भूत और भूतनी प्यार कैसे करते हैं ? क्या भूत और इंसान का प्यार होता है ? आइए जानते हैं भूत और भूतनी का प्यार के रहस्य क्या आप इस बात पर यकीन करते हैं कि भूत और भूतनी का प्यार भी होता है। इसके अलावा आपको बताने वाले हैं कि भूतों और इंसान का प्यार होता है।इस लेख के अंदर भूतों के प्यार के बारे मे रहस्य मय खुलासे करने वाले हैं। यदि आपको इस विषय पर रूचि है तो आप लेख को पूरा पढ़ें ।
पहले जब हमारे पास कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी तो सोचा करते थे कि काश कुछ ऐसा होता है कि हम किसी लड़की को रात को अपने पास बुला लेते और सुबह उसे चुपके से वापस भेज देते । हालांकि हमे नहीं पता था कि तंत्र और मंत्र के अंदर इस प्रकार की शक्यिां पहले से ही मौजूद हैं । लेकिन ऐसा करना बहुत नुकसानदायी हो सकता है।लेकिन जो लोग वासना के अंदर फंसे हुए हैं वे ऐसा ही करते हैं उनको नुकसान का कोई डर नहीं होता है।
खैर भूत और भूतनी शब्द के बारे मे आप अच्छी तरह से जानते हैं ।असल मे हम हर मरे हुए इंसान को भूत की संज्ञा देते हैं लेकिन हर मरा हुआ इंसान भूत नहीं होता है। असल मे मरने के बाद जो इंसान दूसरे लोकों को ना जाकर इसी धरती के उपर अपनी वासना की पूर्ति के लिए भटकते रहते हैं उनको हम भूत कह सकते हैं।उनका शरीर वासना से बना होता है। और जो आत्माएं मरने के बाद दूसरे लोकों के अंदर रहती हैं उनके पास सूक्ष्म शरीर होता है। लेकिन दूसरे लोंकों के अंदर रहने वाली हर आत्मा की वासना खत्म नहीं होती है। यही वजह है कि हमारे परिजन भूत योनी के अंदर नहीं होने के बाद भी बार बार सपने मे आ जाते हैं। इसका मतलब यह है कि उनकी वासना खत्म नहीं हुई है। इसी प्रकार से जो भूत महिला होती है उसे हम भूतनी कहते हैं।क्या आपने सोचा है कि महिला भूत सदैव महिला ही क्यों दिखती है ? इसका कारण यह है कि उसे अपने जीवकाल के अंदर यह द्रढ विश्वास हो जाता है कि वह एक महिला है। लेकिन कुछ भूत शरीर बदलने की कला के अंदर परांगत होते हैं। वे हर किसी जीव के रूप मे आपको दिखाई दे सकते हैं। हालांकि यह कला हर किसी भूत मे नहीं होता है।
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भूत और भूतनी का प्यार ?
दोस्तों कुछ लोगों का प्रश्न है कि क्या भूत और भूतनी आपस मे प्यार करते हैं ? तो दोस्तों वैसे यह पता लगाना बहुत ही कठिन होता है कि वे आपस मे प्यार करते हैं या नहीं ? लेकिन भूत और भूतनी आपस मे साथ रह सकते हैं।
मान लिजिए पति और पत्नी मर जाते हैं और मरकर वे दोनों भूत बन जाते हैं तो यह आवश्यक नहीं होता है कि वे दोनों साथ ही रहे । यह उनकी वासना के उपर निर्भर करता है। लेकिन अधिकतर केसों के अंदर एक भूत गैंग होता है और उसके अंदर यह शामिल हो जाते हैं।या फिर यह किसी स्थान पर अकेले भी रह सकते हैं।
यदि पत्नी अपने पति को अपने जीवनकाल के अंदर पसंद नहीं करती थी तो दोनों के बीच प्यार की गुंजाइस नहीं होगी । इसके अलावा यदि दोनों जीवन काल के अंदर अच्छे से रहते थे तो मरने के बाद भी एक दूसरे से जुड़े रहेंगे । और अधिकतर केसों के अंदर वे साथ ही रहेंगे और आस पास जन्म लेने की कोशिश करेंगे ।
हालांकि इसके बारे मे ज्यादा जानकारी तो नहीं है लेकिन कई बार महिला और पुरूष भूत को एक साथ देखा जाता है। एक पितर ने बताया था कि उसके साथ गांव की महिला भूत कई दिनों तक रही थी । हालांकि उस भूतनी ने कभी उसको गलत काम करने के लिए प्रेरित तो नहीं किया लेकिन वह दूसरे प्रकार की वासना के अंदर बंधी थी। वह भूतनी घर जाना चाहती थी।
इसके अलावा सबसे बड़ा एक प्रश्न यह भी है कि भूत और भूतनी किस प्रकार से संबंध बनाते हैं ? और किस वैगरह किस तरह से करते हैं ? इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए मैंने काफी कुछ सर्च किया तो मुझे इस बात का यही उत्तर मिला कि वे एक दूसरे को देख सकते हैं और संबंध और दूसरे काम उसी तरीके से करते हैं जिस तरीके से वे इंसानी जीवन के अंदर करते हैं। हालांकि उसकी मानसिक स्थिति का अंदाजा नहीं है।
ऐसा करके वे कोई आनन्द प्राप्त करते हैं या नहीं इसके बारे मे तो पता नहीं है।यह सब भूतों की वसना पर निर्भर करता है। जैसे कि किसी भूतनी की वासना प्यार ही है और प्यार के अंदर वह अटकी रह गई तो वह उसी प्रकार की वासना वाले भूतों की तलास कर सकती है। और उनकी मदद से अपनी वासना को पूर करने की कोशिश कर सकती है। भूतों के अंदर वासना की प्रबलता का बड़ा महत्व होता है। यहां पर वही कार्य होता है जोकि प्रबल हो ।
अब दूसरी बात आती है कि जो लोग मर चुके हैं और प्रेत योनी के अंदर नहीं हैं वे प्यार करते हैं या नहीं ? इस बारे मे कुछ कहा नहीं जा सकता है । क्योंकि उनके अंदर भी वासनाएं होती हैं। भले ही वे प्रबल ना हो लेकिन होती जरूर हैं। आपने स्वर्ग की अप्सरा का नाम तो सुना ही होगा । वे आज भी मौजूद हैं । देवताओं के द्वारा स्वर्ग की अप्सरा के संग रास करना एक वासना ही तो है।संभव है कि जो पूर्वज मर चुके हैं। वे किसी लोक के अंदर रहते हों और वहां पर अपनी सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करते हों । हालांकि अभी मैं इस संबंध मे दूसरी चीजों की खोज करने की कोशिश कर रहा हूं ।
मैं आपको बतादूं कि मरे हुए लोगों का प्यार इंसानी प्यार से बहुत अधिक अलग होता है। और उच्च कोटी का जो प्यार होता है उसके अंदर भावनाओं का बहुत अधिक महत्व होता है। एक योगी के द्वारा लिखित पुस्तक मैं मैंने पढ़ा था कि आत्माएं भी दूसरे लोकों के अंदर अपने साथी के साथ रहना पसंद करती हैं। इस किताब के अंदर एक उच्च कोटी की आत्मा के बारे मे उल्लेख करते हुए बताया गया कि उसकी साथी आत्मा नीचे लोक के अंदर फंस गई और वह खुद उपर के लोको मे आ गया । जबकि दोनों एक दूसरे के साथ रहना चाहते थे । हालांकि उनका रिश्ता बस भावनात्मक रिश्ता था। जैसे भगत और भगवान का होता है। उसके बाद दोनो आत्माओं ने दुबारा जन्म को चुना और वापस पति और पत्नी के रिश्ते के अंदर आ गए ।
भूत और भूतनी का प्यार बहुत पवित्र होता है
दोस्तों वैसे तो सभी मरे हुए लोगों को हम भूत ही कहते हैं लेकिन आपको यह समझना चाहिए कि उच्च कोटी की आत्माओं का प्यार पवित्र होता है। यह ऐसा प्यार होता है ,जो किसी सीमा से बंधा हुआ नहीं होता है। बस आप एक इंसान के साथ भावनाओं से जुड़ जाते हैं। जैसे जब हम अपनी प्रेमिका के साथ सिर्फ भौतिक शरीर से जुड़ते हैं तो वह प्यार बहुत समय तक टिका नहीं रहता है लेकिन यदि हम भावनाओं से जुड़ जाते हैं तो उसका कभी भी अंत नहीं होता है। क्योंकि प्रेम तो ईश्वर का भी गुण है ।
तो उच्च कोटी की आत्माएं भाव शरीर की मदद से जुड़ती हैं। लेकिन भूतों पर यह बात लागू नहीं होती है। उनके अंदर वासना शरीर होता है वे अपनी वासना की पूति करना चाहते हैं।यह कोई भावनात्मक प्रेम नहीं होता है। जिसके बारे मे हम आगे चर्चा कर रहे हैं।
भूतों मे होती है भयंकर काम वासना
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि कुछ भूत और भूतनी के अंदर भयंकर कामवासना होती है। इसी के चलते वे भूत योनी के अंदर फंस जाते हैं। रियलटी यह है कि वे इसकी पूर्ति करने के लिए भटकते रहते हैं। वे अशरीरी अवस्था के अंदर वो काम का अनुभव पाना चाहते हैं ,जो कि शरीर के अंदर रहते हुए उन्होंने लिया था। सबसे सबसे बड़ी बात तो यह है कि बहुत से सिर्फ कामवासना की वजह से ही भूत बनते हैं।
इसी संबंध मे एक तांत्रिक जब किसी महिला के शरीर से भूत निकाल रहा था तो उसने उस भूत से पूछा कि उसने उस महिला को ही क्यों चुना तो उस भूत ने कहा कि जीवन काल के अंदर वह उसे बहुत अच्छी लगती थी तो उसने मरने के बाद उसी के पास रहना उचित समझा ।
और कुछ भूत इसी प्रकार की कामवासना के लेकर मरते हैं।जैसे यदि आप अपने जीवन काल के अंदर बहुत अधिक कामी पुरूष या नारी होते हैं तो मरने के बाद भी आप वैसे ही होंगे और यह कामवाशना आपको तंग करने लग जाएगी । ऐसी स्थिति मे यह मात्र वैचारिक होती है लेकिन मरे हुए इंसान मे विचारशील मन नहीं होने की वजह से वह इंसानों के जैसे सही और गलत का फैसला नहीं कर पाता है। और इस प्रकार की वासना से बना प्रेत किसी स्त्री की ओर या किसी पुरूष की ओर आकर्षित हो जाता है।
आपको बतादें कि मरने के बाद चीजों को एक सीमा तक ही बदला जा सकता है। यदि मानलिजिए कोई कामवासना से प्रेत बन गया और उसके बाद उसको प्रेतयोनी से निकाला जाता है तो उसकी वासना को कम कर दिया जाता है लेकिन वह नष्ट नहीं हो सकती है। और वासनाओं के साथ वह किस तरह से जीता है इसके बारे मे जानकारी नहीं है।सुनने मे यह आया है कि इस प्रकार की स्थिति वाले प्रेत को वापस जन्म लेना ही पड़ता है।इसके अलावा उसके पास कोई और चारा नहीं होता है।
भूतनी जब इंसान से प्यार कर बैठी
वैसे यह कम ही चांस मे होता है कि कोई भूतनी इंसान के प्यार मे पढ़ जाए लेकिन एक रियल घटना हुई। एक लड़के को इस प्रकार की समस्या था कि वह जब भी रात के अंदर सोता तो उसके अंगों के साथ कोई छेड़छाड़ करता । उसे यह सब नींद आने के बाद होता था और जब वह सुबह उठता तो बहुत अधिक थका हुआ सा महसूस करता था। इसका कारण यह था की प्रेतनी उसकी मदद से अपनी कामवासना की पूर्ति करना चाहती थी लेकिन उसके पास शरीर नहीं था तो यह काफी कठिन था।
वह लड़का काफी समय तक तो इसको झेलता रहा लेकिन बाद में यह उसके लिए बहुत अधिक कठिन होगया तो वह एक पुजारी के पास गया और बोला की रात के अंदर उसके साथ ऐसा ऐसा होता है। पूजारी ने देखा तो बोला कि तेरे साथ तो एक प्रेतनी है और वह तुझसे अपनी कामवासना को पूरा करती है।जबकि उस इंसान को एहसास भी नहीं था कि उसके साथ कोई प्रेतनी है।उसके बाद जब उससे इसके बारे मे पूछा तो लड़के ने बताया कि आज से लगभग 3 साल पहले वह रात मे कहीं से बाइक पर आ रहा था तो रस्ते मे उसे एक बेहद की खूबसूरत लड़की मिली थी और मैंने उसको बाइक पर बैठाया और घर के पास उतारा था लेकिन बाद मे वह दिखी नहीं थी। शायद यह वही प्रेतनी हो सकती है। तो दोस्तों यह बात सच है कि ऐसा कई बार होता है।
जब हम रूप के जाल के अंदर फंसकर आफत मोल लेलेते हैं। और बहुत से लोग जो प्रेतों की साधना करके यह सोच रहे हैं कि उनसे अपनी कामना की पूर्ति करेंगे तो अंत मे उनको भी मौत के मुंह के अंदर जाना होगा । क्योंकि प्रेतनी कोई महिला नहीं हैं वे बस एक उर्जा हैं और आपके पास एक शरीर है।उसका नुकसान भी होता है। बार बार आप शरीर के साथ खेलोगे तो आपको भयंकर हर्जाना भुगतना ही पड़ेगा ।
प्रेत करते हैं महिलाओं से वासनाओं की पूर्ति
दोस्तों मैंने कई तांत्रिक और बाबाओं को देखा अधिकतर पुरूष प्रेत महिलाओं को पकड़ लेते हैं और उसके बाद उनके साथ गंदा काम करते हैं। हालांकि उनके पास एक शरीर नहीं है वै कैसे करते हैं इस बारे मे मुझे नहीं पता है।यह प्रेत महिलाओं के अंदर घुस जाते हैं और उनके शरीर का प्रयोग करते हुए आनन्द लेते हैं।बहुत सी बेचारी महिलाओं को तो यह भी पता नहीं होता है कि उसके शरीर के अंदर प्रेत है। लंबा समय जब बीत जाता है तो प्रेत शरीर के अंदर रम जाता है।
मनुभइया का एक चैनल आता है।वे प्रेत विज्ञान के ज्ञाता हैं। उनके पास इस तरह के कई केस आए हैं। एक महिला उनके पास आई जिसके सारे शरीर के अंदर दर्द रहता था। हालांकि प्रेत और कोई दिक्कत नहीं करता था। जब देखा गया तो प्रेत उसके अंदर था।उस प्रेत को महिला के शरीर के अंदर रहते हुए 8 साल हो चुके थे ।
जब उस प्रेत से पूछा गया कि वह इस महिला के शरीर के अंदर क्यों रहता है तो प्रेत ने कहा कि वह उसे अच्छी लगती है और उससे उसको प्यार हो गया है। तो आप समझ सकते हैं कि भूत भी प्यार कर सकते हैं।
जब प्रेत ने महिला को पत्नी बनाकर रखा
दोस्तों यह घटना भी झूठी नहीं है और मेरे द्वारा आंखों देखी घटना है। बात है 2020 की ही । एक महिला शनिदरबार के अंदर आई और उस महिला के साथ उसका भाई और माता थी। महिला की माता ने बताया कि उसकी बेटी को पता नहीं क्या समस्या है।पहले पहले तो पति के साथ इसकी खूब बनती थी लेकिन अब यह वहां पर जाना ही नहीं चाहती है। दरबार मे बैठे बाबाजी ने देखा तो उसके अंदर एक भयंकर प्रेत था।
जब प्रेत को उपर बुलाया गया और पूछा कि तू इसके अंदर क्या कर रहा है ? तो प्रेत बोला कि वह उसकी पत्नी है और इसके साथ रहना मेरा हक है। मेरे अलावा इसके साथ कोई दूसरा नहीं रह सकता है। इसलिए मैं इसके पति को इसके साथ नहीं रहने देता ।उसके बाद उस प्रेत का ईलाज किया गया और महिला को ठीक होने मे काफी दिन लगे । इस तरह की बहुत सी घटनाएं होती रहती हैं।प्रेत आत्मा का जीवित लोगों के प्रेम मे पड़ना कोई नई बात नहीं है लेकिन यह प्रेम फलित नहीं हो सकता है क्योंकि प्रेतों की दुनिया हमसे अलग होती है।
एक अघोरी प्रेत की दुर्दशा
आपको पता होना चहिए कि यदि आप वासना रहते हुए मर जाते हो तो आपको प्रेत योनी के अंदर जाना ही होगा । यही प्रक्रति का नियम है। इसको कोई नहीं बदल सकता है। एक अघोरी ने एक महिला को पकड़ लिया था। हालांकि वह उस महिला के अंदर अपनी मर्जी से नहीं आया था उसे किसी दूसरे तांत्रिक ने पकड़ कर डाल दिया था।
आपको बतादें कि अघौरी कामभाव से रहित होते हैं ऐसी स्थिति के अंदर वह अघोरी महिला के शरीर के उपर तो सवार होता लेकिन कभी भी उसके साथ गलत काम करने की कोशिश नहीं करता था।
इसके अलावा यह भी देखा गया कि उसकी रूचि बिल्कुल भी उस महिला के अंदर नहीं थी और वह शिव शिव बार बार बोल रहा था।और जैसे ही अघोरी के बंधनों को खोला गया । वह लड़की के शरीर को छोड़कर चला गया ।
भूत और भूतनी का प्यार लेख के अंदर हमने भूतों के प्यार के बारे मे विस्तार से जाना ।दोस्तों प्रक्रति अपने नियमों पर काम करती है। यदि कोई कितना भी बड़ा संत हो वह कामवासना को मरने से पहले नहीं छोड़ता है और उसकी तीव्रता के साथ मर जाता है तो वह काम को पूरा करने की कोशिश करने लग जाएगा ।
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आपको बतादें कि प्रक्रति यह नहीं देखती है कि कौन हिंदू है और कौन मुस्लिम यह सब प्रक्रति ने नहीं बनाएं हैं। वो बस अपनी बनाई हुई भाषा को ही समझती है।मरने के बाद आप कभी भी अपनी वासनाओं से आजाद नहीं हो सकते हैं आपके पास यह अधिकार नहीं होता है। जो कुछ करना होता है बस यही करना होता है। तो कैसा लगा भूत भूतनी का प्यार लेख नीचे कमेंट करके बताएं ।
Hi, I am Lata, mere husband ki deth 12 /3/2022 ko hui h, vo ek planned murder tha . Aakhri bar mai unhe dekh bhi nhi pai , sabkuch mere sasural walo ne kiya. Pr shyad vo mere sath aa gy the kyoki hmdono shyad bhot deep li jude h ek dusre se .mere upr hawi hokr unhone vo sbkuch btaya jo unke sath glt hua tha . Aaj bhi vo mere sath rhte h aur apna praychit kr rahe h. Mai unki mukti k liy prayer krti hu vo pret yoni me h bhot taklif me h . Hmdono iswer se yhi bolte h ki hmara pyar adhura rh gya hme dusra jnm de hme apna karm aur dharm dono pura Krna h . Vrna mere bhi jeevan ki iccha adhuri rh jayegi. Pyar shrir se khi upr hota h. do aatmao ka bhndan mn se hota jnmo janmo ka hota h.. yhi bs prem h ….
यदि आपके पति देवता गण के होते तो शायद वे आपका बहुत अधिक साथ देते लेकिन लगता है उन्होंने भले ही आपसे काफी प्यार रखा लेकिन जीवन को ठीक तरह से नहीं जाना । अब यदि आप उनसे प्यार करती हैं और आप अभी जिंदा हैं तो उनके लिए नारायण बलि और नागबिल करवादें। जिससे उनको प्रेत से मुक्त मिलेगी और उनका कष्ट कम हो जाएगा । हो सकता है कि वे देव गुण के अंदर आ जाएं । यदि उन्होंने अपने जीवन के अंदर अच्छे कर्म किये हैं तो यह हो सकता है। लेकिन आपको प्रयास करना चाहिए । और प्रेत बन चुके हैं और इंसान के शरीर छोड़ने के बाद उसके विचार करने की शक्ति समाप्त हो जाती है तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। आप उनकी मुक्ति के लिए प्रयास करें। मुक्ति का मतलब यहां यही है कि वे प्रेत से निकल किसी दूसरी योनी के अंदर प्रवेश हो जाएंगे । पूर्ण मुक्ति संभव नहीं है। इसके लिए शायद उनको कई जन्म लेना पड़े ।असल मे लोग अपने जीवन को काफी बकवास तरीके से जीते हैं तो प्रेत बनना तय है। भले ही यह आपको बुरा लगे लेकिन यही सच है। हम यहां पर शादी करने या फिर बच्चे पैदा करने या फिर धन कमाने या फिर बकवास चीजें करने के लिए नहीं आएंगे है। वरन हमें यह जल्दी ही समझ लेना चाहिए जब तक शरीर है कि हम आत्मा हैं और कोई भी कर्म हम नहीं करते हैं हम बस देखने वाले हैं।