दोस्तों हम यहां पर कुछ bhopal ashram mobile number भोपाल आश्रम का मोबाइल नंबर व भोपाल अनाथ आश्रम का एड्रस और उनकी लिस्ट प्रदान कर रहे हैं दोस्तों भोपाल के अंदर कई सारे अनाथ आश्रम हैं। हम यहां पर गूगल बिजनेस के अंदर रजिस्टर आश्रम की लिस्ट दे रहे हैं। और आप गूगल बिजनेस के अंदर इनको एक बार वैरिफाई अवश्य ही करलें । इसके अलावा हम आपको भोपाल आश्रम के बारे मे कुछ बता भी रहे हैं।
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भोपाल आश्रम का मोबाइल नंबर Sant Shri Asharamji Ashram Bhopal
।यह संत श्री आशारामजी आश्रम पूजा स्थल है। पूज्य आशाराम जी बापू आध्यात्मिक क्रांतिवादी हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को धर्मग्रंथों के आध्यात्मिक गूढ़ ज्ञान से रोशन और रोचक बना दिया है। बापूजी ने यहां पर अपने ज्ञान और सतसंग का प्रसार किया था।इस आक्ष्रम के अंदर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। श्री आशारामजी बापू का जन्म सिंध राज्य में नवाबशाह जिले के बेरानी गाँव में “आसुमल” के रूप में हुआ था। 1947 में भारत के विभाजन के परिणामस्वरूप हिन्दू धर्म और भारत के प्रति गहन प्रेम के कारण उनका सम्पूर्ण परिवार अहमदाबाद में चला गया।
बचपन से ही उन्हें योग और आत्म-ज्ञान के अभ्यास के प्रति हमेशा झुकाव दिखाई देता था। बहुत ही कम उम्र के अंदर उन्होंने ईश्वर को प्राप्त कर लिया और इसके लिए वे गुरु साईं श्री लीलाशाहजी के पास गए थे ।
उन्होंने ईश्वर का मार्ग इनको बताया था। गहन साधना करने के बाद, उन्होंने अपने गुरु की कृपा से आत्म-साक्षात्कार प्राप्त किया। सिद्ध गुरु ने शिष्य को गुरु-तत्त्व में अच्छी तरह से स्थापित कर दिया। आसुमल संत श्री आशारामजी बापू बने।
- Mobile number – 070007 xxxx
- website – http://ashram.org/
- address – Ayodhya Bypass Rd, Gandhi Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462036
Karunadham Ashram
Karunadham Ashram भी भोपाल मे पड़ता है।करुणाधाम आश्रम एक अविस्मरणीय स्थल है , यह तीरथ धाम तपस्वीयो की तप एवं साधना क्षेत्र है। यहां पर कदम रखते ही सब और से शांति ही शांति छा जाती है। और गुरू वाणी को सुनने पर अत्यंत आनन्द आता है।
- Mobile number – not found
- website – xxx
- address – Link Rd Number 3, near Police Petrol Pump, Nehru Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462003
Ramakrishna Mission Ashrama, Bhopal
रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन दुनिया भर में, गैर-राजनीतिक, गैर-संप्रदायवादी आध्यात्मिक संगठन हैं। जो काफी लंबे समय से सामाजिक सेवा के अंदर लगा हुआ है।यह त्याग और सेवा व भक्ति से प्रेरित मठ लाखों महिलाओं और बच्चों की सेवा करने का कार्य करता है।इसके अंदर किसी प्रकार का धर्म या जाति या लिंग का भेदभाव नहीं किया जाता है। संगठनों को श्री रामकृष्ण (1836-1886) द्वारा अस्तित्व में लाया गया, बंगाल के महान 19 वीं सदी के संत, जिन्हें आधुनिक युग का पैगंबर माना जाता है।
रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन कानूनी रूप से और आर्थिक रूप से दोनो अलग अलग होते हैं। लेकिन यह कई मामलों मे एक होकर भी काम करते हैं।आश्रम की शुरुआत 1968 में हुई थी और उन्होंने 2006 में रामकृष्ण मिशन की एक शाखा को बनाया था। बेलूर मठ हावड़ा जिले के गंगा के पश्चिम तट पर चालिस एकड़ के अंदर फैला हुआ है।यहां पर कोलकता से एक घंटे के अंदर बहुत ही आसानी से पहुंचा जा सकता है।
गंगा तट के वेलूर मठ के अंदर रामक्रष्ण देव , मां शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद के मंदिर बने हुए हैं। यहां पर उनकी अस्थियों को सुरक्षित रखा हुआ है।इसके अलावा यहां पर स्वामी विवेकानन्द के अन्य शिष्यों ने भी निवास किया था।
- 609 लड़कों और 504 लड़कियों के साथ एक उच्च माध्यमिक विद्यालय इसके अंदर है। जहां पर बच्चे पढ़ते हैं।
- एक छोटी सी लाइब्रेरी है।जिसमे 6758 किताबें हैं।
- औषधालय भी बना हुआ है जहां पर आदिवासी लोगों का फ्री मे ईलाज किया जाता है।
- 450 छात्रों के लिए संगीत, कला और खेल में शिक्षा कार्यक्रम और प्रशिक्षण प्रदान करता है।
- इसके अलावा जरूरत मंदलोगों की हर प्रकार से मदद की जाती है।
- Mobile number – 0341 225xxxx
- website – https://belurmath.org/
- address – Swami Atmananda Marg,, near Press Complex, Bhopal, 462011
Madhav Ashram
1985 में एक महासोमय माधवश्रम में किया गया था और अब, इसकी मुख्य वेदी के ठीक स्थान पर, आश्रम का यज्ञशाला बनाया गया है। प्रत्येक माह में दोपहर और पूर्णिमा के दिन 24 घंटे महामृत्युंजय यज्ञ किया जाता है। यह यज्ञ वास्तव में 1980 में शुरू किया गया था और वर्तमान यज्ञशाला के आने तक यह आश्रम में एक सुविधाजनक स्थान पर किया जाता था।
भोपाल और आसपास के क्षेत्रों के अग्निहोत्रियों ने इस यज्ञ के प्रदर्शन में भाग लिया। 1 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक हर साल चौबीस घंटे महामृत्युंजय यज्ञ किया जाता है क्योंकि 1 अक्टूबर को साहेब का जन्मदिन है और 11 अक्टूबर वह दिन है जब उन्होंने सर्वोच्च व्रत लिया। 1971 ई के अंदर यहां पर एक पंचरत्न गौसाला की स्थापना की गई थी।बताया गया है कि यहां पर काफी गाय हैं जो आक्ष्रम के अंदर दूध वैगरह की पूर्ति करने का काम करती हैं।
श्री विद्या निकेतन नाम से यहां पर एक स्कूल भी चलाया जा रहा है। यह सन 2002 से ही चल रहा है।आस पास के लड़के लड़कियां यहां पर पढ़ने के लिए आते हैं।यहां पर अच्छी शिक्षा तो मिलती ही है। इसके अलावा बच्चों के मानसिक विकास पर भी ध्यान दिया जाता है।
माधवाश्रम के आस पास काफी सारे पेड़ और पौधे हैं ।और देखने मे यह काफी सुंदर बगीचा है। यहां पर फलों की खेती भी की जाती है। इसकी सबसे बड़ी खास बात यह है कि यहां पर किसी भी प्रकार की रसायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया जाता है। खाद के रूप मे गोबर की खाद का ही प्रयोग किया जाता है।फिर भी यहां पर काफी अच्छी सफल होती है। और वातावरण काफी सुखमय है। श्री साहेब की समाधि स्थल के पास जगन्माता – पवित्र माता श्रीमती की समाधी बनी हुई है। उन्होंने सन 2000 ई को अपना शरीर छोड़ दिया था। 1968 में काम शुरू हुआ तो उन्होंने अनेक प्रकार की कठिनाइयों से संघर्ष करते हुए इस काम को पूरा करवाया था।
“यहां केवल वे ही आएंगे जिनका
कल्याण एक वास्तविकता बनने जा रहा है।”
- Mobile number – 0982xxxxx
- website – http://madhavashramindia.in/
- address – Swami Atmananda Marg,, near Press Complex, Bhopal, 462011
Sewa Bharati Madhya Bharat
- Sewa Bharati Madhya Bharat के प्रमुख उदेश्य हैं।
- सर्वांगीण विकास के लिए समाज को संगठित करना
- आदिवासी और वंचित वर्गों के विकास के कार्य करना
- स्कूलों, स्वास्थ्य सेवा केंद्रों, सांस्कृतिक केंद्रों, व्यावसायिक कार्यक्रमों, महिला और बाल सशक्तीकरण कार्यक्रमों का समर्थन और स्थापना करना।
- भारतीय और जनजातीय संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देना और उसकी रक्षा करना
- विदेशों में भारतीयों के साथ सांस्कृतिक संबंध बनाएं।
- Mobile number – 0755 xxxx
- website – http://www.sewabhartimadhyabharat.org/contact.php
- address – Swami Ramtirth Nagar, Hoshangabad Road, Bhopal, Madhya Pradesh 462011
Mahila Chetna Manch
Mahila Chetna Manch एक अनाथ आक्ष्रम नहीं है लेकिन यह बच्चों को शिक्षा देने के उदेश्य से पीछले 18 सालों से 2 स्कूल चला रहा है।यह बच्चों के सर्वांगिण विकास की दिसा मे काफी काम कर रहा है। और यहां पर पढ़ने वाले बच्चों को अच्छे अंक हाशिल होते हैं।
महिला चेतना मंच (MCM) की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी। यह मध्य प्रदेश सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत एक लाभकारी संगठन नहीं है। विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से, एमसीएम महिलाओं को समर्थन प्रदान करता है ताकि उन्हें न केवल पुरुषों की चिंताओं को सुनने में सक्षम बनाया जा सके, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्रों में भी अग्रणी भूमिका निभाई जा सके। एमसीएम के काम का ध्यान स्थिरता के साथ विकास पर है और निर्भरता का निर्माण नहीं है।
एमसीएम विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और स्वच्छता और आजीविका में विकास के विभिन्न पहलुओं में लिंग मुख्यधारा को बढ़ावा देने के लिए एक विविध कार्य पोर्टफोलियो को बनाए रखता है। अपने ऑपरेशन के पिछले तीन दशकों में एमसीएम महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में योगदान करने में सक्षम है। ।
- Mobile number – 0755 xxxx
- website – http://www.mcmngo.org/
- address – Shivaji Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462016
SOS Children’s Village Khajuri Kalan
एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज 1963 से भारत में काम कर रहा है। यह 2004 से खजूरी कलां के अंदर काम कर रहा है।यह संगठन विकलांग बच्चों के लिए काफी बेहतर तरीके से काम करता है। सरकार ने विकलांग बच्चों की देखभाल के लिए भूमी भी प्रदान की है।यह भूमी का टुकड़ा भोपाल शहर से लगभग 40 किमी दूर है
खजूरी कलां में हमारा काम विशेष रूप से विकलांग बच्चों को शिक्षा चिकित्सा और प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।यहां पर कई कमरे बने हुए हैं और उनके अंदर बेडरूम बने हुए हैं। जहां पर विलांग बच्चों के सोने की व्यवस्था है। इसके अलावा व्हीलचेयर भी हैं जिसकी मदद से आसानी से विकलांग बच्चे इधर उधर जा सकते हैं।
- Mobile number – 1800 1xxx
- website – https://www.soschildrensvillages.org.uk/
- address – Kokta Bypass Rd, Bhopal, Madhya Pradesh 999999
Nitya Seva Society
- NITYA SEVA एक धर्मार्थ संस्था है जो भारत में समाज के विचाराधीन वर्गों के गली, झुग्गी और अन्य बच्चों के कल्याण के लिए काम करती है।
- NITYA SEVA SOCIETY, भारतीय काउंटर पार्ट, नवंबर 1999 में भोपाल, MP, और भारत में आशा वॉन डर फिंक द्वारा स्थापित किया गया था।
- इस संघ ने पहला बच्चों का घर सन 2000 ई के अंदर बिहार के चंदबर मे खोला था।उसके बाद दूसरा जो बच्चों का घर बिहार के पिपलेनर के अंदर खोला गया था।उसके बाद तीसरा चिल्ड्रेन घर 2014 के अंदर खोला गया था।
- आज इस संस्था के अंदर देखभाल के लिए 200 से अधिक बच्चे हैं।
- यह संस्था बच्चों के लिए छत उपलब्ध करवाती है और रहने के लिए जगह भी प्रदान करती है।
- इसके अलावा गर्म पोष्टिक भोजन और नास्ता देने का कार्य
- आधुनिक शौचालय और स्नान करने की सुविधा।
- चिकित्सा भी बीमार होने पर उपलब्ध करवाता है।
- देखभाल और बेहतर स्वास्थ्य
Pipalner
Gandhinagar
Bhopal 462036
Madhya Pradesh
India
Tel.: 00xx
Mail: nityasevapipalner@gmail.com
Art of Living Ashram भोपाल आश्रम का मोबाइल नंबर
यह काफी लंबे समय से मानवता की सेवा के अंदर लगी हुई संस्था है।156 देशों में संचालन, द आर्ट ऑफ लिविंग एक गैर-लाभकारी, शैक्षिक और मानवीय संगठन है जिसकी स्थापना 1981 में विश्व प्रसिद्ध मानवतावादी और आध्यात्मिक शिक्षक – गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने की थी।
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने विभिन्न जातियों, परंपराओं के लोगों को एकजुट करने का काम किया है।156 देशों में फैले इस समुदाय ने एक विश्व आध्यात्मिक मच बनाया गया है। गुरू जी का एक संदेश है प्रेम और ज्ञान घृणा और हिंसा पर हावी हो सकता है।
यहां पर कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जिनमें श्वास तकनीक, ध्यान, योग प्रमुख हैं। इसकी मदद से कई लोगों ने अपने जीवन को बदल दिया है।
Address – Vidya Nagar, Shah Pura, Bhopal, Madhya Pradesh 462026
Web- https://www.artofliving.org/in-en
Bal Balika Kalyan Ashram
- Bal Balika Kalyan Ashram, Nehru Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462003
- Contact Number: 0975xxxx
Sahib Bandgi Sant Ashram Bhopal
साहिब बंदगी आध्यात्मिक संस्था की स्थापना संत सतगुरु मधु परमहंसजी ने वर्ष १९९२ में हुई थी।कबीर को मानने वालों को मानना है कि कबीर ही पूर्ण परमात्मा हैं और वे इस धरती के समस्त रहस्यों को अच्छी तरह से जानते हैं। वैसे यह एक गैर व्यवसायिक संस्था है। और भक्ति मार्ग को कबीर ने प्रमुखता दी है।और यहां पर कबीर साहिब के भक्त सत्य पर चलने का संदेश देते हैं। आज इसकी कई साखाएं देश विदेश के अंदर फैली हुई हैं।
कबीर साहेब काम मनाना था कि यदि कोई उनका सार नाम प्रयोग करता है तो फिर वह इस संसार के भव सागर से पार हो सकता है। और आज कबीर के बहुत सारे पंथ चल रहे हैं। वहां पर सार नाम दिया जाता है। कोई भी कबीर पंथ से जुड़ सकता है। कबीर के अनुसार मरे हुए शरीर के अंदर आंखे होती है लेकिन वह देख नहीं सकता है। ,कान होते हैं लेकिन वह सुन नहीं सकता है। इसी प्रकार से हाथ और दूसरे अंग होते हैं लेकिन वे काम नहीं करते हैं।
इसका कारण यह है की शरीर के अंदर रहने वाली आत्मा चली जाती है। आत्मा अजर अमर है।लेकिन आत्मा का इस प्रकार की गतिविधियों से किसी प्रकार का कोई लेनादेना नहीं होता है। उसके बाद भी हम भाग रहे हैं। एक दूसरे से लड़ रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है मन । जब हम एक बार शरीर के अंदर प्रवेश कर लेते हैं तो उसके बाद वासनाओं के अंदर इस प्रकार से जकड़ जाते हैं कि फिर चाहकर भी छूट नहीं सकते हैं।
और वैसे भी सब जानते हैं कि कार की इच्छा अगर पूरी हो गई तो फिर घर की इच्छा आ जाती है। और यदि वह भी पूरी हो गई तो दूसरी कोई और इच्छा जन्म लेलेती है।
- near, Vitthal Nagar, Nayapura, Lalghati
- 0942xxxx
- http://www.sahibbandgi.org/
दोस्तों उपर हमने वो अनाथ आश्रम और संस्थाओं की लिस्ट दी है जिनके बारे मे गूगल पर दिया हुआ था।इनके अलावा भी बहुत सारे अनाथ बच्चों को पालने वाली संस्थाएं हो सकती हैं। हालांकि उनका डेटा इंटरनेट के उपर नहीं है। इस प्रकार की संस्थाएं छोटे स्तर पर काम करती हैं। और इनके बारे मे जानने का एक ही तरीका है कि आप कुछ शहरों का दौरा कर सकते हैं। वहां से आपको यह पता चलेगा कि कौनसे शहर के अंदर यह हैं।
भोपाल आश्रम का मोबाइल नंबर Chinmaya Pradeep Ashram
स्वामी चिन्मयानंद ने अपने जीवन को वेदांत की इस दृष्टि के साथ लाखों मन को प्रज्वलित करने के लिए समर्पित कर दिया। 42 साल और उससे अधिक उन्होंने पूरी दुनिया में निस्वार्थ रूप से प्यार, देखभाल और ज्ञान साझा करने के लिए मानवता की सेवा की। इस वर्ष हम स्वामी चिन्मयानंद का जन्म शताब्दी वर्ष 8 मई 1916-2016 मना रहे हैं। चिन्मय प्रदीप वेदांत के विषय में भारत में अपनी तरह के स्थायी बाहरी अनुभवात्मक मल्टी-मीडिया और मल्टी-मीडियम पार्क में से एक है।
- Address: 216, Sector 2 A, Saket Nagar, Habib Ganj, Bhopal, Madhya Pradesh 462024
- Phone: 0982xxxx
Bharat Sevashram Sangha
1917 में आचार्य स्वामी प्रणवानंदजी महाराज ने बांग्लादेश में पहला भारत सेवाश्रम आश्रम खोला था।यह एक परोपकारी संगठन है ,जो धर्म के लिए काम करता है। यह कमजोर व वंचित लोगों की मदद करता है और उनको धर्म से जोड़ने का काम भ्ज्ञी करता है। पैगंबर स्वामी प्रणवानंद एक महान योगी थे । एक आचार्य, एक दार्शनिक-विचारक, एक सुधारक और दुनिया के बहुत कम पुरुषों में से एक थे जो त्याग कर सकते हैं, और उन्होंने, सब कुछ, मानव जाति के लिए किया। उनका जन्म बंगाल के मदारीपुर जिले के बाजितपुर नामक गाँव में वर्ष 1896 ई के अंदर हुआ था।
उनका स्वाभाव बचपन से ही अलग था। वे दूसरे लड़कों की तरह नहीं थे और बचपन से ही वे अन्याय का विरोध करते हुए आए थे ।इस संगठन का मुख्यालय कोलकता के अंदर है और आज पूरे भारत के अंदर इसकी 50 से अधिक साखाये हैं। यह संगठन कई प्रकार के राहत कार्यों को चलाता है ,जैसे आपदा के समय मदद करता है और स्कूल व कॉलेज भी यह चलाता है।
- Address: 454, Sector 3, Shakti Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462024
- Phone: 0755 xxxxx
- Web – https://www.bharatsevashramsangha.org/
Sansthan
एक सच्चे हिंदू या यहूदी या मोहम्मडन या ईसाई होने के लिए प्रत्यक्ष धारणा की आवश्यकता है। यदि आप बिना कुछ जाने किसी के उपर विश्वास करते हैं तो फिर आप उस विश्वास की वजह से गलत दिसा के अंदर ही जाएंगे । आज कल के लोगों की यही समस्या है।जब उनकेा यह बताया जाता है कि भगवान राम थे और राम के उपर शक नहीं करना है तो उसके बाद वे अंध विश्वास के अंदर पड़ जाते हैं।
यदि आप एक बार राम के चरित्र को जांचने की क्षमता उनके अंदर आ जाती है तो फिर उनका विश्वास कभी टूट ही नहीं सकता है।
एक बार बस अच्छे और बुरे को देखलें और यह समझलें कि हम जिनको भगवान मानते हैं वे भगवान क्यों हैं ? तो फिर सब कुछ ठीक हो जाएगा ।
एक बार बात है एक व्यक्ति भगवान बुद्ध के पास आया और बोला कि यदि ईश्वर का कोई अस्तित्व है तो उसके बेटे को 3 दिन के भीतर नौकरी मिल जानी चाहिए । और सौभाग्य से उसके बेटे को नौकरी मिल गई ।उसके बाद वह भगवान बुद्व के पास आया और बोला कि सचमुच आपका ईश्वर महान है।
उसके बाद बुद्व ने कहा कि मित्र ईश्वर मौजूद है लेकिन यदि आप उसके प्रति विश्वास या अविश्वास करना चाहते हो तो फिर आपको एक बार रूक जाना चाहिए । लेकिन उस व्यक्ति ने बुद्व की सलाह पर कोई ध्यान नहीं दिया । कुछ दिन बीत जाने के बाद वह व्यक्ति फिर आया और कहा, ‘हे बुद्ध! मेरी पत्नी गंभीर रूप से बीमार है। अगर ईश्वर है, तो उसे तीन दिन में ठीक हो जाना चाहिए; अन्यथा, मैं फिर से नास्तिक बन जाऊंगा। ‘ लेकिन इस बार उसकी याचना पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और उसकी पत्नी की मौत हो गई। और उसके बाद वह व्यक्ति आया और बुद्व को गालियां देने लगा ।
- Phone: 097xxxxx
- भोपाल अनाथ आश्रम का मोबाइल नंबर
OSHO ASHRAM
ओशो के दर्शन और ध्यान के साथ लोगों तक पहुंचने के मकसद से 1996 में ओशो धर्मतीर्थ फाउंडेशन की स्थापना की गई थी। ओशो मैडिटेशन रिसोर्ट पुणे के समर्थन से फाउंडेशन ने मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विभिन्न ध्यान शिविर समारोह और ओशो पुस्तकों की प्रदर्शनी आयोजित की। इस चल रहे काम के साथ कई संन्यासी इस कारण से एक साथ आए और गोविंदपुरा में एक छोटे से घर में दैनिक आधार पर ध्यान का अभ्यास किया। ध्यान के लिए एक बड़ी जगह की मांग जारी रखने और विभिन्न समारोहों के लिए एक साथ होने के कारण एक सन्यासिन ने एक एकड़ की भूमि को वर्ष 2003 में ट्रस्ट को पूरी तरह से ध्यान की जगह स्थापित करने के लिए उपहार में दिया
- Patel Nagar, Bhopal, Madhya Pradesh 462022
- Web – http://www.oshoglimpse.com/bhopal
अनाथ आश्रम विवाह के लिए संस्थाओं से संपर्क करें
यदि आप अनाथ आश्रम मे किसी विवाह के लिए संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं तो हम आपको यह बेहतर सुझाव देना चाहते हैं कि आप इसके लिए वहां के क्षेत्रिये मैरीज ब्यूरों के अंदर संपर्क करें । भोपाल के अंदर कई सारे क्षेत्रिय मैरीज ब्यूरो बने हुए हैं।आप अपने शहर का नाम डाले और इंटरनेट पर सर्च करें तो आपको एक लंबी चौड़ी संख्या मिल जाएगी । वहां पर अपना नाम पता और रजिस्ट्रेशन करवादें और अपनी रिक्वायरमेंट बताएं ।
जैसे ही आपके अनुकूल कोई लड़का और लड़की मिलेगा । यह ब्योरो आपको संपर्क करेंगे । यह सबसे अच्छा तरीका है। हम आपको यह सजेशन देना चाहेंगे कि आप डायरेक्ट ना जाए तो बेहतर होगा । क्योंकि ऐसी स्थिति के अंदर आपके उपर कोई विश्वास नहीं करेगा ।
भोपाल अनाथ आश्रम का मोबाइल नंबर लेख से आपको मदद मिली होगी । ऐसा हम यकीन के साथ कह सकते हैं। दोस्तों यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो नीचे कमेंट करके हमें बताएं ।
Mujhe 1chhota baby chahiye
Mujhe Saadi ke liye ladki chahiye
मुझे जीवनसाथी की तलाश है सुंदर सुशील संस्कारी लड़की चाहिए जो मेरे कदम से कदम मिलाकर चल चले जिंदगी भर उसका सम्मान करेंगे जिंदगी भर से प्यार करना करूंगा जिंदगी भर का साथ खड़ा रहूंगा मैं सीधा साधा लड़का हूं शादी करनी चाहता हूं शाकाहारी व्यक्ति हूं दयालु व्यक्ति हूं ईश्वर से डरता हूं जिंदगी भर साथ निभाऊंगा दुख सुख में उसका साथ निभाऊंगा उसे जिंदगी भर कभी तकलीफ नहीं होनी होने दूंगा
महोदय मैं सुनील कुमार 23 साल का लड़का हु और मेरी अभी शादी नही हुई है। मै चाहता हु की में अपना जीवनसाथी अनाथ आश्रम से शादी करके लाऊ जिससे उसकी मां बाप की कमी पूरी हो सके और वह खुश रह सके। मैं उसे जिंदगी भर खुश रखूंगा