भैंस की जेर गिराने के उपाय ,भैंस की जेर गिराने के घरेलू उपाय ,भैंस की जेर गिराने के देसी नुस्खे ,bhains ki jer girane ka upay ,भैंस ब्याने के बाद उसकी जेर का गिरना बहुत ही जरूरी होता है। यदि भैंस की जेर नहीं गिरती है तो उसके बाद डॉक्टर को बुलाना होता है। बिना जेर गिरे पेट के अंदर इन्फेक्सन और दूसरी समस्याएं हो सकती हैं। वैसे तो तो भैंस के ब्याने के 6 घंट के अंदर ही जेर गिर जाती है लेकिन कई बार जेर नहीं गिर पाती है। जिसके पीछे कई कारण होते हैं। पहले हम जब भैंस रखते थे तो एक बार भैंस के बच्चा देने के बाद जेर नहीं गिरी तो एक डॉक्टर को बुलाया गया और डॉक्टर ने अपना हाथ अंदर डालकर भैंस की जेर को निकाला था। यह काम भी एक अनुभवी डॉक्टर को ही करना चाहिए । क्योंकि यदि गलती से जेर अंदर टूट जाती है तो फिर बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।
वैसे यदि भैंस की जेर नहीं पड़ रही है तो इसके कई सारे उपाय हम आपको बता रहे हैं।इन देसी उपायों से आपकी भैंस की जेर जरूर ही गिर जाएगी ।
Table of Contents
भैंस की जेर गिराने के उपाय बाउली पिलाएं
यदि आपकी भैंस की जेर नहीं गिर रही है तो उसे खुद की ही बाउली को आप पिला सकते हैं इसको आप किसी दूसरी खाने पीने की चीजों के अंदर दे सकते हैं। यह काफी पौष्टिक होता है जो कैलशियम से भरपूर होता है और बच्चेदानी को संकुचित होने मे भी काफी मदद करता है। भैंस के बच्चे के लिए यह काफी फायदेमंद होता है।
भैंस की जेर गिराने के घरेलू उपाय ,भैंस को काढ़ा बनाकर पिलाएं
यदि भैंस की जेर नहीं पड़ रही है तो गुड़, सौंफ, अजवायन, सोए, मेथी आदि को मिलाएं और इनको पानी के अंदर उबालें । उसके बाद इसको भैंस को ब्याने के बाद पिला दें । यह गर्भाश्य के संकुचन के अंदर काफी मददगार साबित होगा । इसको पिलाने के बाद आपकी भैंस की जेर अवश्य ही गिर जाएगी ।
भैंस की जेर गिराने के देसी नुस्खे पशु को अच्छी खुराक खिलाएं
दोस्तों यदि भैंस की जेर नहीं पड़ रही है तो आप आटा, गुड़, सौंफ, इलायची और जीरा और गुड़ को आपस मे मिलाएं और फिर भैंस को खिलादें । ऐसा करने से भैंस को काफी उर्जा मिलेगी । और यह सुस्त हुए पशु के लिए काफी जरूरी होती है। यह भैंस की पाचन प्रणाली को भी काफी सही करती है।
भैंस की जेर गिरने के उपाय पीपल के पत्ते खिलाएं
यदि भैंस की जेर अटक रही है तो पीपल के पत्तों को आप उसको खिला सकते हैं। आप किसी पीपल के पेड़ से पत्ते तोड़कर ले आएं और भैंस को खिलादें । पीपल के पत्तों के अंदर रेशे होते हैं ।और इससे भैंस का पेट भरता है जिससे पशु के बच्चेदानी पर दबाव पड़ता है जिससे जेर के गिरने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।
पशु के शरीर पर मालिस करें
यदि भैंस की जेर नहीं पड़ रही है तो एक तरीका यह भी है कि आप उसके पूरे शरीर पर मालिस करें । इसके लिए सरसों का तेल, नमक और अजवायन आदि को अच्छी तरह से मिलाएं और भैंस के पूरे शरीर पर तब तक मालिस करते रहें जब तक कि उसके शरीर से ताप ना निकलने लगे ।
भैंस की जेर गिराने के उपाय मूली का प्रयोग
वैसे तो अधिकतर भैंस की जेर समय पर गिर जाती है। लेकिन उसके बाद भी यदि जेर नहीं गिरती है तो आपको कुछ उपाय अपनाने की जरूरत होती है। यह कुछ उपाय इस प्रकार से होते हैं। भैंस की जेर को गिराने के लिए आपको मूली ,भिंडी और गुड़ की आवश्यकता होती है। इसके अलावा नमक की भी जरूरत पड़ती है।
सबसे पहले पशु के ब्याने के दो घंटे तक आपको इंतजार करना होगा । यदि दो घंटे के अंदर ही जेर नहीं गिरती है तो फिर आपको चाहिए कि आप एक किलो मूली नें और उसको छोटे टुकड़ों के अंदर काटकर पशु को नमक डालकर खिलादें । ऐसा करने से अधिकतर केसों मे पशु की जेर गिर जाती है। लेकिन इसके बाद भी यदि जेर नहीं गिरती है तो फिर एक किलो भिंडी लें फिर इनको छोटे टुकड़ों मे काटदें । ऐसा करने के बाद इसके अंदर गुड़ को मिलाएं फिर पशु को इसे खिलादें । ऐसा करने से पशु की जेर गिर जाएगी ।
सरसों का तेल
यदि आप चाहते हैं कि आपके पशु की जेर जल्दी से गिर जाए तो आप अपने पशु को सरसों का तेल ब्याने से पूर्व रोजाना 150-250 देते रहें । यह आप ब्याने के एक महिने पहले दे सकते हैं। इससे आपकी भैंस की जेर जल्दी गिरने मे काफी मदद मिलती है। और यह भैंस की जेर को गिराने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है। आपको इस तरीके का प्रयोग करना चाहिए ।
गुड़ और गेहूं का दलिया
यदि आपकी भैंस ब्या चुकी है तो उसके तुरंत बाद ही भैंस को गेहूं का दलिया और गुड़ को आपस मे मिलाकर दें । एक गिलो दलिया ले सकते हैं। और आधा किलो गुड़ आप ले सकते हैं। इससे भैंस की जेर बहुत ही जल्दी गिर जाएगी ।
सेलेनियम और विटामिन E
गर्भावस्था के अंतिम समय के अंदर पशु को आराम करवाने की बजाय इधर उधर घूमाना चाहिए । इसके अलावा सेलेनियम और विटामिन E को भी पशु को दिया जाना चाहिए ।ऐसा करने से पशु की जेर जल्दी ही गिर जाएगी । यदि आप भैंस की जेर जल्दी गिराना चाहते हैं तो यह काफी बेहतर उपाय है।
लकड़ी के राख की मदद से
- दो चम्मच मेथी
- दो चम्मच हल्दी
- और गुड़
- चाय
दोस्तों उपर दी गई सभी चीजों को उबाल लेना है।उसके बाद राख को पानी के बर्तन मे डाल देना है। फिर कुछ समय तक पानी के बर्तन को ऐसे ही छोड़ देना है। फिर उस पानी के बर्तन मे से जब राख नीचे जम जाएगी तो फिर उस पानी को उपर बताए गए राख के अंदर डाल देना है।उसके बाद आप उसे अपनी भैंस को पिला देना है। बस इतना करने के बाद आपकी भैंस की जेर कुछ ही समय के अंदर गिर जाएगी । भैंस की जेर गिराने का यह एक बहुत ही बेहतरीन उपाय है।
भैंस की जेर को बाहर निकालने का तरीका
कई बार क्या होता है कि भैंस के शरीर के अंदर जेर अटक जाती है। और फिर डॉक्टर को बुलाने के अलावा कोई चारा नहीं बचता है। और बहुत से लोग डॉक्टर को बुलाने से भी डरते हैं कारण यह है कि उनको डर होता है कि डॉक्टर यदि भैंस की जेर निकालेगा तो भैंस खराब हो जाएगी । ऐसी स्थिति के अंदर सबसे अच्छा तरीका यह है कि सबसे पहले आप सूखे आंवले ले आएं । उनको बारिक पीस लें । उसके बाद भैंस को रोजाना 200 ग्राम खिलाएं । लगातार 5 दिन तक यदि आप ऐसा करते हैं तो फिर भैंस की जेर अपने आप ही गिर जाएगी ।
बैर के प्रयोग से
लगभग सभी के यहां पर बैर पाया जाता है। उसकी टनियों को तोड़ लाएं और उनको किसी बर्तन के अंदर जलाकर उसकी राख बनालें। 50 ग्राम राख आप ले सकते हैं। उसके बाद इसके अंदर 150 ग्राम गुड़ को मिलाएं और गर्म करें । जब गुड़ पिघल जाएं तो फिर इन सभी को भैंस को पिला देना चाहिए । ऐसा करने से पशु की जेर गिर जाएगी । यह आपकी भैंस की जेर को गिराने का बहुत ही बढ़िया तरीका है।
कपास का पौधा
दोस्तों कपास के पौधे की मदद से भी भैंस की जेर को गिराया जा सकता है। इसके लिए एक हरे कपास के पौधे को उखाड़ें फिर उसकी टुकड़े टुकड़ें करें और गुड़ के साथ अपनी भैंस को खिलादें। ऐसा करने से भैंस की जेर बहुत ही जल्द गिर जाएगी ।
बड़ की राख
बड़ के पत्ते की राख की मदद से भी भैंस की जेर को गिराया जा सकता है। आप किसी भी बड़ के पेड़ के पत्ते लेकर आएं और उनको किसी पात्र के अंदर जलादें । अब उनकी 50 ग्राम राख को 150 ग्राम गुड़ के अंदर डालें और अच्छी तरह से गुड़ को मिलाकर गाय को पिलादें ।ऐसा करने से भैंस की जेर गिर जाएगी।
जेर गिराने का काढ़ा
दोस्तों भैंस की जेर गिराने के लिए ग्राम सोंठ ,10 ग्राम अजवाइन ,250 ग्राम गुड़ और 10 ग्राम हल्दी । इन सभी को अच्छी तरह से घोट लें और उसके बाद इनको पशु को पिला देना चाहिए ।ऐसा करने से भैंस की जेर गिर जाएगी । भैंस की जेर गिराने का यह एक बहुत ही अच्छा उपाय है।
गर्मपानी से भैंस की जेर गिराना
यदि आप भैंस के ब्याने के तुरंत ही बाद गर्म पानी करे और गुनगुने पानी के अंदर नमक डालें और गुड़ मिलाकर यदि भैंस को पिला देते हैं तो भैंस बहुत ही जल्दी जैर गिरा देती है। यह पशु को जल्दी जैर गिराने के लिए जरूर पिलाया जाना चाहिए ।
मिर्च और गेंहूं की रोटी
यदि भैंस की जेर नहीं गिर रही है तो आप एक गेहूं की रोटी लें और उसके अंदर 4 सूखी हुई मिर्च को भैंस को ब्याने के तुरंत ही बाद खिलादें। बस ऐसा करने से भैंस की जेर जल्दी ही गिर जाती है। इस तरीके को कई लोग प्रयोग करते हैं।
बादाम खिलाएं
एक भैंस को बादाम देना काफी महंगा होता है। लेकिन फिर भी आप दे सकते हैं तो यह भैंस की जेर को गिराने मे काफी मदद करता है।
जेर से ईंट का बांधना
यदि भैंस की जेर नहीं निकल रही है तो कुछ लोग यह तरीका भी आजमाते हैं कि उसकी जेर से कोई ईंट वैगरह बांध देते हैं खींचाव की वजह से पशु की जेर बाहर निकल जाती है। लेकिन यह तरीका सही नहीं है। इसलिए जहां तक हो सके प्रयोग ना करें ।
ऑक्सीटोसिन इंजेक्सन
ऑक्सीटोसिन इंजेक्सन भी पशु की जेर गिरने के तुरंत बाद लगाया जा सकता है। जोकि पशु की जेर गिरने मे काफी सहायक होता है। लेकिन इसके नुकसान होते हैं। और जरूरत हो तभी इस इंजेक्सन का प्रयोग किया जाना चाहिए । क्योंकि यह आपकी भैंस का दूध को कम कर सकता है।
हाथ से जेर को निकालना
दोस्तों हाथ से जेर निकालना जेर निकालने का एक बहुत ही बेकार तरीका होता है। इस कार्य को कोई अनुभवी डॉक्टर ही कर सकता है। लेकिन इसके अंदर भी काफी रिस्क होता है। क्योंकि हाथ डालने से गर्भास्य के अंदर इन्फेक्सन हो सकता है।और इसकी वजह से पशु बांझपन का शिकार हो सकता है। इसलिए कभी भी हाथ से जेर नहीं निकालनी चाहिए ।जहां तक हो सके जेर निकालने के लिए प्राकृतिक तरीकों का प्रयोग किया जाना चाहिए ।
- इस तरीके के अंदर अटकी हुई जेर को निकालने के लिए गर्भाश्य के अंदर हाथ डाला जाता है और उसके बाद धीरे धीरे जेर को बाहर खींचा जाता है लेकिन रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि ऐसा करने से गर्भाश्य के नाजुक परत को नुकसान होता है।
- सबसे अच्छा तरीका यही है कि हाथ के अंदर एक साफ सुथरा प्लास्टिक पहनें और उसके बाद धीरे धीरे जेर को बाहर निकालें । यदि जेर नहीं निकल रही है तो खींचतान नहीं करें। ऐसा करने से जेर अंदर टूट सकती है।
- यदि आप हाथ से जेर निकालने के बारे मे सोच रहे हैं तो यह 12 घंटे बाद ही करना ठीक रहता है। भैंस की की जेर निकालने के लिए कुछ लोग 5 घंटे के अंदर ही खींचातान करने लग जाते हैं । ऐसी स्थिति के अंदर प्लेसेंटोम अपरिपक्व होने की वजह से ऐसा करने से पशु हमेशा के लिए बांझ भी हो सकता है।
- जेर निकालने के बाद नाइटोफुराजोन एवं यूरिया के बोलस अथवा सिप्रौफ्लोक्ससिन या टैट्रासाईंक्लीन के बोलस को दिया जाना चाहिए ।
- इसके अलावा संक्रमण को रोकने के लिए टैट्रासाईंक्लीन एंटी बायोटिक का प्रयोग करना चाहिए ।
भैंस मे जेर के अटकने के कारण
यदि आपकी भैंस मे जेर अटक गई है तो इसके कई कारण होते हैं। जिनके उपर आपको विचार करने की जरूरत है।
गर्भपात की वजह से जेर का अटकना
यदि आपके भैंस को गर्भपात होता है तो उसकी जेर नहीं गर पाएगी । यदि भैंस को असमय बच्चा पैदा हो गया है या पेट मे मर गया है तो आपको जितना जल्दी हो सके डॉक्टर को संपर्क करना होगा तभी आपके लिए कुछ अच्छा हो सकता है।
पोषक तत्वों का असंतुलन
भैंस का जेर अटकने का एक कारण यह भी है कि भैंस को उचित पोषण नहीं मिल पाता है। भैंस को उचित पोषण देना बेहद जरूरी होता है जो आप भैंस के ब्याने से पहले ही देना शूरू कर सकते हैं।आपको चाहिए कि आप भैंस के ब्याने से 2 महिने पहले ही उसे अच्छी तरह से पोषण दें ताकि भैंस मे किसी भी प्रकार की कमजोरी ना रहे ।
संक्रामक ब्यौने रोग
संक्रामक ब्यौने रोग की वजह से भी भैंस के अंदर जेर ना गिरने की समस्या होती है। ब्रुसेल्लोसिस, केम्पाईलोबेकटेरी ओसिस जैसे कुछ ऐसे रोग होते हैं। जो आपकी भैंस को जेर की समस्या पैदा करते हैं। समय से पहले प्रसव का होना
कई बार भैंस के अंदर समय से पहले ही प्रसव हो जाता है। ऐसी स्थिति के अंदर जेर का गिरना संभव नहीं हो पाता है। आप अपनी भैंस के समय को देखें कि कहीं उसका प्रसव समय से पहले तो नहीं हुआ है। यदि समय से पहले प्रसव हुआ है तो जेर गिरना संभव नहीं होगा आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
भैंस मे जेर अटकने के लक्षण
दोस्तों भैंस के अंदर यदि जेर अटक गई है तो आपको उसे जल्दी से जल्दी निकालने के प्रयास करने चाहिए । क्योंकि यह आपकी भैंस को नुकसान पहुंचा सकती है।
गर्भाश्य के अंदर जेर का अटकना
दोस्तों गर्भाश्य के अंदर जेर का अटकी है या नहीं ? इसके बारे मे आपको पता करने के लिए हाथ डालकर देखना होता है। लेकिन किसी भी अनजान व्यक्ति को यह नहीं करना चाहिए । क्योंकि इससे गाय के गर्भाश्य को नुकसान पहुंच सकता है।
भैंस का बार बार पैर पटकना और पेट मे दर्द
दोस्तों भैंस का बार बार पैर पटकना भी यह दिखाता है कि भैंस के पेट मे दर्द है। यदि आपकी भैंस ऐसा कर रही है तो उसके पेट मे जेर अटक गई है।
भैंस को बुखार होना और खाना कम खाना
यदि भैंस के शरीर के अंदर जेर अटकी है तो उसको बुखार हो जाएगा । और वह खाना नहीं खाएगा ।यदि आपकी भैंस को भी बुखार वैगरह हो रही है तो फिर संभव है कि उसके पेट मे जेर अटक गई है।
भैंस के दूध उत्पादन मे कमी
दोस्तों भैंस के दूध उत्पादन मे कमी भी जेर अटकने से हो सकती है। आपकी भैंस कितना दूध देती है ? इसके बारे मे देखें और उसके बाद यदि भैंस कम दूध दे रही है तो हो सकता है कि उसके पेट मे जेर अटक गई हो ।
बच्चेदानी मे बूदबू आना
जब जेर भैंस के पेट मे अटक जाती है तो काफी समय बीत जाने के बाद बच्चेदानी मे बुदबू आने लग जाती है। कारण यह है कि जेर सड़ने लग जाती है। आप यह भी महसूस कर सकते हैं।
भैंस का सुस्त होना
आप अपनी भैंस का ध्यान से निरिक्षण करें ।यदि आपकी भैंस सुस्त दिखाई दे रही है तो फिर संभव है कि वह बीमार है। आपको उसकी केयर करने की जरूरत है।
भैंस का बार बार उठना बैठना
दोस्तों जब भैंस के पेट मे जेर अटक जाती है तो फिर उसे चैन नहीं मिलता है और वह बार बार उठती बैठती है।
गाभिन भैंस के लक्षण और सावधानिया
गाय का दूध बढ़ाने के 17 उपाय cow ka doodh kaise badhaye
लिवर की गर्मी के 18 लक्षण व लिवर की गर्मी दूर करने के उपाय