चुंबक से बल्ब जलाने का तरीका या चुंबक से बल्ब जलाने की विधि के बारे मे हम बात करेंगे ।आपने विधुत जनरेटर का नाम तो सुना ही होगा और जनरेटर का कभी प्रयोग भी किया होगा । आजकल तो डीजे के अंदर जनरेटर ही प्रयोग होते हैं। आपको बतादें कि जनरेटर के अंदर विधुत पैदा करने के लिए चुंबक का प्रयोग किया जाता है।क्योंकि अधिक उर्जा पैदा करने के लिए जनरेटर का तेज गति से घूमना आवश्यक होता है।इसलिए इसके अंदर तेल का भी प्रयोग करना पड़ता है। यदि आपके अंदर हाथ से इसको घूमाने की क्षमता है तो आप ऐसे भी विधुत उर्जा को पैदा कर सकते हैं। चूंकि उर्जा के नियमों के अनुसार उर्जा को ना तो पैदा किया जा सकता है
ऐसी स्थिति के अंदर आपको किसी भी चीज से उर्जा पैदा करने के लिए उर्जा को देना होगा ।जैसे जनरेटर को हम यांत्रिक उर्जा देते हैं तभी तो हमे विधुत उर्जा मिलती है।
लेकिन मोटर के साथ ऐसा नहीं है।मोटर को हम विधुत उर्जा देते हैं और उसके बदले यांत्रिक उर्जा लेते हैं। यह बस उर्जा के रूपांतरण का साधन मात्र है। इस प्रकार से कोई भी उपकरण उर्जा पैदा नहीं कर सकता है। बस वह रूपाणंतरण कर सकता है।
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चुंबक से बल्ब जलाने का तरीका और इसका सिद्वांत
दोस्तों चुंबक से बल्ब जलाने से पहले आपको यह समझ लेना चाहिए कि यह किस सिद्वांत के उपर काम करता है। फैराडे के विद्युतचुम्बकीय प्रेरण के नियम पर यह काम करता है।
‘यदि कोई चालक किसी चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाए, तो उसमें एक वि.वा.ब. (विद्युत् वाहक बल) की उत्पत्ति होती है; और यदि संवाहक का परिपथ पूर्ण हो तो उसमें धारा का प्रवाह भी होने लगता है।’
मतलब आपको चुंबक से बिजली पैदा करने के लिए कुछ वायर जिसको चालक कहते हैं उसे लेना होगा और एक चुंबक का टुकड़ा लेना होगा जो अपने आप मे पूर्ण हो ।
E = B l v
- E= विद्युतवाहक बल (emf)
- B=चुंबकीय अभिवाह का घनत्व,
- l =चालक की लंबाई
- v=चालक का वेग
इस प्रकार से आप देख सकते हैं कि चालक का वेग जितना अधिक होगा विधुत उर्जा उतनी ही अधिक पैदा होगी । इसके लिए ही तो जनरेटर को तेज गति से घूमना आवश्यक होता है। यदि आप जनरेटर को हाथ से घूमाएंगे तो फिर उतनी अधिक विधुत उर्जा पैदा नहीं कर पाएंगे । इसके अलावा चालक की लंबाई पर भी विधुत उर्जा का मान निर्भर करता है।
चुंबक से बल्ब जलाने की विधि जनरेटर का सिद्वांत
दोस्तों चुंबक से बल्ब जलाने के लिए जनरेटकर का सिद्वांत ही प्रयोग मे लाया जाता है। आप नीचे एक जनरेटर देख सकते हैं। इसके बीच मे एक रोटर लगा होता है। और रोटर के उपर चुंबक लगा होता है। चुंबक के दो धुव्र होते हैं।
उनको चित्रानुसार सेट किया जाता है।और इसके चारो ओर वायर होते हैं। जिनको हम कुंडली बोलते हैं। या वाइंडिंग होती है।और रोटर व इस वाइंडिंग के बीच मे थोड़ा गेप होता है। जब रोटर को किसी बाहरी विधुत बल से घमाया जाता है तो कुंडली के अंदर विधुत प्रवाह पैदा हो जाता है। यदि आप सोच रहे हैं कि बिना रोटर या चुंबक को घूमाए आप बल्ब जला सकते हैं तो यह संभव नहीं है।
चुम्बक से विधुत पैदा करने का सबसे सरल तरीका
दोस्तों चुंबक से विधुत पैदा करने का सबसे सरल तरीका है कि दो चुम्बक के धुव्रो को एक घूमने वाले कंडक्टर के बीच मे रखें और उस कंडेक्टर को किसी भी तरीके से घूमाएंगे तो आगे लगा बल्ब जलने लग जाएगा ।
वैसे यह बहुत ही आम प्रयोग है और इसको कई विज्ञान के छात्र करते हैं।लेकिन यदि आपको इस प्रकार की चीजों के बारे मे कोई जानकारी नहीं है तो आप इस लफड़े के अंदर ना फंसे आप चाहें तो इस तरह का एक जनरेटर अलग से खरीद सकते हैं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि आप को यह जनरेटर कम पैसे के अंदर ही मिल जाएगा और उसके बाद आप इसको देखकर कुछ सीख सकते हैं।
चुंबक से बल्ब कैसे जलाया जा सकता है hand generator से जलाएं बल्ब
हेंड जनरेटर का नाम तो आपने सुना ही होगा । यदि आप इसको घर पर बनाना चाहें तो बना सकते हैं।लेकिन इस प्रकार के हेंडजनरेटर आपको अमेजन के उपर मिल जाएंगे । इन जनरेटर के अंदर एक हेंडल गा होता है और इसको जब घूमाया जाता है तो इसके अंदर 17 वोल्ट तक प्राप्त किया जाता है। वैसे देखा जाए तो हेंड जनरेटर की कोई खास उपयोगिता नहीं है।लेकिन इसकी मदद से आप अपने मोबाइल को चार्ज कर सकते हैं। या किसी बैटरी को तो आसानी से चार्ज कर सकते हैं। वैसे देखा जाए तो हेंडजनरेटर का प्रयोग कुछ खास स्थानो पर बहुत ही अधिक उपयोगी साबित होता है। जैसे यदि आप किसी ऐसे ईलाके के अंदर रहते हैं जहां पर धूप नहीं निकलती है और बिजली भी नहीं आती है तो आपके लिए हेंडजनरेटर ही काम करेगा ।
हेंडजनरेटर इसी प्रकार के ईलाके के लोगों के लिए विशेषतौर पर बनाया गया है।लेकिन यदि आपके पास धूप आती है तो फिर आप एक सोलर सिस्टम खरीद सकते हैं। यह आपके समय को बचाता है और झंझट से मुक्ति प्रदान करता है।
Bicycle Dynamo की मदद से साइकिल के अंदर बल्ब लगाना
दोस्तों Bicycle के अंदर वैसे तो कई प्रकार से बल्ब लगाया जा सकता है। लेकिन आप एक जनरेटर बनाकर भी बल्ब लगा सकते हैं। यदि आप खुद जनरेटर नहीं बना सकते हैं तो फिर आप सीधे ऑनलाइन खरीद सकते हैं। वैसे इसकी कीमत अधिक नहीं होती है। यह 4 रूपये के अंदर मिल जाता है।इसको इस प्रकार से बनाया गया है कि यह साइकिल के रिम से टच होता है और जब साइकिल गति करती है तो इसके अंदर घूर्णन पैदा होता है जिसकी वजह से लाइट जलती है।
इस प्रकार के साइकिल जनरेटर का प्रयोग हम कई बार कर चुके हैं। इसकी सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसके अंदर आपको बैटरी जैसी समस्याएं नहीं आएंगी और बार बार उतारने की समस्या नहीं होगी ।
अपने हाथ से बनाएं एक बल्ब जलाने वाला जनरेटर
दोस्तों जो लोग दुर्गम स्थानों पर रहते हैं उनके लिए हेंड जनरेटर बहुत ही उपयोगी साबित होता है। यदि आप दुर्गम स्थान पर रहते हैं तो आपको एक हेंडजनेरटर या तो बना लेना चाहिए या आप खरीद भी सकते हैं।
हेंड जनरेटर को बनाने के लिए आवश्यक सामान निम्न होगा ।
- DC Motor
- Plastic Gears for Motor
- Wheel with crankshaft
- 1N4007
- 100Ω Resistor
- Switch
- 1F / 5.5V Super Capacitor
- High Power LED
1F / 5.5V Capacitor
यह एक प्रकार का सुपर कैपिसिटर होता है। सुपर कैपिसिटर एक उच्च क्षमता वाला कैपिसिटर होता है।इसका प्रयोग कई प्रकार की परियोजनाओं के अंदर किया जाता है। आप इसको ऑनलाइन खरीद सकते हैं। या फिर किसी भी दुकान से भी खरीद सकते हैं। इस सुपर कैपिसिटर का प्रयोग आप एक बैटरी के बैकअप के अंदर कर सकते हैं।मतलब कि जब आप हेंड जनरेटर को घूमाना बंद करदें तो कुछ समय तक बल्ब जले ।
गियर वाली डीसी मोटर
दूसरी चीज जो आपको हेंडजनरेटर बनाने के लिए आवश्यक होगी । वह होगी गियर वाली डीसी मोटर आप इसको ऑनलाइन खरीद सकते हैं।जब गियर वाली मोटर को चालू किया जाता है, तो उसके साथ लगे पहिये की अंतिम घुमाव बहुत कम होगी। डीसी मोटर के जनरेटर संचालन में, सामान्य मोटर को अधिकतम गति से घुमाना मुश्किल होगा।
गियर वाली मोटर छोटे क्रैंकशाफ्ट के साथ एक पहिया से जुड़ी होती है और मोटर के दोनों टर्मिनलों को नगेटिव और पॉजिटिव उर्जा के लिए पहचाना जाता है। मोटर का धनात्मक टर्मिनल डायोड के एनोड से जुड़ा होता है। डायोड का कैथोड 1 एफ सुपर कैपेसिटर के सकारात्मक टर्मिनल से जुड़ा हुआ है।इसके अंदर एक डायोड लगाने का फायदा यह है कि मोटर के अंदर संधारित्र से आवेश वापस नहीं जाता है।
संधारित्र का सकारात्मक टर्मिनल एक उच्च शक्ति एलईडी से जुड़ा हुआ है। एलईडी का कैथोड एक स्विच से जुड़ा हुआ है। स्विच का दूसरा टर्मिनल कैपेसिटर के नकारात्मक टर्मिनल से जोड़ दिया जाता है।
जब डीसी मोटर के अंदर बिजली दी जाती है तो शाफ्ट घूमता कॉइल स्थायी चुंबक के कारण एक बल का अनुभव करेगी और परिणामस्वरूप, रोटर शाफ्ट घूमता है
लेकिन जब ऑपरेशन को उल्टा कर देते हैं तो एक डीसी मोटर एक जनरेटर के रूप मे काम करती है और जब मोटर की शॉफट को घूमाया जाता है तो इसकी कॉयल के अंदर करंट पैदा हो जाता है। डीसी मोटर के अंदर कम्यूटेटर होता है। जिसकी वजह से आउटपुट डिसी ही पैदा होता है।
जब एक मोटर को घूमाया जाता है तो इसके टर्मिनलों के अंदर डीसी करंट पैदा होता है। और यह करंट कपैसिटर तक जाता है। जिससे यह चार्ज होने लग जाते हैं। संधारित्र और मोटर के बीच मे एक डायोड भी लगाया जाता है ताकि करंट वापस मोटर मे ना आ सके । इसके अलावा एक स्वीच लगाया गया है जो चालू और बंद करने के लिए प्रयोग मे लिया जा सकता है।
जब आप इस जनरेटर को निरंतर 30 सैकिंड तक घूमाते हैं तो यह लगभग 7 मिनट तक प्रकाश दे सकता है।इसकी सबसे बड़ी खास बात तो यह है कि आप इसकी मदद से किसी भी बैटरी को चार्ज कर सकते हैं।
इसी संबंध मे एक यूजर ने लिखा कि वह पहाड़ों के अंदर ऐसे स्थान पर नौकरी करता था कि वहां पर धूप बहुत ही कम निकलती थी और बिजली का कोई साधन नहीं था। ऐसी स्थिति के अंदर पहली बार तो उसे काफी परेशानी हुई लेकिन बाद मे मोबाइल वैगरह हो चार्ज करने के लिए हेंड जनरेटर का आइडिया आया ।उसके बाद एक हेंड जनरेटर खुद ही बनालिया । इसकी मदद से एक मोबाइल को चार्ज किया जा सकता है। हालांकि मोबाइल को चार्ज करने मे समय लगता है लेकिन बिना मोबाइल के होने से तो यह अच्छा है।
वैसे इस प्रकार के जनरेटर का प्रयोग लोग आपातकाल के अंदर भी करते हैं। जब सुनामी आई थी तो कुछ लोगों ने इसी प्रकार के तरीके की मदद से अपने मोबाइलों को चार्ज किया था। और रोशनी का इस्तेमाल भी किया था।
आमतौर पर हेंड जनरेटर या मैगनेट की मदद से बल्ब जलाने जैसे प्रोजेक्ट के उपर साइंस के स्टूडेंट काम करते हैं। और वे इस प्रकार की चीजों को बनाते भी हैं। हाल ही के अंदर एक स्टूडेंट ने एक प्रदर्शन के अंदर एक ऐसे जनरेटर को बनाकर दिखाया था जो बिना किसी बिजली के घूमाकर बल्ब जला सकता था। और उसकी मदद से कई अन्य प्रकार के काम भी किये जा सकते थे ।
क्या मेरे लिए हेंड जनरेटर खरीदना फायदेमंद होगा
दोस्तों यह कई मामले के अंदर फायदे मंद हो सकता है। यदि आप एक साइंस स्टूडेंट हैं तो यह आपके लिए अच्छा है। इसके अलावा आप इसका कोई उपयोग करना चाहते हों। लेकिन यदि आपके यहां पर लाइट रहती है तो यह आपके लिए एक सिरदर्द हो सकता है।
साइकिल के लिए कौनसा जनरेटर बेस्ट रहेगा
साइकिल के लिए आप बैटरी वाली लाइट खरीदें तो बेहतर रहेगी ।क्योंकि साइकिल जनरेटर के साथ आपको बार बार उतारने की समस्या नहीं होगी किंतु इसकी लाइट आपकी साइकिल के स्पीड पर होगी । यदि आप जनरेटर से कोई छोटी बैटरी कनेक्ट कर देते हैं तो फिर आप साइकिल के उपर भी आसानी से बल्ब को जला सकते हैं।और बैटरी आराम से चार्ज होती रहेगी । और जब आप उपयोग मे लेना चाहें ले सकते हैं।
जिन स्थानों पर सौलर उर्जा रहती है वहां पर बेहर ऑप्सन यह है कि वे सोलर उर्जा का प्रयोग कर सकते हैं। और उसकी मदद से एक बैटरी को चार्ज कर सकते हैं। लेकिन जहां पर यह दोनेा ही नहीं हैं। वहां पर इस प्रकार का जनरेटर बेहद उपयोगी साबित हो सकता है।
चुंबक से बल्ब जलाने की विधि या चुंबक से बल्ब जलाने के तरीकों के बारे मे हमने इस लेख के अंदर विस्तार से चर्चा की है। यदि आपको लेख पसंद आया हो तो नीचे कमेंट करके बताएं ।
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