क्या आप जानते हैं छलावा क्या होता है ?Chalawa Bhoot छलावा भूत की कहानी ,वैसे तो भूत के अनेक प्रकार होते हैं।और इन प्रकारों के अंदर आता है छलावा भूत ।छलावा का मतलब होता है जो छल करता है या आपके साथ धोखा करता है वह छलावा होता है। छलावा भूत की सबसे बड़ी बात यह होती है कि इसका कोई भी रूप नहीं होता है और यह अनेक रूपों को धारण करने वाला होता है।
छलावा भूत की कहानी तो आपने सुनी ही होगी । यदि आप अपने आस पास के लोगों से छलावा भूत की कहानी के बारे मे पूछेंगे तो आपको सुनने को मिल ही जाएगी । और वैसे कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्होंने खुद ही छलावा को देखा है।
लेकिन हम यह बात दावे के साथ कह सकते हैं कि छलावा होता है। और जो लोग इनको अंधविश्वास मानते हैं और खुद को ज्ञानी समझते हैं। उनके लिए इतना ही कहेंगे कि अमेरिका जैसे विकसित देशों के अंदर भूतों पर रिसर्च होता है।
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क्या होता है छलावा भूत Chalawa Bhoot kya hai
वैसे छलावा भूत कैसे बनता है ? इस बारे मे अधिक जानकारी नहीं है। लेकिन यह एक अत्रप्त आत्मा होती है। जो इंसान मरने से पहले त्रप्त नहीं होता है वह भूत बनता है लेकिन छलावा काफी ताकतवर भूत होता है। और यह संभव है कुछ खास किस्म के लोग ही बनते हैं। छलावा भूत ही एक ऐसा भूत है जोकि आपको सबसे अधिक डराने का कार्य करता है। क्योंकि उसका मकसद ही डर पैदा करना होता है।
छलावा भूत कहां रहते हैं ?
दोस्तों छलावा भूत सुनसान स्थानों पर रहना पसंद करते हैं। जहां पर रोशनी नहीं जाती है। खास कर किसी सुने मकान के अंदर या फिर घने जंगलों मे पानी और नदी के किनारे तो इनका विशेष प्रकार का स्थान होता है। हालांकि यह डराते तभी हैं जब आप इनके एरिया के अंदर आते हैं।
छलावा भूत की पहचान
दोस्तों छलावा भूत के बारे मे यह कहा जाता है कि इनके पैर पीछे की तरफ होते हैं। इसके अलावा इसकी सबसे बड़ी विशेषताएं होती हैं कि यह किसी भी चीज का रूप ले सकते हैं। यानि यह कुछ भी बन सकते हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं है। छलावा किसी की आवाज को भी कॉपी करके आपको बोल सकते हैं। इस संबंध मे एक रियल घटना हम आपके साथ शैयर करना चाहेंगे ।यह बात है सन 2010 की बात है।जब हम खेत से आ रहे थे तो रात के 9 बज चुके थे और उस समय हमारे दोस्त हमारे साथ थे ।
कुछ दूर चलने के बाद किसी ने हमें पीछे से आवाज दी कि आप रूक जाओ हम आ रहे हैं। यह हमारे किसी अन्य दोस्त की आवाज थी। मैं रूक गया लेकिन तभी मैंने देखा कि एक औरत खड़ी है जोकि हमसे काफी काफी दूर है।
हमे सब कुछ समझ मे आ चुका था।मैं और मेरा दोस्त काफी तेजी से वहां से भाग हम जान चुके थे कि वहां पर एक प्रेत खड़ा है। हालांकि उस प्रेत ने हमारा पीछा शायद नहीं किया था। लेकिन उसके बाद हम खेतों के अंदर से देर रात तक घर नहीं आते थे ।
छलावा भूत का उदेश्य क्या होता है ?
असल मे छलावा भूत का उदेश्य क्या होता है ? वह लोगों के साथ छल क्यों करता है ? इस बारे मे कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं है। लेकिन इतना कहा जा सकता है कि छलावा भूत एक अलग किस्म का भूत होता है जिसको लोगों को डराने मे काफी आनन्द आता है। और वह खुद डरने वाला अधिकतर केसों के अंदर यह देखा गया है कि यह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है।
छलावा बस छल करना पसंद करता है। संभव है छलावा कोई ऐसा इंसान अपने जन्म मे रहा हो जोकि अपने जीवन के अंदर दूसरों को प्रताड़ित करके खुश होता हो ।या फिर कुछ ऐसा हो सकता है जोकि काफी अधिक रहस्यमय हो ।
छलावे का प्रभाव बहुत कम समय के लिए होता है
प्राप्त जानकारी के अनुसार छलावे का प्रभाव बहुत ही कम समय के लिए होता है। यह अधिकतर 20 मीनट तक रहता है। उसके बाद अपने आप ही छलावा गायब हो जाता है।
संभव है कि छलावा अपने मन की एकाग्रता से इस छल को क्रियट करता है और उसके बाद जब एकाग्रता भंग होती है तो छल अपने आप ही नष्ट हो जाता है।यदि कोई इसकी मर्जी से कार्य करता है तो भी इसके लिए ठीक होता है और यदि कोई मर्जी से कार्य नहीं करता है तो भी इसके लिए ठीक होता है।जैसे छलावे का प्रभाव समाप्त होता है।
आपको असलिएयत का आभास हो जाता है।छलावा घनी बस्ती से लेकर निर्जन स्थानों पर आसानी से देखने को मिलता है।वैसे देखा जाए तो छलावा काफी रहस्यमय होता है।क्योंकि इसके बारे मे सही सही जानकारी किसी के पास भी नहीं होती है।आपने प्रेत को पकड़े हुए सुना होगा लेकिन आपने यह कभी भी नहीं सुना होगा कि किसी को छलावे ने पकड़ लिया था।
सबको प्रभावित कर सकता है छलावा
दोस्तों छलावा सबको प्रभावित करता है। यह किसी बच्चे से लेकर बूढ़े तक को प्रभावित कर सकता है। ऐसा कोई भी इंसान नहीं है जिसको यह छलावा प्रभावित नहीं कर सकता है।
छलावे के प्रकार
दोस्तों माना जाता है कि छलावा कई किस्म का होता है।और इसके बारे मे सही सही जानकारी किसी को भी पता नहीं है। कारण यह है कि छलावा अलग अलग रूप मे सामने आता है। एक छलावा आपको एक रूप मे दिखेगा तो दूसरा किसी दूसरे रूप मे दिख सकता है।
पानी के आस पास रहने वाला छलावा
अक्सर जो छलावा पानी के पास रहता है।वह अक्सर पानी के अंदर कुछ ऐसा क्रिएट कर देता है कि आप उसको देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। जैसे कि अचानक से पानी को उपर उछाल देना या पानी के अंदर बेहद ही सुंदर फूल का खिलना जैसा कि आपने कभी भी नहीं देखा होगा ।
हालांकि इसप्रकार का जो छलावा होता है वह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता है। लेकिन आपका ध्यान खींचने के लिए यह ऐसा कर सकता है।
जानवर के रूप मे दिखने वाला छलावा
दोस्तों कुछ छलावा ऐसा होता है जोकि आपको आकर्षित करने के लिए जानवर का रूप लेलेता है और उसके बाद वह आपसे छल करता है। हालांकि कई बार इसकी वजह से आप छलावे के चक्कर मे फंस जाते हैं। यह घटना हमारी बुआ दादी सुखी देवी के साथ घटी थी। दादी ने एक दिन बताया कि जब वह 12 बजे रात को घर आ रही थी तो उसने देखा कि एक सुंदर सा मेमना घूम रहा है। इतना सुंदर मेमना उसने कभी भी नहीं देखा था। सुंदर मेमने पर उसका दिल आ गया और वह उसको पकड़ कर अपने साथ लेकर जाने लगी ।
कुछ समय बाद सुखी देवी ने देखा कि मेमने के पैरों मे बढ़ोतरी हो रही है तो वह काफी डर गई और उसे फेंक दिया लेकिन उसके बाद वहां पर कुछ भी नहीं दिखा ।
इस प्रकार से जानवर बनने वाले छलावा एक सुंदर जानवर का रूप धारण करते हैं और उसके बाद वे आपको अपनी ओर आकर्षित करते हैं।हालांकि वे आपको अधिकतर केसों के अंदर नुकसान नहीं पहुंचा पाते हैं लेकिन डरा अवश्य ही देते हैं।
सम्मोहित करने वाले छलावा
कुछ छलावा ऐसे होते हैं जोकि अक्सर लड़की के रूप मे आते हैं और उसके बाद वे आपको सम्मोहित कर देंते हैं। और आप बिना कुछ सोचे समझे उनके पीछे चलने लग जाते हैं। कुछ समय आप इसी प्रकार से उनके पीछे चलते रहते हैं। और उसके बाद अचानक से वह लड़की गायब होती है तो आपका सम्मोहन टूटता है तो आपको यह एहसास होता है कि आप अचानक से यहां कैसे आ गए ।
भयंकर दिखने वाला छलावा
अक्सर कई छलावा ऐसे होते हैं जोकि रोड़पर एक्सीडेंट का कारण बन सकते है। वे काफी भयंकर रूप मे दिखाई देते हैं। अक्सर एक खूनी सांड के बारे मे सुना जाता है। यह एक विदेशी घटना है। जिसके अंदर रात को अक्सर एक सांड रोड़ पर दौड़ता हुआ अचानक से कार के आगे आ जाता है जिसकी वजह से कार का अचानक से एक्सीडेंट हो जाता है।
इसी प्रकार से कुछ छलावा ऐसे होते हैं जो आपको काफी भयंकर रूप मे दिखाई देते हैं। जैसे आपको अपने आस पास किसी बड़े से जानवर के चलने का एहसास हो सकता है। इस प्रकार का जानवर जोकि आपने कभी भी नहीं देखा होगा ।
इसके अलावा एक सींगो वाले इंसान को आप देख सकते हैं।इस प्रकार के छलावा काफी भयंकर होते हैं। और यदि इंसान डरपोक होता है तो वहीं पर बेहोश होकर गिर भी जाता है।
सुसाइड का विचार पैदा करने वाले छलावा
इस प्रकार के छलावा बहुत ही भयंकर होते हैं।और इंसान को इनका पता भी नहीं चल पाता है ।अक्सर इसप्रकार के छलावा ऐसे स्थानों पर रहते हैं जहां पर लोग सुसाइड करते हैं। जैसे किसी पुल के किनारे या फिर ट्रेन की पटरियों पर ।जब रात बेरात इंसान इन जगहों पर पहुंचता है तो फिर यह इंसान दिमाग को कब्जा कर लेते हैं और उसके बाद उसके दिमाग मे सुसाइड के विचारों को डाल देते हैं।
ऐसी स्थिति के अंदर इंसान काफी हीन भावना से ग्रस्ति हो जाता है और सुसाइड करने के बारे मे विचार करने लग जाता है।और यदि जल्दी ही छलावे से ग्रस्ति इंसान को नहीं संभाला जाता है तो वह सुसाइड भी कर सकता है। इस वजह से आपको अधिक सावधानी बरतनी चाहिए ।
प्रेत प्रभावित छलावा
इसप्रकार के छलावे की खास बात यह होती है कि यह आपके मार्ग के अंदर बाधाएं पैदा करने का कार्य करता है। आपको रस्ता भटका सकता है या कुछ ऐसा क्रियट करता है कि आप अपने मकसद से भटक जाते हैं। जैसे कि आप कहीं पर जा रहे हैं तो यह रस्ते मे आपकी गाड़ी को गलत दिशा दे सकता है । और आपको प्रेत प्रभावित क्षेत्र के अंदर ले जाकर खुद गायब हो जाता है।
छलावा से बचने का तरीका
वैसे तो छलावा किसी के लिए नुकसानदायी नहीं होता है लेकिन उसके बाद भी यदि आपको छलावा से डर लगता है तो इसका सबसे अच्छा तरीका है। कि आप अपने ईष्ट देव का स्मरण करें । जो इंसान अपने ईष्टदेव की पूजा करता है। और उनको हमेशायाद रखता है। उनके पास कभी भी छलावा नहीं फटकता है।इसके अलावा जिन इंसानों की एकाग्रता काफी अच्छी होती है उनको छलावा अपने जाल के अंदर आसानी से नहीं फंसा पाता है। कारण यह है कि वे छलावे के जाल को आसानी से तोड़ देते हैं।
छलावा हिरण की घटना
दोस्तों यह घटना बहुत पुरानी है।भूत प्रेत की घटनाओं के अंदर आती है। प्राचीन काल की बात है जब भारत के अंदर अंग्रेज आए थे तो उनको शिकार करने की आदत थी। इसलिए वे सुबह जल्दी उठते थे और उसके बाद अपनी गन के साथ शिकार पर चले जाते थे । एक दिन कुछ अंग्रेज सुबह 4 बजे उठे और शिकार के लिए जंगल के अंदर चले गए । जंगल मे आज उन्होंने कई सारे हिरणों का शिकार किया । यह पहली बार था कि वे इतने हिरणों को मार पाए थे। एक घंटे बाद 5 बजे जब उन्होंने शिकार किये गए हिरणों को एकत्रित करने के लिए उनको तलास ना चाहा तो वे हैरान रह गए ।
क्योंकि उनके द्धारा शिकार किया गया एक भी हिरण था ही नहीं ।कारण यह है कि वे बस छलावा था। असली हिरण उनके अंदर एक भी नहीं था । सारे अंग्रेज हैरान रह गए । और काफी डर गए कि यह सब किसी गोस्ट का किया धरा हो सकता है।
जब वे वापस अपनी हवेली के अंदर आए तो उन्होंने पता लगाया तो यह बात सामने आई कि वहां पर अक्सर छलावा दिखाई देता है। जो काफी सुंदर हिरणों के रूप मे होता है। लेकिन जब उनका शिकार किया जाता है तो शिकार होने के बाद भी एक भी हिरण वहां पर नहीं मिलता है।यह घटना कई लोगों के साथ घटचुकी है।
छलावे के बारे मे हमने जाना ।उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख पसंद आया होगा और छलावे से जुड़े आपके जो सवाल थे । उनका उत्तर भी आपको मिल गया होगा । वैसे आपको बतादें कि छलावा के सम्पूर्ण रहस्य के बारे मे आज तक कोई भी सही सही नहीं जान पाया है।यदि आप छलावे के बारे मे कुछ भी जानते हैं तो हमे बताएं ।यदि हमको आपकी जानकारी पसंद आई तो उसको यहां पर प्रकाशित किया जाएगा ।
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This post was last modified on May 1, 2021
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आपकी पोस्ट पढ़कर हमेशा मैं प्रेरित होता हूँ क्योंकि आपका कंटेंट दुसरे ब्लॉग से अलग होता है. बहुत ही बढ़िया
Mera Naam Sandeep Hai or me Delhi Se Hu.. Yeh Baat Sach Hai Ki Chalava Hota hai Mene bhi dekha hai Up Highway Par. Ek Raat Jab Ham Dost ke Bhai Ki Shadi Se Ghar wapsi kar rahe The Ham Sab Dost Car Me Moj Masti Karte Huye Aare The. Achanak Se Hamne Dekha Ki Ek Dulahan Teji Se Hamari Car ke Aage Se Nikali Or jab Hamne piche Mood Kar Dekha toh Sach Me Ko Tha Hi Nahi Kyuki Dono Side Jungle Hi Tha. Us Din Se Mujhe Trust Hua Ki ye Sab Hote Hai
Yes ye hote h mene 5 baar dekha h filhal Mi ek astrologer hu mere sath bhut ghatna hone lagi thi mujhe mere ghr mi he chalawe mere parichit ke roop Mi dikhne lage the ab kuch time se band huye h ye andhvishwas Nhi h ye sach mi hota h jinhonne inhe dekha or mahsus kiya h wahi behtar samjh skte h