क्या आप जानते हैं गेम खेलने के फायदे और गेम खेलने के नुकसान के बारे मे ।आइए game khelne ke fayde पर विस्तार से चर्चा करने वाले हैं।आज कल गेम हर किसी की पहली पसंद बन चुका है। खास कर बच्चे बहुत अधिक गेम खेलते हैं। यदि आप भी गेम के शौकिन हैं तो आपको भी पता होगा कि गेम खेलने मे कितना मजा आता है ? हालांकि जब मैं छोटा था तो मैं खूब गेम खेला करता था बिल्कुल आपकी तरह हालांकि अब नहीं खेलता । और एक बार जब कम्प्यूटर पर भारी गेम खेलने के लिए बैठ जाता था तो उसके बाद शाम तक ऐसे ही गेम को खेलता रहता था। असल मे देखे तो गेम खेलना काफी मजेदार एहसास होता है।
एक बार जब हम गेम के अंदर घुस जाते हैं तो उसके बाद उससे बाहर निकलने का मन ही नहीं करता है। पब्जी एक प्रकार का फेमस गेम है जिसको बहुत से लोग खेलना पसंद करते हैं।
यदि आप गेम खेलते हैं तो आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं।सबसे आम फायदों की यदि हम बात करें तो यह होता है टाइमपास । मतलब कि कई बार जब आप अकेले होते हैं और आपके पास करने को कुछ नहीं होता है तो गेम ही बस आपका सहारा होता है। आप बस गेम पर बैठते हैं और उसके बाद आपको यह भी पता नहीं चल पाता है कि आपका दिन कब चला गया । क्योंकि गेम एक तरह की बहुत ही शानदार चीज है। आइए अब जान लेते हैं गेम खेलने के फायदों के बारे मे
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game khelne ke fayde गेम खेलने के फायदे बोरियत दूर करता है
दोस्तों गेम खेलने का बड़ा फायदा यह है कि यह आपकी बोरियत को दूर करने मे काफी मददगार होता है। कई बार आप किसी काम को करते हुए उब जाते हैं तो फिर आपके दिमाग को रिफ्रेस करने मे यह काफी मदद करता है। क्योंकि जब भी आप गेम खेलते हैं उसको जबरदस्ती नहीं खेलते हैं। वरन आपका मन करता है कि अब आपको खेलना चाहिए तब आप गेम खेलते हैं। और आपका मन उसके अंदर इतना अधिक लग जाता है कि आप बोर होने की बजाए अच्छा महसूस करते हैं।
तो यदि आप काम करके बोर होगए हैं तो गेम आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। आप गेम खेल सकते हैं। यह आपके लिए बेहतरीन बोरियत दूर करने का साधन है।
गेम खेलने का फायदा थकान दूर करे game khelne ke fayde
दोस्तों अक्सर जो लोग मजदूरी करते हैं वे काफी थक जाते हैं। और शाम के समय खुद को काफी थका हुआ महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर गेम खेलना उनके लिए थकावट दूर करने जैसा होता है। कारण यह है कि वे इसके अंदर काफी आनन्द महसूस करते हैं।
गेम के अंदर मिलने वाले आनन्द की वजह से उनके अंदर की थकावट दूर हो जाती है। क्योंकि जब हमारा मन अच्छा महसूस करता है तो कई प्रकार के हार्मोन को स्त्राव करता है जो थकावट को दूर करने का कार्य करते हैं। इस प्रकार से गेम आपकी थकावट को दूर करने मे काफी मदद करता है।
कल्पनाशक्ति को बढ़ाते हैं गेम
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आज के समय मे कल्पनाशक्ति काफी उपयोगी होती है। बिना कल्पनाशक्ति के कुछ होता नहीं है। कल्पनाशक्ति का मतलब हमारे सोचने की क्षमता होती है। हर व्यक्ति की कल्पना करने की क्षमता अलग अलग होती है।गेम के अंदर कई प्रकार की समस्याएं होती है।और खास कर ब्रेनगेम जो होते हैं। उनके अंदर आपको समस्याओं को हल करने के लिए दिमाग लगाने और सोचने की जरूरत होती है। और जब आप अपने दिमाग पर जोर डालते हैं तो आपकी सोचने की क्षमता मे काफी बढ़ोतरी होती है।
हालांकि कल्पना शक्ति को बढ़ाने वाले गेम आपके लिए बोरियत वाले हो सकते हैं क्योंकि इनके अंदर आपके दिमाग के उपर जोर पड़ता है तो यह आपके लिए काफी परेशानी वाले हो सकते हैं।इसलिए इस प्रकार के गेम को खेलने मे आप अपना अधिक समय नहीं लगा सकते हैं।
गेम आपके लिए एक बेहतर माउस कंट्रोल देते हैं
दोस्तों यदि आप नए नए अभी कम्प्यूटर सीख ही रहे हैं तो गेम आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं। क्योंकि किसी भी नए इंसान को माउस को चलाने मे काफी समस्या आती है। ऐसी स्थिति के अंदर गेम आपको बेहतर कंट्रोल प्रदान करते हैं।
आप सबसे पहले ऐसा कोई भी गेम चलाकर बैठ सकते हैं जिसके अंदर एक बेहतर माउस कंट्रोल हो और उसके बाद आप उसे खेल सकते हैं। और जैसे ही आप धीरे धीरे खेलेंगे आपके पास एक बेहतर माउस कंट्रोल आ जाएगा । और आप बोर भी नहीं होंगे । माउस कंट्रोल हाशिल करने के लिए गेम से बढ़िया कोई और तरीका नहीं है।
गेम खेलने के फायदे टाइपिंग सीखें
टाइपिंग गेम के बारे मे तो आप जानते ही होंगे । अक्सर टाइपिंग मास्टर के अंदर भी कई सारे गेम दिये होते हैं जो टाइपिंग सीखने वाले इंसान के लिए काफी मददगार होते हैं।यदि आपको टाइपिंग सीखनी है तो अपने कम्प्यूटर के अंदर कोई भी टाइपिंग गेम को इंस्टॉल करें और उसके बाद उसे चलाएं । जब आप निरंतर प्रयास करेंगे तो इस गेम की मदद से आप आसानी से टाइप करना सीख जाएंगे ।
टाइपिंग गेम इसलिए काफी फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह आपको एक अलग प्रकार का एहसास प्रदान करते हैं। और आप कम बोर होते हैं। क्योंकि पहली दफा के अंदर जब आप टाइप करते हैं तो यह आपके लिए काफी बोरियत भरा हो सकता है।लेकिन आपकी बोरियत को कम करके टाइपिंग के टाइम को बढ़ाया जाता है।
बच्चों को खिलाने मे गेम के फायदे
आमतौर पर कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो खेलना पसंद नहीं करते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर गेम उनका मन बहलाने का कार्य करता है। एक विडियो गेम की मदद से उनको लंबे समय तक रोका जाता है। अक्सर कुछ माताएं अपने बच्चों को विडियो गेम के अंदर बिजी कर देती हैं और उसके बाद वे आसानी से घर का काम कर सकती हैं। यह काफी अच्छा तरीका है बच्चों को खिलाने का । बच्चा आसानी से मोबाइल की मदद से बिस्तर पर विडियो गेम खेलता रहता है।
गेम के फायदे निर्णय की क्षमता का विकास
दोस्तों गेम के अंदर आपको कई प्रकार के फैसले लेने होते हैं। जैसे कि कब आपको अपने प्लेयर को आगे लेकर जाना है ? और कब सुरक्षित करना है। जैसे कि एक गन मैन वाले गेम के अंदर आपको दुश्मनों को मारना होता है। लेकिन यदि आप सही स्टेप्स को नहीं चुनते है तों आप बाजी को हर सकते हैं। यदि आप अपने अंदर एक बेहतर निणर्य क्षमता का विकास करना चाह रहे हैं तो गेम आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।यदि आप फैसले को सही से नहीं ले पाते हैं तो आप गेम को दुबारा से खेलते हैं और अपना विकास करते हैं।
अपनी गलतियों को सुधारना सीखाता है गेम
दोस्तों जिस प्रकार से जीवन के अंदर आपको आगे बढ़ने के लिए गलतियों को सुधारने की जरूरत होती है। उसी प्रकार से गेम के अंदर भी आपको सक्सेस होने के लिए अपनी गलतियों को सुधारने की जरूरत होती है।ऐसी स्थिति के अंदर जब आप गेम खेलते हैं तो गलती होती है और उसके बाद आप फिर से प्रयास करते हैं उस गलती को सुधारने का और सुधार कर ही आगे बढ़ते हैं। इस प्रकार से आपके अंदर एक प्रकार की मानसिकता विकसित होती है जो आपको जीवन के अंदर भी इसी प्रकार से गलतियों को सुधारने मे काफी मदद करती है।
और गेम की सबसे बड़ी खास बात यह होती है कि आप तब तक उसके अंदर आगे नहीं बढ़ सकते हैं जब तक कि आप अपनी गलतियों को नहीं सुधारते हैं।
गेम खेलने के फायदे झुझारूपन का विकास
गेम खेलने का एक फायदा यह भी है कि यह आपके अंदर झुझारूपन का विकास करता है।क्योंकि आप किसी गेम को जितने के लिए बहुत अधिक प्रयास करते हैं और बार बार आप आउट होते हैं। लेकिन कई बार आउट होने के बाद भी आप खुद को बेहतर रख पाते हैं। या खुद को खड़ा करने मे सक्षम हो पाते हैं।
पहले जब मैं गेम खेला करता था तो एक गेम को मैंनें जीतने की बहुत कोशिश की लेकिन जीत नहीं पाया । काफी कोशिश करने के बाद भी मैंने हार नहीं मानी और ठान लिया कि मैं अब गैम को जीत कर ही रहूंगा । उसके बाद काफी प्रयास किया और अंत मे उस गेम को जीत ही लिया । इस प्रकार से आपके अंदर गेम झुझारू पन भी विकसित करता है। जीवन की समस्याओं से लड़ने मे यह आपकी मदद करता है।
मनोरंजन करने का अच्छा तरीका
गेम मनोरंजन करने का सबसे अच्छा तरीका है। यदि आपके पास मनोरंजन करने के लिए कुछ भी नहीं है तो यह तरीका आपके काम आ सकता है।कई बार हम कुछ ऐसी जगह पर होते हैं जहां पर मनोरंजन करने की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। तो गेम आपके लिए अच्छा साबित हो सकता है।
विडियो गेम डिस्लेक्सिया मे मदद करता है
डिस्लेक्सिया एक प्रकार की मानसिक विकलांगता होती है। इसके अंदर व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याएं आ सकती हैं। जिसके अंदर लिखने ,पढ़ने मे काफी समस्याएं आती हैं। डिस्लेक्सिया से ग्रस्ति व्यक्ति के लिए गेमकाफी फायदेमंद हो सकते हैं। यह चीजों को सही तरीके से समझने मे काफी मदद करती हैं।
वीडियो गेम आपकी दृष्टि में सुधार कर सकता है
जैसा कि आपको पता होगा की टीवी के पास नहीं बैठना चाहिए क्योंकि यह आपकी आंखों को खराब कर सकता है। लेकिन यदि आप विडियो गेम खेल रहे हैं तो यह आपकी दृष्टि के अंदर सुधार कर सकता है। आपकी नजर पैनी हो सकती है। और आपके अंदर एक विशेष प्रकार की सतर्कता विकसित हो सकती है।क्योंकि गेम के अंदर आपको कई चीजों को कंट्रोल करना होता है। यदि आप कोई एडवेंचर गेम खेल रहे हैं तो बाधाओं को पार करने के लिए पूरी तरह से सतर्क हो जाने की आवश्यकता है।और निरंतर अपने प्लेयर पर नजर बनाए रखने की जरूरत होती है। दृष्टि के मामले मे जिस प्रकार से उल्लू अपने शिकार पर नजर रख पाता है। उसी प्रकार से आपकी भी पैनी द्रष्टि विकसित होती है।
विडियो गेम आपको बहुत अधिक सक्रिय बनाता है
दोस्तों विडियो गेम बच्चों को अधिक सक्रिय बनाने का कार्य करता है।आपने देखा होगा कुछ बच्चे काफी कम सक्रिय होते हैं और वे काफी आलसी हो जाते हैं। और कई बार तो आलस उनके उपर इतना अधिक हावी हो जाता है कि वे किसी काम को करना ही पसंद नहीं करते हैं
लेकिन विडियो गेम उनको अधिक सक्रिय बनाने का कार्य करता है। एक तरह से उनके अंदर लंबी सक्रियता विकसित होती है।जो बाद मे कार्य के अंदर भी बदल जाती है। या कार्य मे लंबी सक्रियता की जरूरत पड़ने पर काम आती है।
गेमिंग के अंदर रूचि बढ़ती है
दोस्तों गेम खेलने से गेमिंग के अंदर रूचि बढ़ जाती है। जैसे कि आप क्रिकेट का गेम खेलते हैं तो आपकी इसके अंदर रूचि बढ़ जाती है। और आप इस गेम के बारे मे काफी चीजें सीखते हैं। और उसके बाद यदि आपको लगता है कि आप कर सकते हैं तो आप अपने उस गेम को अपने कैरियर का हिस्सा बना सकते हैं। हालांकि इसके लिए आपको बहुत अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होती है लेकिन फिर भी यदि आप प्रयास करते हैं तो कोई कारण नहीं है कि आप इसके अंदर सफल ना हो जाएं ।
गेम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है
दोस्तों वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि गेम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।पुराने खिलाड़ियों पर सकारात्मक लाभ दिखाया गया है। एक अध्ययन में, केवल 10 घंटे के खेल ने प्रतिभागियों के 50 और पुराने सुधारों में संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली को बढ़ाया।
विडियो गेम दर्द को कम करने मे मदद करता है
दोस्तों विडियो गेम दर्द को कम करने मे मदद करता है। यह कई वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर प्रमाणित हो चुका है। यदि किसी को कोई भयंकर चोट लगी है। या अधिक दर्द हो रहा है तो उसे विडियो गेम को खेलना चाहिए ताकि उसे अपने दर्द का एहसास कम हो । खेलना वास्तव में हमारे उच्च कोर्टिकल सिस्टम में एक एनाल्जेसिक प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। गेम खेलना हमारे अंदर आनंद पैदा करने वाले हार्मोन को स्त्रावित करता है जिसकी वजह से दर्द का एहसास अपने आप ही कम हो जाता है। गेम क्योंकि एक तो आनंद प्रदान करता है और दूसरा यह आपके ध्यान को एकाग्र करता है। जैसे जैसे आपका ध्यान एकाग्र होता है वैसे वैसे शरीर के नीचे के हिस्से मे जो भी दर्द होता है उसका अनुभव नहीं हो पाता है।
आमतौर पर कई योगी लोग प्राण को अपने दिमाग के अंदर स्थित कर लेते हैं और उसके बाद शरीर पर कुछ भी यदि कोई करे तो उनको अनुभव नहीं होता है।
तनाव को कम करता है गेम खेलना
दोस्तों यदि आपके पास तनाव की समस्या है तो आप गेम खेल सकते हैं। गेम खेलना तनाव को कम करता है।यदि आप तनाव की स्थिति मे हैं तो यह आपको आनन्द प्रदान कर सकता है। छह महीनों में खिलाड़ियों को ट्रैक करने और हृदय गति को मापने वाले एक प्रमुख अध्ययन में पाया गया कि कुछ शीर्षकों ने एड्रेनालाईन की प्रतिक्रिया को 50 प्रतिशत से कम कर दिया
आजकल हर किसी को तनाव की समस्या हो सकती है। और तनाव को दूर करने का यह एक बेहतरीन विकल्प होता है। कुल मिलाकर तानव की स्थिति मे गेम खेलना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
गेम आपके अंदर कौशल का विकास करता है
दोस्तो गेम आपके अंदर कौशल का विकास करता है।जैसे कि आप क्रिकेट के कौशल का विकास करना चाहते हैं तो आपको चाहिए कि आप क्रिकेट वाला गेम खेलें । इससे आपको कई चीजों का पता चलेगा और उसके बाद आपके अंदर धीरे धीरे कौशल का विकास होता चला जाएगा । वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि जो खिलाड़ी गेम को खेलते थे उनके अंदर उन खिलाड़ियों से अधिक कौशल मौजूद था जिन्होंने गेम नहीं खेला था।
मल्टीपल स्केलेरोसिस मे गेम काफी उपयोगी
मल्टीपल स्केलेरोसिस मे गेम काफी उपयोगी होता है।इन रोगियों को संतुलन की समस्या होती है। और इनके लिए कोई भी दवा उपयोगी साबित नहीं हो पाती है।इन रोगियों ने जब गेम को खेला तो संतुलन का अनुभव किया । इस प्रकार से मल्टीपल स्केलेरोसिस के रोगियों के लिए भी गेम काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
विडियो गेम नए सामाजिक कनेक्सनों को जन्म देता है
वैसे तो आप विडियो गेम को अकेले ही खेल सकते हैं लेकिन इसको दोस्तों के साथ खेलना काफी मजेदार होता है। और वैज्ञानिक रिसर्च के अंदर यह बात सामने आई है कि 70 प्रतिशत लोग विडियो गेम को अपने दोस्तों के साथ खेलते हैं जिससे कि नए सामाजिक कनेक्सन बनते हैं।और आप कई लोगों के संपर्क मे आते हैं और उनसे अच्छा मेलजोल बनाते हैं।
विडियो गेम आपके दिमाग के अंदर ग्रे मैटर को बढ़ा सकता है
दोस्तों विडियोगेम आपके दिमाग के अंदर मौजूद ग्रे मैटर को बढ़ाने का कार्य कर सकता है।लगातार गेम खेलने से ग्रे मैटर बढ़ जाता है। यह ग्रे पदार्थ मांसपेशियों के नियंत्रण, यादों, धारणा और स्थानिक नेविगेशन से जुड़ा हुआ है।
गेम आपको बेहतर प्रॉब्लम सॉल्वर बना सकता है
आपको बतादें कि कई तरह के गेम बनाए गए हैं। कुछ गेम इस प्रकार के बने हुए हैं कि उनके अंदर मौजूद समस्या को हल करने मे काफी समय लगता है। इस प्रकार से गेम आपके लिए काफी फायदेमंद होते हैं। जब आप बार बार समस्याओं का हल करते हैं तो आपके अंदर समस्याओं को तेजी से हल करने की प्रवृति विकसित होती है।
गेम खेलने के नुकसान
दोस्तों अब तक हमने यह जाना कि गेम खेलने के क्या क्या फायदे हो सकते हैं ? लेकिन आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि गेम खेलने के अनेक नुकसान भी होते हैं। यदि आप एक सही गेम को नहीं चुनते हैं तो आप अपने समय को बरबाद करते हैं और आपको दूसरी चीजों मे असफलता का सामना करना पड़ता है। खास कर बच्चों के लिए गेम काफी नुकसानदायी होते हैं।
व्हेल गेम जैसे गेम के बारे मे तो आपने सुना ही होगा ।आपको पता ही है कि यह एक बेहद ही खतरनाक गेम होता है। जिसके अंदर रात को श्मसान मे जाना और हॉरर फिल्मे देखना और अपने हाथ पर मछली को उकेरना जैसे टॉस्क दिये जाते हैं। इस प्रकार के गेम की वजह से कई बच्चे सुसाइड कर चुके हैं।इस प्रकार के गेम कोई फायदा नहीं करते हैं।यही वजह है कि इन गेम पर रोक लगाने की आवश्यकता है।
WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ़ डिसीज़ 2018 में, मानसिक विकार के रूप में गेमिंग की लत को शामिल कर लिया था। उसके बाद बहुत से लोगों ने इसके उपर प्रतिक्रिया दी थी तो आइए जानते हैं।इसके बारे मे भी ।
गेम आपके कौशल को नुकसान पहुंचाता है
दोस्तों यदि किसी इंसान के अंदर गेम की लत का विकास हो जाता है तो वह बस उसके ही चिपक जाता है। वह कभी भी ठीक से अपने दूसरे कार्यों को नहीं कर पाता है। पहली बार तो वह करना ही नहीं चाहता है लेकिन मजबूरी मे बस जल्दी पूरा कर देना चाहता है। जैसे कि एक बच्चा है और बहुत अधिक गेम खेलता है तो उसका फिर पढ़ाई के अंदर मन नहीं लग पाता है।
और पढ़ाई को छोड़कर वह गेम खेलने लग जाता है। इस प्रकार से वह अपने काम से दूर होता जाता है। पढ़ाई से संबंधित जो कौशल उसके अंदर विकसित होना चाहिए था वह नहीं हो पाता है।तो कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि गेम आपके कौशल को नुकसान पहुंचाता है और उसके बाद आप पिछड़ते चले जाते हैं।
गेम खेलने के नुकसान समय को बरबाद करता है
बहुत सारे ऐसे गेम हैं जो आपके लिए काफी फायदेमंद होते हैं लेकिन बहुत से लोग इसप्रकार के गेम का यूज नहीं करते हैं। वरन बेकार के गेम का यूज करते हैं जिनको अधिक समय तक खेलना समय का नुकसान करना होता है।
पहले जब मैं गेम खेलता था तो उस गेम पर चिपक कर बैठ जाता था और दिन व रात उसे खेलता रहता था। जिसका परिणाम यह होता है कि दूसरे कामों को नहीं कर पाता था। अपना सारा टाइम उस गेम के लिए खर्च कर देता था जो व्यर्थ था। इस प्रकार से आप गेम के अंदर अपने उपयोगी समय को बरबाद कर देते हैं।उस समय को बरबाद कर देते हैं जिसको लगाकर आप काफी अच्छा कर सकते थे ।
गेम आपकी आंखों को नुकसान पहुंचाता है
दोस्तों गेम आपकी आंखों के लिए भयंकर नुकसानदायी होता है। यह आपकी आंखों को इतना अधिक नुकसान पहुंचाता है कि कई बार गेम की वजह से आंखों पर सूजन आ जाता है। जो लोग मोबाइल पर गेम खेलते हैं वे रात के अंधेरे मे अपने मोबाइल को लेकर बैठ जाते हैं और उसके बाद लंबे समय तक गेम खेलते हैं।मोबाइल या कम्प्यूटर की तेज रोशनी की वजह से आंखे जल्दी खराब होती हैं।और आंखों पर अधिक तनाव होने लग जाता है। यदि आप अधिक समय तक मोबाइल स्क्रीन के सामने भी आंखों को रखते हैं तो आंखों से पानी गिरने लग जाता है।
आजकल आप जो आंखों की समस्या बहुत अधिक देख रहे हैं यह इसी वजह से है कि लोग अपना अधिक समय टीवी और कम्प्यूटर और मोबाइल के साथ बिताते हैं। इसके अलावा खान पान भी पहलें के जैसा नहीं रहा है सब कुछ दवाओं का हो चुका है।
नींद लेने मे समस्या होना गेम के नुकसान
जो लोग गेम खेलते हैं उनको अच्छी नींद की समस्या बनी रहती है। कारण यह है कि वे लोग कभी भी सही समय पर सो नहीं पाते हैं। यही कारण है कि उनको अच्छी तरह से नींद नहीं आती है। वे देर रात तक जागते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं। आंखों मे जलन की समस्या हो सकती है।यदि आपको एक अच्छी नींद चाहिए तो बेहतर रूटीन की जरूरी होगी । बिना रूटीन के आप अच्छी नींद कभी भी प्राप्त करने मे सक्षम नहीं हो पाएंगे ।और जब आप गेम खेलते हैं तों फिर आप समय पर सो नहीं पाते हैं बस खेलते ही चले जाते हैं।
गेम खेलने से पेट की समस्याएं
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि गेम खेलने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।कारण यह है कि गेम की लत लगे इंसान देर रात तक सोते नहीं हैं। और सही नींद नहीं आने से कई लोगों को पेट की समस्याएं होने लगती हैं। जैसे के पेट के अंदर गैस का होना और कब्ज की शिकायत सबसे आम समस्याओं मे से एक है।
गेमिंग की लत मस्तिष्क के विकास को धीमा कर सकती है
आपके गेम खेलने की लत मस्तिष्क के विकास को धीमा कर सकती है।जब आप कई घंटो तक लगातार गेम खेलते हैं तो इससे आपका दिमाग बस गेम का होकर ही रह जाता है। आपके अंदर दूसरे कौशल का विकास नहीं हो पाता है। यह आपके दिमाग के विकास के लिए हानिकारक है। इसी लिए बच्चों को अधिक समय तक गेम नहीं खेलने देना चाहिए ।
समय पर खाना नहीं खा पाते हैं
गेम आपके लिए कई प्रकार की समस्याएं पैदा कर सकता है।एक समस्या यह भी है कि आप समय पर खाना नहीं खा पाते हैं। कारण यह है कि गेम के अंदर आप इतने अधिक बिजी हो जाते हैं कि आपको खाना वाना के बारे मे कुछ याद ही नहीं रहता है। जिसकी वजह से शारीरिक कमजोरी पैदा होती है।
गेम आपको आलसी बना सकता है
गेम खेलने का नुकसान यह है कि आपको आलसी बना देता है।जब आप बिस्तर पर पड़े पड़े गेम खेलते हैं तो यह आपके लिए अच्छा सबब नहीं होता है। आप धीरे धीरे आलसी बन जाते हैं और आपको दूसरे कार्यों को करने मे काफी परेशानी होने लग जाती है। ऐसा मेरे सामने ही हो चुका है।हमारे यहां पर एक लड़का था जो कि पिछले 20 सालों से ऐसा कर रहा था । और आज उसकी यह हालत हो चुकी है कि वह बाहर काम करने से भी कतराता है। कारण यह है कि उसका अब मन नहीं करता है।
गेम आपको हिंसक बना सकता है
आजकल कई तरह के एडवेंचर गेम प्रचलित हैं। गेम आपको हिंसक बना सकते हैं।क्योंकि कई गेम के अंदर आप दूसरे इंसानों पर या जानवरों पर चाकू या फिर किसी तरह के हथियार से वार करते हैं। और यदि बच्चे इस प्रकार के गेम को खेल रहे हैं तो उनके अंदर इस प्रकार की प्रवृतियां विकसित हो जाती हैं।कई ऐसी घटाएं प्रकाश मे आ चुकी हैं जिनके अंदर बच्चा गेम के अंदर किये जाने वाली क्रियाओं को रियल जिंदगी के अंदर करने की कोशिश करता है जोकि घातक साबित होती हैं।
गेम आपकी सामाजिकता को नष्ट कर देते हैं
दोस्तों गेम आपकी सामाजिकता को नष्ट कर देते हैं। जो लोग गेम खेलते हैं वे काफी अकेले रहते हैं और लंबे समय तक अकेले रहने की वजह से उनके अंदर अकेलापन की प्रवृति विकसित होती है। और बाद मे वे पूरी तरह से असामाजिक हो जाते हैं। असामाजिक प्रवृति काफी घातक होती है।क्योंकि समाज ही एक ऐसी चीज होता है जो जरूरत पड़ने पर आपकी मदद करता है और यदि आप समाज मे किसी से मेलजोल नहीं रखेंगे तो यह आपके लिए सही नहीं होगा और जरूरत पड़ने पर कोई भी आपकी मदद नहीं करेगा ।
अन्य शौक और खराब शैक्षणिक प्रदर्शन खराब होना
यदि किसी इंसान को गेम की लत लग चुकी है तो वह खराब प्रदर्शन करेगा ही । कारण यह है कि वह अपने सारे समय को गेम के अंदर ही लगादेगा । और ऐसी स्थिति के अंदर उसका प्रदर्शन काफी खराब हो सकता है। जब हम गेम के अंदर ही अपनी सारी उर्जा खर्च करते हैं तो फिर दूसरे कार्य के अंदर उर्जा बचती ही कहां है ?शैक्षणिक कोर्स के अंदर यदि आप पिछड़ जाते हैं तो फिर आप को काफी नुकसान हो सकता है।
गेम आपकी जान भी ले सकता है
वैसे आपको यह बतादें कि गेम आपकी जान भी ले सकते हैं।ब्लू व्हेल गेम को मौत का गेम कहा जाता है। और ऐसा माना जाता है कि यह एक सोसल मिडिया ग्रूप है जो 50 दिन रोजाना गेम खेलने वाले को एक कार्य सौंपता है।भयावह कार्यों में स्वयं को नुकसान पहुंचाना, डरावनी फिल्में देखना और असामान्य घंटों में जागना शामिल है, लेकिन ये धीरे-धीरे अधिक चरम हो जाते हैं।और 50 वें दिन वह सुसाइड करने का आदेश भी दे सकता है।
आपको बतादें कि अकेले रूस के अंदर ही इस गेम की वजह से 130 से अधिक जाने गए थी।रूस के अंदर तो दो लड़कियों ने यह गेम खेलने के बाद ट्रेन से कटकर सुसाइड कर लिया था।
इस प्रकार के खतरनाक गेम यदि आप खेलते हैं तो मौत का खतरा बन जाता है। और आपतो जानते ही हैं कि आज के समय बच्चों को समय देने के लिए उनके माता पिता नहीं जाते हैं। ऐसी स्थिति मे बच्चों को यह पता नहीं होता है कि उनके लिए सही क्या है? और इस प्रकार के डेंजर गेम के ऑपरेटर बच्चों को बहलाकर गेम के अंदर फंसा लेते हैं और उसके बाद उनको सुसाइड करने को कहते हैं। इतना ही नहीं कई और भी डेंजर गेम हैं। जिनके अंदर अपने सर मे पॉलिथीन डालकर देखना और बर्फ की सिल्ली पर सोना व अपने पूरे शरीर टेप बांधना आदि ।
इस प्रकार से बहुत से लोगों की इन गेम के अंदर मौत हो जाती है।हालांकि लोगों को समझाने के बहुत अधिक प्रयास किये जाते हैं लेकिन उसके बाद भी कोई समझने के लिए तैयार नहीं होता है।
very nice blog.