर जा सकें ।
आजकल आमतौर पर बाढ़ आने की सूचना काफी पहले ही मिल जाती है। ऐसी स्थिति के अंदर आपको उस सूचना के आधार पर अपने घर का कीमती सामान किसी और जगह पर रख देना चाहिए । ताकि आपको कम से कम नुकसान हो सके । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
बाढ़ आने के बाद बचाव और राहत के कार्य किस तरह से कर सकते हैं ?
दोस्तों यदि आपके यहां पर बाढ़ आ चुकी है , तो आप बचाव और राहत के कार्य कर सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ लोगों की टीम को बनाना चाहिए । और फिर टीम बनाने के बाद लोगों को एक साथ लेकर बचाव और राहत के कार्य कर सकते है। यदि आप तैरना भी जानते हैं , तो आप आसानी से किसी को बचा सकते हैं।इसके अलावा आस पास के लोगों को भी बुला सकते हैं , ताकि वे बाढ़ के अंदर फंसे हुए लोगों की मदद कर सकें ।
बाढ़ आने के बाद किन जगहों पर शरण लेना चाहिए
बाढ़ यदि आप चुकी है , तो आपको गांव से दूर किसी ऐसी जगह पर शरण लेनी चाहिए । जंहा पर बाढ़ के पानी के आने की संभावना नहीं हो । आप किसी उंचे स्थान पर शरण ले सकते हैं। और महिलाओं और बच्चों को वहां पर छोड़ सकते हैं। जिससे कि वे सुरक्षित रहेंगे । आप इन सब चीजों को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
इस तरह से हमने इस लेख के अंदर बाढ़ के नुकसान के बारे मे जाना और उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा लेख पसंद आएगा । यदि आपका कोई सवाल है , तो आप हमें बता सकते हैं। हम आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे ।
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