आइए आज बात करते हैं कि बकरे की कलेजी खाने के फायदे के बारे मे । bakre ka kaleja khane ke fayde ,बहुत कम लोग ऐसे हैं जिन्होंने कभी बकरी का मीट नहीं खाया हो । आज अधिकतर लोग बकरी का मांस खाते हैं और यह काफी स्वादिष्ट भी बनता है।इसके अलावा बकरी के सिर का सूप भी बहुत सारे लोग पीते हैं। उत्तर अफ्रीकी, मध्य पूर्वी और कैरेबियन व्यंजनों सहित कई संस्कृतियों में बकरी का मांस को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। बकरी के मांस के अंदर कम कैलोरी, वसा और कोलेस्ट्रॉल होता है।हालांकि कई लोगों का यह मानना है कि बकरी का मांस खाना एक मेमने की तुलना मे काफी कठिन होता है।सन 2013 के अंदर आई एक रिपोर्ट के अनुसार कनाड़ा के अंदर बकरी के मांस की खपत बढ़ रही है।अब खेतों के अंदर पहले की तुलना मे अधिक बकरियां हो चुकी हैं।
तीन औंस बकरी के मांस में लगभग 122 कैलोरी, 0.79 ग्राम संतृप्त वसा और 3.2 मिलीग्राम लोहा होता है। यह 179 कैलोरी, संतृप्त वसा होती है। इसके अलावा बकरी के मांस के अंदर कम वसा होती है। और यह कोमल होती है।
हमारे यहां पर तो बकरी का मांस बहुत अधिक खाया जाता है। इसका कारण यह है कि बकरी आसानी से मिल जाती है। गांवों के अंदर बड़ी संख्या मे बकरियां आती हैं। और कसाई जो अक्सर बकरियों को काटते हैं वे उनको लेकर जाते हैं और अपनी दुकानों पर काट कर बेच देते हैं। गल्ली के अंदर छोटी छोटी दुकाने होते हैं। जहां से बकरी का मांस खरीदा जा सकता है। यदि बकरी के कलेजे को खरीदते हैं तो यह अधिक महंगा होता है।
इसके अलावा बहुत से लोग घरों के अंदर भी बकरी को काटते हैं तो उसका कलेजा बच जाता है जिसको घर के लोग चाव से खाते हैं । बकरी का कलेजा खाने के फायदे अलग ही हैं। यह काफी पौष्टिक होता है। और इसके अंदर अच्छा प्रोटीन भी होता है।यदि आप बकरी का कलेजा वैगरह खाते हैं तो आप एक बेहतर आहार ले रहे हैं जोकि शाकहारी लोगों को किसी भी हाल मे प्राप्त नहीं हो पाता है।वैज्ञानिक रिसर्च से यह सामने आया है कि अवसाद, चिंता और ईटिंग डिसऑर्डर जैसी न्यूरोट्रांसमीटर की समस्याएं मीट खाने वाले व्यक्ति को नहीं होती हैं।
लाल मीट में प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन डी और जस्ता, मैग्नीशियम, लोहा जैसे तत्व पाये जाते हैं जो आपके शरीर के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। आइए जानते हैं बकरी का कलेजा खाने के फायदे के बारे मे ।
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बकरे की कलेजी खाने के फायदे प्रतिरक्षा प्रणाली मे सुधार करता है
यदि आप बकरी का कलेजा खाते हैं तो यह आपके प्रतिरक्षा प्रणाली के अंदर सुधार कर सकता है। जिससे आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। इसमे जस्ता और एंटिऑक्सीडेंट तत्व पाये जाते हैं जो आपके प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने का काम करती है। संक्रमण से शरीर की रक्षा करने के लिए बकरी का कलेजा काफी उपयोगी होता है।
बकरी का कलेजा खाने के फायदे मसल्स को बनाना
बकरी का कलेजा मसल्स बनाने वाले लोगों के लिए काफी उपयोगी होता है। इसके अंदर प्रोटीन होता है जोकि मांसपेशियों को मजबूत करती हैं। यदि आप मसल्स बनाने के शौकिन हैं तो बकरी का कलेजा आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाने मे उपयोगी Useful in increasing eyesight
यदि आपकी आंखें कमजोर हैं तो बकरी के मीट का सेवन कर सकते हैं।मीट के अंदर विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों के लिए अच्छा होता है।यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए काफी कारगर है। अक्सर आपने देखा होगा कि मीट खाने वाले लोगों की आंखें कम कमजोर होती हैं। या कम लोगो को चश्मा चढ़ा होता है।
bakre ka kaleja khane ke fayde बकरी का मांस पाचन मे सुधार करता है
बकरी के मीट के अंदर कई प्रकर के एमिनों ऐसिड पाये जाते हैं जोकि पाचन के अंदर सुधार करने का कार्य करते हैं।हिस्टिडाइन, लेउसीन, लाइसीन, आइसोलीयुसीन, मेथियोनीन, फेनिलएलैनिन, थ्रेऑनिन, ट्रिप्टोफैन, वेलिन जैसे ऐमिनों ऐसिड़ शरीर के अंदर पैदा नहीं होते हैं। वरन इनको बकरी के मांस से प्राप्त किया जा सकता है।यदि आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं हैं तो बकरी के मांस का सेवन करके ट्राई कर सकते हैं।
रक्त परिसंचरण मे सुधार करता है मीट Meat improves blood circulation
मीट का सेवन आपके रक्त परिसंचरण मे सुधार करता है। बकरी के कलेजे के अंदर लौह तत्व होता है जो रक्त के संचालन को बेहतर बनाने का कार्य करता है। यदि शरीर के अंदर लौह की कमी हो जाती है तो कई स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। जैसे थकान होना , एकाग्रता मे कमी हो जाना आदि । यदि आप बकरी का कलेजा खाते हैं तो यह आपके शरीर के अंदर खून का सही तरीके से दौरा करने मे काफी मदद करता है।
बकरी का कलेजा हर्ट के लिए अच्छा होता है Goat’s heart is good for heart
यदि आप बकरी का कलेजा खाते हैं तो यह आपके दिल के लिए काफी अच्छा होता है।बकरी के मांस के सेवन से रक्त वाहिकाओं में सूजन और दिल की धड़कन को स्थिर रखने वाले व्यक्ति के जोखिम को कम किया जा सकता है।फोलिक एसिड, थाइमिन, बायोटिन, पैंथोथेनीक एसिड, विटामिन बी 12 कोंशिकाओं के गठन मे मदद करते हैं। और विटामिन शरीर के अंदर अधिक उर्जा देते हैं। जिससे हर्ट सही तरीके से काम करता है। हालांकि यदि आपको हर्ट से जुड़ी कुछ बड़ी समस्याएं हैं तो बकरी का कलेजा खाने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य ही सलाह लें । क्योंकि बिना सलाह आप मुश्बित मे भी पड़ सकते हैं।
त्वचा के लिए काफी उपयोगी होता है बकरी का मीट Goat meat is very useful for the skin
बकरी के मीट के अंदर ओमेगा 3 फैटी ऐसिड़ होता है जो बकरी के मीट को काफी उपयोगी बना देता है।फैटी ऐसिड़ त्वचा की यूवी किरणों से रक्षा करता है और त्वचा को अच्छी स्थिति के अंदर बनाए रखने मे मदद करता है। इसके मांस के सेवन से त्वचा से संबंधित रोग भी दूर हो जाते हैं। यदि आप भी त्वचा के रोगों से झूझ रहे हैं तो बकरी का मांस खाकर देख सकते हैं।कुछ लोग उर्जा को हाशिल करने के लिए बकरे का कलेजा खाना अधिक पसंद करते हैं।
बकरी का कलेजा खाने के फायदे हड्डियों को मजबूत बनाता है
बकरी के कलेजा के अंदर काफी मात्रा मे कैल्शियम पाया जाता है। जैसा कि आपको पता ही होगा कि कैल्शियम शरीर की हडियों को मजबूती देने के लिए काफी आवश्यक होता है। यदि शरीर के अंदर कैल्शियम की कमी हो जाती है तो शरीर के अंदर अनेक प्रकार के रोग हो जाते हैं। यदि आप अपनी हड्डियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तो बकरी के कलेजे का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा ।
बकरी का मांस खाने के फायदे दिमाग के विकास मे मदद करता है
बकरी के मांस के अंदर ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो बच्चों के दिमाग का विकास करने मे काफी मददगार होता है।डोकोसैक्सिनोइक एसिड और इकोसापैनटोइनिक एसिड जैसे तत्व भी मीट के अंदर पाये जाते हैं जो दिमाग की कार्यक्षमता को बेहतर करने मे भी काफी मदद करते हैं।
बकरी का कलेजा अवसाद से बचाता है Goat’s heart prevents depression
आज बहुत से लोगों को अवसाद की समस्याएं हैं। आजकल की जीवन शौली इसी प्रकार की हो चुकी है कि इंसान को एक पल का भी समय अपने लिए नहीं मिल पाता है।
इंसान एक मशीन की भांति काम करता है। यही वजह से बहुत सारे अवसाद से पिड़ित लोग सुसाइड भी कर लेते हैं। अवसाद से बचने के लिए वैसे तो मार्केट के अंदर कई प्रकार की दवाएं हैं लेकिन बकरी का कलेजा भी इसके अंदर काफी उपयोगी साबित हो सकता है। क्योंकि इसके अंदर विटामिन बी 12 होता है जो आपके अवसाद रिलेटेड हार्मोन को कम करता है और डोपामाइन जैसे हार्मोंन के स्त्राव को बढ़ाने मे मदद करता है। जिससे अवसाद की समस्याएं हल हो जाती है।
बकरी का मांस जन्म दोष को रोकता है
क्या आप जानते हैं कि बकरी का कलेजा खाना बच्चे के जन्म दोष को रोक सकता है। हालांकि गर्भवति महिलाएं बकरी के मांस को नहीं खाती हैं। लेकिन उनके लिए यह काफी उपयोगी हो सकता है। यदि बकरी के मांस को अच्छी प्रकार से पका कर खाया जाता है तो यह किसी भी प्रकार की समस्या पैदा नहीं कर पाएगा ।
एनीमिया को रोकने मे मदद करता है बकरी का कलेजा
एनीमिया का मतलब होता है खून की कमी होना । अक्सर गर्भवति महिलाओं के अंदर खून की कमी होना बेहद ही आम बात होती है।हिमोग्लोबिन की मात्रा शरीर के अंदर 12 से 14 प्रतिशत होती है हालांकि यह महिलाओं के अंदर 11 प्रतिशत तक हो सकती है। एनिमियां तब होता है जब लाल रक्त कणिकाएं की नष्ट होने की दर निर्माण होने की दर से अधिक हो जाती है। यदि गर्भवती महिलाएं बकरी के कलेजे को अच्छी तरह से पका कर खाती हैं तो उनके अंदर खून की कमी की पूर्ति होती है।
शरीर को गर्माहट मिलना
बकरी का मीट यदि आप सर्दियों के अंदर खाते हैं तो यह शरीर को गर्माहट प्रदान करता है।बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो बकरी के मीट को सर्दी मे खाते हैं। इसका कारण यह है कि यह आपको सर्दी से बचाने का कार्य भी करता है। कुछ लोग मैंने ऐसे भी देखे हैं जोकि मीट खाने से इतने गर्म रहते हैं कि उनको सर्दी भी नहीं लगती है।लेकिन रोजाना बकरी का मीट नहीं खाना चाहिए इसका कारण यह है कि अधिक मीट आपके लिए नुकसानदायी हो सकता है।तो आपको सप्ताह मे एक बार मीट ही खाना चाहिए तभी यह अधिक अच्छा होता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने का कार्य करता है
यदि आपकी इम्यूनिटी कमजोर हो गई है तो बकरी का दिल आपके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकता है।क्योंकि इसके अंदर जिंक होता है जो आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करने का कार्य करता है। इम्यूनिटी ही वह चीज होती है जो आपको अनेक प्रकार के रोगों से बचाकर रखती है।
कैंसर से बचाने मे उपयोगी है बकरी का कलेजा
बकरी का कलेजा कैंसर से बचाव मे भी उपयोगी साबित हो सकता है । कैंसर वैसे तो कई प्रकार का होता है लेकिन कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि ही कैंसर कहा जाता है।बकरी के मांस में सेलेनियम और क्लोरीन होते हैं जो कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को रोकने मे काफी कारगर साबित होते हैं। कुल मिलाकर यदि आप कैंसर से बचना चाहते हैं तो बकरी के मांस का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगा ।
मोटापे को कम कर सकता है
बकरी का मांस मोटापे को भी कम कर सकता है। यदि आप अपने मोटापे को कम करने के बारे मे विचार कर रहे हैं तो आपके लिए बकरी का मांस काफी उपयोगी साबित हो सकता है।बकरी के मांस के अंदर विटामिन बी होता है जो अतिरिक्त वसा को जलाने का कार्य करता है। बकरी के मांस के अंदर प्रोटीन होता है ।
ऑर्गन मीट
ऑर्गन मीट जानवरों के वह अंग होते हैं जिनको इंसान उपभोग करता है। और सूअर, भेड़, बकरी, मुर्गियों और बत्तखों के अंग आते हैं।हालांकि अभी भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो जानवरों के अंगों को कम खाना पसंद करते हैं। लेकिन यदि बात करें जंगली कुत्तों की तो उन्होंने जानवरों का मांस ही नहीं वरन अंडकोष , दिमाग ,आंत वैगरह का भी सेवन किया है। ऑर्गन मीट आपकी डाइट में बेहतरीन इजाफा कर सकता है। वे पोषक तत्वों से भरे होते हैं, जैसे कि विटामिन बी 12 और फोलेट, और वे लोहे और प्रोटीन जैसी चीजें इसके अंदर होती हैं।
जानवरों के कुछ खाने योग्य अंग
मांस खाने वाले इंसान जानवरों जैसे बकरी ,भेड़ और मुर्गी के कई अंग खाते हैं जिनके बारे मे हम नीचे दे रहे हैं।
- लिवरी भी बकरी का खाया जा सकता है इसको मल्टीविटामिन के नाम से जाना जाता है।यह अंग मीट का पोषण शक्ति केंद्र भी है।
- जीभ भी बकरी की खाई जाती है।यह एक प्रकार की मांसपेशी होती है। लेकिन अपनी उच्च वसा की वजह से खाई जाती है।
- बकरी का कलेजा वैसे तो खाने योग्य नहीं लगता है लेकिन यह काफी स्वादिष्ट होता है। बकरी का कलेजा भी इंसानों के केलेजे की तरह रक्त को पंप करने का कार्य करता है।
- गुर्दे भी जानवरों मे होते हैं।स्तनधारियों में दो गुर्दे होते हैं। उनकी भूमिका रक्त से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को फ़िल्टर करने की है।
- बकरे के सिर को मैंने भी बहुत से लोगों को खाते हुए देखा है। एक बार जब मेरे एक दोस्त ने बकरे को काटा था तो उसके सिर को सेक करके वे लोग खा रहे थे । बकरे का सिर ओमेगा -3 फैटी एसिड का अच्छा स्त्रोत होता है।
क्या बकरी के ऑर्गन काफी पौष्टिक होते हैं
वैसे आपको बतादें कि ऑर्गन जानवरों के प्रकार के अनुसार अलग अलग तरह का पोषण प्रदान कर सकते हैं।लेकिन यह अधिकांश अंग काफी पोषक तत्वों को लिए हुए होते हैं। और मांस पेशियों की तुलना में अधिक पोषक तत्व-घने होते हैं।
विटामिन बी 12 और फोलेट। वे लौह, मैग्नीशियम, सेलेनियम और जस्ता और विटामिन ए ,डी जैसे तत्व भी इन अंगों के अंदर मौजूद होते हैं। पशु प्रोटीन सभी नौ आवश्यक अमीनो एसिड प्रदान करता है। जोकि इंसान के शरीर को आवश्यक कार्यकरने मे काफी मदद करता है।
बकरी के मीट की कुछ खास बातें
बकरी के अंगों का सेवन करने से काफी फायदे मंद है।आइए जानते हैं इस बारे मे कुछ फायदे ।
- मीट में हीम आयरन होता है, जो अत्यधिक जैव उपलब्धता है, इसलिए यह पौधे के खाद्य पदार्थों से गैर-हीम आयरन की तुलना में शरीर द्वारा बेहतर अवशोषित किया जा रहा है।
- उच्च-प्रोटीन आहार भूख को कम कर सकते हैं और परिपूर्णता की भावनाओं को बढ़ा सकते हैं। वे आपके चयापचय दर को बढ़ाकर वजन को कम करने का कार्य करते हैं।
- अंग मांस उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का एक स्रोत है, जो मांसपेशियों के निर्माण और बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
- choline के विश्व के सर्वोत्तम स्रोतों में से एक है, जो मस्तिष्क, मांसपेशियों और लीवर के स्वास्थ्य के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है ,बकरी के हर्ट खाने मे यह काफी फायदेमंद है।
बकरी के अंग मांस खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है ?
- बीफ़ मस्तिष्क के 3.5 औंस (100 ग्राम) कोलेस्ट्रॉल के लिए आरडीआई का 1,033% होता है, जबकि गुर्दे और यकृत में क्रमशः 239% और 127% कोलेस्ट्रॉल होता है।
- माना जाता है कि कोलेस्ट्रॉल को धमनियों, दवा और हृदय रोग पैदा करता है।जिगर आपके शरीर के अंदर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और उसी के द्धारा इसका उत्पादन होता है।
- जब आप अधिक कोलेस्ट्रॉल युक्त खाद्य पदार्थ खाते हैं तो आपका यकृत कम उत्पादन करता है।कोलेस्ट्रॉल में उच्च खाद्य पदार्थ केवल आपके कुल रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर मे मामूली प्रभाव ही डालता है। कई रिसर्च के अंदर यह निष्कर्ष निकाला की कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर होने की वजह से हृदय और हर्ट पर किसी भी प्रकार का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
ऑर्गन मीट का स्वाद
अपने मज़बूत और अनोखे स्वाद के कारण बढ़िया डाइनिंग रेस्तरां में ऑर्गन मीट तेजी से पोपुलर हो रहा है।क्योंकि अंग मांस के स्वाद को विकसित करने मे समय लग सकता है।जीभ और दिल हल्के स्वाद वाले होते हैं।लिवर और किडनी को अन्य व्यंजन के साथ मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
बकरी का मीट खाने के नुकसान
दोस्तों लगे हाथ हम बकरी का मीट खाने के नुकसान के बारे मे भी जान लेते हैं। यदि आपको बकरी का मीट सूट नहीं करता है तो आप उसे ना ही खाएं तो अच्छा है।
बकरी का मीट धमनियों को कठोर करता है
कई वैज्ञानिक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि बकरी के मीट के अंदर कार्निटाइन नामक एक यौगिक होता है जो हर्ट की धमनियों को कठोर करता है। और इस वजह से धमनियां ब्लॉक भी हो सकती हैं।तो मीट को अधिक नहीं खाना चाहिए ।
जल्दी मौत की संभावना
हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के द्धारा किये गए एक रिसर्च से यह पता चला है कि जो लोग मीट खाते हैं उनका जीवनकाल छोटा होता है।हालांकि यह हमेशा सच नहीं है लेकिन बहुत से लोगों पर यह बात लागू होती है।
शरीर मे गठिया होने की संभावना
मीट के अंदर अधिक यूरिक ऐसिड पाया जाता है जोकि शरीर के अंदर गठिया होने का कारण बन सकता है। इसलिए भी अधिक मीट खाना अच्छा नहीं रहता है।
एल्जाइमर रोग का खतरा
एक अल्जाइमर रोग का खतरा भी बकरी का मीट खाने से बढ़ जाता है। इसका कारण यह है कि बकरी के मीट के अंदर लौहे का स्तर अधिक होता है और अधिक लौहा दिमाग के अंदर पहुंच कर अल्जाइमर रोग का कारण बनता है।
बकरी का मीट कैसे बनाएं ?
बकरी के मीट को बनाना बहुत ही सरल होता है । इसके लिए 1 घंटा का समय लग जाता है।आइए जानते हैं बकरी के मीट को बनाने के तरीके के बारे मे ।
- 4 हरी मिर्च, कटी हुईं
- 5 लाल मिर्च साबुत
- 2 चम्मच कश्मीरी
- 1kg फ्रेश मटन
- 4-5 प्याज, कटे हुए
- मिर्च पाउडर लहसुन की 10 कलियां लें
- 1 बड़ा चम्मच अदरक
- 8 काली मिर्च
- 4 छोटी इलायची दालचीनी का एक टुकड़ा
- 4 तेज पत्ते भी लें
- 2 बड़ा चम्मच मटन मसाला
- 2 कप पानी स्वादानुसार नमक
- 5 बड़े चम्मच घी या तेल
अब आइए जानते हैं बकरी के मीट को बनाने के तरीके के बारे मे
- सबसे पहले बकरी के मीट को अच्छी तरह से धोकर साफ कर लेना चाहिए ।
- अब इसके उपर हल्दी ,नमक और गरम मशाला लगाकर आधे घंटे तक फ्रीज के अंदर रख देना चाहिए ।
- अदरक को कूट लेना है। ऐसा करने से भी इसकी सुगंध बरकरार रहेगी ।
- गैस पर कूकर रखदें ।
- अब कुकर के अंदर मामूली सा नाम डालें और उपर दिये हुई मात्रा के अंदर तेल डालकर गर्मकर डालें ।
- अब तेल मे जीरा, प्याज, लहसुन, लाल मिर्च और अदरक इन सभी को डालें और उसके बाद भूनें ।
- इन सबके भून जाने के बाद इसके अंदर बकरी का मटन डालें और अच्छी तरह से पकाएं ।
- अब इसके अंदर मिर्च पाउडर ,मटन मशाला और नमक डालकर अच्छी तरह से पकाना चाहिए ।
- जब मसाले की खूशबू आने लग जाए तो इसके अंदर एक कप पानी मिला देना चाहिए ।
- तेज पत्ता दालचीनी काली मिर्च इलायची इन सबको मिलादें ।अब कूकर का ढक्कन बंद कर दें ।
- उसके बाद इसके अंदर और घी मिलाएं बस अब आपका मटन तैयार हो चुका है।
बकरी का मीट बनाने का तरीका
वैसे तो बकरी का मीट बनाने के अनेक तरीके हो सकते हैं। लेकिन हम यहां पर एक अन्य तरीके से भी बकरी का मीट बनाने के बारे मे बात करने वाले हैं।
- बकरी का मीट जिसके अंदर हडडी भी होनी चाहिए ।
- तेल- 100 ग्राम
- लौंग- लौंग 6 पीस
- दाल चिनी- दाल चिनी एक पीस
- सोफ- 2-3 सोफ
- छोटी इलाची- छोटी इचाची तीन
- बड़ी इलाची:- एक बड़ी इलाची
- बटर- 100 ग्राम
- गरम मसाला- तेज पता तीन चार
- काली मिर्ची- काली मिर्ची
- प्याज- 400 ग्राम
- हरी मिर्ची- तीन हरी मिर्ची
- अदरक- 5 mm का टूकड़ा
- लहसून- एक लहसून गटियाँ
- लाल मिर्ची पाउड़र- दो चम्मच लाल मिर्ची पाउड़र
- धनीया पाउड़र – दो चम्मच धनीया पाउड़र
- हल्दी पाउडर- आधा चम्मच हल्दी पाउड़र
- कस्तुरी मेथी- एक चिमटा कस्तुरी मेथी
- टमाटर- तीन टमाटर
- नमक- अवश्यक्ता के अनुसार लेना है।
मीट को बनाने का तरीका बहुत ही सरल होता है। सबसे पहले कुकर को गैस पर रखें और उसके बाद कुकर के अंदर 100 ग्राम तेल डालें और बटर को इसके अंदर अच्छी तरह से भून लें । अब इसके अंदर साबुत गर्म मसाले डाल लें । अब इसके अंदर काली मिर्च ,लौंग दालचीनी ,इलाइची इन सभी को डाल देना है। 400 ग्राम प्याज जो स्लाईस किया हुवा, तीन हरी मिर्ची स्लाईस किया हुवा , अदरक और साफ किया हुवा लहसून भी इसमे डालदें । अब इसको अच्छी तरह से पकाएं । इसके बाद प्याज के गोल्ड कलर होने तक आपको पकाना है।
अब आपका मीट तैयार हो चुका है। अब आप इसके अंदर हरा धनियां डाल सकते हैं।इसके अलावा चुटकी भर मैथी भी आप इसमे डाल सकते हैं। यह काफी स्वादिष्ट है।
बकरी का कलेजा खाने का सही तरीका क्या है ?
इस मामले मे मुझे अधिक पता नहीं है लेकिन एक व्यक्ति से पूछने पर उसने बताया कि बकरी का कलेजा 3 तरह से खाया जा सकता है।इसमे सबसे पहला तरीका तो यह है कि आप बकरी के कलेजे को कच्चा ही खा सकते हैं हालांकि इसके अंदर नुकसान होने का डर है। दूसरा तरीका यह है कि बकरी के कलेजे को भून कर आप खा सकते हैं।
इसके अलावा तीसरा तरीका यह है कि आप बकरी के कलेजे को सब्जी के अंदर डालकर भी खा सकते हैं। कुल मिलाकर यह काफी अच्छा तरीका है। मेरे विचार से बकरी के कलेजे को कच्चा नहीं खाना चाहिए ।
जानवरों के अंग खाने के क्या नुकसान हो सकते हैं ?
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वैसे तो जानवरों के अंगों के नुकसान के बारे मे उपर बता चुके हैं लेकिन अंग मांस कोलेस्ट्रॉल और संतृप्त वसा में उच्च होता है। एक एक अच्छे आहार के अंदर इन दोनों का संतुलन होना आवश्यक होता है।यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर (USDA) के अनुसार संतृप्त वसा को किसी व्यक्ति की कैलोरी के 10 प्रतिशत या उससे कम ही होना चाहिए ।
इनके अलावा जिन लोगों को गाउट होता है उनको अंगों का मीट खाने से बचना होगा । क्योंकि अंगों के मीट के अंदर प्यूरीन होता है।
इसके अलावा एक अन्य समस्या यह है कि जिन जानवरों ने किसी वजह से विषाक्त पदार्थों का सेवन कर लिया है।तो उनके अंगों के अंदर विषाक्तता होगी जो नुकसान दायी हो सकती है।
बकरी के अंगों के मांस की गुणवकता पर ध्यानदें
यदि आप बकरी के हर्ट और दूसरे अंग खाते हैं तो आपको सदैव इस बात का पता होना चाहिए कि बकरी के वे अंग स्वस्थ थे या नहीं । यदि उनके साथ कोई समस्या थी तो उनको नहीं खाना चाहिए । मीट की गुणवकता को मैंटेन रखना बेहद ही जरूरी होता है।यदि आपको किसी ऐसी बकरी का कलेजा या दूसरे अंग प्राप्त होते हैं जो पूरी तरह से जैविक तरीके से पाली गई है तो उसका सेवन करना बहुत ही उपयोगी साबित होता है।
बकरी का कलेजा खाने के विशेष फायदे क्या हैं ?
बकरी का कलेजा खाने के फायदे के बारे मे हम उपर चर्चा कर चुके हैं ।लेकिन आपको बतादें कि बकरी का कलेजा फोलेट, लोहा, जस्ता और सेलेनियम में समृद्ध होता है ,यह विटामिन बी 2, बी 6 और बी 12 का एक बड़ा स्रोत भी होता है।
बकरी के कलेजे के अंदर पाये जाने वाले मीट की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि यह हर्ट रोग से बचाने का कार्य करता है।बी विटामिन स्वस्थ रक्तचाप को बनाए रखने, उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने और स्वस्थ रक्त वाहिकाओं के निर्माण के अंदर काफी मदद करता है।
अल्जाइमर रोग, मनोभ्रंश, अवसाद और चिंता जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए बकरी का दिल काफी उपयोगी साबित होता है। दिल का मांस भी कोएंजाइम Q10 का एक बड़ा स्रोत है। यह एक एंटीऑक्सिडेंट होता है जो हर्ट के रोग के लिए काफी उपयोगी साबित होता है।इसके अलावा बकरी का दिल उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने के लिए काफी उपयोगी साबित होता है।
बकरी का ब्रेन खाने के क्या फायदे हो सकते हैं
बकरी के ब्रेन के में ओमेगा 3 फैटी एसिड जैसे तत्व होते हैं जो पोषण प्रदान करते हैं।फॉस्फेटिडिलकोलाइन और फॉस्फेटिडिलसेरिन होते हैं जोकि तंत्रिका तंत्र के लिए काफी अच्छे होते हैं। इसके अलावा बकरी के ब्रेन से एंटीऑक्सिडेंट प्राप्त होते हैं जोकि रीढ़ की हड्डी को नुकसान होने से बचाने का कार्य करते हैं।
बकरी की किड़नी खाने के क्या फायदे होते हैं ?
अक्सर जानवरों की किड़नी के अंदर ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। यह भी विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं जो दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है। किड़नी मे प्रोटीन भी होता है।
बकरी का लिवर खाने के फायदे के बारे मे बताएं
बकरी का लिवर भी काफी फायदेमंद होता है।लिवर कई पोषक तत्वों को प्रदान करता है। इसके अंदर विटामिन ए प्रचूर मात्रा मे होता है।विटामिन ए आंखों के लिए उपयोगी है ,अल्जाइमर व गठिया को ठीक कर सकता है।लिवर में फोलिक एसिड, लोहा, क्रोमियम, तांबा और जस्ता भी होता है यह रक्त के अंदर हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने का कार्य करते हैं। कुल मिलाकर यह काफी अच्छा है।
बकरी की जीभ कितनी पौष्टिक होती है
बकरी की जीभ कोमल होती है और इसके अंदर फैटी एसिड, साथ ही जस्ता, लोहा, चोलिन और विटामिन बी 12 होता है।गर्भवती महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी मानी जाती है।
प्रजनन क्षमता और शिशु में भ्रूण के दोषों व दिल की समस्याओं को दूर करने के लिए यह काफी उपयोगी साबित होती है। इसके अलावा, गर्भावस्था के मॉर्निंग सिकनेस चरण के दौरान विटामिन बी 6 काफी उपयोगी साबित होता है।
बकरे की कलेजी खाने के फायदे लेख के अंदर हमने बकरी के कलेजी खाने के फायदे के बारे मे विस्तार से जाना । इस लेख को लिखने से पहले हमने कई जगह पर रिसर्च किया हालांकि हमने कभी भी मीट नहीं खाया है लेकिन मीट खाने वाले कई लोगों से पूछने पर पता चलता है कि मीट काफी स्वादिष्ट होता है। और बात करें यदि बकरी के कलेजे की तो बहुत से लोग बकरी के कलेजे को खाना पसंद करते हैं।हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो बकरी के सर को आग पर सेक कर उसका सेवन भी करते हैं।