गर्मी के मौसम मे पंखा धीरे चलता है तो पंखे की स्पीड कैसे बढ़ाएं ? fan ki speed kaise badhaye यह सवाल हर किसी के मन मे आता है तो आइए पंखे की स्पीड बढ़ाने के बारे मे जानते हैं।
गर्मी के मौमस मे पंखा काफी उपयोगी हो जाता है।वैसे भी हमारे इलाके के अंदर तो इतनी ज्यादा गर्मी पड़ती है कि पंखे और कूलर सब कुछ फैल हो जाते हैं। दोस्तों यदि इस स्थिति मे पंखे की स्पीड कम हो तो बहुत गुस्सा आता है।पंखे की स्पीड कम होने की वजह से वह सही तरीके से हवा नहीं दे पाता है। और ऐसी स्थिति मे कई बार तो उपर से पंखा चलता रहता है और नीचे हमे फिर भी गर्मी लगती रहती है।
पंखे के स्पीड नहीं देने के पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। हमारे घर के अंदर भी ऐसे कई सारे पंखें थे जो स्पीड नहीं देते थे तो बाद मे हमने उनको सही किया था। और आज वो एकदम से अच्छे चल रहे हैं।
आमतौर पर जब हम नए नए पंखें को लेकर आते हैं तो यह काफी अच्छे ढंग से चलता है। लेकिन बाद मे इसकी स्पीड कम हो जाती है और धीरे धीरे यह बहुत ही स्लो चलने लग जाता है। इसके पीछे के दोष के बारे मे जानते हैं।
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पंखे की स्पीड कैसे बढ़ाएं संधारित्र बदलें change capacitor of fan
पंखे मे एक capacitor लगा होता है। यदि आपने गौर किया हो तो यह पंखे के उपर की तरफ होता है और सफेद रंग का होता है। अधिकतर केस मे पंखे की स्पीड नहीं होने का कारण यही होता है। समय के साथ पंखे के कंडेसर काफी कमजोर हो जाते हैं जिसकी वजह से पंखा पूरी स्पीड के साथ काम नहीं करता है। तो इसके लिए आपको अधिक परेशान होने की आवश्यकता नहीं है ।
आप बाजार से 30 रूपये का एक कंडेसर लेकर आ सकते हैं और उसके बाद पुराने कंडेसर को निकालदें और उसकी स्थान पर एक नया कंडेसर आप लगादें ।ऐसा करने से पंखे की स्पीड अपने आप ही बढ़ जाएगी । लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि कंडेसर के वायर एकदम से सही जगह पर जुड़ने चाहिए ।
कई बार क्या होता है कि हम गलती से कंडेसर के वायर को उल्टा भी जोड़ देते हैं । ऐसी स्थिति के अंदर आपका पंखा उल्टा घूमने लग जाता है और उसके बाद हवा नहीं देता है। कंडेसर को सही तरीके से लगाएं और उसके बाद अपने पंखे का परीक्षण करें ।
यदि कंडेसर को लगाने के बाद पंखा काफी तेज स्पीड से चल रहा है तो यह कंडेसर की ही समस्या था। लेकिन इसके बाद भी फैन स्पीड नहीं ले रहा है तो उसके अंदर कई और समस्याएं भी हो सकती हैं।
पंखे के अंदर कंडेसर लगाने का मतलब यह होता है कि यह पंखे को गति देने का काम करता है। और जब यह खराब हो जाता है तो पंखा गति नहीं पकड़ पाता है। कंडेसर को बदलने के लिए आपको किसी मैकेनिक के पास जाने की आवश्यकता नहीं है। बस आप खुद ही बहुत ही आसानी से बदल सकते हैं।
पंखा आवाज करता है और उसके बाद चलते चलते बंद हो जाता है
पंखा यदि कम चल रहा है और आवाज कर रहा है और अचानक से बंद हो जाता है तो इसके पीछे का कारण यह है कि पंखे का बियरिंग खराब हो चुका है। आपको सबसे पहले पंखे को खोलना होगा ।और उसके बाद उसके नीचे के बियरिंग को देखें । अगर उसके अंदर ग्रिस नहीं है तो आपको उसमे ग्रिस देना है। और फिर आप उसे चलाकर देख सकते हैं। और यदि बियरिंग ही खराब हो चुका है तो आपको बियरिंग ही बदलना होगा । उसके बाद ही आपका पंखा गति पकड़ेगा । बियरिंग बदलने का काम यदि आप नहीं कर सकते हैं तो आप किसी मैकेनिक को पंखा देकर आ सकते हैं। वह यह काम आसानी से कर देगा । बियरिंग बदलने मे कोई अधिक खर्च नहीं आता है। यह काम मात्र 100 रूपये के अंदर हो जाता है।
पंखे की स्पीड बढ़ाने का तरीका पंखा कुछ चलकर रूक जाता है ?
यदि आप पंखे को चलाते हैं और वह कुछ समय चलने के बाद रूक जाता है तो इसका कारण यह है कि विधुत सप्लाई लूज हो चुकी है। आप एक बार पंखे के स्वीच को चैक करें यदि वहां पर कुछ गड़बड़ है तो आप ठीक करदें । ऐसा करने से पंखा स्पीड मे चलने लग जाएगा ।
पंखा स्पीड नहीं पकड़ता है और गर्म हो जाता है
पंखा कम चाल पर चल रहा है और गर्म हो रहा है तो तो इसके कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहले तो उस पंखे को विधूत सप्लाई से अलग करना होगा । उसके बाद उस पंखे को खोले और बियरिंग को अच्छे से साफ करें । यदि बियरिंग के अंदर ग्रीस की कमी है तो ग्रीस देने का काम करें ।
दूसरा कारण यह हो सकता है कि पंखे की पंखुडियां ढेडी मेडी हैं। आप एक बार उनको चैक करें । यदि पंखुडियां ढेडी मेढी हैं तो उनको सीधा करना जरूरी होता है क्योंकि इसकी वजह से पंखे को अधिक बल लगाना होता है और वह तेजी से गर्म हो जाता है।
तीसरा कारण यह हो सकता है की पंखे मे भू दोष है।यदि पंखे के अंदर भू दोष है तो उसे सही करने का प्रयास करें या किसी मैकेनिक की मदद भी ले सकते हैं।
कम बिजली
यदि पंखे को सही बिजली नहीं मिल रही है तो भी पंखा अपनी स्पीड खो देता है।पंखे को सही बिजली नहीं मिलने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह हो सकता है कि आगे से वोल्टेज कम आ रहे हैं। आप एक बार अपने घर के अंदर के वोल्टेज चैक करें और यदि कम हैं तो पंखे को बंद करदें और बाद मे चलाकर देखें ।
कम वोल्टेज को चैक करने का वोल्टमीटर आपके पास नहीं है तो आप बल्ब को जलाकर भी देख सकते हैं। यदि आपको बल्ब कुछ कम सा जलता हुआ दिखे तो समझ लेना चाहिए कि वोल्टेज कम हैं।
ब्लेड में कंपन और सफाई
आमतौर पर लंबे समय तक ध्यान नहीं देने की वजह से ब्लेड के अंदर कम्पन पैदा हो जाता है। उसके नट बोल्ट लूज हो जाते हैं तो आपको चाहिए कि पंखे को उतारे और उसके बाद उसके ब्लेड पर पड़े कचरे को साफ करने के बाद एक स्क्रू ड्राइवर की मदद से ब्लेड को अच्छी तरह से कस देना चाहिए ।
रेगूलेटर को चैक करें
रेगूलेटर का प्रयोग पंखे की स्पीड को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।इसके अंदर कुछ प्रतिरोध का प्रयेाग किया जाता है। जब पंखे की स्पीड को कम करना होता है तो पंखे के मार्ग मे अधिक वोल्ट लगा दिया जाता जिसकी वजह से पंखे की स्पीड कम हो जाती है क्योंकि पंखे को कम वोल्ट मिलता है। यदि आपका पंखा कम स्पीड पर चल रहा है तो एक बार रेगूलेटर को चैक करें कि उसके अंदर कोई खराबी तो नहीं है । क्या उससे पूरे वोल्ट पंखे को मिल रहे हैं या नहीं ?
जैसा कि आप चित्र मे देख सकते हैं कि प्रतिरोध R ,R1 or R2 हैं।जैसे जैसे पंखे के मार्ग के अंदर प्रतिरोध R से लेकर R2 तक बढ़ाते हैं। पंखे को मिलने वाले वोल्टेज मे कमी आती है। और पंखे की स्पीड कम हो जाती है।
वैसे आजकल मार्केट के अंदर इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर आ चुके हैं यह बिजली खपत को भी कम करते हैं।एक पुराने प्रकार के रेगूलेटर मे प्रतिरोध तो बढ़ा दिया जाता है लेकिन बिजली खपत कम नहीं होती है। इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर पंखे को सिर्फ उतना ही पॉवर देते हैं जिसकी उसे आवश्यकता होती है। यह बिजली की खपत को कम करने का काम करते हैं।
How to Test a Capacitor
Capacitor को सही तरीके से आपको चैक करना आना चाहिए । क्योंकि यदि आप कैपेसिटर को सही तरीके से चैक नहीं कर पाएंगे तो आप एक सही कैपेसिटर को खराब समझ कर फेंक सकते हैं । वैसे तो कैपेसिटर को चैक करने की अनेक विधियां हैं। लेकिन बसे सरल विधी सॉर्ट सर्किट ही है। जिसको सबसे अधिक लोग उपयोग मे लेते हैं। कैपेसिटर को चैक करने से आपको यह पता चल जाता है कि कैपेसिटर खराब है या पंखे के अंदर कोइ और समस्या है ?
Short CKT method
यह एक वैज्ञानिक विधि नहीं है लेकिन बहुत से लोग चैक करने के लिए इसी विधि का प्रयोग करते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि यह बहुत ही सरल है और खास कर उन लोगों के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है जिनके पास टेस्टिंग के दूसरे यंत्र नहीं हैं। फिर भी यह काफी खतरनाक है और इसका प्रयोग केवल अनुभवी लोगों को ही करना चाहिए ।
बेहतर सुरक्षा के लिए 230V AC की जगह 24V DC का इस्तेमाल करें। वांछित डीसी 24 वी प्रणाली की अनुपस्थिति के मामले में, आप 220-224V एसी का उपयोग कर सकते हैं। 10kΩ, 5 ~ 50Watts के प्रतिरोधों को भी इसके अंदर आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
- सबसे पहले एक संधारित्र को प्लग के अंदर डालें और प्लग के स्वीच को ऑन करदें ।
- यह सुनिश्चित करें कि आपने चश्मा पहन लिया है।
- संधारित्र को 4 सैकिंड तक लाइट से कनेक्ट करें । उसके बाद निकाल लें ।
- अब संधारित्र के दोनो ट्रर्मिनल को पास ले जाएं और टच करें । इससे एक स्पार्क होगा । यदि होने वाला स्पार्क बहुत ही लो है तो इसका मतलब यह है कि संधारित्र खराब हो चुका है और यदि तेज स्पार्क होता है तो संधारित्र सही है। पंखे के अंदर कोई दूसरी समस्या है।
एनालॉग मल्टीमीटर द्वारा संधारित्र का परीक्षण करना
यदि आपके पास एक एनालॉग मल्टीमीटर है तो उसकी मदद से भी संधारित का परीक्षण आप कर सकते हैं। और इस तरीके के अंदर कोई रिस्क भी नहीं है।
- सबसे पहले आपको पंखे का संधारित्र लेना है और एनालॉग मल्टीमीटर को अधिकतम ओम पर सैट करना होगा ।
- संधारित्र के सिरे को एनालॉग मल्टीमीटर की लीड से कनेक्ट करना होगा ।
- यदि कैपेसिटर खराब हो चुका है तो यह बहुत ही कम प्रतिरोध दिखाएगा ।और कैपेसिटर ओपन है तो यह विक्षेपण नहीं दिखाएगा ।
- और एक अच्छे कैपेसिटर की पहचान यह है कि यह पहले पहले कम प्रतिरोध दिखाता है और उसके बाद प्रतिरोध बढ़ जाता है।
तो इस प्रकार से आप किसी भी खराब कैपेसिटर का परीक्षण आसानी से अपने ही धर पर कर सकते हैं।
डिजिटल मल्टीमीटर द्वारा एक संधारित्र की जाँच
- सबसे पहले आपको यह तय कर लेना है कि आपने कैपेसिटर को discharged कर दिया है।
- उसके बाद मीटर को 1k ओम रेंज पर सैट कर देना होगा ।
- फिर मीटर की लीड को capacitor के टर्मिनल से कनेक्ट करें ।
- Digital meter कुछ समय के लिए प्रतिरोध को दिखाएगा ।तो इसका अर्थ है कि कैपेसिटर सही है ।
- यदि कैपेसिटर कुछ भी नहीं दिखाता है तो इसका अर्थ है कि वह मर चुका है और आपको उसे बदलने की आवश्यकता है।
Capacitor By Multimeter in the capacitance Mode
यदि आपके पास एक मल्टीमीटर है तो आप इस विधि का प्रयोग कर सकते हैं। अपने मल्टीमीटर को सबसे पहले कैपिसटेंस मोड पर लेकर आना होगा । और यह ध्यान रखें कि कैपेसिटर डिसचार्ज होना बहुत जरूरी है।
संधारित्र टर्मिनल को मल्टीमीटर लीड से कनेक्ट करें।
अब मीटर के अंदर कैपैसिटर का मान देखें । यदि यह मुद्रित मान के निकट है तो यह सही है और यदि यह काफी कम हो चुका है तो आपको संधारित्र या कैपैसिटर को बदलने की आवश्यकता है।
वोल्टमीटर की मदद से संधारित्र की जांच करना
- सबसे पहले capacitor को पंखे से अलग करें और उसके उपर रेटेड वोल्टेज को देखें यदि रेटेड वोल्टज आप देख चुके हैं तो एक वोल्टमिटर लेकर आएं ।
- अब एक कैपेसिटर को किसी बैटरी की मदद से कुछ समय के लिए चार्ज करें । जैसे 9 वोल्ट बैटरी से 16 वोलट संधारित्र को आप चार्ज कर सकते हैं।
- अब वोल्टमीटर से संधारित्र के वोल्टेज को अच्छी तरीके से चैक करें यदि वोल्टेज दिये गए वोल्टेज के आस पास दिखाता है तो इसका अर्थ है कि संधारित्र खराब नहीं है और यदि यह वोल्टेज कम या नहीं दिखाता है तो खराब हो चुका है।
farata fan ki speed kaise badhaye ?
farata fan की स्पीड बढ़ाने के तरीके हम आपको उपर बता ही चुके हैं।आमतौर पर इनके कंडेसर को बदलें और उसके बाद भी यदि स्पीड कम है तो कंडली मे समस्या हो सकती है।
table fan ki speed kaise badhaye
टेबल फैन स्पीड भी आप उसी तरीके से बढ़ा सकते हैं इसके उपर या फिर नीचे एक कंडेसर लगा होता है। सबसे पहले उसको बदलें । उसके बाद आपको फैन को चैक करना होगा यदि फैन सही नहीं चल रहा है तो फिर वाइडिंग शॉर्ट की समस्या हो सकती है।
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हमे यकीन है कि आप पंखे की स्पीड बढ़ाने के तरीके इस लेख के अंदर अच्छी तरह से जान गए ही होगे । यदि आप उपर दिये गए तरीकों को अच्छी तरह से फोलो करते हैं तो आपके पंखे की स्पीड बढ जाएगी । वैसे हमने आपको पहले ही बताया था कि पंख की स्पीड कम होने के पीछे का जो कारण होता है वह अधिकतर केस के अंदर संधारित्र ही होता है। यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो नीचे कमेंट करके बताएं ।
This post was last modified on August 9, 2020
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kitne watt ka capiceator aachha hota hain aur high kitne watt ka hota hain market main kya bata ke kharide