आज के विज्ञान के युग में कोई भी व्यक्ति इतनी आसानी से भूत प्रेत पर विश्वास नहीं करता किंतु जब एक के बाद एक अजीबोगरीब घटनाएं होने लगती है तो
व्यक्ति
को हार कर बुरी शक्तियों पर विश्वास करना पड़ता है उसे यह मानना पड़ता है कि भूत प्रेत होते हैं
सहारनपुर पुलिस स्टेशन की भूतों का शिकार हो गया है अब यहां पर पुलिस वाले भूतों के डर से किसी भी कैदी को रात के अंदर पुलिस स्टेशन में बंद नहीं करते
लोगों का कहना है कि पुलिस स्टेशन मैं आत्माओं का वास है यदि कोई कैदी इसके अंदर रुकता है तो उसकी मौत
हो जाती है
यहां पर कई कैदियों की मौत हो चुकी है जिसकी वजह से कई पुलिसवालों को अपनी वर्दी से हाथ धोना पड़ा अब तो आलम यह है की किसी भी कैदी को यहां पर नहीं रखा जाता
सहारनपुर थाने का निर्माण 1980 के अंदर हुआ था जब थाना बनाया जा रहा था तब छत गिरने से तीन मजदूरों की
मौत हो गई थी और वही मजदूर थाने के अंदर भूत बन गए तब की यह घटना वहां होने लगी है
सन 1983 के अंदर एक दीपू नाम का व्यक्ति थाने के अंदर बंद हुआ था पुलिस मैं उसको lock up के अंदर बंद कर दिया था और जब पुलिस वालों ने सुबह उसको देखा तो वह मरा हुआ था
बताया जाता है की पुलिस वालों ने उसकी इतनी पिटाई नहीं kee the कि उसकी मौत हो जाए उसकी death होने के बाद तीन पुलिसवालों को अपने वर्दी से हाथ धोना पड़ा
उसके बाद दूसरी घटना सन 1985 के अंदर हुई जब पुलिस ने एक राजू नाम के युवक को रात के अंदर पुलिस स्टेशन में बंद कर दिया था और जब पुलिस ने सुबह देखा तो वह मरा हुआ मिला तो पुलिस वाले बहुत अधिक घबरा गए
अभी यहां पर थाने के अंदर हनुमान जी की मंदिर की स्थापना हो चुकी है अब लोगों का मानना है की यहां पर अब काफी सुधार हुआ है लेकिन पुलिस वाले अभी भी रात के अंदर किसी भी व्यक्ति को अकेले में पुलिस स्टेशन में नहीं छोड़ते