बीड़ी पीने के फायदे क्या है , bidi peene ke fayde दोस्तों हम सभी बीड़ी के बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं। आस पास के कई लोग आपको बीड़ी पीते हुए मिल जाते हैं। वैसे हमने बीड़ी के नुकसान के बारे मे तो बहुत अधिक सुना है लेकिन क्या आपको पता है कि बीड़ी के क्या क्या फायदे होते हैं ? असल मे हम कभी भी बीड़ी को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। क्योंकि इसके नुकसान के आगे फायदे कुछ भी नहीं हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसलिए दोस्तों बीड़ी पीने के अनेक फायदे हो सकते हैं। लेकिन इसके बहुत सारे नुकसान भी होते हैं।
दोस्तों आपको बतादें कि बीड़ी को तेंदू पत्तों से बनाया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और भारत के अंदर आजकल बीड़ी के अनेक ब्रांड भी उपलब्ध हैं। और लोग अपनी पसंद के अनुसार अलग अलग ब्रांड का प्रयोग करते हैं।
और कुछ लोग आजकल पैसा को बचाने के लिए भी बीड़ी का प्रयोग करते हैं। क्योंकि बीड़ी काफी सस्ती आती है लेकिन सिगरेट काफी महंगी आती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन आपको बतादें कि बीड़ी पीना आपके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक होती है।क्योंकि इसके अंदर फिल्टर नहीं लगा होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
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1.बीड़ी पीने के फायदे थकान दूर होती है bidi peene ke fayde
दोस्तों यदि हम बीड़ी पीने के फायदे के बारे मे बात करें तो यह थकान के प्रभाव को कम करने का काम करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । इसका मतलब यह है कि यह थकान को दूर करने का काम करती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यह स्थाई रूप से थकान को दूर करने का काम करती है। यह कुछ समय के लिए आपको थकान का एहसास कम कर देती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
जो लोग गांव देहात के अंदर काम करते हैं उनको काफी अधिक मेहनत करनी पड़ती है। जिसकी वजह से थकान दूर हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। इसलिए लोग अपनी थकान को दूर करने के लिए भी बीड़ी का सेवन करते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं।लेकिन आपको बतादें कि यह भी स्थाई रूप से नहीं होती है। बस कुछ समय के लिए प्रभाव होता है।
2.मन को शांति मिलती है bidi peene ke fayde
दोस्तों यदि आप बीड़ी का सेवन करते हैं तो आपको इसकी लत लग जाती है। एक तरह से जब आप बीड़ी पीते हैं तो उसके बाद कुछ समय के लिए नसे के अंदर हो जाते हैं। और नसे के अंदर होने की वजह से मन को शांति मिलती है। इसलिए एक बार यदि किसी को बीड़ी की लत लग जाती है तो उसके बाद नहीं पीने की वजह से काफी अधिक बैचेनी हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । दोस्तों यदि हम बात करें बीड़ी की तो यह स्थाई रूप से आपके मन को शांति प्रदान करने का काम नहीं करती है।
यह आपके मन को तब तक शांति प्रदान करने का काम करती है जब तक कि इसका असर रहता है। उसके बाद वापस वह पहले जैसी ही हालत हो जाती है।
3.बीड़ी पीने के फायदे नींद नहीं आती है bidi peene ke fayde
दोस्तों यदि आपको रात भर जागना पड़ता है। जैसे कि आप किसी ऐसी नौकरी को कर रहे हैं जिसके अंदर आपको रातभर जागना पड़ रहा है तो फिर आपको बीड़ी का प्रयोग करना चाहिए । कारण यह है कि बीड़ी की वजह से आपको रात भर नींद नहीं आती है।मतलब यह है कि आप बीड़ी की मदद से रात को आसानी से काट सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। वैसे आपको बतादें कि रात को काटने के लिए बीड़ी जरूरी नहीं होती है। आप बिना बीड़ी के भी रात काट सकते हैं।
क्योंकि अक्सर जब हम रात के अंदर अकेले बैठे होते हैं तो बोरियत की वजह से बहुत अधिक बीड़ी पी जाते हैं। जोकि आपकी सेहत के लिए काफी अधिक हानिकारक होती है। इसलिए बीड़ी पीने की आदत को छोड़ देना चाहिए । तभी आपके लिए सही होगा ।
4.कब्ज को दूर करने मे बीड़ी के फायदे
दोस्तों आपको बतादें कि बीड़ी कब्ज की समस्या को दूर करने का काम करती है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
दोस्तों कुछ लोगों को इस प्रकार की समस्या होती है जिसके अंदर होता यह है कि उनको बीड़ी पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है। वैसे यदि आपको कब्ज की समस्या है तो फिर आपको बीड़ी नहीं पीनी चाहिए कब्ज की समस्या को दूर करने के और भी तरीके हैं आपको उनका उपयोग करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
कब्ज एक आम समस्या है जो अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। यहाँ कब्ज के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
कब्ज एक ऐसी स्थिति है जिसमें कठोर, सूखा मल नियमित रूप से नहीं निकलता है। कब्ज के कारण कई हैं और इसमें जीवन शैली विकल्प, आहार और चिकित्सा स्थितियां शामिल हैं। कब्ज के चिकित्सा कारण बाधा (रुकावट), पोषक तत्वों के खराब अवशोषण, या चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (IBS) जैसे रोगों के कारण हो सकते हैं। अपर्याप्त जलयोजन और व्यायाम भी कब्ज में योगदान कर सकते हैं।
कब्ज के कई अलग-अलग प्रकार होते हैं और प्रत्येक व्यक्ति इसे अलग तरह से अनुभव करता है। कुछ लोगों को कभी-कभी कब्ज की शिकायत होती है; दूसरों को पुरानी कब्ज होती है जो एक समय में हफ्तों या महीनों तक रहती है। कब्ज के सबसे आम प्रकार कार्यात्मक (जीवनशैली विकल्पों के कारण) और जैविक (कुछ चिकित्सीय स्थितियों के कारण) हैं।
5.कुछ लोगों के लिए अच्छा टाइमपास होता है बीड़ी
दोस्तों आपको बतादें कि कुछ लोगों के लिए बीड़ी एक टाइमपास की तरह होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। जब उनके पास करने को कुछ भी नहीं होता है तो उसके बाद बीड़ी उनके लिए अच्छे टाइमपास बन जाती है। इसलिए दोस्तों बीड़ी पीना उनको फायदेमंद लगता है।
बीड़ी पीने के नुकसान
दोस्तों यदि आप बीड़ी पीते हैं तो इसके कई सारे नुकसान भी होते हैं।यदि हम बीड़ी के फायदे और नुकसान की बात करें तो आपको बतादें कि बीड़ी के नुकसान काफी अधिक होते हैं । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।
वैसे देखा जाए तो बीड़ी के फायदे कुछ भी नहीं हैं।इसके नुकसान काफी अधिक होते हैं आप इस बात को समझ सकते हैं। भारतीय महिलाएं सिगरेट के मुकाबले बीड़ी ज्यादा पीती हैं भारत में सिर्फ बीड़ी पीने वाली महिलाओं की संख्या है 1.2 फीसदी है। और आपको बतादें कि पुरूष काफी अधिक सिगरेट पीते हैं।
बीड़ी और सिगरेट जैसी चीजों का सेवन करने से कुछ नुकसान हो सकता है। और कई बार यह नुकसान इतने अधिक हो जाते हैं। कि आपको कैंसर तक हो सकता है।इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए यदि आप बीड़ी वैगरह का सेवन करते हैं तो आपको इन सब चीजों का सेवन करना बंद कर देना चाहिए ।
क्योंकि यदि एक बार कैंसर जैसी भयंकर बीमारी हो गई तो उसके बाद उस बीमारी से पार करना काफी कठिन हो जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और उसके बाद मौत होना तय होती है। आइए अब हम जानने का प्रयास करते हैं कि बीड़ी का सेवन करने से क्या क्या नुकसान हो सकता है ?
वैसे जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि बीड़ी को भारत के अंदर गरीब लोगों की सिगरेट के नाम से जाना जाता है। क्योंकि सिगरेट काफी अधिक महंगी आती है तो इसकी वजह से बीड़ी का सेवन किया जा सकता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।और गरीब तबके के लोग जोकि सिगरेट नहीं खरीद सकते हैं वे बीड़ी को काफी आसानी से खरीद सकते हैं। आप इस बात को समझ सकते हैं।
बीड़ी पीने के नुकसान मुंह का कैंसर
दोस्तों आपको बतादें कि बीड़ी के अंदर कई प्रकार के कैमिकल्स पाये जाते हैं। और यदि कोई इंसान लगातार बीड़ी का सेवन करता है तो उसकी वजह से मुंह का कैंसर होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप मुहं के कैंसर से बचना चाहते हैं तो फिर आपको बीड़ी का सेवन नहीं करना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।
ओरल कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो मुंह को प्रभावित करता है। यह मुंह के किसी भी हिस्से में हो सकता है, लेकिन अधिकतर होंठ, जीभ और मुंह के तल में होता है। 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों और महिलाओं में मुंह का कैंसर सबसे आम प्रकार का कैंसर है। लक्षणों में जीभ पर या गाल के अंदर घाव, भूख या चबाने के व्यवहार में बदलाव, निगलने में कठिनाई, स्वर बैठना, या एक अल्सर शामिल हो सकता है जो ठीक नहीं होता है।
. यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो अपने डॉक्टर को दिखाएँ। मुंह के कैंसर का कारण निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है, लेकिन यह तंबाकू के धुएं या अन्य पर्यावरणीय कारकों जैसे सूर्य से विकिरण के लंबे समय तक संपर्क से संबंधित हो सकता है। मुंह के कैंसर का कोई इलाज नहीं है लेकिन उपचार के विकल्पों में ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी और/या विकिरण चिकित्सा शामिल है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए प्रारंभिक निदान महत्वपूर्ण है।
यदि आपको उपर दिये गए कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर को जरूर ही दिखा लेना चाहिए । नहीं तो नुकसान होने मे देर नहीं लगेगी आप इस बात को समझ सकते हैं।मुंह का कैंसर भी काफी घातक होता है जिसको ठीक करना काफी कठिन होता है।
बीड़ी पीने का नुकसान फेफड़ों के कैंसर
दोस्तों बीड़ी के धुंए को हम अपने अंदर लेते हैं जिसकी वजह से हमारे फेफड़ों को नुकसान होता है। और यदि आप लंबे समय तक बीड़ी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से फेफड़ों का कैंसर विकसित हो सकता है।
जब आप बीड़ी का सेवन करते हैं तो इसका धुंआ जो आपके शरीर के अंदर जाता है वह लग्श के टिशू को डैमेज करना शूरू कर देता है।पहले तो बॉडी इसको रिपेयर कर लेती है लेकिन जब बार बार यह सब होने लग जाता है तो उसके बाद बॉडी इसको रिपेयर नहीं कर पाती है और उसके बाद फेंफड़ों का कैंसर विकसित होने लग जाता है।इसलिए यदि आपको फेफड़ों के कैंसर से बचना है तो फिर बीड़ी का सेवन करना बंद कर देना होगा तभी आपके लिए फायदेमंद होगा ।
फेफड़े का कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है। यह पुरुषों में सबसे आम प्रकार का कैंसर है और महिलाओं में दूसरा सबसे आम प्रकार है। फेफड़े का कैंसर फेफड़ों में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि के कारण होता है। फेफड़ों के कैंसर कई प्रकार के होते हैं, लेकिन ज्यादातर मामले धूम्रपान या पर्यावरण के कार्सिनोजेन्स के संपर्क में आने के कारण होते हैं। फेफड़ों के कैंसर के लिए उपचार रोग के चरण पर निर्भर करता है और सर्जरी से लेकर विकिरण चिकित्सा और कीमोथेरेपी तक हो सकता है। हालांकि, फेफड़ों के कैंसर का कोई इलाज नहीं है, और रोगियों को उपचार के बाद अक्सर दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव होता है।
दोस्तों यदि आप इस प्रकार की किसी भी समस्या से बचना चाहते हैं तो आपको बीड़ी और सिगरेट को पीना बंद कर देना चाहिए । यह सब आपको नुकसान पहुंचाने का काम करती है आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।इस तरह से आप समझ सकते हैं कि बीड़ी आपको कितना नुकसान करती है आपको बीड़ी को छोड़ देना चाहिए । यदि आप कोशिश करते हैं तो उसको आसानी से छोड़ सकते हैं।
पेट के कैंसर होने की संभावना अधिक होती है
दोस्तों आपको बतादें कि यदि आप अधिक बीड़ी पीते हैं तो इसकी वजह से पेट के कैंसर होने की संभावना काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा । यदि आप बीड़ी पीना बंद नहीं करते हैं।तो पेट के कैंसर होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
पेट के कैंसर के कई प्रकार हैं, लेकिन दो सबसे आम एडेनोकार्सिनोमा और स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा हैं। सभी पेट के कैंसर का लगभग 95% एडेनोकार्सिनोमा हैं। एडेनोकार्सिनोमा उन कोशिकाओं से उत्पन्न होता है जो पेट (गैस्ट्रिक म्यूकोसा) को रेखाबद्ध करती हैं। वे बहुत तेज़ी से बढ़ सकते हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा एक कम सामान्य प्रकार का कैंसर है जो त्वचा या शरीर के अन्य ऊतकों में कोशिकाओं से उत्पन्न होता है।
पेट के कैंसर के लक्षण और लक्षण अलग-अलग होते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह किस प्रकार का है। एडेनोकार्सिनोमा अक्सर अस्पष्ट पेट दर्द, सूजन और वजन घटाने का कारण बनता है। हालांकि, कुछ लोगों में कभी भी कोई लक्षण नहीं होते हैं। स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा त्वचा पर लाल धब्बे या मुंह के अंदर सफेद धब्बे (ल्यूकोप्लाकिया के रूप में जाना जाता है) का कारण बन सकता है।
एसोफैगल कैंसर होने की संभावना
दोस्तों यदि आप बीड़ी का अधिक सेवन करते हैं तो उसकी वजह से एसोफैगल कैंसर होने की संभावना भी काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हमारी आहार नली कैंसर से ग्रस्त होती है तो इसे एसोफैगल कैंसर के नाम से जाना जाता है। इसकी वजह से आहार नली के अंदर की जो कोशिकाएं होती हैं वह अनियंत्रित ढंग से बढ़ने लग जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
एसोफैगल कैंसर आमतौर पर पहले किसी तरह के लक्षण को प्रकट नहीं करता है। लेकिन जब यही कैंसर काफी गम्भीर हो जाता है तो उसके बाद इसके लक्षण प्रकट होने लग जाते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
- पेट मे जलन का होना
- खून की उल्टी का होना
- आवाज का बैठना
- गले या पीठ मे दर्द का होना ।
यदि आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
बीड़ी से दिल का दौरा पड़ने का खतरा
दोस्तों हार्ट में जो वेसल्स हैं वे हमारे शरीर के हर हिस्से के अंदर जाते हैं और इसकी मदद से ही खून का बहाव होता है। वेसल्स में ब्लॉकेज की वजह से हार्ट अटैक, एंजाइना पर बुरा असर पड़ता है। और इसकी वजह से हर्ट भी काफी कमजोर हो जाता है।
जब आप बीड़ी और सिगरेट का सेवन करते हैं तो यह नसों को ब्लॉक करने का काम करता है। इसकी वजह से पैर की नसों के अंदर ब्लॉक को सकता है। और इसकी वजह से काफी अधिक परेशानी होती है। और कई बार यह ब्लॉकेज अचानक से आ जाता है तो कई बार इसके अंदर काफी समय लगता है।बीड़ी के स्मोक में सिगरेट के स्मोक की तुलना में कार्बन मोनोऑक्साइड और निकोटीन की मात्रा तीन गुना और टार की मात्रा पांच गुना होती है।
जब आप बीड़ी आदि का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से थक्के आदि बनने की संभावना काफी अधिक हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और इसकी वजह से दिल का दौरा पड़ने की संभावनाएं काफी अधिक हो जाती है। इसकी वजह से धमनियां सूज जाती हैं और इसकी वजह से दिल का दौरा पड़ सकता है।
अगर आपको सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ या बाएं हाथ या जबड़े में अचानक दर्द महसूस हो रहा है, तो आपको दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल का दौरा संयुक्त राज्य अमेरिका में मौत का प्रमुख कारण है और 65 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों और महिलाओं का नंबर एक हत्यारा है।
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के जोखिम को बढ़ाती है बीड़ी
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस की यदि हम बात करें तो आपको बतादें कि यह जो रोग होता है वह आमतौर पर बीड़ी और सिगरेट की वजह से हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस एक श्वसन स्थिति है जो ब्रोंची की सूजन और जलन का कारण बनती है, फेफड़ों में हवा की थैली। ब्रोंकाइटिस हल्का या गंभीर हो सकता है, और यह कई हफ्तों या महीनों तक रह सकता है। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस वाले लोग अक्सर खांसी, सांस लेने में कठिनाई और थकान का अनुभव करते हैं। पुरानी ब्रोंकाइटिस के उपचार में दवा और जीवन शैली में परिवर्तन जैसे धूम्रपान बंद करना शामिल है।
यदि आपको इस प्रकार का रोग है तो फिर एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
बेहोशी का कारण बन सकती है बीड़ी
दोस्तों आपको बतादें कि निकोटीन की मात्रा बीड़ी के अंदर पाई जाती है। यदि आप अधिक नशा करते हैं तो यह आपके नवर्स सिस्टम को प्रभावित करते हैं। जिसकी वजह से बेहोशी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
वैसे आपको बतादें कि बीड़ी से बेहोशी के चांस उतने अधिक नहीं हैं लेकिन यह आपके दिमाग को सुन्न कर देती है। जिससे कि आपको नशे का एहसास होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
अक्सर जो लोग अधिक शराब का सेवन करते हैं वे अक्सर बेहोश हो जाते हैं। और उसके बाद वे कहीं पर भी सो जाते हैं। यह स्थिति आपने कई सारे शराबियों के अंदर देखी होगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।
बीड़ी पीने से ब्लड प्रेसर बढ़ सकता है
दोस्तों यदि आप बीड़ी आदि का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से ब्लड प्रेसर बढ़ सकता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।
यदि आपका ब्लड प्रेसर पहले से ही अधिक है तो फिर आपको बीड़ी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह आपके ब्लड प्रेसर को और अधिक बढ़ा देगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप ब्लड प्रेसर को कम करने की दवा ले रहे हैं तो भी आपको बीडी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए ।
दोस्तों यदि आपको ब्लड प्रेसर की समस्या रहती है तो आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं।वैसे आपको बतादे कि ब्लड प्रेसर काफी अधिक घातक होता है । इसकी वजह से धमनियों पर काफी अधिक दबाव पड़ता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । दिल का दौरा, हार्ट फेल, स्ट्रोक, डिमेंशिया स्ट्रोक, हृदय रोग, किडनी और लिवर आदि पर ब्लड प्रेसर के अधिक होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
- यदि आपको ब्लड प्रेसर काफी समय तक बना रहता है तो इसकी वजह से किडनी को नुकसान होता है। इसकी वजह से किडनी की धमनियां सिकुड़ सकती हैं या फिर डैमेज हो सकती हैं।और जब किडनी के अंदर सही तरह से खून नहीं पहुंच पाएगा तो यह रक्त को फिल्टर नहीं कर पाएंगी । और इसकी वजह से काफी अधिक समस्याएं हो सकती हैं।इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए समय पर यदि आपको ब्लड प्रेसर की समस्या है तो इलाज किया जाना काफी अधिक जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ सकते हैं।और यही आपके लिए सही होगा ।
- इसके अलावा यदि आपका ब्लड प्रेसर काफी अधिक हो जाता है तो इसकी वजह से लिवर फैलने लग जाता है और लिवर पर काफी अधिक दबाव पड़ता है जिसकी वजह से लिवर सिरोसिस का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।
गर्भ मे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है बीड़ी
दोस्तों यदि आप एक महिला हैं और आपके गर्भ के अंदर बच्चा पल रहा है तो आपको बीड़ी और सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक नुकसानदायी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
दोस्तों यदि आप अपने बच्चे को सही देखना चाहती हैं तो फिर आपको कुछ समय के लिए बीड़ी आदि का सेवन करना बंद कर देना चाहिए। बीड़ी के अंदर कई तरह के रसायन होते हैं जोकि आपके बच्चे को नुकसान पहुंचाते हैं। यह बच्चे के अंदर रक्त की आपूर्ति को कम कर देते हैं। जिससे कि बच्चे को दिल को काफी अधिक जोर लगाना पड़ता है।इसके अलावा यदि आप बीड़ी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आमतौर पर बच्चे का वजन कम हो सकता है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । सो आपको धुम्रपान कुछ समय के लिए छोड़ देना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
टाइप 2 डायबिटीज (मधुमेह) का जोखिम भी बढ़ सकता है।
दोस्तों यदि आप बीड़ी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आपको मधुमेह होने का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। यदि आपको पहले से ही मधुमेह है तो फिर आपको बीड़ी का सेवन नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। वरना समस्या और अधिक गम्भीर हो सकती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।
मधुमेह एक लाइलाज चयापचय रोग है जो इंसुलिन उत्पादन की कमी के कारण होता है, जिससे रक्त में शर्करा का असामान्य संचय होता है। मधुमेह दो प्रकार के होते हैं: टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 मधुमेह का आमतौर पर बचपन या शुरुआती वयस्कता में निदान किया जाता है, जबकि टाइप 2 मधुमेह वयस्कों में अधिक आम है। मधुमेह गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है, जिसमें हृदय रोग, स्ट्रोक, अंधापन, गुर्दे की विफलता और विच्छेदन शामिल हैं। मधुमेह के लिए कई उपचार उपलब्ध हैं, लेकिन स्थिर रहने और जटिलताओं से बचने के लिए निरंतर निगरानी और उपचार की आवश्यकता होती है।
ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बीड़ी से बढ़ जाता है
दोस्तों ऑस्टियोपोरोसिस एक प्रकार का हड्डी का रोग होता है। यदि आप बीड़ी वैगरह का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा काफी अधिक बढ़ जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा आप इस बात को समझ सकते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो हड्डियों को कमजोर कर देती है और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। ऑस्टियोपोरोसिस के कई अलग-अलग प्रकार हैं, लेकिन सबसे आम ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर है।
ऑस्टियोपोरोसिस एक विकार है जो हड्डियों के घनत्व और ताकत को प्रभावित करता है। नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन (एनओएस) की रिपोर्ट है कि 50 मिलियन से अधिक अमेरिकियों को ऑस्टियोपोरोसिस है, जो फ्रैक्चर के लिए उनके जोखिम को बढ़ाता है। ऑस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर शरीर में किसी भी हड्डी में हो सकता है, लेकिन वे रीढ़ और कूल्हे की हड्डियों में विशेष रूप से आम हैं। स्थिति आनुवंशिकी और जीवनशैली विकल्पों के संयोजन के कारण हो सकती है, जैसे धूम्रपान, शराब पीना, अधिक वजन या निष्क्रिय होना और खराब पोषण होना। ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार में दवा, सर्जरी या दोनों शामिल हैं।
बीड़ी का सेवन इंसान को मानसिक रूप से कमजोर बनाने का काम करता है
दोस्तों आपको बतादें कि बीड़ी का सेवन करना इंसान को मानसिक रूप से कमजोर बनाने का काम करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
यदि आप बीड़ी का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से आपको इसकी आदत लग जाती है और आपके अंदर जो दर्द को झलने की क्षमता है। या समस्याओं को झेलने की जो क्षमता है वह काफी कम हो जाती है।
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This post was last modified on January 13, 2023