court marriage karne ke liye documents के बारे मे हम आपको बताएंगे । दोस्तों कलयुग का सिस्टम पूरी तरह से अलग हो चुका है। आजकल कुछ भी पहले की तरह नहीं होता है। शादी लायक होने से पहले ही लड़के और लड़की घर छोड़कर भाग जाते हैं। और ऐसे लोग कोर्ट मैरीज करके सपने देखने लग जाते हैं , जिनके पास एक अच्छी नौकरी नहीं होती है। यहां पर इस तरह के बहुत सारे कमेंट आते हैं। बेशक कोर्ट मैरीज आप कर सकते हैं। लेकिन बिना नौकरी और बिजनेस के आप अपनी जिदंगी के अंदर अधिक समय तक सुखी नहीं रह सकते हैं। आप इस बात को समझ लें । क्योंकि जब आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं , तो कहीं ना कहीं आपके घर वाले शादी के लिए नहीं मान रहे हैं , तो ही आप यह सब कर रहे हैं।
अक्सर क्या होता है , कि हम कोर्ट मैरीज भी किसी वकील की मदद से कर लेते हैं , लेकिन बिना मनी के शादी कभी भी सक्सेस नहीं हो सकती है। बिना पैसों के प्यार को चाबा नहीं जा सकता है। खैर तो इस लेख के अंदर हम आपको बताने वाले हैं , कि यदि आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं , तो आपके क्या क्या डाक्यूमेंट लगेंगे यदि आप उनको अपने साथ रखते हैं , तो आपको कोर्ट मैरीज के अंदर आसानी हो सकती है। आपको बतादें कि भारत में हिंदू की शादी के लिए मैरिज एक्ट 1955 या फिर स्पेशल मैरिज एक्ट 1954 के अनुसार सभी शादियों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है।
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court marriage karne ke liye documents
यदि आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं , तो कई सारे डाक्यूमेंट होते हैं , जोकि आपको देने पड़ सकते हैं , तो हम आपको यहां पर उनके बारे मे बता रहे हैं। आप उनको पूरी तरह से सबसे पहले एकत्रित करें , और उसके बाद ही कोर्ट मैरीज करने के लिए जाएं ।
बर्थ सर्टिविकेट
दोस्तों कोर्ट मैरीज के लिए बर्थ सर्टिविकेट का होना बहुत ही जरूरी है। तो यदि आपके पास बर्थ सर्टिविकेट नहीं है , तो आपको इसको बना लेना चाहिए । आप जिस भी वकील के पास जाएंगे । तो सबसे पहले वह यह देखेगा कि लड़के और लड़की की उम्र कितनी है। उसके बाद ही मैरीज करने की प्रोसेस को आगे बढ़ाएगा । कानून के अनुसार लड़के की उम्र 21 साल से अधिक होनी चाहिए । और लड़की की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए । आप अपने जन्म प्रमाण पत्र के अंदर चैक कर सकते हैं। तो यदि आपके पास पहले से जन्म प्रमाण पत्र नहीं है , तो आप पहले इसको बनवा लें । उसके बाद ही कोर्ट मे जाएं ।
Age Proof के लिए अन्य डॉक्यूमेंट
दोस्तों आप एक बार अपने वकील से बात करलें । यदि आपके पास बर्थ प्रमाण पत्र नहीं है , तो आप कुछ और डॉक्यूमेंट भी प्रयोग कर सकते हैं , और यदि उनके अंदर आपकी जन्म तारिख सही से मेंशन है , तभी यह काम करेंगे । जैसे की 10 वी परीक्षा की मार्कसीट आप ले सकते हैं। उसके अदंर भी जन्म तारिख अच्छे से मेंशन होती है। इसके अलावा कुछ अन्य डाक्यूमेंट चुन सकते हैं।
- Aadhar Card
- Voter Id Card
- School Certificate : SSC from recognized board by Govt. of India.
- Passport
- Driving License
- Birth Certificate
- Or Any *Other Relevant Proof.
पहचान प्रमाण पत्र
यदि आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं , तो आपके पास पहचान प्रमाण पत्र होना काफी अधिक जरूरी है। इसके बिना आप शादी नहीं कर सकते हैं , तो इसके लिए आपको सबसे पहले आधार कार्ड को चुनना होगा । यदि आधार कार्ड अपडेट नहीं है , तो उसको अपडेट करवा लें । इसके अलावा आप वोटर आईडी का भी प्रयोग कर सकते हैं। देख लें कि दोनों के पास आधार कार्ड है। उसकी एक कॉपी आप निकलवा सकते हैं। और अपने पास रख सकते हैं। यह आपके काम आएगा ।
Address Proof
Address Proof का होना भी कोर्ट मैरीज के अंदर काफी अधिक जरूरी होता है। Address Proof के अंदर आप कई सारी चीजों को चुन सकते हैं। Address Proof की मदद से यह पता चलता है कि आप कहां के रहने वाले हैं। जैसे कि आप दूसरे राज्य के रहने वाले हैं , तो आपको वहीं के कोर्ट के अंदर जाना होगा । मैरीज करने के लिए ।
- Voter I-card
- Aadhar Card
- Passport
- Driving License
- Govt. Service I-Card
- Or Any *Other Relevant Proof
पासपोर्ट साइज फोटो
यदि आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं तो आपको पासपोर्ट साइज फोटो की भी जरूरत पड़ सकती है। पति और पत्नी की 4 4 फोटों को खिंचवाएं । यह फोटो फोर्म पर लगवानी होगी । याद रखें फोटो नई होनी चाहिए । पुरानी फोटो वहां पर नहीं चलेगी । आप शहर के अंदर नई फोटो बनवा सकते हैं।
Witnesses या गवाह की जरूरत
यदि आप कोर्ट मैरीज कर रहे हैं , तो आपको गवाह की जरूरत होगी । इसके लिए आप दो अपने यार दोस्तों को पकड़ कर लेकर जा सकते हैं। उनके आधार कार्ड और एड्रस प्रूफ की जरूरत आपको होगी , तो आप उनको अपने साथ लेकर जाएं । वरना आपका काम नहीं होगी । और एक वकील की आपको जरूरत होगी । क्योंकि बिना वकील के आप यह काम नहीं कर सकते हैं। इसके लिए आपको वकील को भी एक तरह से फीस देनी होगी ।
court marriage के लिए यह थे कुछ डॉक्यूमेंट , तो यदि आपके पास यह डाक्यूमेंट हैं , तो आप इनका प्रयोग कर सकते हैं। और अपनी शादी को करवा सकते हैं। बाकि अब हम बात करने वाले हैं , कि कोर्ट मैरीज के फायदे के बारे मे ।
जैसा कि आपको पता ही होगा कि आजकल कोर्ट मैरीज का प्रचलन काफी अधिक बढ़ गया है , लोग भागकर घर से शादी करने लग गए हैं। और वह भी बिना माता पिता की अनुमति के ।
कोर्ट मैरीज के फायदे पैसा खर्च नहीं होता है
दोस्तों कोर्ट मैरीज का सबसे पहला फायदा यह होता है , आपको आम शादी की तरह उतना अधिक पैसा खर्च नहीं करना पड़ता है। क्योंकि इसके अंदर आपको बस वकील की फीस देनी होती है। उससे अधिक आपको कुछ खर्च नहीं करना पड़ता है। जबकि आम शादी के अंदर तो आपको काफी अधिक पैसा खर्च करना पड़ता है। जैसे कि मेहमानों को खाना खिलाना वैगरह सब कुछ आपको करना पड़ता है। और आप जानते ही हैं कि इसके अंदर कितना पैसा लगता है।
अपने पसंद के जीवन साथी को चुनने मे आसानी
कोर्ट मैरीज की सबसे बड़ी खास बात तो यह होती है कि इसकी मदद से आप अपने पसंद के जीवन साथी को काफी आसानी से चुन सकते हैं। क्योंकि यहां पर आपको किसी की अनुमति लेनी नहीं पड़ती है। लड़का और लड़की राजी होते हैं , तो कोर्ट उनकी शादी की अनुमति प्रदान कर देता है। मगर वहीं यदि हम अरैंज मेरीज की बात करें , तो वहां पर आपके घर वालों की भी आपको अनुमति लेनी होगी । यदि आपके घरवालों को लड़की लड़का पसंद नहीं आता है , तो आप शादी नहीं कर सकते हैं। और दूसरी जात वाली लड़की से आप शादी नहीं कर सकते हैं।
शादी करने मे काफी कम समय लगता है
कोर्ट मैरीज के अंदर अधिकतर केस के अंदर एक दिन का समय लगता है। मतलब यही है कि कोर्ट मैरीज काफी अधिक फास्ट होती है। कई बार क्या होता है , कि हम बहुत अधिक जल्दी मे होते हैं। और ऐसी स्थिति के अंदर हमारे पास कोर्ट मैरीज के अलावा और कोई विकल्प नहीं होता है। वहीं यदि बात करें अरैंज मैरीज की तो इसके अंदर होता यह है , कि आपको पहले सगाई करनी पड़ती है। उसके बाद शादी की तैयारियों के अंदर महिनों का समय लग जाता है। तो ऐसी स्थिति से बचने के लिए कोर्ट मैरीज एक तरह से बेस्ट विकल्प होता है। आप उसको चुन सकते हैं। कोर्ट मैरीज के अंदर शादी की तरह बड़ी तैयारियों की जरूरत नहीं है। बस आप इसको एक सिंपल तरीके से पूरा कर सकते हैं। जिसमे समय नहीं लगता है।
आप कर्ज के बोझ तले दबने से बच सकते हैं
यदि आप एक अरैंज मेरीज करते हैं , तो आपको बहुत अधिक पैसा खर्च करना पड़ता है। और हर किसी के पास इतना पैसा होता है नहीं । ऐसी स्थिति के अदंर आपको कोर्ट मैरीज करना काफी अधिक जरूरी हो जाता है। क्योंकि यदि आप आम तरीके से शादी करेंगे तो आपका 8 से 10 लाख खर्च हो जाएगा । वहीं यदि आप कोर्ट मैरीज करेंगे , तो आपको कर्ज लेने की कोई जरूरत नहीं है। तो आप कर्ज के बोझ तले नहीं दब पाएंगे । अक्सर आपने देखा होगा कि जब लोग अरैंज मेरीज करते हैं , तो पैसा उधार लेकर आते हैं ।और शादी के बाद पैसा को उतारने के लिए विदेश चले जाते हैं।
कोर्ट मैरीज के फायदे यह पूरी तरह से लीगल है
दोस्तों आपको बतादें कि कोर्ट मैरीज पूरी तरह से लीगल होती है। यह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त होती है। इसलिए एक बार यदि आपकी शादी कोर्ट मे हो जाती है , तो फिर आपकी शादी को कानूनी मान्यता मिल जाती है। हां इसके अंदर समाज की मान्यता नहीं होती है। मगर यदि आपको एक बार कानूनी मान्यता मिल जाती है , तो कोई आपको नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है , तो फिर आपको पुलिस सुरक्षा भी आसानी से मिल जाती है।
कोर्ट मैरीज रूढ़ीवादी सोच से उपर उठाने का एक प्रयास है
दोस्तों कोर्ट मैरीज रूढीवादी सोच से उपर उठने का एक प्रयास है। आज भी भारत के लोग पुरानी पम्पराओं के अंदर भरोसा होता है। और समय के साथ चीजों को बदलना काफी अधिक जरूरी होता है। यदि आप कोर्ट मैरीज करते हैं , और कोई और भी कोर्ट मैरीज करता है , तो इससे धीरे धीरे समाज की सोच के अंदर बदलाव होता है।
किसी भी धर्म मे शादी करने की आजादी
दोस्तों यदि हम समाज की बात करें , तो समाज के अंदर पूरी तरह से अलग सिस्टम होता है। वहां पर आप अपने धर्म की लड़की से ही शादी कर सकते हैं। लेकिन कोर्ट मैरीज के अंदर सिस्टम ऐसा कुछ नहीं होता है। यहां पर आपको जिस भी धर्म की लड़की पसंद आती है। और लड़की भी आपको पसंद करती है , तो आप उससे आसानी से शादी कर सकते हैं। बिना किसी रूकावट के । क्योंकि कानून के अंदर यह प्रावधान नहीं है कि किस लड़की को कहां पर शादी करनी चाहिए । अक्सर आपने यह देखा होगा कि इंटरकास्ट मैरीज के अंदर प्रेमी जोड़े कोर्ट के अंदर ही शादी करने के लिए आते हैं।
पार्टनर्स को समान अधिकार मिलता है
जब आप कोर्ट के अंदर एक बार मैरीज कर लेती हैं , तो आप कानूनी रूप से पति और पत्नी हो जाते हैं। और पति और पत्नी को मैरीज के बाद समान अधिकार मिलता है। लेकिन अरैंज मेरीज के अंदर ऐसा कुछ भी नहीं होता है। वहां पर लड़कियों को कम करके आंका जाता है। और कई बार तलाक वैगरह होने की दशा मे लड़कियों को पति की संपति से हिस्सा भी नहीं मिल पाता है।
आपको कोर्ट के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं
दोस्तो कोर्ट मैरीज के अंदर बहुत ही कम समय लगता है। आपको किसी मुकदमें की तरह कोर्ट के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होती है। बस आपको एक दिन जाना है। और उसी दिन के अंदर आपका काम बहुत ही आसानी से हो जाएगा ।
हालांकि कोर्ट मैरीज के नुकसान के बारे मे भी आपको पता होना चाहिए । कोर्ट मैरीज के नुकसान को पता करलें । और फिर ही आपको अपने कदम को आगे बढ़ाना चाहिए । नहीं तो फिर आपके लिए बड़ी समस्याएं हो सकती हैं। यह ना समझें कि कोर्ट मैरीज इतनी आसान है। असल मे इसके अंदर जान जाने तक का खतरा है।
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